Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2023 · 1 min read

Radiance

You have been always my Aphrodite
a true mentor.
Brilliance of a flower, Golden brite.
Your Athenic wisdom, dear tutor.
Lessons of life always,
You made me realise.

Your radiant spirit I implore.
Those eyes,deep and might
The heart simple and pure
That could seek grey midst black n white.
The innocent child face
a beaming effulgence soul,full of grace.

The days when waters were rough
the skies were loaded and dark
your faith rocked on grounds tough
amongst the looming shark(s)
My absence,I can never mend
While you sailed on alone dear friend.

191 Views
Books from Dhriti Mishra
View all

You may also like these posts

सपनों का व्यापार है दुनिया
सपनों का व्यापार है दुनिया
Harinarayan Tanha
चाँद शीतलता खोज रहा है🙏
चाँद शीतलता खोज रहा है🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
लक्ष्मी
लक्ष्मी
Bodhisatva kastooriya
■ कोई तो हो...।।
■ कोई तो हो...।।
*प्रणय*
बेहिसाब सवालों के तूफान।
बेहिसाब सवालों के तूफान।
Taj Mohammad
श्री अयोध्या धाम और चित्रकूट यात्रा
श्री अयोध्या धाम और चित्रकूट यात्रा
श्रीकृष्ण शुक्ल
स्वयं की खोज कैसे करें। - रविकेश झा
स्वयं की खोज कैसे करें। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
रास्तो के पार जाना है
रास्तो के पार जाना है
Vaishaligoel
आम पर बौरें लगते ही उसकी महक से खींची चली आकर कोयले मीठे स्व
आम पर बौरें लगते ही उसकी महक से खींची चली आकर कोयले मीठे स्व
Rj Anand Prajapati
जनरल नॉलेज
जनरल नॉलेज
कवि आलम सिंह गुर्जर
नशा नाश करके रहे
नशा नाश करके रहे
विनोद सिल्ला
बिखरना
बिखरना
Dr.sima
हंसी / मुसाफिर बैठा
हंसी / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
चलो ऐसा भी करते हैं
चलो ऐसा भी करते हैं
Suryakant Dwivedi
Where have you gone
Where have you gone
VINOD CHAUHAN
किसने किसको क्या कहा,
किसने किसको क्या कहा,
sushil sarna
अपनी नज़र में सही रहना है
अपनी नज़र में सही रहना है
Sonam Puneet Dubey
3518.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3518.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
धरती के अवतंस (पुस्तक समीक्षा)
धरती के अवतंस (पुस्तक समीक्षा)
गुमनाम 'बाबा'
"बेटियाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
राधा
राधा
Rambali Mishra
निभाने को यहाँ अब सब नए रिश्ते निभाते हैं
निभाने को यहाँ अब सब नए रिश्ते निभाते हैं
अंसार एटवी
कविता: एक राखी मुझे भेज दो, रक्षाबंधन आने वाला है।
कविता: एक राखी मुझे भेज दो, रक्षाबंधन आने वाला है।
Rajesh Kumar Arjun
बाकी है
बाकी है
Arvind trivedi
*सदा गाते रहें हम लोग, वंदे मातरम् प्यारा (मुक्तक)*
*सदा गाते रहें हम लोग, वंदे मातरम् प्यारा (मुक्तक)*
Ravi Prakash
मिली नही विश्वास की, उन्हें अगर जो खाद
मिली नही विश्वास की, उन्हें अगर जो खाद
RAMESH SHARMA
इस कदर मजबूर था वह आदमी...
इस कदर मजबूर था वह आदमी...
Sunil Suman
*ऐसी हो दिवाली*
*ऐसी हो दिवाली*
Dushyant Kumar
कोई ग़लती करे या सही...
कोई ग़लती करे या सही...
Ajit Kumar "Karn"
आंगन महक उठा
आंगन महक उठा
Harminder Kaur
Loading...