डॉ नवीन जोशी 'नवल' Tag: कविता 43 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read जीवन जीवन में आगे बढ़ने को, सतत प्रयत्न मनुज करता है। किंतु अप्राप्य सुखों को पाने, जीते जी ही नित मरता है।। असंख्य मन मष्तिक में पाले, सपनों में खोया भी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 115 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read आशा दुख सुख आते जाते रहते, किंतु निराशा ठीक नहीं है। कर्म पंथ पर अडिग चले जो, जीवन जीता सुखद वही है।। देखो तरुवर के जीवन में, एक समय पतझड़ छाता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 60 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 30 May 2024 · 1 min read मन मयूर मायूस क्यों है दिल मेरे, अब जाग तू, बुझा ले निज अश्रु से यह आग तू। सफलता चूमेगी, तेरी चरण रज, जंग है यह जिंदगी, मत भाग तू।। देख मरघट,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 103 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 30 May 2024 · 1 min read बता देना। फिर घटाएं घट गईं तो बता देना। सर्द रातें कट गईं तो बता देना ।। आज तो मासूमियत है चेहरे पर, मुश्किलें यदि छंट गई तो बता देना।। दूरियां थी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल 1 84 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 29 May 2024 · 1 min read याचना मातु तेरे द्वार आऊॅं, थाल दीपों की लिये, भाव की बाती बनाऊँ, याचनाओं के दिये। तेल मेरी कामनाएं, और ज्वाला हृदय की, बाल दूँ दर पे सभी मैं, शीश चरणों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 86 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 29 May 2024 · 1 min read राष्ट्र-मंदिर के पुजारी राष्ट्र-मंदिर के पुजारी, प्रगति-पथ पर बढ़ रहे हैं। थी निराशा हर तरफ, थी सुप्त मांँ भारत की गोदी, दूत भेजा इष्ट ने तब, सौराष्ट्र से 'नरेन्द्र मोदी' । व्याप्त था... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 100 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 28 May 2024 · 2 min read मैं नहीं मधु का उपासक मैं नहीं मधु का उपासक, है गरल से प्रेम मुझको । कीर्ति, सुख, ऐश्वर्य, धनबल, बाहुबल और बुद्धि बंचित, सम्पदा से हीन हूँ मैं, फिर मुझे क्यों दम्भ होगा ?... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 91 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 27 May 2024 · 1 min read कलम का क्रंदन कलम को कलम रहने दो, तलवार मत करो ! लेखन एक सन्देश हो खर-पतवार मत करो !! सबके अपने-अपने मत हैं, सबके अपने-अपने पथ हैं, अगणित शिष्टजन समाज में, मानव... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 112 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 25 May 2024 · 1 min read लोकतंत्र का महापर्व पहले हम कर्तव्य निभाकर, फिर पीछे जलपान करेंगे। लोकतंत्र के महापर्व पर, हम अपना मतदान करेंगे।। हम भी सैनिक भारत माँ के, अपना फर्ज निभायेंगे, अपनी यह लघु आहुति से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत 1 87 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 18 May 2024 · 1 min read भारत के सैनिक मैं भारत का सैनिक हूँ, भारत माँ मुझको प्यारी है। अडिग खड़ा हूँ सीमा पर दुश्मन को मार भगाऊंगा, अंतिम क्षण तक भारत माँ मैं तेरे ही गुण गाऊंगा। देश... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 78 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 17 May 2024 · 1 min read राष्ट्रहित में मतदान करें संविधान से शक्ति लेकर, आओ अमृतपान करें, चलो सभी मतदान करें.......२.... ! महाशक्ति हो देश हमारा, उसी के हित में वोट करें, अपनी उंगली की ताकत से, देशद्रोह पर चोट... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 46 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 15 May 2024 · 1 min read जन्मदिन शुभकामना संशय यह है आज आपको, कैसे प्रेषित करूँ बधाई! उर में नित बसते हो तो फिर, किन शब्दों से कहूँ बधाई! पर है जन्मदिवस आपका, साहस करके कलम उठाई। मारी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 94 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 15 May 2024 · 1 min read होली प्रेम व सौहार्द का त्यौहार होली, सरलता, समभाव का आधार होली। रँगो निज को भूलकर मतभेद सारे, मलिन मन से है नहीं स्वीकार होली।। यूँ लगे ज्यों प्रकृति के उद्गार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मुक्तक 1 94 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 12 May 2024 · 1 min read पलायन (जर्जर मकानों की व्यथा) कान लगाकर सुनो, ध्यान से देखो तो, परवश हृदय पुकारें भी कुछ कहती हैं।। फागुन, सावन, तीज, पर्व सब नीरस हैं, ये शीतल मंद बयारें भी कुछ कहती हैं।। देह... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 92 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 12 May 2024 · 1 min read जीवन संगिनी जीवन के सफर सुहाने में, खुशियाॅं अपार हो लाई तुम। दुख में -सुख में जीवन पथ पर, देती हो संग दिखाई तुम।। पल-पल, क्षण-क्षण निज जीवन का, करती हो कभी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 92 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 12 May 2024 · 1 min read बिटिया विदा हो गई नव-जीवन का साथ निभाने, एक नया संसार बसाने, दुनिया की यह रीत निभाने, प्यारी बिटिया चली गई है ।। खेल-खिलौने यहीं छोड़कर, नए पंख- परिधान ओढ़कर, बाबुल का उद्यान छोड़कर,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 108 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 24 Apr 2024 · 1 min read संवेदना (वृद्धावस्था) शीर्ष थे परिवार में, ज्यों व्योम के तुम प्रथम तारे ओ विपिन के वट-विटप, अब शून्य में किसको निहारे ! जोड़कर तृण-तृण तुम्हीं ने, दिवस ना कुछ रात देखा, पर... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 1 172 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 21 Apr 2024 · 1 min read संवेदना - अपनी ऑंखों से देखा है जीवन का नव अनुभव मैंने, अपनी ऑंखों से देखा है । तपती जेठ दुपहरी देखी, पूष की रात घनेरी देखी । भादौ मेघ गर्जना देखी, शरद्ध दीप्ति विखेरी देखी ।... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 2 185 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 22 Mar 2024 · 1 min read नर जीवन हे मित्र 'समय' तुम रुको तनिक, अब कुछ कर लेना बाकी है । मानव बनने में समय लगा, नर जीवन जीना बाकी है ।। जब कदम चल पड़े उत्तरार्ध, चंचल... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 119 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 2 Jul 2023 · 1 min read कालाबाजारी (फितरत) मौत खड़ी है सिर पर आकर, फिर भी यह कालाबाजारी !! यह कैसा मानव स्वभाव है, सबकुछ है फिर भी अभाव है, संकट का सब पर प्रभाव है ! पर... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 125 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 2 Jul 2023 · 1 min read भ्रांति पथ उत्क्षेप नित अभिमान में अनभिज्ञ है निर्वाण से तू, अहं की अट्टालिका चढ़कर स्वयं में ही बटोही ! सत्य है नश्वारता अरु तू नहीं अविजित धरा पर, तोड़ ले मतिभ्रम... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 4 263 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 10 Jun 2023 · 1 min read निर्जन पथ का राही निर्जन पथ का राही हूँ मैं, निज आँसू पीना आता है। बीहड़ता में रहकर मुझको, कांटों में जीना आता है ।। चाहे रोको मार्ग हवा का, या फिर ढक लो... Poetry Writing Challenge · कविता 2 328 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 5 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण पर्यावरण संरक्षण संकल्प ------------------------------- आज सभी संकल्प करें, निर्मलता को अपनाएं, संरक्षित कर वृक्ष, नीर को, पर्यावरण बचायें ! मेरी अचेचता से कोई जीव दुखी ना होएं, औरों को भी... Poetry Writing Challenge · कविता 2 309 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read किसान विधा : वर्ण पिरामिड वो देख किसान श्रम से ही बोता है बीज तो जाकर कहीं कई दिनों में पकती है फसल खेत में । वो जब नित ही अथक... Poetry Writing Challenge · कविता 1 144 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read मुस्कान जब भी मिलना तुम अपनों से, मन के शुभ -सुंदर सपनों से, प्रेरित होकर श्रेष्ठ जनों से, मधुमय शब्द जुबान में । रहना नित मुस्कान में ।। अंजानों को मीत... Poetry Writing Challenge · कविता 1 227 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read वर्तमान राजनीति राजनीति का क्षुद्र रूप लखि, मन होता है खिन्न, सेवा के पथ पर निकला है, आरोपों का जिन्न ! उगल रहे हैं आग, सदा कुत्सित भावों से, होत न हित... Poetry Writing Challenge · कविता 2 191 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read जुनून लक्ष्य पाने को जुनून होना चाहिए ! मंजिल पाना नहीं मुश्किल बस जुनून होना चाहिए, निराश, उदास नहीं मन उपवन प्रसून होना चाहिए, ललक हो जीवन में हर रोज कुछ... Poetry Writing Challenge · कविता 1 214 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read आशा संपूर्ण धरा पर फिर नूतन वैभव होगा । प्रसन्नता का फिर से नव उद्भव होगा।। विश्वास है फिर से सुखद दिन आयेंगे, निराशा भरे दिन बीत ही जायेंगे। नई सुबह... Poetry Writing Challenge · कविता 1 177 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read तन्हाई ऐ दिल सच-सच बता, क्या है तेरे दिल में ? क्यों तू तनहा है इस भरी महफ़िल में ? धरती तेरी, अम्बर तेरा फिर क्यों उदास है ? सुहाना सफर... Poetry Writing Challenge · कविता 2 218 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 17 May 2023 · 1 min read गांव - माँ का मंदिर जय माँ मल्लिके 🙏 ----------------------- आज माँ के द्वार पर मैं, कामनाएं लिख रहा हूँ। मिल रहे हैं मित्र-परिजन, आज आनंदित हुआ मन। और उद्वेलित हुए तन, खिल उठे मन... Poetry Writing Challenge · कविता 1 490 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 28 Apr 2022 · 1 min read पिता पिता से ही है प्रकट पहचान मेरी इस धरा पर, शीश पर प्रत्यक्ष जब तक उस गगन का हाथ है ! है नहीं चिंता किसी भी मोड़ पर कैसे चलूँगा,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 12 706 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 27 May 2021 · 1 min read बरसात- वर्षा ऋतु उमड़ घुमड़ घन नभ में छाए, प्रेम सुधा बरसाने को, पड़ने लगी फुहार मधुर, धरती की तपन बुझाने को !! वन-उपवन सब फलित पल्लवित, वसुधा में हरियाली छाई, आज खिल... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 22 1k Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 14 Apr 2021 · 1 min read 'नव वर्षाभिनंदन' जय मां शारदे ? नववर्ष वि.सं. २०७८ की अनंतानंत बधाई एवं अशेष मंगलकामनाएं, नव-संवत्सर अखिल विश्व के लिए कल्याणकारी हो?। हर्षित नव मधुमास मनोरम स्वागत है दोऊ जोरि करों से,... Hindi · कविता 1 402 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 7 Mar 2021 · 1 min read 'प्यारी ओस-बिंदु' गौरैया-कोकिल-मैना जब, लगे जगाने सब मिल करके, मैं भी देख परिश्रम उनका, उठ बैठा फिर तड़के-तड़के वह उन्मुक्त बालपन अपना, बीता स्वर्ग सदृश गांव में ! खग-मृग, सरिता, मंद-पवन सब,... Hindi · कविता 1 484 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 27 Feb 2021 · 1 min read भ्रांति पथ उत्क्षेप नित अभिमान में अनभिज्ञ है निर्वाण से तू, अहं की अट्टालिका चढ़कर स्वयं में ही बटोही ! सत्य है नश्वारता और तू नहीं अविजित धरा पर, तोड़ ले मतिभ्रम... Hindi · कविता 1 434 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 23 Feb 2021 · 1 min read सभी सुविचारों का स्वागत है क्या कहे, कितना कहे, कैसे कहे, कब तक कहे, ध्यान धरकर इन सभी को, हर कलम कहती रहे ! शब्द चाहे वक्र हों, हर शब्द में संस्कार हो, अग्नि भी... Hindi · कविता 3 4 370 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 16 Feb 2021 · 1 min read ऋतुराज बसंत धानी पगड़ी, पीत वसन तन, देख सखी ऋतुराज हैं आए ! सकल तमस को किये पराजित, मंद-मंद मुसकाये दिनकर ! नव बसंत का स्वागत करने, शगुन गीत मृदु गाये अम्बर,... Hindi · कविता 5 4 582 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 14 Feb 2021 · 2 min read अमर बलिदानी (पुलवामा के शहीदों को नमन, भावपूर्ण श्रद्धांजलि ??) वीर शहीदो ! सारा जन-गण, करता है गुणगान तुम्हारा, लेकर जाओ हे बलिदानी,हाथ जोड़कर नमन हमारा ! मातृभूमि हित जब वीरों का,... Hindi · कविता 4 2 334 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Feb 2021 · 1 min read शब्दसाधक की अभिलाषा शारदे माँ शक्ति दें तो एक पहल ऐसी करूंगा 'शब्द' की ही औषधि से, कष्ट सब-जन के हरूँगा !! नित करूंगा साधना मैं लोक के कल्याण हेतु, दम्भ, ईर्ष्या, छल-कपट... Hindi · कविता 2 317 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 3 Feb 2021 · 1 min read मैं नहीं मधु का उपासक मैं नहीं मधु का उपासक, है गरल से प्रेम मुझको ! कीर्ति,सुख,ऐश्वर्य,धनबल, बाहुबल और बुद्धि बंचित, सम्पदा से हीन हूँ मैं, फिर मुझे क्यों दम्भ होगा ? सत्य शिव का... Hindi · कविता 3 8 385 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 2 Feb 2021 · 1 min read गंगा मां ब्रह्म कमंडलु, विष्णु पदों से शंकर जटा समायी, भागीरथ तप बल से हर्षित पृथ्वी पर चलि आई । सगर सुतों की तारनहारिणि, शुचि सुतरंगिणि गंगे मां ।। नमो-नमो मां त्रिपथगामिनी,... Hindi · कविता 2 4 470 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 1 Feb 2021 · 1 min read (व्यंग्य) "भैया कैसे हो"? स्वस्थ गात, संपति विराट हो और जुबां पे दम-खम हो, वस्त्राभूषण देह अलंकृत, कुछ विवेक चाहे कम हो। चटक मटक हो चाल-चलन में और जेब में पैसे हो, फिर अनजाने... Hindi · कविता 4 4 344 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 1 Feb 2021 · 1 min read प्रेम ऐसा प्रेम मधुर हो जिसको, याद करे यह दुनिया सारी। प्रेम नहीं पर्याय स्वार्थ का, नहीं करो तुम इसको विकृत, ऐसा प्रेम दिखाओ करके, अंतर्तम करता हो स्वीकृत ! सीमाओं... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 45 123 2k Share