Dayashankar Tiwari"Maun" Language: Hindi 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dayashankar Tiwari"Maun" 14 Mar 2020 · 2 min read घास की रोटी का वो निवाला रे अमर हो गया भाला-वो राणा का रखवाला अमर हो गया घास की रोटी का वो निवाला रे जो प्रताप सुत के हाथों से छीन ले गया बिडाला रे। अमर हुई... Hindi · गीत 2 3 376 Share Dayashankar Tiwari"Maun" 16 Feb 2020 · 1 min read कहलाए क्या ? पात झरें पतझर कहलाएं अश्रु झरें कहलाएं क्या ? निभते तक तो प्रीत कहाए जब न निभे कहलाए क्या ? पलक पे हैं तब तक आंसू हैं ढलक गए तो... Hindi · गीत 6 304 Share Dayashankar Tiwari"Maun" 16 Feb 2020 · 1 min read सपनों का अश्व कोई मानव को समझाए काहे सुख ही पाना चाहे क्यों सपनों का अश्व उड़ाए जिसकी रास हाथ न आए ! जबसे देखा पहला सपना आंखें भूल गई हैं थकना पलकों... Hindi · गीत 5 500 Share Dayashankar Tiwari"Maun" 16 Feb 2020 · 1 min read सुख की छाया दुख की सीमा पार छन रही सुख की छाया किंतु मैं अब तक दुख की सीमा छू नहीं पाया। दुर्दिन की कलियां अब तक के फूल नहीं बन पाई हैं... Hindi · गीत 4 560 Share Dayashankar Tiwari"Maun" 16 Feb 2020 · 1 min read दुख की अग्नि मैं तो हंस कर दुख की अग्नि पी जांऊगा किंतु हृदय का क्या होगा इस तृषित हृदय का क्या होगा ? मन सागर की द्वंद्व लहरिया तृष्णा-तट छूकर मुड़ जाए... Hindi · गीत 3 364 Share Dayashankar Tiwari"Maun" 16 Feb 2020 · 1 min read पगडंडी ने पग छीले हैं हरियाली ही हरियाली है मेरे पथ के दोनों ओर व्यथा यही है पगडंडी ने पग छीले हैं। प्रथम चरण जब धरा दूब पर एक सुखद स्पर्श हुआ तब ना सोचा... Hindi · गीत 4 491 Share Dayashankar Tiwari"Maun" 10 Feb 2020 · 1 min read आकांक्षा टाप का लीडर बनूं आकांक्षा यह दिल में है क्योंकि अब गिनती मेरी कानून के कातिल में है। जो भी अब तक पढ़ न पाया पाठ भ्रष्टाचार का आज-कल पहचान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 505 Share Dayashankar Tiwari"Maun" 10 Feb 2020 · 1 min read ओझल न होना तनिक भी ओझल न होना नैन भर कर देख लूं मैं स्वयं ही अपने हृदय का चैन हर कर देख लूं मैं। क्यों रहूं बैठा यूं ही मैं प्यास के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 457 Share Dayashankar Tiwari"Maun" 10 Feb 2020 · 1 min read आंख तेरी मेरी भर आई मैं न समझा दर्द किसी का, तुम न समझे पीर पराई अपने-अपने दुख को लेकर आंख तेरी मेरी भर आई । चंचल चंदा का चकोर चित सदा रहा पूनम का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 497 Share Dayashankar Tiwari"Maun" 10 Feb 2020 · 1 min read मुस्कान भी है आंख में है गर दर्द का डेरा, होठों पर मुस्कान भी है जीवन-डगर बहुत मुश्किल है उतनी ही आसान भी है । गर खरीदने की इच्छा है, जो चाहोगे मिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 308 Share Dayashankar Tiwari"Maun" 10 Feb 2020 · 1 min read मकड़ी के जाले मेरे नैनों ने ऐसे सपने रच डाले जैसे सूने घर में हों मकड़ी के जाले । चंदा-सूरज रहे उतरते अंत:तल पर किंतु नहीं कर पाया मैं ही कैद उजाले ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 316 Share