Posts Tag: दोहा 3k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read दोहे - डी के निवातिया दोहे **** पत्नी पूजा कीजिये, इनसे घर की शान ! जिस पर कृपा ये करे, हो जाए धनवान !! पत्नी घर की स्वामिनी, रखे सबका ध्यान ! इनसे सुख समृद्धि... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 74 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read दोहे - डी के निवातिया दोहे **** सृष्टि ये तुमने रची, तुम जीवन आधार । कोटि कोटि तुम्हे नमन, हे जग पालनहार ।। देव-दैत्य सब करम फल, तन से सब इंसान । जनम भए सम... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 89 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 10 Feb 2024 · 1 min read हुआ दमन से पार बाधाएं आती रहीं, पथ में बारंबार। जोशीला मन जो किया, हुआ दमन से पार। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 217 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 9 Feb 2024 · 1 min read हिन्दी दोहा बिषय-जगत *हिन्दी दोहा विषय - जगत* चले जगत को देखने , #राना लेकर मित्र | नजर हमारी साफ थी , लगे सभी तब इत्र || जहाँ जगत भी आपसे , चाहे... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Poem · जगत · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 85 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 9 Feb 2024 · 1 min read हिन्दी दोहा बिषय-ठसक हिन्दी दोहा विषय - ठसक* आज दशहरा पर सुनो , अन्यायी परिणाम | रावण की #राना ठसक , नष्ट किए प्रभु राम || ठसक नहीं #राना रखो , जिसमें हो... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · ठसक · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 85 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 9 Feb 2024 · 1 min read दोहा बिषय- दिशा दोहा विषय - दिशा दिशा हीन #राना मनुज , जग में रहे उदास || बौराया -सा घूमता , रहे न कुछ भी पास || निर्धारित है यदि दिशा , होता... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · दिशा · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 78 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 9 Feb 2024 · 1 min read दोहा बिषय- महान *हिन्दी दोहा विषय - महान* #राना सभी महान हैं , और सभी गुणवान | यदि रखते हो पास में , थोड़ा भी ईमान || परिभाषाएँ है नई , बनते सभी... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · दोहा · महान · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 1 77 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 9 Feb 2024 · 1 min read ईमान कदम कदम पर बिक रहा, लोगों का ईमान। अंधेर सी नगरी में, मौज करे दीवान। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 241 Share लक्ष्मी सिंह 8 Feb 2024 · 1 min read जी20 “वसुधैव कुटुम्बकम्” का, हुआ स्वप्न साकार। जी20(ट्वेंटी)ने विश्व को,दिया नया आकार।। “वसुधैव कुटुम्बकम्”है,महामंत्र का मंत्र।। भाईचारा शांति का,सुख समृद्धि का तंत्र।। पूरी धरती एक है,विश्व एक परिवार। सबका एक भविष्य... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 108 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 8 Feb 2024 · 1 min read दोहा- मीन-मेख *हिन्दी विषय - मीन- मेख* #राना विविध विचार हो, बात रहे शालीन | मीन-मेख से मत कभी , नहीं करो तौहीन || कोई कहता एकता , रखना भाई जोड़ |... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · दोहा · मीन- मेख · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 84 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 8 Feb 2024 · 1 min read हिंदी दिवस - विषय - दवा हिंदी दिवस - विषय - दवा मीठे वचनों की दवा , असरदार परिणाम | अजमाकर #राना कहे , शिकवे मिटे तमाम || वैद्य वचन भी है दवा , धीरज... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · दवा · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 71 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 8 Feb 2024 · 1 min read हिन्दी दोहे- चांदी *हिन्दी दोहे :- चाँदी* चाँदी का चम्मच सुना , #राना जब प्रतिमान | कहने का सारांश तब , सुखमय है शुभ गान || राजनीति खेती बनी , चाँदी उगती ... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Silver · चांदी · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 83 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 8 Feb 2024 · 1 min read दोहे- अनुराग *हिंदी दोहा दिवस , विषय - अनुराग* #राना का अनुराग है , जय बुंदेली गान | इसका होना चाहिए , सभी दिशा उत्थान || सब विकार अनुराग से , #राना... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · अनुराग · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 78 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 8 Feb 2024 · 1 min read दोहे- उड़ान हिंदी दिवस विषय - उड़ान* #राना जो साहस रखे , भरते वही उड़ान | लक्ष्य उन्हीं को मिल सके , जो बनते प्रतिमान || किसकी कहाँ उड़ान है , यह... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · उड़ान · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 81 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 8 Feb 2024 · 1 min read छप्पन भोग सादा जीवन जी रहे, ऊँचे कद के लोग। जमकर खूब उड़ा रहे, भूखे छप्पन भोग। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 225 Share Khaimsingh Saini 7 Feb 2024 · 1 min read कबीर एवं तुलसीदास संतवाणी 1】परमेश्वर हैं भाव के भूखे छप्पन भोग वो जाने ना। मानव बन बैठा हठधर्मी बात प्रभु की माने ना।। *------*-------*-------*-------*------*-------*------* 2】 मोह माया का बंधन ऐसा बुद्धिमान भी मूर्ख बनें।... Hindi · दोहा 413 Share लक्ष्मी सिंह 7 Feb 2024 · 1 min read युद्ध नहीं अब शांति चाहिए विश्व शांति साधक बने,रोके सारे जंग। रहे प्रेम-सौहार्द से,मेल-जोल के संग।। महाविनाशक युद्ध है,कहे वेद-इतिहास। मिले सफलता शांति से,समृद्धि और विकास।। नहीं फायदा युद्ध से,केवल करे विनाश। चुनो शांति का... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 110 Share लक्ष्मी सिंह 7 Feb 2024 · 1 min read युद्ध के बाद मंजर बिलकुल ही अलग दिखे युद्ध के बाद। बस्ती है उजड़ी हुई,टूटा घर बर्बाद।। कैसी लपटें उठ रहीं,विभीषिका की आग। मिटे कभी मिटता नहीं,ऐसा गहरा दाग।। जर्रा-जर्रा कांपता,बहुत भयावह हाल।... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 84 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 7 Feb 2024 · 1 min read अनोखा दौर बेईमानों का चला, एक अनोखा दौर। उजले कपड़े पहन कर, निकले घर से चोर। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 273 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 6 Feb 2024 · 1 min read खुला आसमान उड़ने को सब चाहते, इक खुला आसमान। पगले नीचे देख ले, सूना पड़ा श्मशान। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 85 Share लक्ष्मी सिंह 6 Feb 2024 · 1 min read दिव्यांग वीर सिपाही की व्यथा मै था भारत देश का,वीर सिपाही एक। पर मेरी मजबूरियाँ,लगा रहीं हैं टेक।। कभी देश के वास्ते,खूब लड़ा था जंग। मगर हाल मेरा अभी,ज्यों टूटी हुई पतंग।। धूम मचाया युद्ध... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 2 120 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Feb 2024 · 1 min read दोहे दोहे लोभी ढोंगी लालची,झूठे चोर लबार। बन बैठे जनतंत्र के ,सारे पहरेदार।।1 सूरज कहता मैं हरूँ,धरती का अँधियार। मुझको नहीं पसंद है,जुगनू का किरदार।। 2 गाँवों में खंभे गड़े ,खिंचे... Hindi · दोहा 67 Share लक्ष्मी सिंह 5 Feb 2024 · 1 min read फौजी की पत्नी फौजी की पत्नी बनी,सात वचन के साथ।। नींद गवाईं मैं पिया,जगी तुम्हारे साथ।। अपने सपने छोड़ कर,रँगी तुम्हारे रंग। लेकिन तुम लड़ते रहे,मुझे छोड़ कर जंग।। डटे रहे तुम देश... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 112 Share लक्ष्मी सिंह 5 Feb 2024 · 1 min read वापस आना वीर वापस आना लौट कर,जाने वाले वीर। भर देना फिर से सभी,आहत मन का पीर।। जो वादा माँ से किया,उसे न जाना भूल। आकर आँचल में भरो,फिर ममता का फूल।। राह... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 90 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 5 Feb 2024 · 1 min read हल आहों में ही कट रहे, अपने प्यारे से पल। वह सौदाई जानता, मेरे व्यथा का हल। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 77 Share RAMESH SHARMA 5 Feb 2024 · 1 min read कर बैठा गठजोड़ अपना वह घर गाँव का,जब से आए छोड़ । बरगद भी दीवार से , कर बैठा गठजोड़ ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 130 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 4 Feb 2024 · 1 min read मकरंद लिखते हैं सब ही यहां, अपने-अपने छंद। भंवरा ढूँढ़ें पुष्प पर, भांति भांति मकरंद। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 97 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 4 Feb 2024 · 1 min read जनता मुफ्त बदनाम अपनी रोटी सेंकना नेताओं का काम। आका लूटे देश को, जनता मुफ्त बदनाम। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 103 Share लक्ष्मी सिंह 3 Feb 2024 · 1 min read हटा 370 धारा भारत माँ के शीश से, हटा पुरातन पीर। लहर तिरंगा कह रहा,अपना है कश्मीर।। सपना अखण्ड हिन्द का , अब होगा साकार। आज राष्ट्र को मिल गया, इक नूतन आकार।।... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 103 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 3 Feb 2024 · 1 min read बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-150 से चुने हुए श्रेष्ठ 11 दोहे *150 बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-150* *दोहा प्रदत्त शब्द-भुन्नाने /भुन्नानें (क्रोधित)🌹 *संयोजक- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'* आयोजक जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़ प्राप्त प्रविष्ठियां :- *1* भन्नानें नइँयाँ कभउँ,जीवन भर दव प्यार।... Bundeli · Bundeli Doha · Poem · दोहा · बुंदेली · राजीव नामदेव राना लिधौरी 1 73 Share लक्ष्मी सिंह 3 Feb 2024 · 1 min read सर्जिकल स्ट्राइक बंद कलम को मिल गई, ताजी नई खुराक। कानों में जैसे पड़ा, छप्पन इंची धाक।। मंगल ही मंगल रहा, शुभ मंगल है आज। गढ़ दुश्मन का हिल गया, ढ़ाया कहर... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 76 Share लक्ष्मी सिंह 3 Feb 2024 · 2 min read पुलवामा अटैक आँखों से आँसू बहे, कलम रक्त की धार। हुआ आज कश्मीर में, वीरों का संहार।। काँप रहा धरती गगन, चहुँ दिश हाहाकार। रँगा हिमालय रक्त से,गूंज उठा चित्कार।। टोली वीर... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 87 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 3 Feb 2024 · 1 min read बसंत आएगा फिर से वही, खुशियों भरा बसंत। महकेगा सारा चमन, भरमाएगा कंत। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 80 Share लक्ष्मी सिंह 3 Feb 2024 · 1 min read माँ भारती की पुकार उठो वीर जागो सुनो,माँ की करुण पुकार। तड़प-तड़प माँ भारती,तुम से करे गुहार।। अब रणभेरी बज उठी,चिर निन्द्रा को त्याग। माँ की पीड़ा बढ़ रही,देशभक्त अब जाग।। उठो त्याग आलस्य... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 79 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 2 Feb 2024 · 1 min read मेखला धार चंचल चपला चमक रही, बीच मेघ बन नार। धरा बावरी झूमती, देख मेखला धार। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 57 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 1 Feb 2024 · 1 min read हिन्दी दोहा-पत्नी हिन्दी दोहे -विषय - पत्नी #राना जीवन में सदा, पत्नी है सौगात | वामअंग कहते उसे , होती नवल प्रभात || मेघ बनी रस डालती , सुंदर रखती गेह |... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Wife · दोहा · पत्नी · राजीव नामदेव राना लिधौरी 1 93 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 1 Feb 2024 · 1 min read हिन्दी दोहा-विश्वास *हिंदी दिवस , विषय - विश्वास* जिनको जीवन में मिला, #राना शुचि विश्वास | उनको कभी न भूलना , रखना दिल के पास || चलते है विश्वास से , राना... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधोरी · विश्वास 1 68 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 1 Feb 2024 · 1 min read दोहे-मुट्ठी *हिंदी दोहा- विषय मुठ्ठी* मुठ्ठी में है संगठन , ताकत का प्रतिमान | इसको #राना जानिए ,यह जीवन में भान || #राना मुठ्ठी बाँधकर , जहाँ उठाते लोग | दिखे... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · दोहा · मुट्ठी · राजीव नामदेव राना लिधोरी 1 75 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 1 Feb 2024 · 1 min read दोहे-बच्चे *हिंदी दोहा - विषय - बच्चे* #राना बच्चे जानिए , होते पुष्प सरोज | प्यार उसे घर के करें , देते उसको ओज || #राना बच्चे मानिए , घर के... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · दोहा · बच्चे · राजीव नामदेव राना लिधौरी 1 90 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 1 Feb 2024 · 1 min read हिंदी दोहा- अर्चना *हिंदी दोहा -अर्चना* #राना करता अर्चना , सदा हाथ को जोड़ | जो जीवन में दें सदा ,सत्य न्याय का मोड़ || श्री गणेश की अर्चना , प्रथम पूज्य में... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · अर्चना · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी 1 86 Share RAMESH SHARMA 1 Feb 2024 · 1 min read मनमुटावका आपका ये कैसा अंदाज मनमुटाव का आपका, ये कैसा अंदाज । छोड़ दिया है आपने , होना ही नाराज ।। रमेश शर्मा.. Hindi · दोहा 1 133 Share लक्ष्मी सिंह 1 Feb 2024 · 1 min read हम कितने आजाद आजादी के पर्व पर,सुन माँ की फरियाद। चीख-चीख कर कह रही, हम कितने आजाद।। पूर्ण रूप से है नहीं, अभी देश आजाद। जाति-धर्म के नाम पर, दंगा कहीं फसाद।। तड़प... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 80 Share लक्ष्मी सिंह 1 Feb 2024 · 1 min read आजादी दिवस आया आजादी दिवस, है आज पन्द्रह अगस्त। भेद-भाव को भूल कर, हो जाये सब मस्त।। जन-गन-मन के गान से, झंकृत मन का तार। आज सजी माँ भारती, कर सोलह श्रृंगार।।... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 54 Share लक्ष्मी सिंह 1 Feb 2024 · 1 min read तिरंगा तीन रंग से है सजा,अपना राष्ट्र निशान। केसरिया सफेद हरा,है इसकी पहचान।। केसरिया मस्तक सजा,अध्य हरा का रंग। श्वेत हृदय के मध्य में,अशोक चक्र के संग।। केसरिया बलिदान का,सत्य शांति... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 71 Share Ravi Prakash 1 Feb 2024 · 1 min read *सॉंसों में जिसके बसे, दशरथनंदन राम (पॉंच दोहे)* *सॉंसों में जिसके बसे, दशरथनंदन राम (पॉंच दोहे)* _________________________ 1) सॉंसों में जिसके बसे, दशरथनंदन राम तन-मन सुरभित हो गया, हृदय अयोध्या धाम 2) मन क्यों भूला राम को, भज... Hindi · Quote Writer · दोहा · राम 75 Share लक्ष्मी सिंह 31 Jan 2024 · 2 min read भारत देश बसा प्रकृति की गोद में,भारत देश महान। जिसके पावन भूमि पर,जन्म लिये भगवान।। सागर धोता है चरण, बना हिमालय ताज। ऐसे भारत देश पर, हमे बड़ा है नाज़।। गंगा ,जमुना,प्रेममय... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 1 82 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 31 Jan 2024 · 1 min read झूठ रहा है जीत लूटेंगे अपने यहाँ, गैर निभाएं प्रीत। मतलब के संसार में, झूठ रहा है जीत। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 111 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read माँ सच्ची संवेदना... माँ सच्ची संवेदना, माँ कोमल अहसास। मेरे जीवन-पुष्प में, माँ खुशबू का वास।। रंग भरे जीवन में जिसने, महकाया संसार। पाला पोसा जानोतन से, दिया सुघड़ आकार। खुश रहे जो... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा · मुक्तक 1 112 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 30 Jan 2024 · 1 min read मोल जीवन की गाड़ी चले, बिन डीजल पेट्रोल। श्रमजीवी ही जानता, दो रोटी का मोल। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 59 Share लक्ष्मी सिंह 30 Jan 2024 · 1 min read बलिदान मातृ भूमि के वास्ते , हो जाऊँ कुर्बान। कफन तिरंगा से बने, इतनी-सी अरमान।। जो करते हैं देश हित, सुख सुविधा बलिदान। ऐसे वीर जवान से, भारत बना महान।। हर... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 77 Share Previous Page 4 Next