ओंकार मिश्र 50 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओंकार मिश्र 7 Dec 2023 · 1 min read गंगा गंगा में बाढ़ आने से जल गंदा हो जाता है। पर उसकी पवित्रता में कमी नहीं आती है।। Hindi Motivational Quotes · Hindi Quotes · Motivation Quotes · Quotation · Quote Writer 1 151 Share ओंकार मिश्र 6 Dec 2023 · 1 min read चाँद चाँद पर धब्बा आने से उसकी शीतलता की जगह ज्वाला नहीं निकलती है। चाँद की रोशनी से प्रेम और शांति ही मिलती है।। Daily Writing Challenge · Hindi Quotes · Quotation · Quote Writer 1 169 Share ओंकार मिश्र 5 Dec 2023 · 1 min read परोपकार जब तुम किसी के साथ परोपकार करते हो तो किसी बात पर उससे धृणा मत करो। Hindi Motivational Quotes · Quotation · Quote Writer 1 159 Share ओंकार मिश्र 4 Dec 2023 · 1 min read धीरज और संयम धीरज और संयम के सामने भयंकर संकट भी धुए की तरह उड़ जाता है। Hindi Motivational Quotes · Quotation · Quote Writer 1 171 Share ओंकार मिश्र 3 Dec 2023 · 1 min read परमात्मा मनुष्य के रूप में परमात्मा सदा हमारे साथ होते हैं। उनकी सेवा ही हमारा परम धर्म है।। Daily Writing Challenge · Hindi Quotes · Quotation · Quote Writer 1 146 Share ओंकार मिश्र 2 Dec 2023 · 1 min read परमेश्वर का प्यार परमेश्वर का प्यार केवल सदाचारी, शालीन, कर्मयोगी के साथ ही रहता है। Quotation · Quote Writer 1 166 Share ओंकार मिश्र 30 Nov 2023 · 1 min read मूल्य मंत्र शालीनता, मानवता, सदाचार ही जीवन की सफलता का मूल्य मंत्र है। Quotation · Quote Writer 1 166 Share ओंकार मिश्र 28 Nov 2023 · 1 min read कैसे देख पाओगे डूबते सूर्य को देख आँसू बहाओगे तो निकलते चंद्रमा और तारों को कैसे देख पाओगे। Quotation · Quote Writer 2 167 Share ओंकार मिश्र 27 Nov 2023 · 1 min read अधिकार और पशुवत विचार अधिकार की कामना महामानव से की जाती है। पशुवत विचार वाले से कोई कामना नहीं की जाती है।। Quotation · Quote Writer 1 126 Share ओंकार मिश्र 26 Nov 2023 · 1 min read इरशा जिस तरह कीड़ा कपडों को कुतर डालता है। उसी तरह इरशा और कलह मुनुष्य के मन को कुतर डालता है।। Quotation · Quote Writer 1 92 Share ओंकार मिश्र 25 Nov 2023 · 1 min read क्रोध क्रोध मुर्खता से शुरू होता है। और पश्यताप पर समाप्त होता है।। Quotation · Quote Writer 2 179 Share ओंकार मिश्र 24 Nov 2023 · 1 min read नम्रता नम्रता से देवता भी मनुष्य के वश में हो जाते हैं। प्रताड़ना से पशु भी मनुष्य से दूर हो जाते हैं।। Quotation · Quote Writer 2 111 Share ओंकार मिश्र 23 Nov 2023 · 1 min read मनुष्य को मनुष्य को स्वास्थ्य की ओर बढना, अंधेरे से उजाले की ओर चलना, मृत्यु से अमरत्व की ओर बढना चाहिए। Quotation · Quote Writer 1 164 Share ओंकार मिश्र 22 Nov 2023 · 1 min read चिंतन चिंतन के सुधरने से जीवन सुधरता है। चिंतन की विकृत्ति से समस्यासे बढ जाती है।। Quotation · Quote Writer 1 120 Share ओंकार मिश्र 21 Nov 2023 · 1 min read धैर्य और साहस धैर्य और साहस के सामने भयंकर संकट भी धूए के बादल की तरह अपने आप उड़ जाते हैं। Quotation · Quote Writer 1 73 Share ओंकार मिश्र 20 Nov 2023 · 1 min read जीवन में जीवन में सादगी और सज्जनता को अपनाना चाहिए। अपने चारो तरफ स्वच्छता का वाता वरन बनाना चाहिए।। Quotation · Quote Writer 2 180 Share ओंकार मिश्र 19 Nov 2023 · 1 min read प्रेम और आदर प्रेम और आदर मनुष्य को अपने ओर खीचने वाला चुम्बक है उपहास और अनादर मनुष्य को अपने से दूर करने वाला विपरीत चुम्बक है Quotation · Quote Writer 1 136 Share ओंकार मिश्र 18 Nov 2023 · 1 min read अंधा वो नहीं होता है अंधा वो नहीं जिसकी आंखे नहीं होती है अंधा वो है जो जान-बुझ कर भी अपने दोषों पर पर्दा डालता है Quotation · Quote Writer 1 232 Share ओंकार मिश्र 5 Nov 2023 · 1 min read प्रेम और आदर प्रेम और आदर मनुष्य को अपने ओर खीचने वाला चुम्बक है उपहास और अनादर मनुष्य को अपने से दूर करने वाला विपरीत चुम्बक है Quotation · Quote Writer 1 200 Share ओंकार मिश्र 28 Oct 2023 · 1 min read अपना घर स्नेह, त्याग, छमा, उदारता का अवसर अपने घर में ज्यादा मिलता है। दूसरी जगह अपेक्षा, ऊपेक्षा और दुःख ही मिलता है।। Quotation · Quote Writer 1 92 Share ओंकार मिश्र 24 Oct 2023 · 1 min read परिश्रम जमीन खोदने से जल के स्रोत मिलते हैं। जीवन में परिश्रम से असिमित शक्ति स्रोत मिलते है।। Hindi · Quotation · Quote Writer · कोटेशन 2 99 Share ओंकार मिश्र 23 Oct 2023 · 1 min read जीवन का आत्मबोध सहनशीलता, शांति, सौम्यता और मधुरता से ही जीवन का आत्मबोध होता है। Hindi · Quotation · Quote Writer · कोटेशन 2 72 Share ओंकार मिश्र 22 Oct 2023 · 1 min read ईर्ष्या, द्वेष और तृष्णा ईर्ष्या, द्वेष और तृष्णा ही नरक की अनुभूति कराता है। सदाचार, त्याग, दया, करुणा स्वर्ग की अनुभूति कराता है।। Hindi · Quotation · Quote Writer · कोटेशन 1 161 Share ओंकार मिश्र 21 Oct 2023 · 1 min read मनुष्य की महत्ता मनुष्य की महत्ता उसके धन अथवा कपडें से नहीं होती है। उसके आहार-विहार, अचार-विचार और आचरण से महत्ता होती है।। Hindi · Quotation · Quote Writer · कोटेशन 1 140 Share ओंकार मिश्र 20 Oct 2023 · 1 min read नास्तिक नास्तिक उसे कहते हैं जो ईश्वर में विश्वास नहीं करता है। वास्तव में नास्तिक वो है जिसे स्वयं में विश्वास नहीं होता है।। English · Quotation · Quote Writer · कोटेशन 1 210 Share ओंकार मिश्र 19 Oct 2023 · 1 min read ज्ञान का अर्थ ज्ञान का अर्थ अपने बारे में होश आत्मबोध अपनी चेतना के प्रति चैतन्यता है। अज्ञान स्वयं के बारे में जानकारी का अभाव आलस्य असंयम अनैतिकता है।। English · Quotation · Quote Writer · कोटेशन 1 204 Share ओंकार मिश्र 18 Oct 2023 · 1 min read शब्द शब्द ही ब्रह्म है, वह परम तत्व है। इसके आगे ना पीछे कोई सत्य है।। सर्व हित से भरी जिनकी वाणी है। वही साधना से सधे व्यक्तित्व है।। English · Quotation · Quote Writer · कोटेशन 1 237 Share ओंकार मिश्र 17 Oct 2023 · 1 min read सेवा किसी की सेवा करते समय उसकी कमियों और आदतो को देख कर उसे धृणा नहीं करनी चाहिए। Hindi · Motivation Quotes · Quote Writer · कोटेशन 1 199 Share ओंकार मिश्र 23 Feb 2023 · 1 min read माँ मां तेरी भी हैं कैसी करुण कहानी आंचल में होता प्यार नैन में पानी रह भूंखे पेट सवारा तूने लाल जवानी तेरी लोरी से बालक पाता नींद सुहानी कष्टों के... Hindi · Kavita Maa Par · कविता 2 591 Share ओंकार मिश्र 18 Feb 2023 · 1 min read शिव वंदना तेरे द्वार खड़ा हूँ प्रभु सुनो अब मेरी। आया तेरी शरण सुनो हे देव व्याथा मेरी।। काशी के कंकड़ में शंकर रामेश्वरम काबा रहते हैं। हिम आछादित हिम शिखरों पर... Hindi · Lord Shiv Bhajan · गीत 1 540 Share ओंकार मिश्र 13 Dec 2022 · 1 min read -:|| देश की माटी ||:- हम वीरों की संतान उनके चिंतन के अनुयायी हैं | ऋषि-मुनियों के वंशज उनकी परंपरा के अनुयायी हैं || अब संस्कृति का रक्षक ही अपना झंडा फहरायेगा | अनीति का... Hindi · कविता · गीत · देश गीत 1 141 Share ओंकार मिश्र 8 May 2022 · 1 min read -|| मां ||- मां तेरी भी है कैसी करूं कहानी आंचल में होता प्यार नयन में पानी रह भूखे पेट संवारा तूने लाल जवानी तेरी लोरी से बालक पाता नींद सुहानी कष्टों के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 355 Share ओंकार मिश्र 29 Jul 2021 · 1 min read -:|| सपूतों जागो ||:- भारत के वीर सपूतों जागो। भारत माता के लाल लालानाओं जागो।। जननी के चतुर चितेरों जागो। अमर शहीदों के वंशज जागो।। खेतिहर किसान, नौकरशाही, मजदूरों जागो। हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई,... Hindi · गीत 3 246 Share ओंकार मिश्र 24 Feb 2021 · 1 min read -:।। हमारा गांव ।।:- गांव हमारा स्वर्ग से सुंदर इसकी छंटा निराली है गईया, बच्छवा, बकरी, बिल्ली सबकी चाल निराली है चौबारों पर बिरहा, कीर्तन की शान निराली है बाल गोपाल की टोली फिरती... Hindi · कविता 3 3 597 Share ओंकार मिश्र 2 Feb 2021 · 1 min read -:।। मोहब्बत ।।:- मोहब्बत दिल की आह से ही होती है। मोहब्बत विचारों की अभिव्यकति से ही होती है। कभी अपने और पराए से मोहब्बत होती है। आंखो से मोहब्बत दिल में तड़प... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 43 546 Share ओंकार मिश्र 1 Feb 2021 · 1 min read -:।। परिवार ।।:- मुझे वसिहत ना मिली ना मिला उपहार। मुझे तो मिला लोगो का प्यार ही प्यार। चरित्र, चिंतन, चेतना समन्वय का हो परिवार। संयम सेवा सहिष्णुता ही परिवार का आधार। जीवन... Hindi · कविता 1 448 Share ओंकार मिश्र 28 Jan 2021 · 1 min read :।। मोमिनों ।।:- मोमिनों एक दिन मारना जरूर है... खुदा के दर जाना जरूर है... जिंदगी की दौड़ में बड़ना जरूर है... सपने जो देखता तो जगना जरूर है... तेरे कर्मो का फैसला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 377 Share ओंकार मिश्र 23 Jan 2021 · 1 min read -:।। विदाई ।।:- विदाई समय घरवा छोड़ली बिटिया। छूटे मात पिता अब रही प्रितिया। छूट गए सखी भाई बहन पितियां। माता सिखावत दूघ लजाना नहीं बिटिया। एक द्वार चड़ावत माता पीर हिया में।... Hindi · गीत 1 2 585 Share ओंकार मिश्र 21 Jan 2021 · 1 min read -:।। भाई की ममता ।।:- वारो पर वार सहे जब दुश्मन की ललकार सुनी। हिम्मत टूट गई जब आंगन में दीवार बनी। भाई की ममता को खुदगर्ज़ी ने ललकारा। उस भाई से संग्राम हुआ जो... Hindi · कविता 4 3 481 Share ओंकार मिश्र 15 Aug 2020 · 1 min read -:।। भारतमता ।।:- आओ हम सब भारत माता का गुणगान करें अमर शहीदों के बलिदान का यशगान करें नहीं चाह पाने या खोने की उनको नमन करें वीर सपूतों के त्याग तपस्या का... Hindi · कविता 2 423 Share ओंकार मिश्र 3 Aug 2020 · 1 min read -:।। श्री राम नगरी ।।:- गंगा तो पाप नशिनी सरयू हैं मोक्ष दायिनी धन्य अयोध्या नगरी जहां बहती हैं सरयू पावनी अयोध्या तो न्यारी जहां बसती हैं जनक दुलारी बजरंगी निवास से लगती हैं नगरी... Hindi · कविता 2 2 261 Share ओंकार मिश्र 27 Jul 2020 · 1 min read -:।। भाव वंदना ।।:- कोई हो गया हैं मेरा मेरी वंदना से पहले मेरे भाव थे अधूरे मेरी कल्पना से पहले मुझे भीख मिल गई हैं मेरी अर्चना से पहले कोई कामना नहीं थी... Hindi · कविता 1 1 453 Share ओंकार मिश्र 17 Jul 2020 · 1 min read -:।। देवता किसे कहे ।।:- वहीं देवता जो जग को कुछ देता हैं सच्चा सेवक ही निर्बल की सेवा करता हैं मानव हो कि प्राणी जन को गले लगाओ इतना बांटो प्यार की सबकी प्यास... Hindi · कविता 4 3 410 Share ओंकार मिश्र 25 Jun 2020 · 1 min read -:।। देश भक्ति गीत ।।:- वीर शिवा, राना, नानक, परशुराम की संतानों आजाद, भगत, गौतम, शुबाश को पहचानो सुखदेव, राजगुरु, बिस्मिल, मंगल पाण्डेय को जानो अपने पुरखों के आदर्शो को सम्मानो गौ, गंगा, गीता, गायत्री... Hindi · गीत 3 1 425 Share ओंकार मिश्र 18 Jun 2020 · 1 min read -:।। सीमा सुरक्षा प्रहरी ।।:- मेरा नमन उन मताओ को जिसने सीमा पर लाल दिए हैं मेरा नमन उन बहनों को जिसने सुहाग बलिदान दिए हैं मेरा नमन उन संतानों को जिसके स्वजन कुर्बान हुए... Hindi · गीत 2 2 214 Share ओंकार मिश्र 13 Jun 2020 · 1 min read -:।। जन प्रतिनिधि के आचार विचार ।।:- जनप्रतिनिधि जीवन तभी सार्थक जब जन प्रतिनिधि अपना मूल्य बड़ाए जन मानस भी श्रद्धानाथ हो उसके प्रति सम्मान जताए जनप्रतिनिधि श्रद्धापात्र जहां वहा राष्ट्र प्रगति करता हैं जनप्रतिनिधि के चरित्र... Hindi · कविता 3 1 251 Share ओंकार मिश्र 9 Jun 2020 · 1 min read -:।। कोरोना से बचने के तरीके ।।:- स्वच्छ आहार विहार स्वच्छता से रहना बार बार हाथ धोना नहीं मुंह नाक छूना अपने आप चला जाएगा दुश्मन कोरोना-कोरोना स्वच्छता से ही दूर रहता कोरोना-कोरोना अचार विचार से रहना... Hindi · कविता 3 207 Share ओंकार मिश्र 4 Jun 2020 · 1 min read -:।। कोरोना के देव दूत ।।:- जनमानस के देव दूत तुझको मेरा नमस्ते मात-पिता, पत्नी, बच्चो से दूर हो रमते रहते नहीं मोह कुछ पाने खोने का सबके मन हो बस्ते पुलिस, चिकित्सक, बहने नर्से, सफाई... Hindi · कविता 1 1 189 Share ओंकार मिश्र 31 May 2020 · 1 min read -:।। क्यों विखरने लगे ।।:- आज मां बाप से बच्चें क्यों विखरने लगे जप की माला से क्यों मणियां विखरने लगे आपसी था प्रेम तो परिवार क्यों विखरने लगे भीड़ से अलग लोग क्यों विखरने... Hindi · कविता 3 1 405 Share ओंकार मिश्र 27 May 2020 · 1 min read -:।। जीवन का अनुभव ।।:- जीवन में जितने भी रिश्ते ढोए हैं, पग पग पर प्यार पिरोए हैं। दूजे खुशियों में झूमे नाचे गए हैं, अपनी खुशीयां तो खुद ही गवाये हैं। जीवन की यादों... Hindi · कविता 2 2 440 Share