Dr. Rajeev Jain Tag: कविता 51 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Rajeev Jain 6 Nov 2024 · 1 min read खोखले शब्द खुदा तू भी, बातें तो बड़ी अच्छी करता है, फिर भी मुझे मेरी क़िस्मत पर छोड़ देता है l मुझको बचा लेगा, इस आस से आया था तेरे पास ,... Hindi · कविता · खुदा · ग़ज़ल · राजीव · सांगरी 27 Share Dr. Rajeev Jain 27 Oct 2024 · 1 min read प्यार और धोखा Dhokha aur pyar प्यार का धोखा इक हिसाब से अच्छा लगा कुछ देर का मिलना उस यार से अच्छा लगा कोई बात रही होगी कह कर मुकर जाने की इंकार... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल · नज़्म · राजीव 38 Share Dr. Rajeev Jain 27 Oct 2024 · 1 min read हाशिए पर ज़िंदगी किताब का पेज पलट देने पर भी कई बार पुराने पेज के किरदार फिर नए पेज पर कूद के आ जाते है। मैं किताब के पिछले पेज अगला पेज पढ़ते... Hindi · कविता · किरदार · जिंदगी · राजीव · सांगरी 32 Share Dr. Rajeev Jain 8 Sep 2024 · 1 min read परिस्थिति और हम गुमान ख़ुद पर, पर सब परिस्थितियों के सहारे हैं , अदना सा ख़ुद और ख़्वाहिशें बेहिसाब पाले हैं l हवा जैसी चले, उसी दिशा बहने में, ही समझदारी, मूरख, तू... Hindi · कविता · ग़ज़ल · परिस्थिति · राजीव · समय 46 Share Dr. Rajeev Jain 8 Aug 2024 · 1 min read विश्वास करो विश्वास रखोगे तो सितारे बदल जायेंगे काले बादल हैं दो दिन के, छंट जायेंगे जो रास्ता रोकने को तुम्हारा खड़े हैं आगे कदम बढ़ाओ वो खिसक जायेंगे ज्यादा न जुल्फों... Hindi · Sagari · कविता · राजीव · विश्वास · हुस्न 64 Share Dr. Rajeev Jain 31 Jul 2024 · 1 min read तुमसे मोहब्बत है तुम से मोहब्बत है, कह नहीं सकता , पर बिन तुम्हारे अब रह नहीं सकता । एक बार ज़िंदगी में , आये हो अगर, हो जाये जुदाई अब सह नहीं... Hindi · कविता · नज़्म · नफरत · मोहब्बत · राजीवसागरी 63 Share Dr. Rajeev Jain 30 Jul 2024 · 1 min read शब्दों की मशाल मशाल शब्दों की जलाओ तो कोई बात बने मंदिर पढ़ाई के बनाओ तो कोई बात बने ज़िंदगी को पढ़ाई से रोशन करना होगा हर कोई को शिक्षा मिले , तो... Hindi · कविता · मशाल · राजीवसागर · शिक्षा · साहित्यपीडिया 78 Share Dr. Rajeev Jain 26 Jul 2024 · 1 min read तुम्हारी हाँ है या ना ? *तुम्हारी हाँ है या ना कभी न जान सका* *बरसों रहे साथ , क्या पूरा जान सका* *एक अबूझ और आकर्षक नाम “स्त्री”* *गहराई इतनी , कोई सही न माप... Hindi · अबला · कविता · राजीव · सबला · स्त्री 48 Share Dr. Rajeev Jain 22 Jul 2024 · 1 min read रोक दो ये पल एक दो पल रुके और चल दिये रोक दो ये पल क़यामत तक के लिए जी लेने को पल ही काफ़ी है कौन जीता है यहाँ मुद्दतों के लिए हंसने... Hindi · अभिलाषा · कविता · जैन · पल · राजीव 99 Share Dr. Rajeev Jain 21 Jul 2024 · 1 min read रात अंजान है राहें वीरान हैं रात अंजान हैं कहाँ तक सफ़र हर तरफ़ बियाबान है अजनबी भी नहीं मिले भी नहीं रिश्तों में नहीं कोई झंकार है जो बोलते थे बहुत साथ... Hindi · अंजानी · कविता · जैन · राजीव · रात 1 71 Share Dr. Rajeev Jain 20 Jul 2024 · 1 min read अधूरा ही सही पूरा नहीं तो आधा ही सही , कोई झूठा सा वादा ही सही l सामने ऐसे निकल रहे हैं जैसे हमको जाना ही नहीं l इंतज़ार फिर भी हम करते... Hindi · Sagar · अधूरा · कविता · राजीव · सांगरी 84 Share Dr. Rajeev Jain 16 Jul 2024 · 1 min read इंसानियत के लिए जिए बहुत खुद के लिए , जी लो अब दूसरों के लिए l पी लिए जाम अपने लिए कुछ जाम अब दूसरों के लिए l पहले अरदास थी अपने लिए... Hindi · इंसानियत · कविता · राजीव · सरोकार · सांगरी 61 Share Dr. Rajeev Jain 15 Jul 2024 · 1 min read पिता मन बहुत भीगता है , पर रो नहीं सकता, बाप से मजबूर , कोई हो नहीं सकता l ज़रूरतें घर की, सहूलियतें सबकी, उसको याद रहती है, अपनी खबर उसको... Hindi · कविता · ज़िम्मेवारी · पिता · राजीव · सांगरी 73 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read चोर साहूकार कोई नहीं चोर साहूकार कोई नहीं फ़र्क़ तहक़ीक़ात का है छूठ सच कुछ नहीं फर्क बस हालात का है सब स्वप्न है बस यहाँ पर फ़र्क़ बंद खुली आँख का है बात... Hindi · अनेकांतवाद · कविता · प्रतीकात्मक · राजीव · सांगरी 79 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read चाह चाह घटी परवाह घटी घटी मन की पीर जतन तो कर मन भाव से आगे है तक़दीर डा राजीव “सागरी” Hindi · कविता · चाह · चिंता · राजीव · सांगरी 80 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read पंख गिरवी रख लिए सारे फ़ैसले ख़ुद ही ख़ुद तो लिख दिये जिरह किए बिना ही खता लिख दिये क्या करे आज़ाद पंछी क्या करे ये असमां उड़ान को पाबंदी नहीं पंख गिरवी रख... Hindi · कविता · गिरवी · फ़ैसले · राजीव · सांगरी 78 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read अंदाज़ ऐ बयाँ लफ़्ज़ क्या कहेंगे जो अंदाज़ कहता है किस अदा पे दीवाना हुआ, कहां याद रहता है, क्या लेना देना झूठ से और सच भी क्या, शरारत में कहा हर झूठ,... Hindi · अंदाज़ · कविता · राजीव · शायरी · सांगरी 81 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read धुआँ सी ज़िंदगी तुमने केवल यादों की राख को देखा है, हर कश में जो धुआँ निकला वो ठीक से नहीं देखा वो धुआँ नहीं मैं ख़ुद था डा राजीव “सागरी” Hindi · कविता · कहानी · कोटेशन · राजीव · सांगरी 71 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read तुम्हारी चाय मैं तुम्हारे घर आऊँ तुम चाय पिलाने दूसरे के घर ले जाओ मंज़ूर नहीं व्हाट्सएप वाले मुझे टहलाते इंस्टाग्राम फ़ेसबुक ले जायें मंजूर नहीं डा राजीव “सागर” Hindi · कविता · चाय · छद्म · राजीव · सांगरी 77 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read मायावी लोक वेब सीरियल और असली ज़िंदगी में अब फर्क कोई नहीं हर क़िरदार मौजूद यहाँ ,तमाशे और हक़ीक़त में फ़र्क़ कोई नहीं डा राजीव “सागरी” Hindi · कविता · दृष्टिभ्रम · मायाबी · राजीव · सांगरी 72 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read एहसान फ़रामोश बाजू से कोई गुज़रा बदज़ुबानी कर गया मुँह तो था उसीका अपने मुँह से कह गया क्या कहूँ उसको बोलना आता ही नहीं था बोलना कुछ सीखा दिया तो गाली... Hindi · Sagari · एहसान · औक़ात · कविता · राजीव 66 Share Dr. Rajeev Jain 14 Jun 2024 · 1 min read बीती बिसरी लफ़्ज़ क्या कहेंगे जो अंदाज़ कहता है किस अदा पे दीवाना हुआ, कहां याद रहता है, क्या लेना देना झूठ से और सच भी क्या, शरारत में कहा हर झूठ,... Hindi · Sagari · कविता · ग़ज़ल · राजीव · शेर 2 79 Share Dr. Rajeev Jain 12 Jun 2024 · 1 min read संतुष्टि चाह घटी परवाह घटी घटी मन की पीर जतन तो कर मन भाव से आगे है तक़दीर डा राजीव “सागरी” Hindi · कविता · नज़्म · राजीव · संतुष्टि · सांगरी 1 102 Share Dr. Rajeev Jain 12 Jun 2024 · 1 min read आज़ादी की शर्त फ़ैसले ख़ुद ही ख़ुद तो सारे लिख दिये जिरह किए बिना हमको सज़ा लिख दिये क्या करे आज़ाद पंछी क्या करे ये असमां उड़ान को पाबंदी नहीं पंख गिरवी रख... Hindi · Nazm · Rajeev · उलझन · कविता · ग़ज़ल 1 81 Share Dr. Rajeev Jain 4 Jun 2024 · 1 min read कुछ करा जाये कहानी ख़त्म न हो तब तक पर्दा न गिराया जाये आशियाना बिखरने को है इसे पहले सजाया जाये खबर ऐसी है बिना पैर ख़ुद ही चल के जाएगी नफ़रत की... Hindi · कविता · घर · पेड़ · बसाएँ · राजीव 1 79 Share Dr. Rajeev Jain 23 May 2024 · 1 min read सहज रिश्ता पत्थर शांत पानी को अक्सर छेड़ देता है गुलज़ार चमन की ख़ुशी को भेद देता है होता है क्या फिर तो पत्थर डूब जाता है क्या खोजें उसे जो ख़ुद... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · पत्थर · राजीव · सांगरी 2 123 Share Dr. Rajeev Jain 23 May 2024 · 1 min read नक़ली असली चेहरा धोखा खाते खाते, धोखे का इल्म जाता रहा हम तो मासूम हैं ,जो भी मिला बतलाता रहा ये तो पक्का था , ये भी कोई झूठ ही होगा सच्चा मानकर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ख्वाब · तसल्ली · राजीव · सांगरी 2 130 Share Dr. Rajeev Jain 23 May 2024 · 1 min read क्या लिखूँ कुछ ख़्वाबो को आज लिखूँ बीते कल का बयान लिखूँ छूट गई जो गलियाँ सारी उन गलियों के नाम लिखूँ सरकती जा रही आहिस्ता ज़िंदगी ,इसकी क्या चाल लिखूँ फ़ना... Poetry Writing Challenge-3 · Rajeev · कविता · बिसरीयादें · राजीव · वायदे 2 87 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read हिदायत यक़ीन करना फिर भी फ़ासला रखना मिलना सभी से पर एक दायरा रखना नहीं दोस्ती, चलो तो दुश्मनी भी नहीं मिलें फिर कभी तो कुछ क़ायदा रखना नहीं रहते कई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · फासला · राजीव · सांगरी 1 106 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read दिल खोल कर रखो दीवारें उठाओ तो भी उसमें झरोख़ा खोल कर रखना लाख हो कशीदगी, रिश्तों में भरोसा घोल कर रखना वादा करके भूल जाना तुम्हारी पुरानी आदत है कोई असली सा लगे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · किरदार · राजीव · सांगरी 77 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read नव वर्ष गीत सिलसिला है साल का साल का दर साल का ये तो है हर साल का अभिव्यक्तियाँ , रुझान का रश्मियाँ , ब्रह्मांड का सैनिक , खेत , किसान का संकल्प... Poetry Writing Challenge-3 · अनुसंधान · कविता · जिजीविषा · राजीव · सिलसिला 132 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read जो मिला ही नहीं अच्छा है, नसीब में क्या है वह पता ही नहीं पता हो, तो भी,जो होना है, वह टला ही नहीं मिलना तो ख़ुद से था, जो कभी मिला ही नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · तकदीर · बदा · राजीव 70 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read ख़ुद ब ख़ुद अच्छा है, नसीब में क्या है वह पता ही नहीं पता हो, तो भी,जो होना है, वह टला ही नहीं मिलना तो ख़ुद से था, जो कभी मिला ही नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · Khoj · कविता · खोज · राजीव 95 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read यथार्थ न ताज्जुब कम हैं, न करिश्में ही कम हैं ज़िंदगी जी रहे, क्या क़यामत से कम है जिरह में जीत जाओ कोई बड़ी बात नहीं दोस्ती हार न जाओ, इस... Poetry Writing Challenge-3 · करिश्मा · कविता · ताज्ज़ुब · राजीव 140 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read मेरा बचपन बड़ी खूबसूरत थीं बचपन की बातें खो खो लंगड़ी धौल धप्पा की बातें दिन की न फ़िकर बेफिक्र सी रातें रात को नानी के क़िस्सों की यादें चंदा के स्वेटर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · खेल · बचपन · भोलापन · राजीव 102 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read मैं बूढ़ा नहीं माना कि बेहिसाब नहीं पर लाचार इतना भी नहीं कमर लचकती कम है, पर यारो कोई बड़ी बात नहीं सोता कम थोड़ा हूँ , थोड़ा जाग लेता हूँ रात उठके... Poetry Writing Challenge-3 · Khuddari · कविता · ख़ुद्दारी · तजुर्बा · तराशना 68 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read साकार आकार कुछ नहीं बेमक़सद यहाँ हर चीज़ का मक़सद यहाँ ले जाना ही जब कुछ नहीं क्या खोना क्या पाना यहाँ बात अब पहले जैसी रही नहीं क्या रूठना क्या मनाना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · बस्तियाँ सँभावना आत्मसमर्पण 61 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read अवसाद तैयारी आख़िर पूर्ण हुई उम्मीद की अंतिम किरण भी विलुप्त हुई उदास अंधेरा , उड़ा ले गया मेरी दूनियाँ , अपने आग़ोश में और मेरी पराजय , हार हुई बातों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · सूनापन अकेलापन स्याह कालिख 67 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read मतवाला मन मेरे पास टाइम कम है , दुनियाँ काम रूके है और यहाँ हम हैं मुझे आइंस्टाइन का फ़ार्मूला पलटना है अब बहुत सारे रहस्य ब्रह्माणड के रचना है एक यंत्र... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 98 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read फुर्सत नहीं है जो दोस्त कहते थे कुछ साल के बाद फुर्सत ही फुर्सत वो फुर्सत कहाँ है बेटा बेटी पल गये जॉब पर भी लग गये पर अभी भी फुर्सत कहाँ है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · दोस्त फ़ुरसत शिद्दत बीता 96 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read यादें कभी कभी हाथ आ जाते है अपनी उम्र के साथ पीले होते वो पन्ने जो ज़्यादा ज़ोर से खींचो तो फट जायें लिखे थे अबसे तीस साल बीस साल पहले... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · पीलापन बेकार जीर्ण स्मृति 66 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read अंतहीन हर कोई, सबकुछ, कर गुज़रने की ज़िद में है नहीं मालूम उसको, वो भी, वक़्त की जद में है मौसम, दूर से तो, यहाँ का अच्छा लगता है वैसे शहर... Poetry Writing Challenge-3 · अज़ीब इंसान राजीव ज़िद · कविता 1 71 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read ज़िंदगी का फ़लसफ़ा वक़्त आया तो मोहलत न मिल पानी है जो गुज़रता जा रहा है वक़्त बेमानी है शहंशाह ग़रीब सबको एक राह जानी है माटी से बनी तेरी हस्ती माटी बन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 88 Share Dr. Rajeev Jain 9 Aug 2023 · 1 min read यकीन नहीं होता यकीन नहीं होता बादल से खून बरसता है चिराग नहीं घर जलता है जहर हर दिल में बसता है कफन बांध इंसान चलता है मोहब्बत में धोखा मिलता है इतना... Hindi · कविता · खून · चाय पर शायरी · यकीन · सियासी 1 340 Share Dr. Rajeev Jain 7 Aug 2023 · 1 min read सब कुछ खत्म नहीं होता *सब कुछ खत्म नहीं होता* चंद ख्वाब छिटक जाने से कुछ खिलौने छर जाने से रूठ किसी के घर जाने से सब कुछ खत्म नहीं होता पुष्प किसी मुरझाने से... Hindi · आशा · इरादा · कविता · खत्म 425 Share Dr. Rajeev Jain 30 Jul 2023 · 1 min read दोस्ती के नाम दोस्त मिलते ही नहीं हैं आजकल उस मोड़ पर रास्ते सब ठीक हैं कुछ भी मैं भुला नहीं इमारते हैं सब वहीं आवाज कोई आती नही पीठ पे थप्पी नहीं... Hindi · Rajeev · कविता · फ्रेंड्स · बियाबान · शायरी 1 679 Share Dr. Rajeev Jain 28 Jul 2023 · 1 min read दरमियाँ कभी ऐसी दूरियां न थीं फासले दरमियां तो थे, कभी ऐसी दूरियां न थी फैसले जो भी हुए , बीच में ऐसी कड़वाहट न थी हम जो सहरा से गुजरे... Hindi · Rajeev · कविता · किस्मत · दूरियां · शायरी 214 Share Dr. Rajeev Jain 27 Jul 2023 · 1 min read मिसाइल मैन को नमन द्रण प्रतिज्ञ रहे आप , अपने सपनो के लिए पलकें न झुकायीं खुली आंख के सपनो के लिए दिए मजबूत पंख हमें आसमां में उड़ने के लिए भागीरथ प्रयास आपके,... Hindi · कलामसाहब · कविता · मिसाइलमैन · राजीवसागर · शायरी 398 Share Dr. Rajeev Jain 27 Jul 2023 · 1 min read दीवार का साया मेल जोल था बड़ा, साये का दीवार से धूप से,राहत बड़ी थी साये को दीवार से जब तक दिन रहता, मस्तियां होती बहुत रात से पहले विदा होता साया ,... Hindi · अस्तित्व · कविता · दीवार · शायरी · साया 2 2 341 Share Dr. Rajeev Jain 9 May 2022 · 1 min read मां कोई नहीं मिलता अब रूठ जाने को बिना मतलब अपनी हनक दिखाने को वो मां तेरी याद आती है हर कोई मान जाता है कह दूं खा के आया हूं... Hindi · कविता 2 2 507 Share Page 1 Next