Sangeeta Sharma kundra Language: Hindi 71 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sangeeta Sharma kundra 9 Jul 2020 · 1 min read 1330 मेरे आँसू ,बिन पूछे ही बरस गए सुनी पायल की झंकार, तो दीदर को हम तरस गए। याद में तेरी, मेरे आँसू ,बिन पूछे ही बरस गए। क्यों आता है ख्वाब, तड़पाता जो दिन रात। पाकर तुझको... Hindi · गीत 5 4 344 Share Sangeeta Sharma kundra 26 Apr 2020 · 1 min read 981 चाहा है तुझे वो तअस्सुर( प्रभाव) है तेरी आँखों में। कि ,खिंचता ही चला जाता हूँ। तू ही कायनात, तू ही जान ए हयात। बिन तेरे, मिटता ही चला जाता हूँ। चाहत है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 416 Share Sangeeta Sharma kundra 24 Apr 2020 · 1 min read 1252 प्यार ही जीवन है, जीवन है प्यार(Pyaar hee jeevan hai, jeevan hai pyaar) Love is life, life is love प्यार ही जीवन है, जीवन है प्यार, इच्छा.. खुद से प्यार ,ज्ञान...सच्च से प्यार। प्यार पाने के तरीके हों चाहे अलग, पर प्यार कितना भी बांटो, खत्म होता नहीं भंडार।... Hindi · कविता 1 1k Share Sangeeta Sharma kundra 19 Feb 2020 · 1 min read 1195 चाहत तेरी छोटी सी ये शरारत , तब्दील हुई, बन गई चाहत। दिल हो गया तेरा दीवाना, देख तेरे बदन की नजाकत। ख्याल आते ही तेरा मुझे , हो बदन में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 1 486 Share Sangeeta Sharma kundra 26 Jan 2020 · 1 min read 1171 जय जय जय जय हिंदुस्तान कर ले तू कुछ अच्छे काम , छोड़कर आलस और आराम। छोड़ कर होना नाकाम , आज तू मन में ले ठान । नहीं होना है बदनाम। छू लेना है... Hindi · कविता 5 278 Share Sangeeta Sharma kundra 28 Dec 2019 · 1 min read 784 नये साल के नये पल मुड़ के देखा तो समय का पंछी उड़ गया था। कैसे बीता वह समा ,जो कल तक तो नया था।।g आने वाले दिनों की, सोचें थी, मन में तब कितनी।... Hindi · कविता 5 1 323 Share Sangeeta Sharma kundra 12 Dec 2019 · 1 min read 708 तेरे बग़ैर जीना सीख लिया था तेरे बग़ैर जीना सीख लिया था। खुशी को करीब लाना सीख लिया था। जो तुम ना आते सामने मेरे यूं, हमने भी हंस हंस के जीना सीख लिया था। तुझे... Hindi · कविता 3 2 275 Share Sangeeta Sharma kundra 6 Dec 2019 · 1 min read 1110 स्त्री पुरुष स्त्री पुरुष के संगम से, बनता यह संसार। जब तक तार जुड़े नहीं, बाजे नहीं सितार। पावन रूप यह हो जाता, जब मन में होता प्यार। प्रेमभाव से पूर्ण हो,... Hindi · कविता 6 3 336 Share Sangeeta Sharma kundra 28 Nov 2019 · 1 min read 1111 इंतजार है तेरा सुहानी शाम में इंतजार है तेरा। तुझे मिलने को सनम दिल बेकरार है मेरा। ख्वाब तेरे सज रहे हैं इन आँखों में। तुझे सामने पाने को दिल बेकरार है मेरा।... Hindi · कविता 6 326 Share Sangeeta Sharma kundra 25 Nov 2019 · 1 min read 1108 अपना पैमाना खुद बन तू निम्न है या उत्तम यह कोई और तय नहीं करेगा। तुझे अपना पैमाना खुद ही बनना होगा। कोई और , जिसमें तेरे जैसी गुणवत्ता नहीं, कैसे नापेगा तुझे अपने... Hindi · कविता 4 321 Share Sangeeta Sharma kundra 22 Nov 2019 · 1 min read 1102 तेरी आदत हो गयी है मुझे तेरी आदत से मजबूर मैं। हो नहीं सकता तुझसे दूर मैं।। साँस बिन तेरे लेना है मुश्किल। बिन तेरे कहाँ धड़कता है ये दिल।। तू ही मेरा सुकून, तू ही... Hindi · कविता 3 538 Share Sangeeta Sharma kundra 19 Nov 2019 · 1 min read 1100 वक्त के फैसले SQ1100 वक्त के फैसले (Wakt Ke Feisle) जो हम चाहे़ं वही हो ,ऐसा हर बार नहीं होता। वक्त भी कुछ फैसले लेता है जिंदगी के। बहुत सोचते हैं हम ,कभी... Hindi · कविता 2 269 Share Sangeeta Sharma kundra 13 Nov 2019 · 1 min read 1072 इश्क का जिक्र इश्क का जिक्र नहीं होता । इसकी तो खुशबू फैलती है । खुशबू जब फैलती है तो , जिक्र नहीं सिर्फ एहसास होता है। इश्क के एहसास में फिर, इक... Hindi · कविता 2 284 Share Sangeeta Sharma kundra 5 Nov 2019 · 1 min read 1069 दिन रात दिन बीतें, जानूँ न कैसे। रात भी बीत जाए है वैसे।। दिन रात ही, यह धरती घूमे। और दिन-रात बनाए ऐसे।। इस दिन रात के खेल में। दुनिया बिताए जिंदगी... Hindi · कविता 1 460 Share Sangeeta Sharma kundra 25 Oct 2019 · 1 min read 467 शुभ मंगल सावधान( पर्यावरण) दीवाली स्पैशल दिवाली के शुभ मंगल दीप जलाओ। पर सावधान।। दिवाली है खुशियां मनाओ। पर सावधान।। शुभ मंगल दिवाली को रहने दो मंगल। पटाखों की आग, शोरगुल में हो जाए ना अमंगल।... Hindi · कविता 1 272 Share Sangeeta Sharma kundra 20 Oct 2019 · 1 min read 1073 चंडीगढ़ की सुखना लहरें सुखना की देखो, कैसे यह चमकती है। सूरज की किरणें पड़ती है तब, हीरे सी यह दमकती है। इस पर चलती रंगबिरंगी नावें, अलग सा दृश्य प्रस्तुत करती हैं।... Hindi · कविता 2 1 358 Share Sangeeta Sharma kundra 16 Oct 2019 · 1 min read 1070 रहते हो दिल के पास दूर हो तुम, फिर भी दूर नहीं। रहते हो सदा दिल के पास कहीं। जब चाहूँ मैं तुमसे बातें होती हैं। होता दूरी का एहसास नहीं। आँख बंद हो तो... Hindi · कविता 6 2 265 Share Sangeeta Sharma kundra 14 Oct 2019 · 1 min read 1059 कुम्हार की पुकार दिये माटी के बनाए हैं मैंने। कर लेना अपने घर में तुम उजाला। जो ले जाओगे मेरे पास से तुम, मेरे भी घर में हो जाएगा उजाला। बड़ी आस है... Hindi · कविता 3 296 Share Sangeeta Sharma kundra 12 Oct 2019 · 1 min read 1053 झूमती हवा हो जाता है मन बावरा। पी को ,इस बात का, ऐ हवा , तू दे पता। झूमती है जब हवा। धड़कता है दिल मेरा। कैसे संभालू धड़कन को, तू ये... Hindi · कविता 3 373 Share Sangeeta Sharma kundra 27 Sep 2019 · 1 min read 1046 ना जल सखी री क्यों जलती हो सखी तुम। मेरे पी के प्यार से। तुम्हारे दिन भी आ जाएंगे। बीत जाएंगे दिन इंतजार के। समां मेरा बीत रहा है, आज प्यार मैं। हर पल... Hindi · कविता 6 2 284 Share Sangeeta Sharma kundra 26 Sep 2019 · 1 min read 1035 अनकहा प्यार 1035 अनकहा प्यार (Ankaha Pyaar) मैंने छुपाना चाहा हर बार। फिर भी छुपा ना पाया मैं प्यार। रोका मैंने अपना इज़हार। करता रहा तेरा इंतजार। बेताबियां बड़ीं, फिर भी रोका।... Hindi · कविता 3 2 583 Share Sangeeta Sharma kundra 25 Sep 2019 · 1 min read 1049 छटपटाती जिंदगी छट पटा रही है जिंदगी ऐसे। जैसे टूटे हुए दांतों में जीभ । ज़रा भी मर्जी से हिलने नहीं देते। हिल जाए तो देते हैं तकलीफ। जरा सा हिलते ही... Hindi · कविता 3 2 329 Share Sangeeta Sharma kundra 23 Sep 2019 · 1 min read 1047 इन कलियों को खिलने देना (बेटी दिवस) बेटी..... तेरे पैदा होने की खुशी, आज तक में मना रहा हूँ। शुक्रगुजार हूँ तेरा, मैं दिल के टुकड़े, तेरे होने से जिंदगी का जश्न मना रहा हूँ। जब आई... Hindi · कविता 5 3 397 Share Sangeeta Sharma kundra 20 Aug 2019 · 1 min read 1014 श्याम की बँसी, राधा की पायल श्याम की बँसी, राधा की पायल, से जब, जग गुँजायमान होता है। राग सजता है, धुन बजती है, धरती पर स्वर्ग सा गुमान होता है। नाचने लगती है गोपियाँ जब,... Hindi · कविता 6 1 574 Share Sangeeta Sharma kundra 8 Aug 2019 · 1 min read 1001 वह रात वह रात में नहीं भूल पाया। जब मैं तुमसे मिलकर आया। सोचा था तू है अपनी, पर तूने समझा मुझे पराया। वह रात जब मैंने सब कुछ कहा। अपना दिल... Hindi · कविता 6 4 590 Share Sangeeta Sharma kundra 4 Aug 2019 · 1 min read 998 ऐ मेरे दोस्त तुमने मेरी दोस्ती को ना पहचाना। जरा सी बात का बना दिया अफ़साना। जरा अगर तू, सोच कर देखता। न यूँ समझता तू मुझको बेगाना। ज़रा देख गहराई से मेरे... Hindi · कविता 3 271 Share Sangeeta Sharma kundra 29 Jul 2019 · 1 min read 989 जा लौट जा क्या मिलेगा तुझे यूँ, दूर से मुझको देखकर। तड़प तेरी बढ़ती रहेगी, इस तरह दिल फेंक कर। वह दिन अब बीत गए, जब हुए थे एक हम। बिखर गए सब... Hindi · कविता 4 2 242 Share Sangeeta Sharma kundra 23 Jul 2019 · 1 min read 986 कर हिम्मत क्यों डुबो रखा है खुद को ,नशे के जाल में। कर हिम्मत और खुद को इस भँवर से निकाल ले। जिंदगी हो जाएगी खत्म यूँ ही बेहोशी में, कर हिम्मत... Hindi · कविता 4 1 363 Share Sangeeta Sharma kundra 22 Jul 2019 · 1 min read 964 रहगुज़र तेरी रहगुज़र से न जाने, गुज़र गए कब। विरानगी का ना आया,ख्याल ,गुजरे जब। तेरी रहगुज़र से.........। ख्यालों में मेरे, तू आई ,ना गई जब। राह गुजर न जाने ,गुज़र... Hindi · कविता 5 2 374 Share Sangeeta Sharma kundra 19 Jul 2019 · 1 min read 980 खुद में ही खुशी ढूँढ कर मैं जीता रहा जमाने की खुशियाँ, मिली जो ना मुझको। खुद में ही खुशी को ढूँढ कर मैं जीता रहा।। बेगाना समझ कर, तड़पाया तूने मुझको। इसी गम को दूर करने में समय... Hindi · कविता 2 1 285 Share Sangeeta Sharma kundra 5 Jul 2019 · 1 min read 966 ज़िदगी का सफर भरोसा नहीं है पल भर का भी इस डगर में। कब लग जाए पूर्ण विराम इस सफर में। कभी फूलों भरी, कभी कांटों भरी है राहें। कहना है मुश्किल, क्या... Hindi · कविता 3 1 271 Share Sangeeta Sharma kundra 2 Jul 2019 · 1 min read 965 ऐतबार ऐतबार की बात ना पूछ, हमें उनके हर लफ्ज़ पे ऐतबार है। वो करें ना करें हमसे, मान लेंगे हम, जो कहें हमसे प्यार है। रहगुजर है जो उनकी मंजिल... Hindi · कविता 3 1 273 Share Sangeeta Sharma kundra 28 Jun 2019 · 1 min read 960 खारों की बस्ती खामोशी है हर तरफ, गुल गुलशन मुरझा गए। खारों ( कांटों )ने बस्ती सजाई है। चाँद ने भी खो दी चाँदनी। गुल तिश्रन्गी में मर्ग (खत्म) हुआ। खारों ने बस्ती... Hindi · कविता 4 1 455 Share Sangeeta Sharma kundra 22 Jun 2019 · 1 min read 955 तेरा इंतजार बैठा हूं तेरी याद में दिलबर, कैसे मिटाऊँ तनहाइयाँ। जो तू आ जाए मेरी जिंदगी में, बज उठे शहनाइयाँ। याद तेरी में काटना दिन, हो गया है मुश्किल । हर... Hindi · कविता 2 1 456 Share Sangeeta Sharma kundra 21 Jun 2019 · 1 min read मेरे सनम मेरे सनम तुझे मेरी कसम। मुझे तेरी कसम। साथ मेरे तू , रहना सदा। मैं सदा ही, रहूंगा तेरा। हर जन्म हर जन्म हर जन्म तेरे बिना मैं, कुछ भी... Hindi · हाइकु 4 4 294 Share Sangeeta Sharma kundra 21 Jun 2019 · 1 min read 951 उलझे शब्द कभी-कभी शब्दों में यूँ उलझ जाता हूँ। कि शब्द कहाँ से कहाँ जा पड़ते हैं। कुछ समझ ही नहीं पाता हूँ। कभी-कभी शब्द यूँ भागते हैं कितना भी सँभालूँ उनको,... Hindi · कविता 4 560 Share Sangeeta Sharma kundra 20 Jun 2019 · 1 min read 952 सुना हाल ए दिल सुना हाल ए दिल तू अपना, मेरा भी हाल सुन। ना बैठ तू यूँ चुपचाप ,ना रहे यूँ गुमसुम। कोई तस्वीर बना ऐसी, जो दिल में उतर जाए। छेड़ राग... Hindi · कविता 2 1 566 Share Sangeeta Sharma kundra 14 Jun 2019 · 1 min read 947 बचपन के वो दिन बचपन के वो दिन। गए हमसे जो छिन। कितने प्यारे थे वो दिन। बचपन .........दिन। दौड़ लगाते बागों में, करते फूलों से प्यार। जिन पर भँवरे करते भिन-भिन। बचपन .........दिन।... Hindi · कविता 2 1 537 Share Sangeeta Sharma kundra 13 Jun 2019 · 1 min read 945 तेरे लफ्ज़ तेरी बातें तेरे लफ्ज़ों ने दर्द दिया मुझको, तेरी बातों ने गम। फिर उन्हीं बातों, उन्हीं लफ्ज़ों ने लगाया मरहम। क्यों ऐसा होता है, ए मेरे सनम। जो दर्द देते हैं आज... Hindi · कविता 1 435 Share Sangeeta Sharma kundra 10 Jun 2019 · 1 min read 943 अपने बेगाने सोचा था जो अपने हैं, हरदम साथ निभाएंगे। क्या मालूम था हमें, वो यूं बेगाने बन जाएंगे। क्या है पैमाना अपने बेगाने का। क्या पैमाना है साथ निभाने का। वक्त... Hindi · कविता 2 266 Share Sangeeta Sharma kundra 9 Jun 2019 · 1 min read 942 जुदाई ऐसी तन्हाई है छाई। की दिल की धड़कन, भी देती है सुनाई। याद जब तेरी आई। टिक गई निगाह कहीं, और आँख भर आई। जब से हुई जुदाई। बैठे हैं... Hindi · कविता 2 2 424 Share Sangeeta Sharma kundra 2 May 2019 · 1 min read 904 बारिशों का मौसम यह बारिशों का मौसम है , पानी से हलचल हर ओर है । धरती महकी माटी की खुशबू से , खिला इसका कणकण हर ओर से। कभी आँधियां आती हैं... Hindi · कविता 3 1 571 Share Sangeeta Sharma kundra 1 May 2019 · 1 min read 903 मज़दूर की आवाज मेहनत से मैं घबराता नहीं। मेहनत से कभी दूर जाता नहीं। बस जो हक है मेरा, मैं उसे कभी पाता नहीं। जरा गौर करो अपने आसपास, उपयोग जब करते हो... Hindi · कविता 2 2 265 Share Sangeeta Sharma kundra 29 Apr 2019 · 1 min read 900 आजा सब छोड़ कर बसा ली उन्होंने नई दुनिया, हमें छोड़ कर। क्या मिला उन्हें ,इस तरह दिल मेरा तोड़ कर। उनके लिए पास आ गए थे हम सब कुछ छोड़ कर। एक पल... Hindi · कविता 2 1 386 Share Sangeeta Sharma kundra 25 Apr 2019 · 1 min read 897 आँसू आँखों के सागर में समेटे रखता हूँ आँसुओं को। डरता हृँ, कहीं बह न जाएं, किसी के सामने। दर्द सारा सँभाल रखा है सीने में अपने, डरता हूँ जुबान कहीं... Hindi · कविता 2 1 533 Share Sangeeta Sharma kundra 24 Apr 2019 · 1 min read 894 जिंदगी की ट्रैफिक लाइट जिंदगी है ट्रैफिक लाइट जैसी। जिंदगी की ट्रैफिक लाइट। लाल बत्ती रहती है जब, जीवन ठहर सा जाता है। कुछ होनी ,अनहोनी का, डर जैसे सताता है। सोचता रहता है... Hindi · कविता 3 1 259 Share Sangeeta Sharma kundra 27 Mar 2019 · 1 min read 869 जब करो तो सोचो नहीं काम कोई भी मुश्किल नहीं। बस ,जब करो तो सोचो नहीं। कुछ दिमाग के हैं काम। तो कुछ हैं, बाहुबल के। बस ,जब करो तो सोचो नहीं। सोच तो पहले... Hindi · कविता 2 287 Share Sangeeta Sharma kundra 26 Mar 2019 · 1 min read 868 बता मेरा कसूर क्या था बदल गई नजर जो तेरी, बता मेरा कसूर क्या था। इश्क मुझे हुआ, ना तूझे हुआ, बता मेरा कसूर क्या था। आंखे तेरी है मय से भरी, नजर जो नजर... Hindi · कविता 1 246 Share Sangeeta Sharma kundra 26 Mar 2019 · 1 min read 866 अरदास करां गुरु वाणी दा पाठ करां। तेरे आगे अरदास करां। कन्ना विच जेहडे़ शब्द पैण। उन्हानू आत्मसात करां। गुरु वाणी दा पाठ करां। तेरे आगे अरदास करां। खुशियाँ मेरे मन च... Hindi · कविता 3 723 Share Sangeeta Sharma kundra 25 Mar 2019 · 1 min read 867 बुझ तो सबको जाना है दीया हो या सूरज। बुझ तो सबको जाना है। दिये को तो फिर भी मैं जला रखूं कल तक। सूरज को तो आज की आज ही, बुझ जाना है। कोई... Hindi · कविता 2 301 Share Page 1 Next