surenderpal vaidya Tag: Quote Writer 62 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid surenderpal vaidya 1 May 2024 · 1 min read * मुक्तक * * मुक्तक * आओ दो पल बैठकर, कर लें कोई बात। जिससे बन पाएं अभी, प्रियकर हर हालात। प्रियकर हर हालात, भूलकर कड़वी बातें। कर लेनी है याद, स्नेह पूर्ण... Quote Writer 1 1 25 Share surenderpal vaidya 6 Apr 2024 · 1 min read * मुक्तक * * मुक्तक * खिल रहे हैं फूल हम भी मुस्कुराएं। पांखुरी सुन्दर अधर पर भी सजाएं। बह रही शीतल हवा तन को सुहाती। स्नेह के पल साथ में मिल कर... Quote Writer 1 67 Share surenderpal vaidya 24 Mar 2024 · 1 min read ** मुक्तक ** ** मुक्तक ** खूब मनाओ सारे मिलकर, होली का त्योहार। फागुन की मस्ती को लेकर, आता है हर बार। इस धरती पर भांति भांति के, खिल जाते हैं फूल। जी... Quote Writer 1 1 66 Share surenderpal vaidya 4 Feb 2024 · 1 min read * मुक्तक * * मुक्तक * चाहतों के फूल अधरों पर खिला कर देखिए। दूरियां अब मध्य की सारी हटाकर देखिए। जान लें यह जिन्दगी है खिलखिलाने के लिए। भावना शुभ प्रीति की... Quote Writer 1 1 128 Share surenderpal vaidya 31 Jan 2024 · 1 min read ** मुक्तक ** ** मुक्तक ** भोर की शुभ घड़ी आ रही सामने। छोड़ दो स्वप्न देखे बहुत रात ने। मौन से हैं अधर मुस्कुराहट खिली। तितलियां अलि सभी लग पड़े जागने। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~... Quote Writer 1 1 96 Share surenderpal vaidya 21 Jan 2024 · 1 min read * मुक्तक * * मुक्तक * हो गयी है अनकही बातें पुरानी देखिए। किंतु थम जाती नहीं उनकी रवानी देखिए। याद आ जाती कभी जब भी अचानक वो हमें। बुन रही होती सहज... Quote Writer 1 1 73 Share surenderpal vaidya 15 Jan 2024 · 1 min read ** मुक्तक ** ** मुक्तक ** अवधपुरी की नित्य ही, बढ़ी जा रही शान। अखिल विश्व में राम का, चमक रहा दिनमान। दिया विश्व बंधुत्व का, सबको शुभ संदेश। सत्य सनातन धर्म की,... Quote Writer 1 1 103 Share surenderpal vaidya 10 Jan 2024 · 1 min read * मुक्तक * * मुक्तक * आंधियों में सहज जल उठेंगे दिए। आस मन में जरा सी जगा दीजिए। सब बढ़े जा रहे सबके गंतव्य हैं। कौन रुकता यहां है किसी के लिए।... Quote Writer 1 1 110 Share surenderpal vaidya 7 Jan 2024 · 1 min read * कुण्डलिया * * कुण्डलिया * बढता हरपल जा रहा, सघन धुंध का जोर। सर्द ऋतु की भोर में, इधर उधर हर ओर। इधर उधर हर ओर, शांत माहौल बना है। घर में... Quote Writer 1 1 142 Share surenderpal vaidya 18 Dec 2023 · 1 min read मुस्कुराते हुए सब बता दो। मुस्कुराते हुए सब बता दो। बात मन में नहीं आज रखना। लोग आंखों में सब देख लेंगे। यह सभी आपको है समझना। ~~~~~ - सुरेन्द्रपाल वैद्य, १८/१२/२०२३ Quote Writer 1 1 224 Share surenderpal vaidya 5 Dec 2023 · 1 min read किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम। किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम। कभी भावना में बहेंगे नहीं हम। खिले मन लिए जब दिशा एक होगी। हुए बिन सफल अब रहेंगे नहीं हम ~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य,... Quote Writer 1 1 137 Share surenderpal vaidya 4 Dec 2023 · 1 min read पास ही हूं मैं तुम्हारे कीजिए अनुभव। पास ही हूं मैं तुम्हारे कीजिए अनुभव। क्या नहीं है इस जहां में हो नहीं संभव। स्नेह से अपने हृदय में झांक कर देखो। एक नैसर्गिक समय का हो रहा... Quote Writer 1 1 195 Share surenderpal vaidya 1 Dec 2023 · 1 min read ओझल तारे हो रहे, अभी हो रही भोर। ओझल तारे हो रहे, अभी हो रही भोर। शिथिल यामिनी हो रही, देखो चारों ओर। ऊषा लेकर आ रही, स्वर्ण रश्मि की थाल। होगा आभामय अभी, प्राची का शुभ छोर।... Quote Writer 1 1 168 Share surenderpal vaidya 30 Nov 2023 · 1 min read मन ही मन में मुस्कुराता कौन है। मन ही मन में मुस्कुराता कौन है। गीत सुन्दर गुनगुनाता कौन है। इन्द्रधनुषी रंग की मनहर छटाएं। नित्य कुदरत में सजाता कौन है। ~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, ३०/११/२०२३ Quote Writer 2 2 209 Share surenderpal vaidya 29 Nov 2023 · 1 min read बादलों को आज आने दीजिए। बादलों को आज आने दीजिए। और नभ पर खूब छाने दीजिए। लग रही है प्रिय बहुत श्यामल घटा। शुभ घड़ी को मुस्कुराने दीजिए। ~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, २९/११/२०२३ Quote Writer 1 1 188 Share surenderpal vaidya 27 Nov 2023 · 1 min read धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष। धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष। इसी दिशा में मिल सभी, करें विचार विमर्श। जीवन शैली श्रेष्ठ हो, रहें स्वस्थ सब लोग। और सभी का हित लिए, हर प्राणी... Quote Writer · मुक्तक 1 1 258 Share surenderpal vaidya 25 Nov 2023 · 1 min read आ जाते हैं जब कभी, उमड़ घुमड़ घन श्याम। आ जाते हैं जब कभी, उमड़ घुमड़ घन श्याम। मुश्किल में हमको नहीं, करने देते काम। सभी दिशाओं का यही, हो जाता है हाल। ऐसे में घर बैठकर, करते सब... Quote Writer 1 1 93 Share surenderpal vaidya 23 Nov 2023 · 1 min read पुण्यधरा का स्पर्श कर रही, स्वर्ण रश्मियां। पुण्यधरा का स्पर्श कर रही, स्वर्ण रश्मियां। खिले जा रहे फूल साथ में, नन्हीं कलियां। आनंदित हो रहे सभी के, भाव भरे मन। और खुशी से छलक रही हैं, सबकी... Quote Writer 1 1 192 Share surenderpal vaidya 22 Nov 2023 · 1 min read प्यार का उपहार तुमको मिल गया है। प्यार का उपहार तुमको मिल गया है। जिन्दगी का सार तुमको मिल गया है। बांटकर इसको सुपथ पर बढ़ चलो अब। है यही सुविचार तुमको मिल गया है। ~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल... Quote Writer 1 1 132 Share surenderpal vaidya 18 Nov 2023 · 1 min read भोर की खामोशियां कुछ कह रही है। भोर की खामोशियां कुछ कह रही है। बिन कहे शीतल हवा भी बह रही है। ओस भी चुपचाप टपकी जा रही जब। कालिमा की सब दीवारें ढह रही है। ~~~~~~~~~~~... Quote Writer 1 1 204 Share surenderpal vaidya 15 Nov 2023 · 1 min read रात बीती चांदनी भी अब विदाई ले रही है। रात बीती चांदनी भी अब विदाई ले रही है। भोर में नव चाहतें जब अंगड़ाई ले रही है। दृश्य मनहर ले दिशाएं दृष्टिगोचर हो रही जब। सूर्य की हर रश्मि... Quote Writer 3 1 98 Share surenderpal vaidya 12 Nov 2023 · 1 min read सभी मित्रों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं। सभी मित्रों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं। ~मुक्तक~ दीपों का शुभ पर्व सुहाना, खूब मनाएं मिलकर। तमस हटाते दीपक अविरल, हर्षित होते जलकर। भक्ति भाव से करें साधना, चाह लिए... Quote Writer 1 1 80 Share surenderpal vaidya 12 Nov 2023 · 1 min read पर्व है ऐश्वर्य के प्रिय गान का। पर्व है ऐश्वर्य के प्रिय गान का। और सबके मान का सम्मान का। रौशनी का पर्व शुभ दीपावली। खूब हो आलोक जग में ज्ञान का। ~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, १२/११/२०२३ Quote Writer 1 1 189 Share surenderpal vaidya 11 Nov 2023 · 1 min read देखिए खूबसूरत हुई भोर है। देखिए खूबसूरत हुई भोर है। हर दिशा का खिला जा रहा छोर है। फूल चारों तरफ मुस्कुराने लगे। खुशनुमा सा समय अब सभी ओर है। ~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, ११/११/२०२३ Quote Writer 1 1 109 Share surenderpal vaidya 11 Nov 2023 · 1 min read प्रीति की राह पर बढ़ चले जो कदम। प्रीति की राह पर बढ़ चले जो कदम। बिन कहे बस मिले जा रहे एकदम। मौन मुस्कान है देखिए खिल रही। चाहते जोश में हो रही हैं न कम। ~~~~~~~~~... Quote Writer 1 1 90 Share surenderpal vaidya 10 Nov 2023 · 1 min read "कुण्डलिया" "कुण्डलिया" ~~~~~~~~ स्वर्ण रश्मियां आ रही, देखो चारों ओर। तम मिटने पर हो गई, उजली मधुमय भोर। उजली मधुमय भोर, सुगंधित फूल खिल रहे। और दृश्य में मधुर, अनेकों रंग... Quote Writer 1 1 213 Share surenderpal vaidya 9 Nov 2023 · 1 min read मन बहुत चंचल हुआ करता मगर। मन बहुत चंचल हुआ करता मगर। फिर किसी पर आ गया देखो अगर। मत किया करना किनारा तुम वहां। हो शुरू शायद यहां नूतन डगर। ~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, ०९/११/२०२३ Quote Writer 1 1 154 Share surenderpal vaidya 8 Nov 2023 · 1 min read कहीं भूल मुझसे न हो जो गई है। कहीं भूल मुझसे न हो जो गई है। यहां रूठकर क्यों अभी वो गई है। करूं कोशिशें है मनाना उसे फिर। मगर आज किस्मत कहूं रो गई है। ~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल... Quote Writer 2 1 177 Share surenderpal vaidya 7 Nov 2023 · 1 min read बहुत खूबसूरत सुबह हो गई है। बहुत खूबसूरत सुबह हो गई है। गहन धुंध में हर दिशा खो गई है। उगे सूर्य की दूधिया रोशनी में। सिमट कर सुनहरी किरण सो गई है। ~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य,... Quote Writer 1 1 150 Share surenderpal vaidya 1 Nov 2023 · 1 min read हो रही है भोर अनुपम देखिए। हो रही है भोर अनुपम देखिए। श्वेत आभापूर्ण शबनम देखिए। पंछियों की चहचहाहट से भरी। मन लुभावन एक सरगम देखिए। ~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, ०१/११/२०२३ Quote Writer 1 1 100 Share surenderpal vaidya 31 Oct 2023 · 1 min read बेटियां देखती स्वप्न जो आज हैं। बेटियां देखती स्वप्न जो आज हैं। नित्य भरती उसी हेतु परवाज हैं। लक्ष्य हासिल सभी खूब हैं कर रही। गूंजती हर जगह आज आवाज है। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, ३१/१०/२०२३ Quote Writer 2 2 107 Share surenderpal vaidya 30 Oct 2023 · 1 min read ** मुक्तक ** ** मुक्तक ** ~~ बुझा दीजिए पेट की आग को अब। करें बंद बस वोट के राग को अब। बहुत आज आतंक है हर जगह में। विषैले कुचल दीजिए नाग... Quote Writer 1 1 112 Share surenderpal vaidya 27 Oct 2023 · 1 min read कह दिया आपने साथ रहना हमें। कह दिया आपने साथ रहना हमें। साथ मिलकर यहां कष्ट सहना हमें। मौसमों की तरह फिर बदल क्यों गये। बस दिखाकर मधुर एक सपना हमें। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ - सुरेन्द्रपाल वैद्य, २७/१०/२०२३ Quote Writer 1 1 280 Share surenderpal vaidya 25 Oct 2023 · 1 min read सुबह सुहानी आ रही, खूब खिलेंगे फूल। सुबह सुहानी आ रही, खूब खिलेंगे फूल। समय कभी खोना नहीं, समझें इसका मूल। मुख पर आने दीजिए, सुन्दर सी मुस्कान। और उलझनें व्यर्थ की, सभी दीजिए भूल। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल... Quote Writer 1 1 224 Share surenderpal vaidya 23 Oct 2023 · 1 min read जो समय सम्मुख हमारे आज है। जो समय सम्मुख हमारे आज है। सब छुपे उसमें सुहाने राज हैं। बढ़ चलें उत्साह पूरित मन लिए। और कर लें पूर्ण सारे काज हैं। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, २३/१०/२० Quote Writer 1 1 130 Share surenderpal vaidya 21 Oct 2023 · 1 min read दूरियां अब सिमटती सब जा रही है। दूरियां अब सिमटती सब जा रही है। मंजिलें सब पास प्रियकर आ रही हैं। बढ रही धड़कन दिलों की देखिए अब। स्वप्न नूतन प्रीति के दिखला रही हैं। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल... Quote Writer 1 1 131 Share surenderpal vaidya 19 Oct 2023 · 1 min read मुस्कुराए खिल रहे हैं फूल जब। मुस्कुराए खिल रहे हैं फूल जब। गुनगुनाने में हुए भँवरे मगन। आ गया है सूर्य लेकर रश्मियां। खूब बहती जा रही शीतल पवन। ~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, १९/१०/२०२३ Quote Writer 1 1 233 Share surenderpal vaidya 18 Oct 2023 · 1 min read सर्द ऋतु का हो रहा है आगमन। सर्द ऋतु का हो रहा है आगमन। और ठिठुरा जा रहा कोमल बदन। हो गया है ग्रीष्म का मौसम विदा। गुनगुनी सी धूप को कर लो नमन। ~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य,... Quote Writer 2 1 149 Share surenderpal vaidya 17 Oct 2023 · 1 min read फूल खिलते जा रहे हैं हो गयी है भोर। फूल खिलते जा रहे हैं हो गयी है भोर। आ गये पंछी अनेकों कर रहे हैं शोर। जब सुबह में टपकती ही जा रही है ओस। मुस्कुराने लग पड़ी है... Quote Writer 1 1 170 Share surenderpal vaidya 15 Oct 2023 · 1 min read आज हम सब करें शक्ति की साधना। आज हम सब करें शक्ति की साधना। जिन्दगी की करें पूर्ण हर कामना। पर्व नवरात्रि शुभ सामने आ गया। सर्व हित की हृदय में भरें भावना। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, १५/१०/२०२३ Quote Writer 2 1 183 Share surenderpal vaidya 14 Oct 2023 · 1 min read दो कदम लक्ष्य की ओर लेकर चलें। दो कदम लक्ष्य की ओर लेकर चलें। आंधियां आ रही नाव खेकर चलें। ठान लो बस हमें अब न रुकना कहीं। वक्त को मात बस आज देकर चलें। ~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल... Quote Writer 2 1 147 Share surenderpal vaidya 13 Oct 2023 · 1 min read देखकर प्यार से मुस्कुराते रहो। देखकर प्यार से मुस्कुराते रहो। गीत कोई मधुर गुनगुनाते रहो। चाहते हो अगर खूब खुशियां मिले। दोस्त हर पल नये प्रिय बनाते रहो। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, १२/१०/२०२३ Quote Writer 1 1 170 Share surenderpal vaidya 12 Oct 2023 · 1 min read छल फरेब की बात, कभी भूले मत करना। छल फरेब की बात, कभी भूले मत करना। बनकर प्यारे दोस्त, हमेशा सँग है रहना। तजकर सारे स्वार्थ, कभी देना मत धोखा। जीवन में सब कष्ट, हमें मिल जुल है... Quote Writer 2 1 242 Share surenderpal vaidya 11 Oct 2023 · 1 min read स्नेह की मृदु भावनाओं को जगाकर। स्नेह की मृदु भावनाओं को जगाकर। और मन के आज सब संशय हटाकर। जिंदगी की राह पर हम बढ़ चलेंगे। अब अहर्निश हर कदम आगे बढ़ाकर। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, ११/१०/२०२३ Quote Writer 1 1 188 Share surenderpal vaidya 9 Oct 2023 · 1 min read हमें कोयले संग हीरे मिले हैं। हमें कोयले संग हीरे मिले हैं। हमेशा चले इस तरह सिलसिले हैं। भरा खूब तालाब में गाद कीचड़। मगर खूबसूरत कमल भी खिले हैं। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, ०९/१०/२०२३ Quote Writer 1 1 95 Share surenderpal vaidya 9 Oct 2023 · 1 min read कह पाना मुश्किल बहुत, बातें कही हमें। कह पाना मुश्किल बहुत, बातें कही हमें। सपनों की दुनिया मगर, भाती रही हमें। जो दूरियां बढ़ती रही, कम भी न हो सकी। बातें बिना वजह कहीं, लगी न सही... Quote Writer 1 1 207 Share surenderpal vaidya 8 Oct 2023 · 1 min read आ गया है मुस्कुराने का समय। आ गया है मुस्कुराने का समय। कुछ नया कर के दिखाने का समय। ओस में भीगी हुई कलियां सभी। चाहती हैं खूब खिलने का समय। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य, ०८/१०/२०२३ Quote Writer 1 1 163 Share surenderpal vaidya 7 Oct 2023 · 1 min read समय आया है पितृपक्ष का, पुण्य स्मरण कर लें। समय आया है पितृपक्ष का, पुण्य स्मरण कर लें। श्राद्ध कर्म होता अति पावन, भाव कलश भर लें। तृप्त करें अपने पितरों को, अति शुभ कर्म यही। भक्ति भाव के... Quote Writer 2 2 275 Share surenderpal vaidya 6 Oct 2023 · 1 min read क्यों पड़ी है गांठ, आओ खोल दें। क्यों पड़ी है गांठ, आओ खोल दें। प्रीति के प्रिय शब्द, मीठे बोल दें। हम करें नित प्यार, शिकवे छोड़ कर। भूल कर मतभेद, मिश्री घोल लें। ~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल वैद्य,... Quote Writer 2 1 176 Share surenderpal vaidya 4 Oct 2023 · 1 min read उड़ रहा खग पंख फैलाए गगन में। उड़ रहा खग पंख फैलाए गगन में। बढ़ रहा है मंजिलों की ओर धुन में। जिन्दगी का दे रहा संदेश अविरल। खूब छलका जा रहा उल्लास मन में। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ -सुरेन्द्रपाल... Quote Writer 1 1 165 Share Page 1 Next