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हर भाई के लिए है, उसकी बहन प्रणम्य ।
विदुषी जिसकी बहन हो, वह भाई है धन्य ।।

बहुत सुंदर दोहा आदरणीय
आपका हार्दिक आभार 🙏

हर भाई की हो अगर, इतनी पावन दृष्टि।
बने स्वर्ग ये जग सकल, हो मंगलमय वृष्टि।।

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