मैं उसे पसन्द करता हूं तो जरुरी नहीं कि वो भी मुझे पसन्द करे
"गुरु पूर्णिमा" की हार्दिक शुभकामनाएं....
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
चांद पर पहुंचे बधाई, ये बताओ तो।
गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
आदमी के नयन, न कुछ चयन कर सके
*आगे आनी चाहिऍं, सब भाषाऍं आज (कुंडलिया)*
शासक की कमजोरियों का आकलन
जब किसान के बेटे को गोबर में बदबू आने लग जाए
नकाबे चेहरा वाली, पेश जो थी हमको सूरत
छन्द- वाचिक प्रमाणिका (मापनीयुक्त मात्रिक) वर्णिक मापनी – 12 12 12 12 अथवा – लगा लगा लगा लगा, पारंपरिक सूत्र – जभान राजभा लगा (अर्थात ज र ल गा)
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-139 शब्द-दांद
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
इस ज़िंदगी के रंग कई होते हैं...