SZUBAIR KHAN KHAN 22 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid SZUBAIR KHAN KHAN 15 Mar 2025 · 1 min read 221 2122 2 21 2122 221 2122 2 21 2122 जो आया है यहां पे वो खाली हाथ आया दो गज़ ज़मी में रहने दो गज़ कफ़न को लाया लेखक - ज़ुबैर खान......✍️ Quote Writer 26 Share SZUBAIR KHAN KHAN 12 Mar 2025 · 1 min read 221 2122 2 21 2122 221 2122 2 21 2122 कोई नहीं जहाँ में कोई नहीं मक़ा में सब कब्र में छुपे हैं सब ख़ाक-ए- ज़मां में लेखक - ज़ुबैर खान......✍️ Quote Writer 29 Share SZUBAIR KHAN KHAN 5 Mar 2025 · 1 min read 221 2122 2 21 2122 221 2122 2 21 2122 जो बात तुम करोगे वो बात हम करेंगे जब तुम भरम करोगे तब हम करम करेंगे लेखक - ज़ुबैर खान......✍️ Quote Writer 28 Share SZUBAIR KHAN KHAN 5 Mar 2025 · 1 min read 2212 2212 2212 2212 2212 2212 तू मेरा होके गै़र है या दोर है तू मेरा क़ातिल है या कोई और है लेखक- ज़ुबैर खान........✍️ Quote Writer 28 Share SZUBAIR KHAN KHAN 28 Feb 2025 · 1 min read 221 2122 221 2122 221 2122 221 2122 जन्नत न समझो दुनियाँ को तुम फ़रेब समझो खुदको ग़रीब समझो उसको क़रीब समझो लेखक - ज़ुबैर खान......✍️ Quote Writer 30 Share SZUBAIR KHAN KHAN 25 Feb 2025 · 1 min read 221 2122 2 21 2122 221 2122 2 21 2122 तू बेवफा रहेगा तू बा - वफा रहेगा इक मैं नहीं तु भी सारी दुनियाँ से कहेगा लेखक - ज़ुबैर खान......✍️ Quote Writer 30 Share SZUBAIR KHAN KHAN 24 Feb 2025 · 1 min read 221 2121 1221 212 221 2121 1221 212 हम ग़म उठाते हैं वो जनाज़ा उठाते हैं अब आगे-आगे देखिये क्या-क्या उठाते हैं लेखक – ज़ुबैर खान……..✍️ Quote Writer 31 Share SZUBAIR KHAN KHAN 22 Feb 2025 · 1 min read 221 2122 2 21 2122 221 2122 2 21 2122 कमज़र्फ हो गए है बद काम करते करते अब शर्म आती भी है आराम करते करते लेखक - ज़ुबैर खान.......✍️ Quote Writer 41 Share SZUBAIR KHAN KHAN 15 Feb 2025 · 1 min read 221 212 2 221 2122 221 212 2 221 2122 हमने जहां को जब भी देखा बुरा ही देखा अहले इमां बता तूने इसमे क्या क्या देखा लेखक - ज़ुबैर खान.......✍️ Quote Writer 33 Share SZUBAIR KHAN KHAN 15 Feb 2025 · 1 min read 221 2122 221 2122 221 2122 221 2122 ख़ुदसे वफ़ा नहीं की ख़ुदसे ज़फ़ा नहीं की तुम कहते हो के खुदसे हमने ख़ता नहीं की लेखक - ज़ुबैर खान.......✍️ Quote Writer 48 Share SZUBAIR KHAN KHAN 15 Feb 2025 · 1 min read 221 2122 2 21 2122 221 2122 2 21 2122 ना तो मक़ा मेरा था ना तो जहाँ मेरा था जाते भी तो कहाँ जाते न रास्ता मेरा था लेखक - ज़ुबैर खान......✍️ Quote Writer 49 Share SZUBAIR KHAN KHAN 15 Feb 2025 · 1 min read 221 2122 2 21 2122 221 2122 2 21 2122 हर बात की ख़बर है हर बात की क़दर है महबूब के मुक़ाबिल हर बात बे-असर है लेखक - ज़ुबैर खान......✍️ Quote Writer 38 Share SZUBAIR KHAN KHAN 21 Oct 2024 · 1 min read माखन चौर 2212 2212 नटखट से कन्हैयो तिरो मटकी से माखन खायो मिरो छौरा है माखन चोर रे हाथों मैं जिसके मौर रे फोड़े जे मटकी दूर से खाता है माखन चूर... Hindi · Poem · गीत 96 Share SZUBAIR KHAN KHAN 30 Sep 2024 · 1 min read 2122 1212 22112 2122 1212 22112 जीता था वो "ज़ुबैर" दुनियां मैं याद आके भी याद आता है लेखक - ज़ुबैर खान......✍️ Quote Writer 132 Share SZUBAIR KHAN KHAN 1 Sep 2024 · 1 min read 2122 1212 22/112 2122 1212 22/112 तू नज़र से जुदा ही रहता है आशिक़ो की कहां ही सुनता है जुल्फ़े लहराके बलखाके अपनी तू जवानी पे अपनी मरता है रोज़... Quote Writer 147 Share SZUBAIR KHAN KHAN 20 Aug 2024 · 1 min read 221 2121 1221 212 221 2121 1221 212 लूटा रहे थे अज़मत तो था कहाँ वतन खामोश होके आवाज़ को सुनता था वतन डोली सजी हुई है मेरी इन दिवारो पर शम्मा जलाके घूमता... Quote Writer 256 Share SZUBAIR KHAN KHAN 30 Apr 2024 · 1 min read 122 122 122 12 122 122 122 12 दुआएं लगे मां की एसे तुझे छुपाती रहे हर बला से तुझे क़दम भर चले तू जहाँ पे कहीं रुकी सांसें अटकी बतायें तुझे वो ममता... Quote Writer 282 Share SZUBAIR KHAN KHAN 30 Apr 2024 · 1 min read 2122 1212 22/112 2122 1212 22/112 क्यों ये अहसास फिर हुआ एसा कोई है याद मुझे लगा एसा भूल के भी भुला नहीं पाए होठों पे नाम है कहां एसा है मुहब्बत हमें... Quote Writer 391 Share SZUBAIR KHAN KHAN 30 Apr 2024 · 1 min read 2122 1212 22/112 2122 1212 22/112 तू हक़ीक़त मैं हो नहीं सकता क्यों तसव्वुर मैं देखता एसा इश्क़ करने का ये सिला होगा वक्त शायद बुरा रहा मेरा रोज़ देखूं तेरी गली कूचे... Quote Writer 281 Share SZUBAIR KHAN KHAN 30 Apr 2024 · 1 min read 122 122 122 12 122 122 122 12 तेरा साया जब से हुआ है हमें मुझे जिंदगी के नज़ारे मिले रहा तू वफ़ा कर चला तू कहाँ चले आओ तसवीर तक़दीर से दुआ दे... Quote Writer 388 Share SZUBAIR KHAN KHAN 28 Apr 2024 · 1 min read 2122 1212 22/112 2122 1212 22/112 कोई मंजिल हमें नहीं मिलती जानता मैं नहीं है क्या ग़लती की है कोशिश फुज़ूल ना कोई लगता इसमें खुदा की है मर्ज़ी फूल दरगाह पर चढ़ाए... Quote Writer 1 373 Share SZUBAIR KHAN KHAN 28 Apr 2024 · 1 min read गीत.......✍️ गीत.......✍️ 122 122 122 12 तेरी याद बाबुल सुहाके गई हुई आंख नम तो बता के गई हुई जब तु रुखसत रुलाके गई बहाना तु कैसा बनाके गई तेरी याद... Quote Writer 410 Share