प्रेम शंकर तिवारी 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रेम शंकर तिवारी 23 Nov 2021 · 1 min read परिवार मात पिता बेटी बेटा का जीव जगत आकार। प्रेम पूर्ण सम्बन्धों से बसता नित परिवार।। आशुतोष का चंचल मन माता करती स्नेह। नित करता अटखेलियां और छलकता प्रेम।। बिटिया मेरी... Hindi · दोहा 443 Share प्रेम शंकर तिवारी 23 Nov 2021 · 1 min read धर्म और संस्कृति अब अतिशय होय समाज में और धर्म कर्म की नित क्षति बात संभल जाने की त्वरित प्रारंभ वर्ग विशेष की दुर्गति। वेश बदल कर देख भेड़िए करने लगे हैं समूह... Hindi · कविता 409 Share प्रेम शंकर तिवारी 23 Nov 2021 · 2 min read मां की ममता नव माह रखकर कोख में रग में बहते खून से सींचा। झेला प्रसव की पीड़ा को अन्त दंभ को न भिंचा। निचोड़ कर शरीर अपना दूध हमको पिलाती। स्वयं भूखे... Hindi · कविता 1 1 239 Share