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15 Jun 2021 · 1 min read

मेरे माँ की दुआ

ज़ब-ज़ब आफत आई मेरे सर पर,
माता मेरी, उन सबको भाप जाती हैँ //

डरा हुआ सिसका था, ज़ब भी पड़ा पीर मे,
सांत्वना मेरी माँ की,उम्मीद दे जाती हैँ //

ज़ब हारने लगता हू, खुदसे कभी भी कही,
ढाल लेके मेरे वो, सम्मुख खड़ी हो जाती हैँ //

फिर चाहे कितनी भी बड़ी हो परेशानी…
हर समस्या तत्काल हल हो जाती हैँ //

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 234 Views
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