Dr. Rajendra Singh 'Rahi' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 23 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 8 Jan 2021 · 1 min read जो अपने है उनको पराया ना कर ग़ज़ल... जो अपने है उनको पराया ना कर, तू रिस्तो को हरदम हराया ना कर। अगर चाहता है रहें सब महकते, तो गुलशन की खुशबू चुराया ना कर। नहीं जिनकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 270 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 28 Dec 2020 · 1 min read राह में कुछ लोग अब भी मुस्कराते चल रहे ग़ज़ल... राह में कुछ लोग अब भी मुस्कराते चल रहे, लग रहा है इस तरह वह कुछ छुपाते चल रहे। देखकर हैरान उनकी हरकतों से हूँ मगर, जानता हूँ आग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 212 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 22 Dec 2020 · 1 min read मेरे सवाल पास में उनके पड़े हुए ग़ज़ल... मेरे सवाल पास में उनके पड़े हुए देते नहीं जवाब है साहब अड़े हुए... मशगूल इतने हो गये कि देखते नहीं तकलीफ से बेज़ार हुए जो खड़े हुए... माँ-बाप... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 216 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 20 Dec 2020 · 1 min read मतलबी इंसान से तू प्यार मत कर ग़ज़ल.... मतलबी इंसान से तू प्यार मत कर इस तरह घर में सरे दीवार मत कर.... हो नहीं सकता हितैषी वो यकीनन आ गया सच सामने इनकार मत कर... बो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 397 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 18 Dec 2020 · 1 min read उनसे हमारी ये जो मुलाकात हो गई ग़ज़ल... उनसे हमारी ये जो मुलाकात हो गई, सबसे हसीन अपनी तो ये रात हो गई। देखा तो लगा जैसे कहीं ख्वाब तो नहीं, अच्छा ये हुआ दिल से सही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 189 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 17 Dec 2020 · 1 min read फिर से आँखें हुई सजल शायद ग़ज़ल... फिर से आँखें हुई सजल शायद बन रही है कोई ग़ज़ल शायद.... देखकर भी नहीं देखा मुझको ऐसा लगता गए बदल शायद... ढूँढते फिर रहे वो महफिल में खूबसूरत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 209 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 13 Dec 2020 · 1 min read प्रभु मन में उम्मीद जगा दो प्रभु मन में उम्मीद जगा दो... प्रभु मन में उम्मीद जगा दो नयनों में सुचि स्वप्न सजा दो... भटक न जाऊँ मैं दुनियां में मुझको उत्तम राह दिखा दो... कांप... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 241 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 3 Dec 2020 · 1 min read मुझे उनके आने का पैगाम देना मुझे उनके आने का पैगाम देना... मुझे उनके आने का पैगाम देना यही इक मुहब्बत का इनाम देना.. भरोसा वफा का बहुत यार पर है नहीं बेवफा का उसे नाम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 228 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 2 Dec 2020 · 1 min read ज़िन्दगी सबकी बदलती जा रही है ज़िन्दगी सबकी बदलती जा रही है... ज़िन्दगी सबकी बदलती जा रही है यह इसी से ही उलझती जा रही है... कर रहा है आदमी खुद ही शिकायत आदमी की प्रीति... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 228 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 1 Dec 2020 · 1 min read हमको फ़र्ज निभाना होगा हमको फ़र्ज निभाना होगा.... हमको फ़र्ज निभाना होगा अपना कर्ज़ चुकाना होगा... जिस माटी ने दिया सहारा उनको हृदय लगाना होगा... अंधियारा से जूझ रहा घर दीपक वहाँ जलाना होगा...... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 347 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 29 Nov 2020 · 1 min read इक उजाले का नयन में आस होना चाहिए ग़ज़ल.... इक उजाले का नयन में आस होना चाहिए ज़िन्दगी जीने के लिए खास होना चाहिए... है सही किस्मत सभी की एक सी होती नहीं शीर्ष पाने का मगर उल्लास... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 272 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 28 Nov 2020 · 1 min read बदला-बदला शहर हो गया ग़ज़ल.... बदला-बदला शहर हो गया... बदला-बदला शहर हो गया पानी उसका जहर हो गया... इंसानों की बात नहीं यह.. शैतानों का बसर हो गया हुए अपरिचित हम अपनों से अनजानों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 219 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 27 Nov 2020 · 1 min read बहरी क्यों सरकार आज है बहरी क्यों सरकार आज है... बहरी क्यों सरकार आज है इतनी क्यों टकरार आज है... कहाँ गया धरती का सेवक दिखता बस दरबार आज है.... किया बग़ावत हक के ख़ातिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 394 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 21 Nov 2020 · 1 min read झूठ देख इंकार न कर झूठ देख इंकार न कर... झूठ देख इंकार न कर बेमतलब टकरार न कर... हो संवेदनशील नहीं उत्तम वह सरकार न कर... लूट रहे है जो जन को उनपे और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 471 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 21 Nov 2020 · 1 min read पानी पर चलता है क्यों पानी पर चलता है क्यों... पानी पर चलता है क्यों अपनो से जलता है क्यों... नहीं रुकेगा धन-दौलत सोच जरा छलता है क्यों... ठीक नहीं जो काम लगे उसको तू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 222 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 16 Nov 2020 · 1 min read उपवन फूल खिलाना होगा उपवन फूल खिलाना होगा... उपवन फूल खिलाना होगा मन में दीप जलाना होगा.... पथरीली राहों पर भी अब अपना पांव बढ़ाना होगा... सोये जो है भाग्य भरोसे गहरी नींद जगाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 274 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 7 Nov 2020 · 1 min read मिलकर देश उठाओ ना मिलकर देश उठाओ ना.. रुपया पैसा खाओ ना ऐसे मुँह बिचकाओ ना ... चाह रहे वो जो खाना उनको वही खिलाओ ना... रूठ गए जो बेमतलब उनको और मनाओ ना...... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 226 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 6 Nov 2020 · 1 min read छोड़ो झूठी बात बनाना छोड़ो झूठी बात बनाना... छोड़ो झूठी बात बनाना नहीं रुकेगा कपट कमाना.. मालुम तो है ही यह सबको भरता नहीं है कभी खजाना... ढ़ह जायेगा महल एक दिन व्यर्थ ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 413 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 31 Oct 2020 · 1 min read आलू का तो हाल न पूछो आलू का तो हाल न पूछो... आलू का तो हाल न पूछो टेढ़ी कितनी चाल न पूछो... प्याज, टमाटर आँखें ताने पीली क्यों है दाल न पूछो.... मिरिच, मसाला, तेल,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 608 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 27 Oct 2020 · 1 min read जनप्रतिनिधि इंसान करो जनप्रतिनिधि इंसान करो... लोकतंत्र का ध्यान करो सब अपना मतदान करो... यह अवसर सबसे अच्छा अच्छे की पहचान करो... रुपया, कपडा, दारू ना वोट सदा विज्ञान करो.... सुने समस्या जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 229 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 22 Oct 2020 · 1 min read अच्छा होगा संवाद करो अच्छा होगा संवाद करो.... अच्छा होगा संवाद करो कोई न व्यर्थ विवाद करो... जो कथन स्वयं ही सीधा हो उसका सीधा अनुवाद करो... करता है कोई गलत अगर मत डरो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 346 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 18 Oct 2020 · 1 min read हक दुश्मन से मांग रहा है हक दुश्मन से मांग रहा है.... हक दुश्मन से मांग रहा है नाग अभी भी जाग रहा है.... मरा हुआ मत उसे समझना मुर्गा बनकर बांग रहा है.... पता चला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 256 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 17 Oct 2020 · 1 min read उम्मीदों का दीप जलायें उम्मीदों का दीप जलाये..... उम्मीदों का दीप जलायें सबको अपने गले लगायें... प्रेमपूर्ण जीवन ही जीवन कठिन पंथ पर कदम बढ़ायें.... द्वेष भाव अन्तर्मन में यदि तत्पर होकर दूर भगायें....... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 4 268 Share