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19 Mar 2021 · 1 min read

ऋतु राज

पीली चुनर ओढ़ कर, आये हैं ऋतु राज
पुलक उठा उपवन मगन, बजे प्रकृति के साज
कलरव करते हैं विहग, गाते पंचम राग
धरा सुसज्जित शोभती,स्वागत करती आज
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

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