Sushila joshi 27 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sushila joshi 14 Sep 2024 · 1 min read हिंदी दिवस पर हिंदी भाषा :मेरे कुछ मुक्तक (1) हिन्द की भाषा हिंदी है उसकी पहचान हिंदी है । उसका सिरमौर हिंदी है उसका सम्मान हिंदी है। उसकी मिट्टी से जन्मी है फली फूली उसी में है हिन्द... Hindi 56 Share Sushila joshi 20 Aug 2024 · 1 min read त्रिपुण्ड सममात्रिक दंडक त्रिपुण्ड सममात्रिक दंडक 2 नगण, 7 भग्नण 1--उदाहरण --- 111 111 211 211 211, 211 211 211 211 चरण कमल स्पर्श करूँ तव शंकर, हे अवधूत महेश्वर पुष्कर l अबढर... Hindi 53 Share Sushila joshi 26 May 2024 · 1 min read रगणाश्रित : गुणांक सवैया गुणांक सवैया यह श्री रामनाथ साहू ननकी जी द्वारा नवीन गुणांक छंद है अर्थात इसकी अंकवली उनकी लेखनी ने उगली हैं l इसमें ७ जगण अर्थात जभान --१२१ अर्थात लघु... Poetry Writing Challenge-3 1 97 Share Sushila joshi 25 May 2024 · 2 min read छंद मुक्त कविता : बचपन बचपन बचपन हूँ बचपन l मैं बचपन हूँ बचपन ll बड़ा ही हठीला बड़ा ही रंगीला l कोमल सुकोमल स्वर में हूँ कोयल l बड़ा ही सजग हूँ बड़ा आफती... Poetry Writing Challenge-3 3 2 102 Share Sushila joshi 24 May 2024 · 1 min read मेरे पांच रोला छंद मेरे पांच रोला छंद सममात्रिक छंद / 11, 13 मात्रा भार / दोहा छंद से उलट समचरण में 13मात्रा में समतुकांत l विषम चरण में 11 मात्राएं अतुकांत l मदमाया... Poetry Writing Challenge-3 2 92 Share Sushila joshi 24 May 2024 · 2 min read मेरे कुछ मुक्तक मेरे कुछ मुक्तक (1) हृदय की बात मत करना हृदय मजबूर होता है । हृदय की बात के आगे न कुछ मंजूर होता है । बताता है चलाता है फैसले... Poetry Writing Challenge-3 101 Share Sushila joshi 24 May 2024 · 1 min read अगीत कविता : मै क्या हूँ?? 【 18—- मैं क्या हूं 】 मैं क्या हूं कुछ बातों की लक्ष्मण रेखा ? जीवन को सुखमय बनाने वाली कोई सुविधा? बावर्ची ? घर की केयर टेकर ? हर... Poetry Writing Challenge-3 1 103 Share Sushila joshi 22 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल 212 212 212 2 जिंदगी कर चुकी थी बगावत बात तक तो रही थी शराफत क्या करें बात उनकी आज हम पाल बैठे हमी से अदावत सर्द रातें बड़ी... Poetry Writing Challenge-3 103 Share Sushila joshi 22 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल 12 212 , 212 212 खुशबुओं से भरी आपकी आश्की। ताजगी भर गई आपकी आश्की। बात ही बात में बात बनने लगी प्यार से भर गई आपकी आश्की खूब... Poetry Writing Challenge-3 105 Share Sushila joshi 21 May 2024 · 1 min read हिंदी साहित्य की नई : सजल समान्त —-इलते पदान्त —-- रहेंगे मात्रा भार —-19 यूँ ही अगर आप मिलते रहेंगे। फूल खुशियों के खिलते रहेंगे।l सागर की उर्मि नाचेंगी छमछम l शंख अरु मोती फिसलते रहेंगे।l... Poetry Writing Challenge-3 55 Share Sushila joshi 21 May 2024 · 1 min read हिंदी साहित्य की नई विधा : सजल सजल समान्त—-- अलती पदान्त—-- ये जिंदगी मात्रा भार —--25 पलों पर रेत की तरह फिसलती ये जिंदगी l अपने आप से बच कर निकलती ये जिंदगी ll कहीं पर रौशनी... Poetry Writing Challenge-3 65 Share Sushila joshi 21 May 2024 · 1 min read दिकपाल छंदा धारित गीत श्री राम लौट आओ ^^^^^^^^^^^^^^^^^^ 221 2122 221 2122 भारत सुधारने को ,श्री राम लौट आओ । सतयुग बिसार करके ,इस देश लौट आओ ।। विश्वास कर हमारा , रघुनाथ... Poetry Writing Challenge-3 119 Share Sushila joshi 20 May 2024 · 1 min read नवगीत : अरे, ये किसने गाया गान नवगीत किसने गाया गान ? अरे! ये किसने गाया गान हृदय की मचल उठी है आन ।। कान में रम बंसी की तान सुरों का गुंजन नूतन गान थिरकने लगा... Poetry Writing Challenge-3 91 Share Sushila joshi 20 May 2024 · 1 min read नवगीत : मौन नवगीत... मौन चुप घड़ी चुप बात हम करते रहे साँस में हर साँस को भरते रहे । मुठ्ठियों में बांध करके मौन को देर तक तकते रहे निज भौन को... Poetry Writing Challenge-3 79 Share Sushila joshi 20 May 2024 · 1 min read नवगीत : हर बरस आता रहा मौसम का मधुमास विषय --बसंत नवगीत --- हर बरस आता रहा मौसम का मधुमास। हर बरस देता रहा ललछौही-सी आस।। मलयानिल इठला बहा नव कोपल लख हास मस्ती और उमंग में आकर्षण की... Poetry Writing Challenge-3 1 97 Share Sushila joshi 19 May 2024 · 1 min read प्राण दंडक छंद दंडक --किसी भी छंद में जब 26 मात्राओं से अधिक का छंद लिखा जाता है तो वह दंडक कहलाता है l 122 122 122 122 122 122 121 11 बनेगें... Poetry Writing Challenge-3 129 Share Sushila joshi 18 May 2024 · 1 min read छंद -रामभद्र छंद रामभद्र छंद रामभद्र समवार्णिक दण्डक जिस पद के प्रत्येक पद में वर्ण संख्या 26 से अधिक हो उसे वार्णिक दण्डक कहते है। इस दण्डक में 13 गुरु लघु गुरु सहित... Poetry Writing Challenge-3 77 Share Sushila joshi 17 May 2024 · 1 min read छंद मुक्त कविता : अनंत का आचमन - अनन्त का आचमन ^^^^^^^^^^^^^^^^^^^ आज के परिवेश में अजनवी के देश में, कोलाहल पूर्ण असमंजस बेचैन जीवन की दृष्टि। राग-प्रेम काम-भोग ध्यान-योग आदर्श-यथार्थ सार्थक दृष्टि । जीवन के तमाम... Poetry Writing Challenge-3 1 80 Share Sushila joshi 17 May 2024 · 1 min read नव प्रस्तारित सवैया : भनज सवैया भनज --सवैया नगण जगण जगण, भगण जगण नगण गा १११ १२१ १२१, २११ १२१ १११ २ निखर गया वह रूप, प्रेमिल हुलास छुवन से। प्रखर हुई उर धूप, आकुल विलास... Poetry Writing Challenge-3 1 87 Share Sushila joshi 17 May 2024 · 1 min read नव प्रस्तारित छंद -- हरेम्ब रामनाथ साहू, ननकी के नव-प्रस्तारित छंद हेरम्ब छंद : नवप्रस्तारित छंद नगण जगण जगण, भगण जगण नगण गा १११ १२१ १२१, २११ १२१ १११ २ निखर गया वह रूप, प्रेमिल... Poetry Writing Challenge-3 82 Share Sushila joshi 16 May 2024 · 1 min read छंद मुक्त कविता : जी करता है 31— बुद्धि का उजास ^^^^^^^^^^^^^^^^^^^ विकास की होड़ में नित्य नए तथ्यों का अविष्कार फिसलती सीढ़ियों में सत्य से झूठ का परिष्कार । हृदय की भूलभुलैया में चक्कर काटता अहंकार... Poetry Writing Challenge-3 105 Share Sushila joshi 16 May 2024 · 1 min read छंद मुक्त कविता : विघटन बुद्धि का उजास ^^^^^^^^^^^^^^^^^^^ विकास की होड़ में नित्य नए तथ्यों का अविष्कार फिसलती सीढ़ियों में सत्य से झूठ का परिष्कार । हृदय की भूलभुलैया में चक्कर काटता अहंकार जन... Poetry Writing Challenge-3 39 Share Sushila joshi 16 May 2024 · 1 min read छंद मुक्त कविता : बुद्धि का उजास — बुद्धि का उजास ^^^^^^^^^^^^^^^^^^^ विकास की होड़ में नित्य नए तथ्यों का अविष्कार फिसलती सीढ़ियों में सत्य से झूठ का परिष्कार । हृदय की भूलभुलैया में चक्कर काटता अहंकार... Poetry Writing Challenge-3 42 Share Sushila joshi 15 May 2024 · 1 min read कविता : नारी 1 $--कविता : नारी --$ मन के भाव ललित हो जाएं, एक छंद बनती है कविता । किसी भाव के शूल गड़े तो, नवल बंध गढ़ती है कविता ।। भावो... Poetry Writing Challenge-3 102 Share Sushila joshi 15 May 2024 · 1 min read कविता : चंद्रिका कविता-(3) 1 $--कविता: चंद्रिका --$ मन के भाव ललित हो जाएं, एक छंद बनती है कविता । किसी भाव के शूल गड़े तो, नवल बंध गढ़ती है कविता ।। भावो... Poetry Writing Challenge-3 82 Share Sushila joshi 15 May 2024 · 1 min read कविता : आँसू 2 $--कविता : आँसू --$ मन के भाव ललित हो जाएं, एक छंद बनती है कविता । किसी भाव के शूल गड़े तो, नवल बंध गढ़ती है कविता ।। भावो... Poetry Writing Challenge-3 90 Share Sushila joshi 15 May 2024 · 1 min read कविता 1 $--कविता --$ मन के भाव ललित हो जाएं, एक छंद बनती है कविता । किसी भाव के शूल गड़े तो, नवल बंध गढ़ती है कविता ।। भावो का अतिरेक... Poetry Writing Challenge-3 138 Share