सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 47 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 10 Mar 2022 · 1 min read हुस्न-ए-दीदार " हुस्न-ए-दीदार " ❤❤❤❤❤❤❤❤ ये जो तेरे हुस्न की फिजाये है लब्ज इसने ही मेरे बनाये है , गुस्ताखियां जो करती तेरी निगाहें है देखा इनमें जबसे पागल बनाये हैं!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 217 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 13 Feb 2021 · 1 min read प्रेम की उलझन मन के गुलिस्ताँ में क्यूँ हरदम खलिश सी होती है, चुम्बिस है सर्द हवाओं में फिर भी सासों में तपिश सी होती है। अक्स तेरी मेरी आंखों के आइने में... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 27 443 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 18 Nov 2020 · 1 min read " रोज " "रोज" ********************* जीवन निसिथ रश्मि जलकर अंधियारे में धूप निकलती, रोज जीवन की बाती बनकर बैठ छांव में जिंदगी जलती ! देख विभावरी अस्त की ओर रोज सुबह की लाली... Hindi · कविता 1 418 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 17 Nov 2020 · 1 min read " नैना से नैना " "नैना से नैना" *********************** जबसे नैना से नैना मिला ले ले बाडू का कही दिल में सरगम बजा दे ले बाड़ू खुद से बेगाना भईली हम का कही जबसे मिलके... Hindi · गीत 1 664 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 11 Aug 2020 · 1 min read " मोदी का मुमकिन " "मोदी का मुमकिन" ************************ आज लोकतंत्र ढूंढता हूँ पर लोग ही गायब है, और तंत्र इतना वैभवशाली कि, लोगों को उसमें कुचला-पिसा पाता हूँ! आज फिर राम जागे हैं सत्ता... Hindi · मुक्तक 4 2 461 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 10 Aug 2020 · 1 min read " अशान्त " "अशान्त" *********************** आज मन की बगिया उचाट है, कशमकश भी जारी है विचारों में! अन्तर्मन उद्विग्न है चेतना निर्लिप्त है, मन की कलियाँ सुषुप्त है सासों की धुकनी प्रज्वलित है!... Hindi · मुक्तक 3 4 328 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 9 Aug 2020 · 1 min read " मुक्ति " "मुक्ति " ***************************** कराहती जिंदगी जंजीरों में जकड़ी हुई दासता की बेड़ियां पैरों में लिपटी हुई छटपटाती रूह हरदम क्यू अब बेबस हुई जन्म का अधिकार है,क्या बेबसी ऐसी हुई?... Hindi · कविता 1 6 557 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 8 Aug 2020 · 1 min read " इश्क़ " "इश्क़" ************************** तू इकरार से अच्छा इन्कार करती है खनकती रागिनी तेरी सौ सवाल करती है छिपा दिल के झरोखों में निगाहें मुस्कुराती है माना दिल अभी बच्चा है मेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 362 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 4 Jul 2020 · 1 min read " स्टैच्यू ऑफ यूनिटी " "स्टैच्यू ऑफ यूनिटी" ***************************** बिखरी पड़ी थी जो सभ्यता और संस्कृती प्रदर्श रूप हो गई वो "स्टैच्यू ऑफ यूनिटी एकता अखंडता की मिशाल बनी मां भारती विलय कर रियासतों को... Hindi · कविता 3 3 414 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 3 Jul 2020 · 1 min read " प्रेम बावरी " " प्रेम बावरी " ************************ तेरी सूरत की चांदनी अब बिखर रही है मेरे रोम-रोम में जादू अब जैसे जगा रही है तुझे देखे बिन हालत कैसी अब कैसे कहूं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 353 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 29 Jun 2020 · 2 min read " मुठ्ठी भर जमीं " "मुठ्ठी भर जमीं" ================== मुठ्ठी बांधे आया था जहाँ में फैला कर मांगता रहा जिंदगी भर पकड़ने की हरदम कोशिश में भागता रहा जिंदगी भर जो मेरा नहीं था इस... Hindi · कविता 2 2 538 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 28 Jun 2020 · 1 min read " प्रेम दिवाना " " प्रेम दिवाना " **************************** तू छोड़ गयी मुंह मोड़ गयी ना जाने क्यूं दिल तोड़ गयी मै ढूंढा तुझको हर गली गली बिन देखे मै बावरा हो गया हूं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 307 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 27 Jun 2020 · 1 min read " आजादी " " आजादी " ******************** आज खुद से खुद को मुझे मिल लेने दो परिंदा हूं कब से पिंजड़ों में जकड़ा हुआ मुझे बांधो मत मुक्त गगन में उड़ लेने दो... Hindi · कविता 4 6 544 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 26 Jun 2020 · 1 min read " प्रेम बावरी " " प्रेम बावरी " ***************************** तेरी सूरत की चांदनी अब बिखर रही है मेरे रोम-रोम में जादू अब जैसे जगा रही है तुझे देखे बिन हालत कैसी अब कैसे कहूं... Hindi · कविता 2 2 614 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 25 Jun 2020 · 1 min read " दर्द -ए- दिल " " दर्द -ए- दिल " ************************* छुपा के दर्द जहां का सीने में चल दिए क्या बेबसी हुई जो तुम मुस्कुराके चल दिए हम जानते हैं तुम बेवफा तो नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 7 278 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 24 Jun 2020 · 1 min read " जीवन " " जीवन " *********************** यायावार खानाबदोश है बंजारा है जीवन पग क्षण यहां है पग क्षण वहां है अपनापन अनंतकाल है दिग्दर्शन जिसमें उलझा है जीवन मुक्त स्वच्छंद है बहती... Hindi · कविता 4 4 627 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 23 Jun 2020 · 1 min read " सड़क " " सड़क " *************** रुकती थकती विश्राम नहीं बढ़ती और मचलती जाती अंतहीन अनन्त की ओर परावार पथिक की चाल हासिल मंजिल मुझसे क्योंकि मै जीवन पथ की सड़क हूं... Hindi · कविता 3 7 327 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 22 Jun 2020 · 1 min read हथेली में चांद "हथेली में चांद" ************** झरोखों से दिखा जो चांद फलक का चांद भी शरमा गया झुकी महबूब की नजरें उतर के चांद भी हथेली में आ गया! ढली जैसे-जैसे चांदनी... Hindi · कविता 1 4 438 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 21 Jun 2020 · 1 min read " चाहत " " चाहत " ***************** तू धड़कन मै तेरी सांस पिया जीने की हो तुम आस पिया तुम सांसों मे मेरी बसते हो फिर कैसी है ये प्यास पिया।। तू चंदा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 583 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 20 Jun 2020 · 1 min read " अल्फाज- ए- इश्क " " अल्फाज -ए- इश्क " ************************ झटक दो जुल्फ अपना तुम सुबह से शाम हो जाए चलो जो बल खाके तुम समुंदर में लहर उठ जाए ! नशा जो आंखों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 518 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 19 Jun 2020 · 2 min read " दरकते पर्दे " " दरकते पर्दे " ******************** टूटते दरख्तो के मेले में, कोई छूटता तो है । चली है बात करीने से, तो कोई लूटता तो है ।। भरा सागर जो नैनो... Hindi · कविता 4 5 481 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 18 Jun 2020 · 1 min read "चीन को चेतावनी" "चीन को चेतावनी" ********************** ना समझो हम बासठ के है अब ट्वेंटी ट्वेंटी हो जाएगा अब चाल तुम्हारी नही चलेगी हिन्दी-चीनी भाई कहके तू भुलवाएगा! नापाक कदम तू खींच ले... Hindi · कविता 2 2 529 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 17 Jun 2020 · 1 min read "टूटते एहसास" "टूटते एहसास" असत्य पे सत्य की जीत चाहिए , अधर्म पे धर्म की जीत चाहिए । हिंसा पे अहिंसा की जीत चाहिए, पाप-पुण्य का लेख चाहिए । घर-घर में है... Hindi · कविता 4 2 400 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 16 Jun 2020 · 1 min read " क्या कह दूँ " "क्या कह दूँ" ********************* तेरे हुस्न की इबादत में आज क्या कह दू, चौदहवीं की चांद को भी तेरा नूर कह दू। लव्ज लड़खड़ाते हैं मेरे तेरी हुस्न की चर्चा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 398 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 16 Jun 2020 · 1 min read भजन भजन ****************** हे रघुनंदन हे घनश्याम सुन लो हमारी अर्जी भगवान तुम ही हो प्रजा पालक तुम ही हो आधार हे रघुनंदन हे घनश्याम।। चित चितवन में सारे भुवन में... Hindi · गीत 2 2 597 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 15 Jun 2020 · 2 min read " आत्महत्या क्यूँ " "आत्महत्या क्यूँ " ********"********** क्यूँ जिंदगी भी मौत से सस्ती हो गई है क्यूँ शोहरत भी जीने के लिए जरुरी हो गई है क्यूँ भागता है इंसान उन रास्तों पर... Hindi · कविता 2 518 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 15 Jun 2020 · 1 min read भोजपुरी गीत " ख्वाब " भोजपुरी गीत" ख्वाब " ----------------------------------------------- कजरा बन के तू अखियां मे बस जइता खुशबू बनके तू संसियॉं मे बस जइता रात दिन देखी तोहरे सपनवऻ सजन आ के हमरो करेजा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 419 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 14 Jun 2020 · 1 min read सिसकता बचपन सिसकता बचपन ********************** सपने आंखों से देखती नन्ही परी जिंदगी ढूंढ़ती गली-गुचों में कली आशाओं का पर लिये फुदकती चली उटकेरती स्वच्छ किये कुड़ों में जिंदगी उठाये बोझ नन्हे कंधो... Hindi · कविता 2 2 293 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 14 Jun 2020 · 1 min read बेटी बेटी ******************** मां की कोख में जब पली तब से मेरी पहचान किया, बेटा - बेटी में भेद करी फिर कोख में ही मुझे दफन किया, इसलिए कि बेटी हूं... Hindi · कविता 2 1 533 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 13 Jun 2020 · 1 min read शायरी अपना ईमान बेचकर खरीदा था तेरी मोहब्बत को, मुफलिसी ऐसी चली की कोई खरीदार ना मिला मेरी मोहब्बत को । हम बेवफा कैसे कह दे तुझको तेरी भी कोई मजबूरी... Hindi · शेर 3 4 835 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 13 Jun 2020 · 1 min read सरस्वती वंदना **सरस्वती वंदना** हे विष्णुप्रिया हे शिवानुजा मैं तुझमें ध्यान लगाता हूं तू कमल नयनी तू पद्मासनी मैं तेरी महिमा गाता हूं! हे विणा वाहिनी मात सरस्वती जीवन में कलरव भरती... Hindi · कविता 3 1 538 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 11 Jun 2020 · 1 min read अस्मत अस्मत बेतहाशा लड़खड़ाती दौड़ती पग मे, चित्कारती फटी नजरों से ढूंढती सहारा। कपकपाती अधरों पर टूटती सांसें, ढूंढते नैना पगडंडियो पर कोई फरिश्ता।। अनिश्चितताओं के बादल उसके अंतस में, ओझल... Hindi · कविता 2 4 328 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 6 Jun 2020 · 1 min read किसान की जीवटता किसान की जीवटता अवशान वर्षा रित बढ़ता तुषार ठिठुरती सांझ ओझल उदित सांध्य गीत की मधुर ध्वनि सिमटती स्वर्णिम यामिनी की ओर। कांपते होठ विचलित कदम कट -कटाते दांत नाचती... Hindi · कविता 1 2 431 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 5 Jun 2020 · 1 min read कलयुगी मां कलयुगी मां ममता करुणा स्नेह विसारी लोक हया सब त्याग दिए, रूप स्वरूप विलासिता खातिर मां के रूप विद्रूप हुए सीता सावित्री अनुसुइया कहलाने वाली कलयुगी मां के डायन पापिन... Hindi · कविता 2 1 302 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 5 Jun 2020 · 1 min read पर्यावरण परिवर्तन पर्यावरण परिवर्तन असर दिखने लगा है मौसम-ए- परिवर्तन का सूखने लगा है पानी नदियों और झरनों का कहानी कहते है परिंदे अब भी उस शहर की जो कभी था हरा... Hindi · कविता 474 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 21 May 2020 · 3 min read "माही- ए -इश्क" "माही ए इश्क" *********************** हर पल मैंने तुझको याद किया सांसो में हर पल महसूस किया ना जाने तू खो गई कहां सनम सिर्फ तेरा ही तेरा इंतजार किया !... Hindi · कविता 1 3 321 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 20 May 2020 · 3 min read मजदूर हाथ खाली पेट खाली जिंदगी का सफर कभी पगडंडियों पर कभी राजपथ पर गांव जाने के लिए वह रात दिन चलता रहा करता रहा मजबूर मानस मौत का सफर! ना... Hindi · कविता 2 267 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 21 Mar 2019 · 1 min read रंग रंगों का त्योहार मुबारक, होली का हुड़दंग मुबारक। खुशियां आए बनके बहार सुख समृद्धि का त्योहार मुबारक।। बसंती फाग की बयार मुबारक, बचपन का वो रंग मुबारक। रंगों का वो... Hindi · कविता 446 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 24 Feb 2019 · 1 min read तेरा इंतजार मै तुझे प्यार बेशुमार करता हूं, तुम खफा ना हो जाओ इसलिए मै डरता हूं । तुझे देखने को तरसे मेरी आंखे, मै सुबह-शाम तेरा इंतजार करता हूं।। छुप-छुप के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 332 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 16 Feb 2019 · 1 min read बलिदान कतरे-कतरे चीथड़े-चीथड़े का हिसाब होना चाहिए, बिछी जो लाशे सड़कों पर उनका इंसाफ होना चाहिए। बहाना था जो रक्त तुम्हे बहा लिया बेगैरतों, कश्मीर की बात कौन करे पाकिस्तान हमारा... Hindi · कविता 333 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 5 Feb 2019 · 1 min read दिव्य कुम्भ दिव्य कुम्भ दिव्य कुम्भ की बात निराली छायी सब पर संगम की हरियाली स्नान ध्यान पूजा अर्चन संगम पर सब संतों ने प्रयागराज में धूनी रमाली ।। आस्था का यह... Hindi · कविता 377 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 27 Jan 2019 · 1 min read शिशिर कामिनी लौटते पशु-विहग कोलाहल चहुंओर, कांपती अरुणिमा छिपती क्षितिज की ओर। सकुचाई शिशिर वसन लिपटी लौट रही ‘शिशिर कामिनी’, वसुधा की ओर। स्याह वसन को डाल रही सुर्ख बदन वो गाल... Hindi · कविता 256 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 25 Jan 2019 · 1 min read दुपहरी अनल अम्बर झरता ज्येष्ठ की दुपहरी उष्ण वातावरण तप्त तवा सी धरणी व्याकुल पखेरू पशु जन लू समीरणी पाषाण खंडों को तरासती बैठ दुपहरी। चिलचिलाती धूप में बहती उर नालिका... Hindi · कविता 2 1 429 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 18 Jan 2019 · 1 min read जोकर मै बात पते की कहता जीवन सरकस है होता। रास रचाता मन बहलाता पर सदा मै जोकर कहलाता ।। तरह तरह का स्वांग रचाता कभी हसाता कभी रुलाता। दुनिया की... Hindi · कविता 506 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 14 Dec 2018 · 1 min read मॉ की टीस मांए जब बिलखती है , कलेजा छलनी हो जाता है। पापिन मंजर नाचती है , रब भी सजदा करता है। चित्कार हृदय भी करती है, अम्बर का सीना फटता है।... Hindi · कविता 463 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 28 Nov 2018 · 2 min read अवध के राम आस्था और अनास्था का दीप जलाए बैठे है मंदिर बनेगा राम का ये उम्मीद जगाए बैठे है त्रेता से कलयुग आ गया सत्ता के गलियारों में सत्ता के लोलूप वोट... Hindi · कविता 4 1 256 Share सत्येन्द्र प्रसाद साह (सत्येन्द्र बिहारी ) 15 Nov 2018 · 2 min read " मां " " मां " ********************** सुना है रहबरों के किस्से बड़े सुहाने होते है । मां तो मां होती है मां के किस्से कहां पुराने होते है।। मां की ममता का... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 16 808 Share