डॉ.सीमा अग्रवाल 461 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Mar 2024 · 1 min read आप प्लस हम माइनस, कैसे हो गठजोड़ ? आप प्लस हम माइनस, कैसे हो गठजोड़ ? जुड़ना भी चाहें अगर, जीरो रहे निचोड़।। हम खालिस जीरो सही, शून्य हमारा मान। जुड़ें दहाई आप बन, बढ़ जाए कुछ शान।।... Quote Writer 1 35 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Mar 2024 · 1 min read हक औरों का मारकर, बने हुए जो सेठ। हक औरों का मारकर, बने हुए जो सेठ। सिखलाती उनको सबक, कुदरत कान उमेठ।। © सीमा अग्रवाल Quote Writer 3 58 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Mar 2024 · 1 min read शिव बन शिव को पूजिए, रखिए मन-संतोष। शिव बन शिव को पूजिए, रखिए मन-संतोष। कृपा-मेघ बरसें सघन, भरे रिक्त मन-कोष।। आदिगुरू शिव को कहें, उपजा शिव से ज्ञान। शिव से जीवन-जोत है, शिव से ही कल्यान।। ©... Quote Writer 3 47 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Feb 2024 · 1 min read चाँदी की चादर तनी, हुआ शीत का अंत। चाँदी की चादर तनी, हुआ शीत का अंत। टेसू-ढाक-पलाश ले, खेले फाग बसंत।। ठूँठ हुए हर वृक्ष पर, आए पल्लव-फूल। पीत बरन भू- सुंदरी, ओढ़े खड़ी दुकूल।। © सीमा अग्रवाल... Quote Writer 2 56 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 11 Feb 2024 · 1 min read बसंत का आगम क्या कहिए... बसंत का आगम क्या कहिए, दिन चमचम रात उजाली है। नत यौवन-भार से आज धरा, हुई मद में गजब मतवाली है। घाम ने अंगों को झुलसाया। शीत ने कैसा कहर... Hindi · गीत · बसंत 2 68 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Feb 2024 · 1 min read रूप मधुर ऋतुराज का, अंग माधवी - गंध। रूप मधुर ऋतुराज का, अंग माधवी - गंध। लेखक लेकर लेखनी, लिखते ललित निबंध।। साथी मैन बसंत का, लगा रहा मन-घात। कोयल काली कूक कर, करे कुठाराघात।। © सीमा अग्रवाल Hindi · Quote Writer · दोहे 1 60 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Feb 2024 · 1 min read कुछ कहमुकरियाँ.... १- जपूँ अहर्निश उसका नाम। बनाए बिगड़े सारे काम। वही मुक्ति वही चारों धाम। क्या सखि साजन ? ना सखि राम। २- आगे पीछे मेरे डोले। कान में कोई मंतर... Poetry Writing Challenge · कहमुकरी 1 79 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Feb 2024 · 1 min read साजन तुम आ जाना... सावन के आने से पहले, साजन तुम आ जाना। बदरा घिर आने से पहले, साजन तुम आ जाना। जो ना तुम आए तो प्रियतम, आँसू आ जाएँगे। कजरा बह जाने... Poetry Writing Challenge · गीतिका 1 77 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Feb 2024 · 1 min read काश तुम ये जान पाते... जान जाते जो तुम्हें हम, दिल न यूँ तुमसे लगाते। क्यों जगाते कामनाएँ, चाहतों को पर लगाते ? जानते जो बेवफाई, है तुम्हारी फ़ितरतों में, जिंदगी के राज अपने, क्यों... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 2 59 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Feb 2024 · 1 min read घनाक्षरी गीत... जीवन हुआ है भारी, लुटतीं खुशियाँ सारी, विरह-विदग्धा नारी, प्रिय को पुकारती। कहाँ गए तुम नाथ, क्यों छोड़ गए यूँ साथ, झुकाऊँ कहाँ ये माथ, सोच न मन पावे। रो-रोकर... Poetry Writing Challenge 1 88 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Feb 2024 · 1 min read छंद घनाक्षरी... कृपाण घनाक्षरी-श्रीकृष्ण जन्म... मैया की पीन पुकार, सुनते थे बारंबार, करने पाप संहार, आए स्वयं इस बार। छुपी प्रलय वृष्टि में, हलचल थी सृष्टि में, दृश्य अद्भुत दृष्टि में, हुए... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 3 90 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Feb 2024 · 1 min read कृपाण घनाक्षरी.... १-हे प्रभु ले अवतार... अद्भुत यह संसार, समझ न आए पार, फँसी नाव मझधार, कर प्रभु बेड़ा पार। लेकर धर्म की आड़, करें सभी खिलवाड़, मेटे से मिटे न राड़,... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 2 86 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Feb 2024 · 1 min read अब न तुमसे बात होगी... अब न तुमसे बात होगी। अनमनी हर रात होगी। अब न होंगे चाँद- तारे, ना रुपहली रात होगी। कुछ पलों की जिंदगानी, कुछ पलों में ढेर होगी। दो घड़ी भी... Poetry Writing Challenge · गीत 2 82 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 31 Jan 2024 · 1 min read हम करें तो... हम करें तो बेइमानी। वो करें तो बुद्धिमानी। सत्य पर उँगली उठाना, शौक उनका खानदानी। बीज बोकर नफरतों का, खेल खेलें आग-पानी। पाँव उनके चूमती है, संपदा हो नौकरानी। थोपते... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 64 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read इस तरह क्या दिन फिरेंगे.... जो छलेंगे, वो फलेंगे। इस तरह क्या दिन फिरेंगे ? डग न सीधे भर रहे जो, पर लगा नभ में उड़ेंगे। आज हम उस राह पर हैं, जिस राह बस... Poetry Writing Challenge · गीतिका 1 90 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 2 min read किस्मत भी न जाने क्यों... हमने तुमको दिल दिया, तुमने आँसू-भार। प्रेम-समर में पाँव रख, पायी हमने हार। बनते-बनते काम में, देती पलटी मार। किस्मत भी न जाने क्यों, खाए रहती खार। शब्द हृदय पर... Poetry Writing Challenge · दोहा गीत 1 48 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 2 min read किन्नर व्यथा... हमें भी तो जना तुमने, पिता का खून थे हम भी। कलेजा क्यों किया पत्थर, सुनें तो माँ जरा हम भी। दिखा दो एक भी ऐसा, कमी कोई नहीं जिसमें,... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 2 75 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read माँ सच्ची संवेदना... माँ सच्ची संवेदना, माँ कोमल अहसास। मेरे जीवन-पुष्प में, माँ खुशबू का वास।। रंग भरे जीवन में जिसने, महकाया संसार। पाला पोसा जानोतन से, दिया सुघड़ आकार। खुश रहे जो... Poetry Writing Challenge · दोहा · मुक्तक 1 84 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read कर्मवीर भारत... भारत सदा से ही रहा है कर्मवीरों की थली। दम पे इन्हीं के सभ्यता अनुदिन यहाँ फूली फली। नित काम में रत हैं मगर फल की न करते कामना। सौ... Poetry Writing Challenge · गीत 2 72 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read पग न अब पीछे मुड़ेंगे... कस कमर जो चल पड़े हैं, पग न वे पीछे मुड़ेंगे। तुम जियो आजाद होकर, अब न तुम पर भार हूँ मैं। कर्म अपने साथ लेकर, जी रही अधिकार हूँ... Poetry Writing Challenge · नवगीत 1 70 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read दिन सुखद सुहाने आएंगे... बीतेंगी रातें गम की दिन, सुखद सुहाने आएंगे। आज नहीं तो कल वो तेरे, नाज उठाने आएंगे। कचरे पर जो बैठे अकड़े, कूड़ा तुझको समझ रहे। वही कभी जूड़े में... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 82 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक... हंसगति छन्द मुक्तक... छंद हंसगति मिले हार या जीत, नहीं कुछ जानूँ। जग में सच्चा मीत, तुम्हें ही मानूँ। जब प्रभु करूँ पुकार, विनय सुन लेना। देकर तनिक दुलार, कष्ट हर लेना।... Poetry Writing Challenge · मुक्तक · हंसगति छंद 1 78 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक... छंद हंसगति आज खुशी की रात, दिवाली आयी। सजी दीप की पाँत, छटा मन भायी।। देख सफल वनवास, देव हरषाए। हर्ष मगन रनिवास, सुवन घर आए।।१ रूप छटा घन श्याम, सहज मन... Poetry Writing Challenge · मुक्तक · हंसगति छंद 1 64 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक... छंद मनमोहन १- शीश झुकाकर करूँ नमन। करो प्रभो सब पाप शमन।। द्वेष-दंभ सब करें गमन। रहे देश में सदा अमन।। २- सर-सर सर-सर चले पवन। नर्तन करते धरा - गगन।। मन... Poetry Writing Challenge 1 83 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read दोहे एकादश... नैनों में प्रिय तुम बसे, अधर तुम्हारा नाम। एक इशारा तुम करो, चलूँ तुम्हारे धाम।।१।। धंधा करते झूठ का, दावे करते नेक। सिर्फ एक या दो नहीं, देखे यहाँ अनेक।।२।।... Poetry Writing Challenge · दोहे 1 64 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read सजल...छंद शैलजा अच्छे बच्चे- छंद शैलजा... {२४ मात्राएँ .१६-८ पर यति,अंत- दीर्घ (गा)} रोज सवेरे शाला जाते, अच्छे बच्चे। सदा बड़ों को शीश नवाते, अच्छे बच्चे। पढ़ते-लिखते नाम कमाते, आगे जाते, मात-पिता... Poetry Writing Challenge · सजल 1 71 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक...छंद-रूपमाला/मदन १- ढूँढते हैं प्राण पागल, धूप में भी छाँव। चाँदनी नीचे बिछी पर, जल रहे हैं पाँव। शांत नीरव रात में भी, मचा मन में शोर। चाँद गुपचुप नैन खोले,... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 2 91 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक...छंद पद्मावती १- तुमसे ये जीवन... मन की सब बातें, रस-बरसातें, रात-दिवस हम करते थे। सुख-दुख भी आकर, बनते चाकर, कंटक मग के हरते थे। तुमसे ये जीवन, जैसे उपवन, हरा-भरा नित... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 86 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Jan 2024 · 1 min read कुसुमित जग की डार... हंसगति छन्द... 1- गजानन श्री गणेश, सदा सुखकारी। शिव शंकर हैं तात, उमा महतारी। प्रथम पूज्य श्रीपाद, अमंगल हारी। चरण नवाऊँ माथ, हरो अघ भारी। 2- ये हैं गण के... Poetry Writing Challenge · हंसगति छंद 2 88 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Jan 2024 · 1 min read राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस... कर रहे शुभकामना.... पर्व है गणतंत्र दिवस का, राष्ट्र की आराधना। अखंड भारत देश रहे ये, कर रहे शुभकामना। सबके सुख-दुख अपने सुख-सुख, भाव मन में पुष्ट हो। भेद-भाव की... Poetry Writing Challenge · गीत 1 69 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 24 Jan 2024 · 1 min read चंद मुक्तक- छंद ताटंक... अपनी भाषा अपनी संस्कृति, किसे न मोहित करती है ? अपनी माँ या अपनी मासी, किसे न प्यारी लगती है ? पर अपना ये देश अनूठा, पर संस्कृति पर मरता... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 76 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 22 Jan 2024 · 1 min read बड़ी ही शुभ घड़ी आयी, अवध के भाग जागे हैं। बड़ी ही शुभ घड़ी आयी, अवध के भाग जागे हैं। प्रफुल्लित जन अहोभागी, दुखों के दैत्य भागे हैं। कहीं पर दुंदुभी बजती, कहीं बजते नगाड़े हैं। जनकपुर औ अयोध्या में,... Quote Writer 2 63 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Jan 2024 · 1 min read सजी कैसी अवध नगरी, सुसंगत दीप पाँतें हैं। सजी कैसी अवध नगरी, सुसंगत दीप पाँतें हैं। गगनचुंबी इमारत हैं, तनी अद्भुत कनातें हैं। बड़ी शुभदा घड़ी पावन, विराजें राम आसन पर, पखारें पाँव प्रभुवर के, भरी जल की... Quote Writer 1 75 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Jan 2024 · 1 min read लला गृह की ओर चले, आयी सुहानी भोर। लला गृह की ओर चले, आयी सुहानी भोर। बजें नगाड़े - दुंदुभी, गुंजित नभ के छोर।। पलक-पाँवड़े मग बिछा, खड़ा सज्ज हो द्वार। राम-दरश की कामना, करता हर परिवार।। ©... Quote Writer 1 56 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 20 Jan 2024 · 1 min read बनी दुलहन अवध नगरी, सियावर राम आए हैं। बनी दुलहन अवध नगरी, सियावर राम आए हैं। उठा नजरें जरा देखो, अलख सौगात लाए हैं। सरोरुह से नयन कोमल, सरल व्यौहार है इनका, सखी आओ चलें देखें, सुखों के... Quote Writer 1 79 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 15 Jan 2024 · 1 min read क्या यही संसार होगा... चरम पर व्यभिचार होगा। बढ़ रहा अँधियार होगा। सात्विकता क्षीण होगी, तमस का विस्तार होगा। गालियों से बात होगी, अस्मिता पर वार होगा। ध्वस्त होंगीं सभ्यताएँ, मूल्य मन पर भार... Hindi · गीतिका · सजल 2 77 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jan 2024 · 1 min read नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा। नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा। नमामि राम का संयम, नमामि राम की गरिमा। 🙏🙏 भावमगन जन अवध पुरी के, राजकुँवर घर आएँगे। सागर सुख के लहराएँगे, घट... Quote Writer 3 94 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jan 2024 · 1 min read नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा। नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा। नमामि राम का गौरव, नमामि राम की गरिमा। 🙏🙏 जनकपुरी से अवधपुरी में, आया पाग-सनेस। उत्साहित हैं मिथिलावासी, मन में हर्ष विशेष।... Quote Writer 2 75 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 Jan 2024 · 1 min read रामलला के विग्रह की जब, भव में प्राण प्रतिष्ठा होगी। रामलला के विग्रह की जब, भव में प्राण प्रतिष्ठा होगी। राम-नाम अधरों पर होगा, राम-नाम में निष्ठा होगी। लूट मचेगी राम-नाम की, राम-नाम की ईप्सा होगी। राजा राम बनें अग-जग... Quote Writer 3 93 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Jan 2024 · 1 min read आप सभी को नववर्ष की हार्दिक अनंत शुभकामनाएँ आने वाले साल से, कहे पुराना साल। रहे अधूरे काम जो, आकर उन्हें सँभाल।। आने वाले साल से, कहे पुराना साल। तेरा भी इक साल में, होगा मुझसा हाल।। तू... Hindi · Quote Writer · दोहे 2 134 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Dec 2023 · 1 min read जन-जन के आदर्श तुम, दशरथ नंदन ज्येष्ठ। जन-जन के आदर्श तुम, दशरथ नंदन ज्येष्ठ। नरता के मानक गढ़े, नमन तुम्हें नर श्रेष्ठ।। हृदय कामनागार तो, कामधेनु हैं आप। एक छुअन भर आपकी, हर ले हर संताप।। ©... Quote Writer 1 133 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Dec 2023 · 1 min read निकट है आगमन बेला निकट है आगमन बेला खुशी में झूमते पुर-जन, ठुमकते-नाचते पुर-जन। कथाएँ जो सुनीं उन की, मगन मन बाँचते पुर-जन। लला अब जल्द घर आएँ, विगत सुख लौट फिर आएँ, निकट... Quote Writer 2 114 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Dec 2023 · 1 min read रूपमाला रूपमाला फूस की है नींव जिस पर, मोम की दीवार। आँसुओं के साथ अरमां, कर रहे चीत्कार। और क्या-क्या देखना है, हे जगत-कर्तार ! देख कितना दर्द हमको, दे रहा... Quote Writer 3 3 120 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Dec 2023 · 1 min read हंसगति हंसगति तज मन मूरख मोह- स्वार्थ का घेरा। जाना सब ही छोड़, नहीं कुछ तेरा। क्यों ये जोड़-बटोर ? बाँट दे सबको। अपना ही परिवार, मान ले जग को। ©... Quote Writer 2 139 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 27 Nov 2023 · 1 min read आज देव दीपावली... देता सुर को त्रास था, करता पाप अनंत। त्रिपुरारि कहलाए शिव, किया असुर का अंत।। त्रिपुरासुर का अंत कर, दिया इंद्र को राज। आज मुदित मन झूमता, सारा देव समाज।।... Hindi · देव दिवाली दोहे 3 129 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Nov 2023 · 1 min read तड़के जब आँखें खुलीं, उपजा एक विचार। तड़के जब आँखें खुलीं, उपजा एक विचार। रात न देती साथ तो, दिन जाता बेकार।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 2 162 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Nov 2023 · 1 min read मानव-जीवन से जुड़ा, कृत कर्मों का चक्र। मानव-जीवन से जुड़ा, कृत कर्मों का चक्र। सरल रेखवत् है कहीं, कहीं-कहीं पर वक्र।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 1 177 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 Nov 2023 · 1 min read माटी तेल कपास की... जलें तेल अरु वर्तिका, दीप बने आधार। तीनों के गठजोड़ से, अँधियारे की हार।। माटी तेल कपास की, तिकड़ी बनी मिसाल। अँधियारे को बेधने, बुनती जाल कमाल।। © सीमा अग्रवाल... Hindi · दोहे 2 126 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Oct 2023 · 1 min read नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास। नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास। नेह धरा का भूलकर, बना राहु का ग्रास।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 2 79 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Oct 2023 · 1 min read आज रात कोजागरी.... शरद पूर्णिमा पर करें, कोजागर उपवास। जाग्रत रहते जन जहाँ, होता श्री का वास।। धरती ने धारण किया, मोहक हीरक हार । शीतल नूतन भाव का, कन-कन में संचार ।।... Hindi · दोहे 2 95 Share Page 1 Next