Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD Tag: ग़ज़ल 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 8 Sep 2024 · 1 min read "हिचकी" ग़ज़ल कहाँ से यकबयक, ये धूप मेँ, बदली आई, मिरे आग़ोश मेँ, इक शोख़ सी, तितली आई। कू-याराँ मेँ, देखता था, उसी के, घर को, याद क्या उसको, पुरानी सी वो... Hindi · ग़ज़ल 3 3 92 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 15 Aug 2024 · 1 min read "योमे-जश्ने-आज़ादी" 2024 कभी ज़मीं तो कभी आसमान कहते हैं, तिरी ही ज़र, तिरी दौलत पे नाज़ करते हैं। हो मुबारक सभी को योमे-जश्ने-आज़ादी, सभी शहीद फ़क़त दिल मेँ मिरे रहते हैं। ख़ुशनसीबी... Hindi · ग़ज़ल 16 27 409 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 26 Jul 2024 · 1 min read "फ़ुरक़त" ग़ज़ल जाने क्यूँ लोग, मिरे दिल को यूँ दुखाते हैं, बिन किसी बात के ही, साथ छोड़ जाते हैं। रस्मे-उल्फ़त का कहाँ इल्म, हुस्न वालों को, हमीं है इक, मगर जो,... Hindi · ग़ज़ल 5 7 105 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 23 Jul 2024 · 1 min read "यादें" ग़ज़ल दिल मेँ यादों का मालो-ज़र रखिये, कुछ तो पीने को ये ज़हर रखिये। फिर से वादा है उसका मिलने का, आज फिर क्यूँ न दीदे-तर रखिये। तीरगी, रास आ गई... Hindi · ग़ज़ल 3 3 90 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 16 Jun 2024 · 1 min read "सादगी" ग़ज़ल भरम भी आशिक़ी का दिल मेँ, पालते रहना, क्या क़यामत था, उफ़, छुप-छुप निहारते रहना। कभी तो बात करो मुझसे दोस्तों की तरह , भले ही बाद मेँ, नुख़्सेँ निकालते... Hindi · ग़ज़ल 5 5 111 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 13 May 2024 · 1 min read "बेज़ारे-तग़ाफ़ुल" यूँ बहुत कुछ है भले, उसको सुनाने के लिए, गीत भी इक लिखा है, रूबरू गाने के लिए। मुझसे वो माँग भी कोई कभी तो रख देता, मैं तो तैयार... Hindi · ग़ज़ल 6 5 101 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 22 Apr 2024 · 1 min read "दयानत" ग़ज़ल अपनी चाहत का करके नाम अमर जाएंगे , याद उसने जो ना किया तो गुज़र जाएंगे l चिढ़ है उसको भले उल्फ़त से जानता हूँ मैं, छोड़ ज़ालिम पे आशिक़ी... Hindi · ग़ज़ल 4 4 131 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 13 Apr 2024 · 1 min read "आतिशे-इश्क़" ग़ज़ल बात निकलेगी तो फिर, दूर तलक जाएगी, उनके कानों मेँ भी, कभी तो भनक जाएगी। मेरे अल्फ़ाज़ से, आती है उन्हीं की ख़ुशबू, लिखूँ ग़ज़ल अगर, तो वो भी, महक... Hindi · ग़ज़ल 5 5 170 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 3 Apr 2024 · 1 min read " नाराज़गी " ग़ज़ल अपनी नाराज़गी का, छोड़ कुछ असर जाऊँ, गर बुलाए वो, तभी भी न उसके घर जाऊँ। मुड़ के देखूँ न उसे, राह मेँ, चलते-चलते, भले, नज़र कहे, इक पल को... Hindi · ग़ज़ल 5 5 121 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 19 Mar 2024 · 1 min read "भोर की आस" हिन्दी ग़ज़ल सिलसिला गुफ़्तगू का, कुछ तो, चलाते रहिए, प्रीत की, पेँग भी, हर रोज़, बढ़ाते रहिए। होँगी काफ़ूर, शिद्दतेँ भी, सोज़-ए-दिल की, सुनें उनकी, तो कुछ, अपनी भी, सुनाते रहिए। कोई... Hindi · ग़ज़ल 6 7 152 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 13 Mar 2024 · 1 min read "राज़-ए-इश्क़" ग़ज़ल कौन सा ज़ख़्म नया,अब वो, देने आये हैं, देखकर मुझको,आज फिर वो मुस्कुराये हैं। कैसे कह दूँ, कि हर सिमत ही ख़ुशगवारी है, चाँदनी रात मेँ भी, कुछ मुहिब से... Hindi · ग़ज़ल 4 4 99 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 7 Mar 2024 · 1 min read "यायावरी" ग़ज़ल कोई फ़क़ीर, दीवाना, या, यायावर कहिये, हूँ जिसका अश्रु, मुझे उसका नामाबर कहिये। मेरी जानिब से, कभी भी किसी का दिल न दुखे, मिले लहज़े से गर सुकूँ, तो चारागर... Hindi · ग़ज़ल 6 16 173 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 16 Feb 2024 · 1 min read "प्रीत-बावरी" इश्क़े-हिकायत, हमने, बहाई पानी में, लिख लिख कर तहरीर, डुबाई पानी में l आख़िर क्यूँ है चाँद, पशेमाँ आज हुआ, पड़ता किस का अक्स, दिखाई पानी मेँ। हैराँ सा, दरिया... Hindi · ग़ज़ल 6 9 188 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 8 Feb 2024 · 1 min read "धूप-छाँव" ग़ज़ल ख़याल इक, जो युगों से, मुझे सताता है। सिवाय उसके क्यूँ, कुछ भी न मुझे भाता है। गर्मजोशी की जहाँ में नहीं कमी, फिर भी, सर्द रातों मेँ, उसका ध्यान,... Hindi · ग़ज़ल 5 5 199 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 5 Feb 2024 · 1 min read "इफ़्तिताह" ग़ज़ल उससे उल्फ़त का, इफ़्तिताह किया, हमने ख़ुद को ही ज्यूँ, तबाह किया। याद है अब भी, तबस्सुम उसका, दिल को मेरे था, जो मिराह किया। मुझको, क्या ख़ूब दी सज़ा... Hindi · ग़ज़ल 5 5 147 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 5 Feb 2024 · 1 min read "इन्तेहा" ग़ज़ल ना तो सुनने की, ना सुनाने की, निहाँ है तर्ज़, इक तराने की। क्यूँ वो जाता नहीं, तसव्वर से, कोशिशें लाख कीं, भुलाने की। दिल धड़कता है, उसकी आहट से,... Hindi · ग़ज़ल 5 5 150 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 3 Feb 2024 · 1 min read " उज़्र " ग़ज़ल बढ़ाता दोस्ती का हाथ हूँ, मुद्दत से मैं फिर भी, उन्हें दुश्मन बनाने मेँ, ज़रा सी देर लगती है। मिटे हर फ़ासला, हर दम यही कोशिश रही मेरी, उन्हें पर,... Hindi · ग़ज़ल 12 26 195 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 20 Jan 2024 · 1 min read "राबता" ग़ज़ल अब मुग़ालत मैं, पालता भी नहीं, दर्द क्यूँ उसका, सालता भी नहीं। बेगुनाही को, क्यूँ करें साबित, यहां है कोई, पारसा भी नहीं। हर सिमत धुन्ध है, कुहासा सा, कोई... Hindi · ग़ज़ल 6 6 206 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 23 Dec 2023 · 1 min read "राहे-मुहब्बत" ग़ज़ल दिल से यादों को मिरी, जड़ से मिटाने वाले, लौट कर के, कहाँ, आते हैं, यूं, जाने वाले। उफ़, वो पहली नज़र मेँ, क़त्ल जो हुआ मेरा, अब न क़िस्से... Hindi · ग़ज़ल 7 6 312 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 26 Aug 2023 · 1 min read "साफ़गोई" ग़ज़ल रँग सब ढल जाएंगे, हम-तुम जुदा हो जाएँगे, शब-ए-फ़ुरक़त के अँधेरों मेँ, कहीं खो जाएँगे। है घटा, सहमी हुई, आमद-ए-ख़बराँँ-महज़बीं, वो, सुखाने, ज़ुल्फ़, छत पे भी, कभी तो जाएँगे। इन्तहा... Hindi · ग़ज़ल 5 7 197 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 6 Aug 2023 · 1 min read दास्ताने-इश्क़ उसकी चाहत में तो हम, हरगिज़ दीवाने हो गए, हर शहर, मशहूर बस, मेरे, फ़साने हो गए। अब जवानी में कहाँ, क़ुव्वत, तशद्दुद सह सके, शक़्ल-ए-मर्दां, तो, सीरत से, ज़नाने... Hindi · ग़ज़ल 3 3 486 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 23 Jun 2023 · 1 min read "आभास " हिन्दी ग़ज़ल दूर होकर भी है लगता, हरेक पल वो पास है, सत्य का पर्याय भी वो, सुखद इक आभास है। स्वप्न मेँ दो पल ठहरना भी, उसे भाता है कब, देख... Hindi · ग़ज़ल 2 1 412 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 22 Jun 2023 · 1 min read "आकांक्षा" हिन्दी ग़ज़ल याद आती रहे, दिल मचलता रहे, काव्य-सरिता का जल, यूँ ही बहता रहे। चाँदनी सी धवल, प्रीति प्रतिदिन बढ़े, पर, अमावस का साम्राज्य, घटता रहे। वाहवाही का भी, दौर चलता... Hindi · ग़ज़ल 3 208 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 26 May 2023 · 1 min read "चाहत " ग़ज़ल हर बला, सर से टल गई होती, मेरी क़िस्मत, बदल गई होती। देख लेता जो, मुस्कुरा के कभी, आरज़ू, फिर मचल गई होती। देखता एकटक, कैसे उसको, ताब आँखों मेँ,... Hindi · ग़ज़ल 2 1 363 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 25 May 2023 · 1 min read 'सवालात' ग़ज़ल सब्ज़-बाग़ों को यूँ, सहरा मेँ, दिखाया क्यूँ था, एक पल को भी उसने, मुझको, सराहा क्यूँ था। (1) ग़मे-अहद-ए-अश्क़े-बार, ही रखना था अगर, लबों पे अपने, तबस्सुम को वो, लाया... Hindi · ग़ज़ल 1 1 151 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 25 May 2023 · 1 min read “तब्दीलियां” ग़ज़ल जहाँ भर को, हम क्यूँ, दिवाने लगे हैं, जो मन्ज़र ख़िज़ाँ के, सुहाने लगे हैं। गये रूठ मुझ से, हैं क्यूँ अब वो फिर से, मनाने मेँ जिनको, ज़माने लगे... Hindi · ग़ज़ल 2 1 143 Share