sudha bhardwaj 70 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid sudha bhardwaj 23 Feb 2018 · 1 min read हाइकु मनभावन वर्षा का मौसम जिया हर्षाए सुधा भारद्वाज"निराकृति विकासनगर उ०ख० Hindi · हाइकु 267 Share sudha bhardwaj 4 Feb 2018 · 1 min read हम बेटियाँ हम नन्ही-नन्ही सी कलिकाएं। हर बगिया को हम ही महकाएं। जहाँ रख दें कदम भये उजियारा। हर आँगन को हम ही चहकाएं। आज स्थिति कुछ संवरी है अपनी। कुछ घरों... Hindi · कविता 374 Share sudha bhardwaj 22 Jan 2018 · 1 min read ऐहसास ऐहसास ऐहसास मत पूछिए... उस वल्लरी का... उस बेल के बारे में ही... सुना है मैने किसी न किसी... को सहारा बना बढती है... वृक्ष से लिपटी... उस में समाहित... Hindi · कविता 558 Share sudha bhardwaj 22 Jan 2018 · 1 min read हम हम बहती मैं भी... लिए उमंगे... नित संग लाती... नव अभिलाषा.... नव सृजन... नव तरंग संग... नित भरती जीवन मे रंग... होते फलित स्वप्न... सब अपने... न मैं-मैं होती... न... Hindi · कविता 484 Share sudha bhardwaj 24 Dec 2017 · 1 min read नन्हे कदम जीर्ण शीर्ण सी स्मृतियों पर नन्हे कदमो की दस्तक। जय हो पूर्ण उद्बार हो उसका सदा ऊँचा करे जग में मस्तक। सुधा भारद्वाज विकासनगर उत्तराखण्ड Hindi · शेर 436 Share sudha bhardwaj 24 Dec 2017 · 1 min read नन्हे कदम जीर्ण शीर्ण सी स्मृतियों पर नन्हे कदमो की दस्तक। जय हो पूर्ण उद्बार हो उसका सदा ऊँचा करे जग में मस्तक। सुधा भारद्वाज विकासनगर उत्तराखण्ड Hindi · शेर 558 Share sudha bhardwaj 24 Dec 2017 · 1 min read तेरे प्रथम चरण तेरे प्रथम चरण की आहटे याद है मुझें। हृदय हरषाया बहुत जब मैने पाया तुझे। कृष्ण से घुंघरालें वो केश बिसरे नही मुझें। अंतस प्रसन्न हुआ तुझे पाकर। सुलाया कभी... Hindi · कविता 340 Share sudha bhardwaj 24 Dec 2017 · 1 min read नया साल नया-साल कुछ इस तरह मनाया जाए। बे-सहारा को दे सहारा-सहारा बनाया जाए। गुलशन-ए-नग्मा सजाया जाए। कोई नग्मा-ए-वफा गाया जाए। शर्म से सुर्ख इन कपोलों पर। कहर-ए-अश्क न बरपाया जाए। आरज़ू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 389 Share sudha bhardwaj 23 Dec 2017 · 1 min read माँ माँ तेरी छवि तेरा स्वरूप। मैं ही हूँ तेरा अतिलघु रूप। मेरी हर अदा तुझसी तो है। चाहूं तुझे छाँव हो या धूप। सुधा भारद्वाज विकासनगर उत्तराखण्ड Hindi · मुक्तक 259 Share sudha bhardwaj 23 Dec 2017 · 2 min read रिश्वत रिश्वत (लघुकथा) (सात वर्षीय नॉटी मम्मा से) मम्मा आपको मेरा नाम नॉटी नही रखना चाहिए था। सारा दिन स्कूल में डांट खानी पड़ती है। मैम कहती है शरारत में ही... Hindi · लघु कथा 451 Share sudha bhardwaj 23 Dec 2017 · 1 min read ये सतरंग सलौने ये रंग बिरंगें रंग सलौने बहुत से पाठ पढ़ा जाते। जीवन की कठिनाइयों से लड़ना कैसे सिखला जाते। जीवन सतरंगी बहु-मनरंगी ये मधुर ऐहसास करा जाते इन रंगो के संग... Hindi · कविता 254 Share sudha bhardwaj 1 Sep 2017 · 1 min read रक्तदान रक्तदान ****** बात बहुत सरल सी जानो। रक्त बिना ना जीवन मानो। रग-रग बहे जब रक्त धारा जीवन तब ही चले हमारा। यूं तो दान बहुत से है भाई। सर्वोत्तम... Hindi · कविता 532 Share sudha bhardwaj 24 Jul 2017 · 1 min read प्रतीक्षा प्रतीक्षा ******* दीर्घ अतिदीर्घ हो चला वक्त तेरी राह तकते -तकते। उम्मीद थी लौटेगा का तू मेरे बाल पकते -पकते। ये उदित किरण। अस्ताँचल रवि निहांरू हफ्ते-हफ्ते। न सन्देश न... Hindi · कविता 678 Share sudha bhardwaj 23 Jul 2017 · 1 min read उलझन उलझन उलझनों के झुर्मुटो का शहर सी यें जिन्दगी। जुग्नुओ से क्षण खुशी के दर्शाती सी यें जिन्दगी। सुखद क्षणो मे गाती गुनगुनाती सी यें सदा। हो पल दु:खद तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 334 Share sudha bhardwaj 20 Jul 2017 · 1 min read इन्द्रधनुष इन्द्रधनुष सप्त-रंगो के ओज ने प्रभावित तो किया। जीत नही पाये उसका नन्हा सा जिया। चाह थी मन को जिस रंग की ज्यो की त्यों रही। स्वर्णिम चमक भी देखो... Hindi · कविता 1 246 Share sudha bhardwaj 20 Jul 2017 · 1 min read हादसा हादसा ****** एक खबर से जिन्दगी पलटवार खाती है। जो हादसा बन दिल के टुकड़े कर ही जाती है। सीधी सी जीवन धारा को पलटा के जाती है। सुगम सी... Hindi · कविता 450 Share sudha bhardwaj 20 Jul 2017 · 1 min read परछाई परछाईं ******* परछाई बन मेरे हमसफर संग साथ ही में रहा करो। कभी जो भटकूँ राह कही मुझे राह पे तुम किया करो। परछाई बन मेरे.... कभी बूँद बन तुम... Hindi · कविता 444 Share sudha bhardwaj 5 Jun 2017 · 1 min read मुझे बचाओ मुझे बचाओं *********** क्यों भूल गया तू हें मानव ? मैं प्रिय धरती माता हूँ तेरी। आज है मेंरी कोख उजडती। कहाँ सो गयी वो प्रीत तेरी ?? मेरा स्वरूप... Hindi · कविता 407 Share sudha bhardwaj 13 May 2017 · 1 min read लगता है सब ग़मो.... ग़ज़ल लगता है सब ग़मो कि यूंही शाम हो गईं। हमें सता उम्र इनकी यूंही तमाम हो गईं। जिन सुनहरे पलो का इन्तज़ार था हमें। अपनी वो भी खुशियां सर-ए-आम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 460 Share sudha bhardwaj 3 May 2017 · 1 min read मुक्तक (आज फिर...) मुक्तक आज एक बार फिर से हुई ऑखें नम है। हम कैसे कहे क्या बताएँ हमे क्या ग़म है। यूँ देख देश के शेरो को होते न्यौछावर। करें हम जितना... Hindi · मुक्तक 393 Share sudha bhardwaj 2 May 2017 · 1 min read चलो आज चाल...(ग़ज़ल) ग़ज़ल चलो आज चाल तुम्हारी ही चल के देखते है। तुम्हारी तरह तुम्हे तुमसे यूंही छल के देखते है। बहुत भरोसा किया तुम पर जान -ए-जानां। अब जरा हम भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 421 Share sudha bhardwaj 2 May 2017 · 1 min read पुराने शहरो के.... फिलबदीह से हासिल ग़ज़ल पुराने शहरो के मंजर निकलने लगते है। फूल भी ज़मीन-ए-बंजर निकलने लगते है। हवा से सीखा है इक नया हुनर हमनें। आजकल ख्वाब बिन पर निकलने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 389 Share sudha bhardwaj 16 Apr 2017 · 1 min read दोहे (सूरज से...... दिनांक-१६/४/२०१७ दोहा छन्द सूरज से जिवन खिलै-मिलै असिम प्रकाश। बिन प्रकाश नित बढ़ै कीट-करै वस्तु का नाश। बिन तुम भगवन है व्यर्थ -दुनिया के सुख मान कण-कण में तुम बस... Hindi · दोहा 738 Share sudha bhardwaj 12 Apr 2017 · 1 min read होगी रहमत कभी.....(ग़ज़ल) रदीफ-आते काफिया-रहो ग़ज़ल होगी रहमत कभी तो अर्जियां लगातें रहो। रात-दिन में खुशी-ग़म में तवज्ज़ो पाते रहो। बग़ैर उसकी रज़ा पत्ता भी हिल सकता नही। पेशानी घिस-घिस के उसको तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 326 Share sudha bhardwaj 12 Apr 2017 · 1 min read ग़ज़ल (जिन्दग़ी भी खूब है......) रदीफ़-आरो काफिया-की तरह जिन्दग़ी भी खूब है खिलें ग़ुलजारो की तरह। छूट रहे हाथ सें पल टूटे से तारों की तरह। खामोशी साधे था जो कभी दिल-ए-नादां। दौड़ रही धड़कने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 332 Share sudha bhardwaj 20 Mar 2017 · 1 min read महारथी धनुर्धरा महारथी धनुर्धरा ************* नन्ही कली जब-जब चली। रख पॉव हस्त कर तर्जनी। तेरा हर इशारा पढ़ सकूं। पग-पग सहारा बन सकूं। न आने दूँ तुझे ऑच मैं। दुनियां दिखा दूँ... Hindi · कविता 556 Share sudha bhardwaj 20 Mar 2017 · 1 min read हमराही हमराही मैं तेरी तू मेरा जीवन भर का संग है। तू मेरी मैं तेरी पत राखूं ली सौं हमने संग है। दुर्लभ -कठिन बहुत जीवन पथ पर तुम संग सुगम... Hindi · कविता 637 Share sudha bhardwaj 16 Mar 2017 · 1 min read आत्मा आत्मा अपनी आत्मा या रूह को हम उस वक्त अपने पास महसूस कर सकते है। जब हम कोई...... अनचाहा कर्म करने को लालायित रहते है। हम उस वक्त अपनी आत्मा... Hindi · लेख 353 Share sudha bhardwaj 12 Mar 2017 · 1 min read होली होली रास रंग का पर्व है आया। आओ मिल-जुल खेले होली। स्वागत करती आप सभी का। अपनी रंग-बिरंगी टोली। छोड़ेंगे हम एक दूजे पर। हास विलास रंगो की गोली। सराबोर... Hindi · कविता 484 Share sudha bhardwaj 10 Mar 2017 · 1 min read सबला सबला कौन कहता है नारी अबला। पल-भर में टाले यें हर बला। कैसी भी हो पथ में बाधा। त्यागे न यें अपनी मर्यादा। नारी से ही घर है बसेरा। बिन... Hindi · कविता 320 Share sudha bhardwaj 9 Mar 2017 · 1 min read फागुन विषय-फागुन तिथि-९-३-२०१७ सखी ! फागुन मास है आयो री। संग मधुर सरस बरसायो री। समा भयो बड़ा मनभावन री। चहु ओर है सरसों छाय रही। हर ड़ारी कोयरिया कूक रही।... Hindi · कविता 761 Share sudha bhardwaj 3 Mar 2017 · 1 min read ग़ज़ल (लाइफ से क्वीट) ग़ज़ल लाइफ से क्वीट भी किया जा सकता है। पर अब यह मेरे लिए आसान है न सस्ता है। दर्द होकर शुरु टॉप से बॉटम को दरकता है। कब होंगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 225 Share sudha bhardwaj 1 Mar 2017 · 1 min read ग़ज़ल (चल रही..... ग़ज़ल चल रही फिर से सुरभित। वही चंचल पवन सुहानी है जिसकी तारीफो को रहती। हर कवि की कलम दिवानी है। मधुमास हर फूल हर कोंपल पर। नवतारिका सी छायी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 306 Share sudha bhardwaj 28 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल (सिंधड़ी सी .... ग़ज़ल सिंधड़ी सी यादें धुँधला सा आइना। लौं अब भी दरमियां अपने मगर है। श़िकन नही ज़रा है ज़ख्म़ी जिगर में। छिड़कता नमक हर बश़र है। है बारीक धागा जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 304 Share sudha bhardwaj 28 Feb 2017 · 1 min read मुक्तक मुक्तक जिएं साथ जीवन एक सादा करते है हम आज यें वादा। एक हो हम दोनो का सपना। प्रभु ! पूरा करे यें नेक इरादा। सुधा भारद्वाज विकासनगर उत्तराखण्ड Hindi · मुक्तक 556 Share sudha bhardwaj 25 Feb 2017 · 2 min read अभिलाषा यह उस बेटी की अभिलाषा है जो अभी अजन्मा है माँ की कोख़ मे ही है परन्तु उसे भय है कि कही माँ उसे जन्म ही न दें।वह अपनी माँ... Hindi · कविता 446 Share sudha bhardwaj 24 Feb 2017 · 1 min read जय भोलेनाथ जय भोलेनाथ --------------------- निशदिन मन लागे तुझ शरणम्। तुझ दर्शन बिन रहे व्याकुल मेरा मन। मै भटक ना जाऊं कही किसी कदम। बन परछाई रहो मेरे संग हरदम। हे शिवशंकर... Hindi · कविता 430 Share sudha bhardwaj 23 Feb 2017 · 1 min read पथ/राह पथ/राह पवन बुहारे पथ तेरा तू चल चला चल। मान ले सुरभित बगिया जीवन तू चल चला चल। वृक्ष घनेरे बांह पसारे है तेरा ऑचल। जीवन की इस कश्मकश में... Hindi · कविता 690 Share sudha bhardwaj 21 Feb 2017 · 1 min read गुज़र गया वक्त (ग़ज़ल) ग़ज़ल गुजर गया वक्त यूंही याद में रोते रोते। थी आरज़ू खुशी की ग़म में खोते-खोते। बेश़क ! मुहब्बत है इम्तिहान लेती। बहुत कम बचे हम फ़ना होते होते। आइना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 270 Share sudha bhardwaj 19 Feb 2017 · 1 min read हम फ़ना हो गये.... ग़ज़ल हम फ़ना हो गयें देखते देखते। कट गई उम्र यूंही देखते देखते। हसरत तो थी सुधरे हालात। बद से बदतर हुए देखते देखते। दिल मे जगती हरदम मुहब्बत सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 308 Share sudha bhardwaj 18 Feb 2017 · 1 min read सरिता सरिता हिम शिखर से निकल राह मेरी बड़ी कठिन विकल चलूं मै इठलाती इतराती सी परवाह नही मुझे कभी राह की हो मैंदान या गहरी खाई चलूं रेंगती कभी गाती... Hindi · कविता 442 Share sudha bhardwaj 16 Feb 2017 · 1 min read तर्जनी (ग़ज़ल )गीतिका तर्जनी मेरी तर्जनी ने जिन्दगी की तर्ज़ सी बिगाड़ दी। हर कार्य में वो साथ थी मेरे तंग समय की आड़ थी। करने को मैं जो कुछ भी चलूं ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 293 Share sudha bhardwaj 15 Feb 2017 · 1 min read ज़िन्दगी दर्द की....(ग़ज़ल) ग़ज़ल ---------- ज़िन्दगी दर्द की कहानी है। यें दुनिया यही रह जानी है। देके हमे कर्ज़ अपने यहाँ। करनी उस और ही रव़ानी है। छोड़ जायेंगे इस दुनियां में। कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 253 Share sudha bhardwaj 15 Feb 2017 · 1 min read ज़िन्दगी दर्द की....(ग़ज़ल) ग़ज़ल ---------- ज़िन्दगी दर्द की कहानी है। यें दुनिया यही रह जानी है। देके हमे कर्ज़ अपने यहाँ। करनी उस और ही रव़ानी है। छोड़ जायेंगे इस दुनियां में। कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 289 Share sudha bhardwaj 10 Feb 2017 · 1 min read सीख सीख: झुकी फलो की डाली ने सिखाया। तुझमे इतना गुरूर कहाँ से आया। बना खुद को शालीन- प्रवीण।। जिससे होगा तू विकसित सर्वांगीण। गुणों से इसां स्वतः झुक जाता है।।... Hindi · कविता 297 Share sudha bhardwaj 10 Feb 2017 · 1 min read अहंकार अहंकार ------------- अहम का विकार जब जब किसी में आ गया। न चाहते हुए भी उसको अहंकारी कहा गया। अहम के सीमित मात्र को स्वाभिमानी गुना गया। हुआ जो हद... Hindi · कविता 245 Share sudha bhardwaj 10 Feb 2017 · 1 min read अहंकार अहंकार ------------- अहम का विकार जब जब किसी में आ गया। न चाहते हुए भी उसको अहंकारी कहा गया। अहम के सीमित मात्र को स्वाभिमानी गुना गया। हुआ जो हद... Hindi · कविता 291 Share sudha bhardwaj 7 Feb 2017 · 1 min read दूरियां (मुक्तक) मुक्तक तुमसे मिले बिना यें मेरी जिन्दगी अधूरी है। मिल नही सकते हम-तुम यें कैसी मजबूरी है। सिन्दूरी यें सांझ पिया आ देखो! दिल मिल गयें जब आपस में फिर... Hindi · मुक्तक 344 Share sudha bhardwaj 7 Feb 2017 · 1 min read अब तो मज़हब (ग़ज़ल) ग़ज़ल अब तो मज़हब कोई ऐसा भी चलाया जाए। जिसको हर इंसान द्वारा मन से फैलाया जाए। होंगी फिर इस मुल्क़ में भी कुछ नयीं तारीखें। क्यो न हर बुराई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 279 Share sudha bhardwaj 6 Feb 2017 · 1 min read प्यारी बहना (लघुकथा) प्यारी बहना(लघुकथा) क्या हुआ बाबू रो क्यो रही है ? अब तेरी माँ-बाबा मैं ही हूँ। कोई नही आयेगा तेरे रोने से पगली ! भूख लगी थी तो बताया क्यो... Hindi · लघु कथा 466 Share Page 1 Next