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Tag: कोटेशन
1k posts
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अगर आप
अगर आप
Dr fauzia Naseem shad
स्वास्थ्य बिन्दु - ऊर्जा के हेतु
स्वास्थ्य बिन्दु - ऊर्जा के हेतु
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अपनी कद्र
अपनी कद्र
Paras Nath Jha
स्त्रियां पुरुषों से क्या चाहती हैं?
स्त्रियां पुरुषों से क्या चाहती हैं?
अभिषेक किसनराव रेठे
दीवाली शुभकामनाएं
दीवाली शुभकामनाएं
kumar Deepak "Mani"
अब तो ऐसा कोई दिया जलाया जाये....
अब तो ऐसा कोई दिया जलाया जाये....
shabina. Naaz
सपना
सपना
ओनिका सेतिया 'अनु '
यदि कोई सास हो ललिता पवार जैसी,
यदि कोई सास हो ललिता पवार जैसी,
ओनिका सेतिया 'अनु '
हाथों से कुछ कुछ रिसक रहा है.
हाथों से कुछ कुछ रिसक रहा है.
कवि दीपक बवेजा
आपके स्वभाव की
आपके स्वभाव की
Dr fauzia Naseem shad
ज्ञात हो
ज्ञात हो
Dr fauzia Naseem shad
विचारों में मतभेद
विचारों में मतभेद
Dr fauzia Naseem shad
दुःख इस बात का नहीं के तुमने बुलाया नहीं........
दुःख इस बात का नहीं के तुमने बुलाया नहीं........
shabina. Naaz
परिवर्तन
परिवर्तन
Paras Nath Jha
अपनी गलती से कुछ नहीं सीखना
अपनी गलती से कुछ नहीं सीखना
Paras Nath Jha
जंग तो दिमाग से जीती जा सकती है......
जंग तो दिमाग से जीती जा सकती है......
shabina. Naaz
क्यूँ करते हो तुम हम से हिसाब किताब......
क्यूँ करते हो तुम हम से हिसाब किताब......
shabina. Naaz
खुल जाता है सुबह उठते ही इसका पिटारा...
खुल जाता है सुबह उठते ही इसका पिटारा...
shabina. Naaz
जब सब्र आ जाये तो....
जब सब्र आ जाये तो....
shabina. Naaz
चेहरे पर अगर मुस्कुराहट हो
चेहरे पर अगर मुस्कुराहट हो
Paras Nath Jha
ऊपर से मुस्कान है,अंदर जख्म हजार।
ऊपर से मुस्कान है,अंदर जख्म हजार।
लक्ष्मी सिंह
छोड़ने वाले तो एक क्षण में छोड़ जाते हैं।
छोड़ने वाले तो एक क्षण में छोड़ जाते हैं।
लक्ष्मी सिंह
हर बार बिखर कर खुद को
हर बार बिखर कर खुद को
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
*Mata pita ki izzat hi sarvsheshtha dharma hai*
*Mata pita ki izzat hi sarvsheshtha dharma hai*
Divija Hitkari
वक्त थमा नहीं, तुम कैसे थम गई,
वक्त थमा नहीं, तुम कैसे थम गई,
लक्ष्मी सिंह
अंबर तारों से भरा, फिर भी काली रात।
अंबर तारों से भरा, फिर भी काली रात।
लक्ष्मी सिंह
जल उठी है फिर से आग नफ़रतों की ....
जल उठी है फिर से आग नफ़रतों की ....
shabina. Naaz
परिश्रम
परिश्रम
ओंकार मिश्र
जरूरत से ज्यादा मुहब्बत
जरूरत से ज्यादा मुहब्बत
shabina. Naaz
जीवन का आत्मबोध
जीवन का आत्मबोध
ओंकार मिश्र
ईर्ष्या, द्वेष और तृष्णा
ईर्ष्या, द्वेष और तृष्णा
ओंकार मिश्र
मनुष्य की महत्ता
मनुष्य की महत्ता
ओंकार मिश्र
आपकी खुशी
आपकी खुशी
Dr fauzia Naseem shad
नास्तिक
नास्तिक
ओंकार मिश्र
ज्ञान का अर्थ
ज्ञान का अर्थ
ओंकार मिश्र
शब्द
शब्द
ओंकार मिश्र
सेवा
सेवा
ओंकार मिश्र
विश्वास
विश्वास
Dr fauzia Naseem shad
हक़ीक़त है
हक़ीक़त है
Dr fauzia Naseem shad
सजदे में सर झुका तो
सजदे में सर झुका तो
shabina. Naaz
अपने माँ बाप पर मुहब्बत की नजर
अपने माँ बाप पर मुहब्बत की नजर
shabina. Naaz
स्वास्थ्य का महत्त्व
स्वास्थ्य का महत्त्व
Paras Nath Jha
Dadi dada
Dadi dada
Utkarsh Dubey “Kokil”
फ़ासले
फ़ासले
Dr fauzia Naseem shad
अच्छा इंसान
अच्छा इंसान
Dr fauzia Naseem shad
बद मिजाज और बद दिमाग इंसान
बद मिजाज और बद दिमाग इंसान
shabina. Naaz
निंदा
निंदा
Dr fauzia Naseem shad
इन आँखों में इतनी सी नमी रह गई।
इन आँखों में इतनी सी नमी रह गई।
लक्ष्मी सिंह
एक ख्वाब थे तुम,
एक ख्वाब थे तुम,
लक्ष्मी सिंह
मैं ज़िंदगी भर तलाशती रही,
मैं ज़िंदगी भर तलाशती रही,
लक्ष्मी सिंह
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