shreyash Sariwan Tag: कविता 59 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid shreyash Sariwan 27 Sep 2023 · 1 min read वक़्त मुझे कुछ और वक्त दे ...ऐ वक़्त बेसख ...मैं पुराने दिनों को जीना चाहता हूँ Hindi · कविता 2 216 Share shreyash Sariwan 27 Sep 2023 · 1 min read इश्क बेसख..... तुम मिले थे ,कॉलेज के अंतिम दिनों में , पर मैंने पहली किताब का ,पहला पेज तुम्हे दिया है / Hindi · कविता 2 227 Share shreyash Sariwan 9 Jun 2022 · 1 min read . हाँ इस तरफ, था बेखबर.. वो धुन था कोई, सुना गया // था मौन वो, इस कदर.. नजर मे था,वो छा गया // सपन मे था देखा जिसे.. वो समक्ष... Hindi · कविता 1 190 Share shreyash Sariwan 14 Apr 2022 · 1 min read पानीपत 1761 एक युद्ध भारत भूमि मे, पानीपत का, विशाल हुआ || एक योद्धा था, जो हार गया, एक युद्ध था, जिसमे वह जीत गया || जो आरम्भ यमुना के पार हुआ,... Hindi · कविता 1 155 Share shreyash Sariwan 11 Apr 2022 · 1 min read . जी.. जी भर के जमाने से खुशियाँ छीनकर, कुछ हसकर, कुछ गम भूलकर.... एक नए इरादे से जी, पुरानी बात भूलकर, छिपा ले,अपने गमो को नई जिंदगी जीकर... एक शोर... Hindi · कविता 1 231 Share shreyash Sariwan 17 Feb 2022 · 1 min read आज बदल गया इंसान आज बदल गया इंसान,आज बदल गया इंसान तेरे पल-पल की परीक्षा, ले रहा भगवान मदहोश, नशे मे चूर तू, खुदको है पहचान तेरे कर्मो का हिसाब, जल्द करेगा भगवान आज... Hindi · कविता 2 2 233 Share shreyash Sariwan 4 Aug 2021 · 1 min read ब्याज का धंधा ब्याज का धंधा करने वालों... हाथ को गंदा करने वालों... किसी की मजबूरियों का फायदा उठाने वालों... ब्याज का पैसा खाने वालों... खून से हाथ को रंगने वालों... काला पैसा... Hindi · कविता 2 387 Share shreyash Sariwan 29 Jun 2021 · 1 min read चलो आज एक कहानी लिखते हैँ. चलो आज एक करानी लिखते हैँ. कलम के नाम अपनी जिंदगानी लिखते हैँ // जैसा बीता हैँ समा अपना.. उसके नाम एक कहानी लिखते हैँ // :~श्रेयस सारीवान Hindi · कविता 2 529 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read पगली सहेली थी एक मेरी पगली सी सहेली, College के अंतिम दिनों मे मिली थी, हमेसा मुझे पागल पागल बुलाया करती थी // जो रूठ जाऊ तो हमेसा मनाया करती थी, कुछ... Hindi · कविता 3 307 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read प्रकृतिस्वारुप निर्मल रूप, कोमल कंठ, नीर रूप, शीतल मनः // स्वच्छ तरिणी, नीला गगन, चह चहाते पक्षी, हरित धरा // रुचिर मुख, उत्कृष्ट दृश्य, मनोहर प्रकृति, विस्तृत छटा // रूपवती कानन,... Hindi · कविता 1 268 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read सपनो के दरवाज़े मे कुण्डी मै नदियों की तरह बहना चाहता हूँ, पहाड़ो की तरह निर्भीज्ञ होना चाहता हूँ // पक्षियों की तरह उड़ना चाहता हूँ, बच्चो की तरह निश्चिंत होना चाहता हूँ // झरनो... Hindi · कविता 1 218 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read अरसो के बाद की मुलाक़ात बहुत दिन बाद आई ऐसी रात थी, दोस्तों के साथ हसीन मुलाक़ात थी // दो पलो के गुफ्त-गू मे कुछ अलग बात थी, हसि ठिठोली के बीच बीती चांदनी रात... Hindi · कविता 467 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read दोस्ती अच्छे लगते हैँ मुझे वे लोग, जो मेरा चेहरा पढ़ने की कोशिस किया करते हैँ // उलझें हुए हैँ कुछ सवाल मेरे भीतर, उसे जानने की कोशिस किया करते हैँ... Hindi · कविता 1 429 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read दोस्त मै भटका हुआ मुसाफिर हू, तो उम्मीद का सहारा हैँ दोस्त // मै ज़ब-ज़ब अँधेरे से डरा, तो जुगनू का सहारा हैँ दोस्त // मै डूब रही कस्ती हू, तो... Hindi · कविता 238 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read चाय चाय की एक घूट से ही जीने की चाह मिल जाती हैँ, दूसरी घूट लेने से ही, चिंताये विमुक्त हो जाती हैँ // अक्सर चाय का ही साथ होता हैँ,तन्हाइयो... Hindi · कविता 2 3 285 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read ग़रीबी-अमीरी-इश्क़ और शराफत खप्पर छानी के घर से कोई गरीब नहीं हो जाता हैँ, ऊंचे महलो से कोई अमीर नहीं हो जाता हैँ // घुलना-मिलना तो कइयों से लगा रहता हैँ...साहब, चार दिन... Hindi · कविता 241 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read क्रोध और परिणाम कोई अपना ज़ब रूठ जाता हैँ, हमारे गुस्से से सायद कोई बहुत ज्यादा टूट जाता हैँ // समा.. निकल जाता हैँ उसे मनाने मे, उसकी तन्हाइयो मे समा.. हमारा बीत... Hindi · कविता 398 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read मेरे माँ की दुआ ज़ब-ज़ब आफत आई मेरे सर पर, माता मेरी, उन सबको भाप जाती हैँ // डरा हुआ सिसका था, ज़ब भी पड़ा पीर मे, सांत्वना मेरी माँ की,उम्मीद दे जाती हैँ... Hindi · कविता 1 1 235 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read आत्मिक कष्ट आज किस पर, किस पर लिखू मै कविता....... किसी माँ की कोख मे पल रही बच्ची पर, या 7 साल मे सजा देने वाली न्याय व्यवस्था पर // झूठे वादे... Hindi · कविता 1 523 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read नशाखोरी, भ्रष्टाचार मर गई सायद इंसानियत चंद पैसो के आगे, अबतो बईमान ही बलवान हैँ // यहाँ हर गली-चौराहो मे रहता एक शैतान हैँ// कुर्बान हो गई कई जिंदगी इन लालच के... Hindi · कविता 246 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read परिस्थिति हर मुस्कुराहट के पीछे, एक वजह जरूर होती हैँ, हर खामोशी के पीछे, एक सजा जरूर होती हैँ // ज़ब छोड़ गए सब मुझे, तब तन्हाइयो का अहसास हुआ, तब... Hindi · कविता 434 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read गम के घूट कभी तुममें, कभी हममे, यू खोया सा मै रहता.. कभी गम मे, कभी अहम मे भी खोया सा मै रहता // ना जाने कैसे मै रहता, न जाने कैसे मै... Hindi · कविता 1 425 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read पुरानी यादे नंबरों की यादो मे नहीं मिली हमें खुशी, कि दोस्तों की यादो मे बेगाने से हम रह गए // मूड के जो देखा मैंने पुरानी यादो को तो, आंसू थे... Hindi · कविता 1 273 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read माँ ममता के आँचल मे शुरू से पला-बढ़ा मै, माँ तेरे नाम जीवन न्योछावर कर जाऊंगा // संघर्ष मे बीती तेरी जिंदगी माता मेरी, तेरी हर ख्याईसो को पूरा कर जाऊंगा... Hindi · कविता 2 529 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read इश्क़ तेरी यादो मे घोर अंधेरा हुआ, तेरी जुल्फों का कायर दिल मेरा हु // खुदा से भी छीन लाऊंगा तुझे, कि तेरी तन्हाई मे कातिल दिल मेरा हुआ // यु... Hindi · कविता 1 213 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read शराब बीमारी के डर से क्या कोई, जीना थोड़ी ना छोड़ देता हैँ // और मरने के डर से क्या कोई, पीना थोड़ी ना छोड़ देता हैँ // घर की हिटलर... Hindi · कविता 1 337 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read स्कूल के दिन गम को जाता था भूल, ज़ब मै स्कूल मे रहा करता था // आनंद मे रहता था मखबूल, ज़ब मै स्कूल जाया करता था // दोस्तों से मिलकर खुशियाँ बाँटा... Hindi · कविता 1 434 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read बचपन mobile के बीच मे ना जाने कहा खो गया मेरा बचपन.. वो लुकाछिपी का खेल मुझे याद आता है.. वो चौक मे खाया भेल भी बहुत याद आता है... जिंदगी... Hindi · कविता 1 360 Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read कॉलेज का अंतिम दिन काश ये कोरोना ना होता, तो आज हमारा last exam होता || अंतिम दिन होता, आज college का, अंतिम मिलन होता, आज बहुत से यारो का || चले जाते आज,... Hindi · कविता 2 2 1k Share shreyash Sariwan 15 Jun 2021 · 1 min read हौसला पता नहीं कैसे......... आज मेरे ये हालात हो गए // गलतियाँ लिखने बैठे जो एक रात... ना जाने कितने दिन बर्बाद हो गए // ऐसी कभी न थी मेरी जिंदगी..... Hindi · कविता 2 268 Share shreyash Sariwan 4 May 2021 · 1 min read मेरा Isolation इस होम आइसोलेशन ने गजब सबक सिखा दिया // अपनों और गैरों के बीच भेद करा दिया // खुद से खुद की मुलाक़ात हुई.... बहुत कम थे जिनसे मदद की... Hindi · कविता 2 244 Share shreyash Sariwan 29 Mar 2021 · 1 min read नफ़रत दो अजनबी, मिले थे किसी मोड़ पर, अनजान थे किस्मत से, चले थे खुद की तकदीर बनाने // माँ~बाप से रिश्ते भुलाने, अनजान से रिश्ते बनाने, कुछ ही दिनों मे... Hindi · कविता 1 2 502 Share shreyash Sariwan 18 Mar 2021 · 1 min read खुदा की चिट्ठी मुझे लगता है बहुत जल्द, एक सुहानी सुबह, आने वाली हैँ // जूनून हैँ रोम-रोम मे.. मानो हर दर्द की दवा, आने वाली हैँ // एक पैगाम खुदा ने, मेरे... Hindi · कविता 1 455 Share shreyash Sariwan 24 Feb 2021 · 1 min read तनाव एक राज था जो मुझमे दफ्न था // जिसे समझा अपना, वो मेरा कफ्न था // सोचा करता था, फिजूल की बाते, उच्च रक्तचाप इसी का परिणाम था // एक... Hindi · कविता 2 406 Share shreyash Sariwan 18 Feb 2021 · 1 min read प्रभु आऊंगा आपके दर मे प्रभु, एक आधी मुस्कान लेके // चेहरे मे थोड़ी चिंता और मन मे एक विश्वास लेके // सुन लेना मेरी प्रभु, एक डूबती कस्ती लेके आया... Hindi · कविता 1 257 Share shreyash Sariwan 16 Feb 2021 · 1 min read वक़्त मैं वक़्त हूँ....... तेरे अच्छे-बुरे का हिसाब जानता हूँ // तू कब हँसा, कब रोया, तेरे पाई-पाई का हिसाब जानता हूँ // मैं वक़्त हूँ....... तेरे किए का अंजाम जानता... Hindi · कविता 2 2 260 Share shreyash Sariwan 15 Feb 2021 · 1 min read ... शायद किसी दूर जहाँ मे, मेरी हसि खो गई है // शायद पत्थरो के बीच दबी, मेरी चीख खो गई है // अब सुनता हु खुद की आवाज, शायद कही... Hindi · कविता 2 9 255 Share shreyash Sariwan 20 Nov 2020 · 1 min read उम्मीद की कस्ती हर संघर्ष मे, तपना पड़ता हैँ // लोहे की तरह, गलना पड़ता हैँ // एक बार नहीं, कई बार टूटना पड़ता हैँ // क्रोध की धधकती, लौ मे भी जलना... Hindi · कविता 2 247 Share shreyash Sariwan 10 Nov 2020 · 1 min read चुनाव आज देखा मैंने, चुनावी माहौल // थीं जिसमे भयंकर, मारा मारी हैँ // कभी लगा आएगा, लालू का लालटेन // बाद मे पता चला, यहां तो सबपे कमल भारी हैँ... Hindi · कविता 2 450 Share shreyash Sariwan 8 Nov 2020 · 1 min read संघर्ष कुछ वक़्त से जमाने से, कट-सा गया हु // धागो की तरह, जिन्दगी मे उलझ-सा गया हु // खुद की तलाश मे, कही खो-सा गया हु // कुछ पाने की... Hindi · कविता 2 364 Share shreyash Sariwan 31 Oct 2020 · 1 min read तलाश था कभी एक समूह का हिस्सा // अब अकेला सा हो गया हु // था कभी पैदल, मंद बुद्धि सा मुसाफिर // अब खुद की खोज मे निकल गया हु... Hindi · कविता 3 1 530 Share shreyash Sariwan 25 Oct 2020 · 1 min read धैर्य, संयम, धीरज राह मे जो काँटे हैँ, वो भी कलको फूल बनेंगे // वाणी मे जो संयम हैँ, वो भी कभी सूल बनेंगे // चुभ रही हैँ जो जिन्दगी, आज काँटों की... Hindi · कविता 2 355 Share shreyash Sariwan 19 Oct 2020 · 1 min read जिंदगी जिन्दगी एक सूखी हुई, बांस हो गई हैँ // जुए मे हारने के बाद, फेकी हुई तास हो गई हैँ // समस्या से भरे समुन्दर मे, गोते लगा रही हैँ... Hindi · कविता 3 442 Share shreyash Sariwan 12 Oct 2020 · 1 min read चिंता अब किताबों से दोस्ती, मुझे अच्छी नहीं लगती // सोशल मीडिया मे मस्ती, मुझे अच्छी नहीं लगती // एक अजीब-सा भय, मुझे सताने लगा हैँ // मानो, चिंताओं का समा,... Hindi · कविता 2 2 385 Share shreyash Sariwan 2 Oct 2020 · 1 min read वो हार गई... वो हार गई... ज़ब सत्ता मद मे, चूर हुई // इंसाफ डगर अब डोल रही // वो गूंगी बच्ची बोल रही // शासन-प्रशासन क्यों मौन रही? बच्ची की रूह झंकृत हुई // दोषी... Hindi · कविता 4 5 282 Share shreyash Sariwan 14 Sep 2020 · 1 min read हिंदी हमारी आन हैँ हिंदी, हमारी शान हैँ हिंदी / हमारी नसों मे हैँ बहती, हमारी रक्त हैँ हिंदी // हमारी जान हैँ हिंदी, हमारी मान हैँ हिंदी // हमारी कण-कण... Hindi · कविता 2 2 265 Share shreyash Sariwan 28 Jul 2020 · 1 min read कविता किसी खास ने पूछा कि, कैसे रचना होती है कविता की // हमने कहा कि, कविता मन का भाव ही तो होती है // उसने कहा कि क्या, कविता कि... Hindi · कविता 2 563 Share shreyash Sariwan 27 Jul 2020 · 1 min read ~ इंसान बनो ~ हिन्दू बनना तो विवेकानंद, मुस्लिम बनना तो कलाम बनो // और येभी जो ना बन सको तो, केवल एक इंसान बनो // ना बांटो मेरे भारत को, इस जात-पात की... Hindi · कविता 4 8 623 Share shreyash Sariwan 26 Jul 2020 · 1 min read भारत माता मैं तलवार हु उस मयार की, जो महाराजाओं के महलो मे रहती है // मैं लफ्ज हु उन कवियों की, जो उनकी कविताओं मे बहती है // मैं बखान हु... Hindi · कविता 3 10 538 Share shreyash Sariwan 25 Jul 2020 · 1 min read गुरु गुरु बिन ज्ञान ना उपजै मन मे // गुरु बिन है सब सून // गुरु बिन पाथर बनै ना हीरा // गुरु बिन जीवन क्षीण // गुरु की लीला गुरु... Hindi · कविता 5 10 462 Share Page 1 Next