Dr. Pratibha Mahi Tag: ग़ज़ल/गीतिका 21 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Pratibha Mahi 9 Sep 2021 · 1 min read ख़्वाब उसी का गढ़ते हो ख़्वाब उसी का गढ़ते हो आना कानी करते हो हुस्न ग़ज़ब का है तेरा क्यूँ कहने से डरते हो रोज़ चकोरी की छत पर बिन मौसम ही झरते हो बात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 458 Share Dr. Pratibha Mahi 9 Sep 2021 · 1 min read कोई पास आया सवेरे-सवेरे ग़ज़ल दिया एक जलाया सवेरे-सवेरे कोई पास आया सवेरे-सवेरे सजा सेज कलियाँ लगीं गुदगुदाने हिया से लगाया सवेरे-सवेरे बतायें क्या तुमको कयामत क्या आयी लबों पर सजाया सवेरे-सवेरे छुआ जब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 477 Share Dr. Pratibha Mahi 9 Sep 2021 · 1 min read मेरा दिलदार है अब तो ग़ज़ल वो जिस भी रूप में आये मुझे स्वीकार है अब तो करूँ इनकार कैसे मैं , मेरा दिलदार है अब तो उसी ने है गढ़ा मुझको उसी ने आ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 424 Share Dr. Pratibha Mahi 7 Sep 2021 · 1 min read मौत को हम गले से लगाकर चले मौत को हम गले से लगाकर चले । कुछ तो पाकर चले कुछ लुटाकर चले ।। हो चले अलविदा हम वतन के लिए । दीप खुशियों के घर घर जलाकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 394 Share Dr. Pratibha Mahi 7 Sep 2021 · 1 min read प्यार की शम्आं जलाकर चल दिया प्यार की शम्आं जलाकर चल दिया। आज फिर वो मुस्कुराकर चल दिया।। है भला अब क्या छुपा तुझसे मेरा। रुख से हर पर्दा उठाकर चल दिया।। भूल कर बैठे थे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 586 Share Dr. Pratibha Mahi 12 Jun 2021 · 1 min read हम भी पगला से गये कह गया तू कर इबादत वो ख़ुदा माही मेरा रुख बदल कर चल पड़ा वो जो अनन्त आदी मेरा छोड़ दी पतवार मैंने बस इसी उम्मीद पर थाम लेगा आके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 495 Share Dr. Pratibha Mahi 10 Apr 2021 · 1 min read कह दो ना तुम मरते हो ख़्वाब उसी का गढ़ते हो आना कानी करते हो हुस्न ग़ज़ब का है मेंरा क्यूँ कहने से डरते हो रोज़ चकोरी की छत पर बिन मौसम ही झरते हो बात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 333 Share Dr. Pratibha Mahi 4 Apr 2021 · 1 min read मुझे लब पर सजाओ ना पढ़ी चरणों में आ तेरे, गले आकर लगाओ ना करो रहमत तनिक मुझ पर, कदम अपना बढ़ाओ ना हलक सूखा पिया मोरे ,भला कब तक पुकारूँ मैं पकड़ लो हाथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 689 Share Dr. Pratibha Mahi 16 Jan 2021 · 1 min read कोई पास आया सवेरे-सवेरे मुझे आ जगाया सवेरे-सवेरे कोई पास आया सवेरे-सवेरे सजा सेज कलियाँ लगीं गुदगुदाने हिया से लगाया सवेरे-सवेरे बतायें क्या तुमको कयामत क्या आयी लबों पर सजाया सवेरे-सवेरे छुआ जब किसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 13 677 Share Dr. Pratibha Mahi 15 Jan 2021 · 1 min read ज़माने को जगाना है नई इक नीव रखनी है ज़माने को जगाना है सुनो फलदार वृक्षों को, जतन कर अब बचाना है ... {1} तले बैठे हो तुम जिनके , कभी मत काटना जड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 274 Share Dr. Pratibha Mahi 15 Jan 2021 · 1 min read ज़िन्दगी रूठती है मनाती है यह ज़िन्दगी खेल कितने खिलाती है यह ज़िन्दगी ख्वाब हरदम दिखाकर सुहाने सदा पास अपने बिठा ती है यह ज़िन्दगी दूर अपनों को अपनों से जब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 10 443 Share Dr. Pratibha Mahi 28 Sep 2020 · 1 min read साजन के संग सावन का ग़ज़ल गुज़रा वो ज़माना याद आया मुझे साजन के संग सावन का हर लम्हा पुराना याद आया मुझे साजन के संग सावन का झूले पे झुलाना याद आया मुझे साजन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 460 Share Dr. Pratibha Mahi 14 Sep 2020 · 1 min read मुझे कहते सभी हिन्दी मुझे कहते सभी हिन्दी सखी उर्दू हमारी है सुरीली हूँ मैं कोयल सी ज़माने को वो प्यारी है कहीं भारी न पड़ जाऊँ डरे यारो ये अंग्रेजी महारानी मैं भारत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 282 Share Dr. Pratibha Mahi 22 Sep 2019 · 1 min read है ग़ज़लों की मलिका-औ- गीतों की रानी-- इश्क-ए-माही ग़ज़ल-- 05 है ग़ज़लों की मलिका-औ- गीतों की रानी है उसकी अदा में अज़ब इक कहानी न जाने कहाँ से है उतरी धरा पर लगे नूर उसका हो जैसे रुहानी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 289 Share Dr. Pratibha Mahi 22 Sep 2019 · 1 min read ठहरे पानी में आई रवानी ख़ुदा--- इश्क-ए-माही ग़ज़ल -- 04 ठहरे पानी में आई रवानी ख़ुदा ज़िन्दगी को मिली ज़िन्दगानी ख़ुदा वक्त रंगत बदलता रहा हर घड़ी दास्ताँ क्या लिखी है सुहानी ख़ुदा आ गये तेरी ज़न्नत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 218 Share Dr. Pratibha Mahi 22 Sep 2019 · 1 min read ठहरे पानी में आई रवानी ख़ुदा--- इश्क-ए-माही ग़ज़ल -- 04 ठहरे पानी में आई रवानी ख़ुदा ज़िन्दगी को मिली ज़िन्दगानी ख़ुदा वक्त रंगत बदलता रहा हर घड़ी दास्ताँ क्या लिखी है सुहानी ख़ुदा आ गये तेरी ज़न्नत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 217 Share Dr. Pratibha Mahi 22 Sep 2019 · 1 min read सभी यादें दफ़न कर हम नया मन्ज़र सजा देंगे -- इश्क़-ए-माही ग़ज़ल---03 ********* सभी यादें दफ़न कर हम नया मन्ज़र सजा देंगे फरिश्तों को बना अपना रुहानी दर दिखा देंगे चले अँगार पर जब जब, हुए हम राख जल यारो सिमट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 233 Share Dr. Pratibha Mahi 22 Sep 2019 · 1 min read मुस्कुराती है सदा दिलदार के लिए --- इश्क़-ए-माही ग़ज़ल -- 02 ********** मुस्कुराती है सदा दिलदार के लिए हर ख़ुशी कुर्बान उसकी प्यार के लिए बनके बदली झूमती सावन में हर घड़ी है बरसती बूँद बनके यार के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 339 Share Dr. Pratibha Mahi 25 Feb 2019 · 1 min read दिल से निकली अनौखी सदा देखिये... ('इश्क़-ए-माही' पुस्तक ग़ज़ल संग्रह से) ग़ज़ल -- 01 ********** दिल से निकली अनौखी सदा देखिये कैसी अदभुत है उसकी कला देखिये वक्त का हर ये लम्हां पुकारे उसे करती फ़रियाद हर इक दुआ देखिये चाँदनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 349 Share Dr. Pratibha Mahi 25 Feb 2019 · 1 min read मिटाकर नफ़रतें मन से..... ('इश्क़-ए-माही' पुस्तक ग़ज़ल संग्रह से) मिटाकर नफ़रतें मन से अज़ब इक बीज बोया है जिसे कहते हो तुम उल्फ़त उसे दिल में संजोया है वही हमको लगे प्यारी उसी के तो हैं हम शागिर्द उसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 319 Share Dr. Pratibha Mahi 25 Feb 2019 · 1 min read जब से ख़ुदको पढ़ना सीखा ('इश्क़-ए-माही' पुस्तक ग़ज़ल संग्रह से ) ग़ज़ल-- 54 जब से ख़ुदको पढ़ना सीखा बस तुझ ही में ढलना सीखा रुह से रुह का कैसा पर्दा रुह ने रुह में बसना सीखा क्या ख़ुशियाँ क्या ग़म का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 285 Share