आशीष गुर्जर पटेल Tag: कविता 36 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आशीष गुर्जर पटेल 16 Apr 2020 · 1 min read चारों धाम तेरी यादों को मेरी मां मैं अपना काम लिखता हूं मेरे हृदय के हर पन्ने पर तेरा ही नाम लिखता हूं मेरे लहजे कि छेनी में गढ़े है सिपु के... Hindi · कविता 1 1 316 Share आशीष गुर्जर पटेल 27 Mar 2020 · 1 min read क़तील हवा बेवजह घर से निकलने की ज़रूरत क्या है मौत से आंख मिलाने की ज़रूरत क्या है सबको मालूम है बाहर की हवा क़ातिल है यूँ ही क़ातिल से उलझने की... Hindi · कविता 423 Share आशीष गुर्जर पटेल 27 Mar 2020 · 1 min read भारत वासी की आवाज वहीं पुराने किस्से दुहराना चाहता हूं फिर से गिर कर उठना चाहता हूं जो मज़ा था पहले मेरे देश में में वही इतिहास दोहराना चाहता हूं में अपने देश (... Hindi · कविता 2 1 491 Share आशीष गुर्जर पटेल 29 Feb 2020 · 1 min read है कुछ यादे आज भी शायद अब वो मुझे पहचान ना सके दर्द दिल का वो मेरा ,ना जान सके अल्फाज़ ऎ मोहब्बत, ना बयां कर सकूं ना रो सकू ना केह सकू मोहब्बत की... Hindi · कविता 2 1 452 Share आशीष गुर्जर पटेल 29 Feb 2020 · 1 min read जन्म दिन मुबारक हो ज़र्रे ज़र्रे में शमाई है सनम की बो अदाएं जन्म दिन मुबारक हो, दी थी कुछ दुआए खामोशियां बेरुखी से सीखा "शिवी" मैने जिन्दगी में भरा बिष भी पिया था... Hindi · कविता 2 267 Share आशीष गुर्जर पटेल 14 Feb 2020 · 1 min read देश भक्ति कविता भिगो कर खून में बर्दी, बो निशानी दे गए हमको मोहब्बत मुल्क से सच्चाई की कहानी दे गए हमको वो थे अमर बलिदानी , जिनके रक्त से भीगा है देश... Hindi · कविता 2 445 Share आशीष गुर्जर पटेल 4 Feb 2020 · 1 min read पुरवा की हरियाली तीज शकुन्त की चहक से ओतप्रोत पुरवा की हरियाली तीज मृण की महक से ओतप्रोत पुरवा की हरियाली तीज शस्य की हरियाली से सुरभित पुरवा की हरियाली तीज पुरवा के लोगों... Hindi · कविता 2 2 285 Share आशीष गुर्जर पटेल 18 Jan 2020 · 1 min read "शिवी कलश" स्याही ना देखो इस कलम सी धार की कोरे है पन्ने सारे लिखती बारीक सी सहजन तुम लेखनी ऎशे "विशाल" की कलम की तुम नोक हो तुम छत्रसाल सी जीवनी... Hindi · कविता 1 264 Share आशीष गुर्जर पटेल 14 Jan 2020 · 1 min read "हुनर है मुस्कुराना" कुछ पल की खुशी तो कुछ पल का गम कुछ पल है भले ही साथ हम जिंदगी इसी का नाम है ना कर कभी आंखे नम मुस्कुराने की वजह कभी... Hindi · कविता 1 341 Share आशीष गुर्जर पटेल 14 Jan 2020 · 1 min read पिता वो मुझे पोधा समझकर पालना याद आता है वो खेतों मै तुम्हारा काम करना याद आता है वो कंधे पे बिठा मेला घूमना याद आता है मेरे बचपन का हर... Hindi · कविता 3 4 282 Share आशीष गुर्जर पटेल 11 Jan 2020 · 1 min read आशु की शिवी तू दिल का कारण बनी रहे तुहि कुम कुम बनी रहे तुमहि ऒश ,जाम पिला रही तुहि लाल समुंदर बनी रहे तू हमेशा खुश रहती रहे तू झोको सा लगती... Hindi · कविता 2 371 Share आशीष गुर्जर पटेल 11 Jan 2020 · 1 min read कल किसने देखा कभी मतलब से मतलब कि तरफ नहीं देखा कभी जिंदगी को जिंदगी की तरह नहीं देखा मुझे पता है लोग मतलबी है कभी विष को "शिवी,"अमृत सा नहीं देखा Hindi · कविता 1 2 492 Share आशीष गुर्जर पटेल 7 Jan 2020 · 1 min read किसी की मुस्कुराहट इन मुस्कुराहटों का राज मालूम नहीं ऐसी मुस्कुराहट देखी नहीं कहीं रखें हो कुछ बात दिल के कोने में भरे ऎसे मौसम की घटा देखी नहीं कहीं इस मुस्कुराहट को... Hindi · कविता 1 262 Share आशीष गुर्जर पटेल 2 Jan 2020 · 1 min read नया साल 2020 हवा लगी पश्चिम की, सारे कुप्पा बनकर फूल गए। ईस्वी सन तो याद रहा, पर अपना संवत्सर भूल गए।। चारों तरफ नए साल का, ऐसा मचा है हो-हल्ला। बेगानी शादी... Hindi · कविता 1 585 Share आशीष गुर्जर पटेल 25 Dec 2019 · 1 min read हे इंसान हे इंसान.. तू इस रश का ना कर कभी पान अब खोलना पड़ेगा तुझको अपने कान अक्सर सीधे पेड़ जल्दी टूट जाते है इसकी वजह से अच्छे अच्छे रिश्ते टूट... Hindi · कविता 1 384 Share आशीष गुर्जर पटेल 25 Dec 2019 · 1 min read फार्मेसिस्ट हर दर्द दिल की दवा जाता हूं मैं जो बेह रही है हवा पहचानता हूं मैं मुझे पता है हवा क्यों पलटी है ये मौसम की मार को हटना जानता... Hindi · कविता 496 Share आशीष गुर्जर पटेल 19 Dec 2019 · 1 min read जिम्मेदारी एक शब्द जिम्मेदारी जिम्मेदारी को जिम्मेदारी से लो जो जिम्मेदारी को जिम्मेदारी से ले वो मेरी जिम्मेदारी से वो जिम्मेदार है जो जिम्मेदारी को जिम्मेदारी से ना ले वो मेरी जिम्मेदारी से... Hindi · कविता 3 460 Share आशीष गुर्जर पटेल 12 Dec 2019 · 1 min read लोग अजनबी घास हरी हो तो ही अच्छी लगती है बस यही बात मुझको यू खटकती है हा है मुझे प्यार तुझसे मानता हूं जिंदा तो हूं पर मेरी जान कही भटकती... Hindi · कविता 2 267 Share आशीष गुर्जर पटेल 12 Dec 2019 · 1 min read पत्ते है हम इन पत्तों की तरह बेजान बना दिया है लड़े जो तूफानों सी हवा से पर उनको अपनो ने ही गिर दिया है । बेजान पड़े है वो धारा पर ,... Hindi · कविता 2 482 Share आशीष गुर्जर पटेल 12 Dec 2019 · 1 min read कैसी है मेरी जिंदगी ओश की बूंद सी बन बैठी ये जिंदगी तू यूं बेजान मत बन ये जिंदगी जरा उठकर देख तेरे अंगे समुद्र भी खारा लागे तू बुझा सकती है बहुतों की... Hindi · कविता 2 250 Share आशीष गुर्जर पटेल 11 Dec 2019 · 1 min read कुछ पल वक्त थम सा गया था उस वक्त जब किसी ने बस जाने वाले को रोका नहीं । मुझे पता है लोग जाते है लौटकर आने के लिए पर इसके बीच... Hindi · कविता 2 264 Share आशीष गुर्जर पटेल 10 Dec 2019 · 1 min read प्रेमिका पुरानी मोहब्बत को इस नई ताकत से मत तौलो ये संबंधों की तुरपाई है, षणयंत्रों से मत तौलो मेरे लहजे की छैनी से गढ़े कुछ देवता तब मेरे लफ्जों पर... Hindi · कविता 2 457 Share आशीष गुर्जर पटेल 6 Dec 2019 · 1 min read इश्क़ एक जाम है । राज जो कुछ भी हो इशारों में बता भी देना दिल में जो है पर्दे दिल के ,वो पर्दे हटा भी देना हमने चखा है अभी तक व्यंजनों का स्वाद... Hindi · कविता 2 292 Share आशीष गुर्जर पटेल 6 Dec 2019 · 1 min read हास्य कविता राज दिल के कोने तक जाते रहे बो हमारे और करीब आते रहे हमने देखा ना प्यार से बरना वो हमको बहुत लुभाते रहे हम मिले थे एक चाट की... Hindi · कविता 2 686 Share आशीष गुर्जर पटेल 30 Nov 2019 · 1 min read जीवन पथ भय नहीं कर चल मुसाफिर, अभी तुझे जाना है दूर कर भरोसा खुद पर, लड़ने को खुद से पाना है तुझे मंजिल को पथ से खुद पर ना कर रेहम... Hindi · कविता 3 2 587 Share आशीष गुर्जर पटेल 30 Nov 2019 · 1 min read अपनो से प्रेम लड़ना चाहता हु अपनो से , लेकिन डरता हूं की, जीत गया तो सब कुछ हार जाऊंगा Hindi · कविता 2 1 221 Share आशीष गुर्जर पटेल 27 Nov 2019 · 1 min read इश्क का जाम मैंने इश्क का जाम तेरे लबों से पिया था प्यार तुमने भी मुझसे बहुत किया था पर तुमने कहा तु था मेरा पिया मैंने किया प्यार, पर तुमने धोखा दिया... Hindi · कविता 2 229 Share आशीष गुर्जर पटेल 26 Nov 2019 · 1 min read मृत्यु की खुशी आज देखा है मैंने किसी को मृत्यु की खुशी में नाचते हुए देखकर आंखों में आंसू आ गए लोग बेवजह ही बात का बतंगड़ बनाए बैठे हैं । हमेशा खुश... Hindi · कविता 4 2 281 Share आशीष गुर्जर पटेल 26 Nov 2019 · 1 min read कविता तेरे भीतर की खामोशी को, मैं पहचान जाता हूं तेरे भीतर की रवानी को, भी पहचान पाता हूं। तुझे देखते ही भर गई मेरी आंखे, तू मेरे दिल में है,... Hindi · कविता 4 2 401 Share आशीष गुर्जर पटेल 26 Nov 2019 · 1 min read कविता कोशिश करो ऐसी सफलता मिलनी चाहिए अगर ना मिले सफलता फिर भी, हौसला बड़ा चाहिए असफलता भी मिले अगर, अनुभव रहना चाहिए पाना है तुझे मंजिल को,जिद पर रहना चाहिए... Hindi · कविता 4 4 244 Share आशीष गुर्जर पटेल 26 Nov 2019 · 1 min read कविता किस्मत का भरोसा क्या करना हर कोई बेगाना होता है साथ साथ चलने वाला भी साथ छोड़ देता है ये 21वी सदी है यारा चलता पेन भी धोखा देता है... Hindi · कविता 4 2 500 Share आशीष गुर्जर पटेल 24 Nov 2019 · 1 min read कविता मुझको टोका है जिसने, उनको दिखाना बाकी है जो समझे कमजोर मुझे, उसे पढ़ाना बाकी है चल पड़ा है तू अब , समस्या आना बाकी है । इरादे नेक है... Hindi · कविता 3 500 Share आशीष गुर्जर पटेल 23 Nov 2019 · 1 min read मां के लिए कविता तू ठंड में सूरज सी किरण तू भारत का है तरुण तू है पास, तू है खास तुझ पर है सबको विश्वास तू गर्मी में पानी की प्यास तुझमें ज्वाला... Hindi · कविता 3 479 Share आशीष गुर्जर पटेल 23 Nov 2019 · 1 min read जिंदगी एक खाली पन्ना हर कदम पर टकराए अगर मुश्किलें तू समझ मंजिल के तट पर है रख अपने पैरों पर विश्वास ये ऎतबर तुझपर है । तू जैसा भी लिख तेरी मर्जी जिंदगी... Hindi · कविता 3 250 Share आशीष गुर्जर पटेल 23 Nov 2019 · 1 min read मंजिल ही निशा है । रास्तों की परवाह नहीं मालूम नहीं कोन दिशा है आगे बो बड़ा है जिन्दगी में जो चंदन की तरह पिसा है तब जाके बो माथे पे सजा है । बस... Hindi · कविता 3 249 Share आशीष गुर्जर पटेल 20 Nov 2019 · 1 min read घर से दूर रहने वाले विद्यार्थी को समर्पित घर जाता हूं तो मेरा ही बैग मुझे चिढ़ाता है । मेहमान हूं यह पल पल मुझे बताता है । मां कहती है, सामान बैग में डालो, हर बार तुम्हारा... Hindi · कविता 5 5 443 Share