surenderpal vaidya Tag: गीत 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid surenderpal vaidya 26 Mar 2024 · 1 min read * धरा पर खिलखिलाती * ** गीत ** ~~ जिन्दगी जब है धरा पर खिलखिलाती। किंतु यह है नित्य क्यों आंसू बहाती। शुद्ध जलवायु हमें इसने दिया है। और बदले में नहीं कुछ भी लिया... Hindi · गीत · विश्व पृथ्वी दिवस · सार्द्धमनोरम छंद 1 52 Share surenderpal vaidya 18 Jan 2024 · 1 min read * खूब कीजिए प्यार * ** गीत ** ~~ छोड़ दीजिए चिन्ता सारी, खूब कीजिए प्यार। जीवन हो आनन्दमय, स्नेह भरा व्यवहार। निशा बीतने पर हुई, सुन्दर स्वर्णिम भोर। फूलों की बगिया खिली, महक उठी... Hindi · गीत · सरसी छंद 1 1 128 Share surenderpal vaidya 11 Jan 2024 · 1 min read * धन्य अयोध्याधाम है * ** गीत ** ~~ भारत की यह धरा धन्य है, धन्य अयोध्याधाम हैं। खूब दिवाली सभी मनाओ, आए प्रभु श्रीराम हैं। छोटे छोटे शर तरकश में, धनुष लिए कर में... Hindi · ShriRamBhajan · अयोध्याधाम · गीत · लावणी छंद 1 1 116 Share surenderpal vaidya 3 Jun 2023 · 1 min read चहचहाते जा रहे हैं * गीत * ~~ भोर की वेला है पाखी चहचहाते जा रहे हैं। गीत प्यारा कर्णप्रिय हमको सुनाते जा रहे हैं। हो गया स्वर्णिम सवेरा नीड़ से बाहर निकलते। फड़फड़ाते... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 2 278 Share surenderpal vaidya 1 Jun 2023 · 1 min read खाओ जलेबी ** खाओ जलेबी ** ~~~~~~~~~~~~ शौक से खाओ जलेबी जब करे मन खूब जी भर ग्रीष्म ऋतु या सर्दियाँ हो बारिशें हो छम छमाछम सामने आए जलेबी रुक वहीं जाते... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · जलेबी · मिठाई 2 192 Share surenderpal vaidya 30 May 2023 · 1 min read हमारा देश भारत * हमारा देश भारत * ~~ बढ़ रहा स्वर्णिम लिए आभा हमारा देश भारत। शक्तिशाली है अखिल जग का सहारा देश भारत। वेद उपनिषदों का सबको ज्ञान मिलता है यहां... Poetry Writing Challenge · आज़ादी का अमृत महोत्सव · कविता · गीत 2 310 Share surenderpal vaidya 26 May 2023 · 1 min read घन बरसते जा रहे हैं * गीत * ~~ छम छमाछम देखिए तो, घन बरसते जा रहे हैं। तृप्त होती है धरा जब, हो भरा हर ओर पानी। खूब मनभावन मधुर है, सावनी ऋतु की... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · बरसात 2 72 Share surenderpal vaidya 21 May 2023 · 1 min read पग बढ़ाते चलो ** गीत ** ~~ मत रुको राह में पग बढ़ाते चलो। देखिए मंजिलें सामने आ रही। अब न मन में रहें, शेष संशय कहीं। थाम लो जय ध्वजा, पग रुकेंगे... Poetry Writing Challenge · आह्वान · कविता · गीत 2 216 Share surenderpal vaidya 11 Jun 2021 · 1 min read वर्षा गीत गीत- १ ~~ छम-छम वर्षा की बौछारें, खूब सुहाती है सबको। राग मधुर गाया करती हैं, सबके मन भाया करती है। भीगे तन का रूप मनोहर, सहज निखारा भी करती... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 4 3 1k Share