Comments (9)
17 Feb 2024 11:15 AM
beutiful gazal
17 Feb 2024 10:58 AM
बहुत खूब
16 Feb 2024 10:38 PM
बहूत खूब !👌👍
शुक्रिया ! 💐
चन्द अल्फ़ाज़ पेश हैं ः
उनकी तस्वीर को छुपा कर रख दिया ,
उनके खतों को जलाकर रख दिया ,
जब कभी उनके सूखे फूल किताबों में मिलते हैं ,
बरबस उन गुज़रे लम़्हों की याद
दिला जाते हैं।
शुक्रिया ! 🌹
17 Feb 2024 11:10 AM
gazab likha hai aapne…,👌
17 Feb 2024 02:23 PM
सादर आभार ! 🌹
16 Feb 2024 12:43 PM
bahut khoobsoorat gazal
16 Feb 2024 12:42 PM
written on 16/02/2024
bemisaal