Dheerja Sharma 72 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dheerja Sharma 30 Apr 2024 · 1 min read खुद के साथ ....खुशी से रहना...... खुद के साथ ....खुशी से रहना...... ....... अच्छा लगता है अपने ....मन की..... बातें कहना.... .......अच्छा लगता है। ***धीरजा शर्मा *** Quote Writer 13 Share Dheerja Sharma 19 Apr 2024 · 1 min read जिंदगी.... कितनी ...आसान.... होती जिंदगी.... कितनी ...आसान.... होती अगर.... आसान को .....तुम आसान..... रहने देते । न उलझाते.... बेवजह ...बातों को कुछ ....बातों से... मुझको अनजान ....रहने देते।। *** धीरजा शर्मा*** Quote Writer 1 22 Share Dheerja Sharma 7 Apr 2024 · 1 min read माना जिंदगी चलने का नाम है माना जिंदगी चलने का नाम है इसमें बहाव जरूरी है। बहते बहते बेदम न हो जाएं थोड़ा ठहराव जरूरी है। **धीरजा शर्मा*** Quote Writer 32 Share Dheerja Sharma 1 Apr 2024 · 1 min read सत्य की खोज सत्य शाश्वत है और शाश्वत के अस्तित्व पर संशय करना स्वयं को धोखा देना है। बिल्कुल वैसे ही जैसे सूर्य चंद्र वायु जल के अस्तित्व पर संशय करना। सत्य वहीं... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 28 Share Dheerja Sharma 30 Mar 2024 · 1 min read एक किताब खोलो एक किताब खोलो तो जैसे एक पूरा जहान सामने खुल जाता है।। खुल जाती हैं जमीं के नीचे की परतें, पूरा आसमान सामने खुल जाता है। ***धीरजा शर्मा**** Quote Writer 35 Share Dheerja Sharma 4 Mar 2024 · 1 min read लिखते रहिए ... लिखते रहिए ... आदत बुरी नहीं । वह भी कह डालिए जो अब तक कही नहीं। Quote Writer 1 41 Share Dheerja Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read बात सीधी थी बात सीधी थी मगर वो समझे ही नहीं। उसपे इल्जाम ये मुझपे कि मुझे कहना नहीं आता! ***धीरजा शर्मा*** Quote Writer 71 Share Dheerja Sharma 1 Feb 2024 · 1 min read खो गई हो मै जानती हूँ चीज़े कभी नही खोतीं । उनका अस्तित्व सदा रहता है वहीँ कहीं जहाँ हम रख कर भूल जाते हैं या खो देते हैं। मुझे पता है ,माँ... Hindi 61 Share Dheerja Sharma 31 Dec 2023 · 1 min read कैलेंडर फिर बदल जाएगा न जनवरी दरवाजा खटखटाएगी न दिसंबर विदा में हाथ हिलाएगा वक्त के पंछी की चोंच में टंगा कैलेंडर फिर बदल जाएगा। तारीखें तय करती जाएंगी ऊंचाइयां और ऊंचाइयों से झरते... 91 Share Dheerja Sharma 26 Dec 2023 · 1 min read एक समझदार मां रोते हुए बच्चे को चुप करवाने के लिए प्रकृति के एक समझदार मां रोते हुए बच्चे को चुप करवाने के लिए प्रकृति के करीब लाती है,पंछी - फूल दिखाती है -फोन नहीं ! Quote Writer 157 Share Dheerja Sharma 25 Dec 2023 · 1 min read बंधन में रहेंगे तो संवर जायेंगे बंधन में रहेंगे तो संवर जायेंगे टूटा अनुशासन तो बिखर जायेंगे। न भाए ये बात तो हमसे न रूठो बस जा के ये बात किसी झाड़ू से पूछो! ***धीरजा शर्मा***** Quote Writer 1 202 Share Dheerja Sharma 24 Dec 2023 · 1 min read अकेले हुए तो ये समझ आया अकेले हुए तो ये समझ आया कि कुछ भी नहीं था मेरे पास मेरे सिवाय। धीरजा शर्मा Quote Writer 133 Share Dheerja Sharma 13 Dec 2023 · 1 min read जितनी तेजी से चढ़ते हैं जितनी तेजी से चढ़ते हैं उतनी तेज़ी से बदरंग हुए जाते हैं। ये रिश्ते भी जनाब मेहंदी से हुए जाते हैं। ***धीरजा शर्मा*** Quote Writer 147 Share Dheerja Sharma 13 Dec 2023 · 1 min read कांधा होता हूं कांधा होता हूं कांधा ढूंढता नहीं। लड़का हूं जनाब, कभी रोता नहीं Quote Writer 1 1 172 Share Dheerja Sharma 13 Dec 2023 · 1 min read बेइंतहा सब्र बक्शा है बेइंतहा सब्र बक्शा है मेरे ईश्वर ने मुझे। पर जो टूटा इसका बांध तो सब बह जाएगा तुम भी........... और तुम्हारी दुनिया भी । ****धीरजा शर्मा**** Quote Writer 169 Share Dheerja Sharma 13 Dec 2023 · 1 min read ज़िंदगी इतनी मुश्किल भी नहीं ज़िंदगी इतनी मुश्किल भी नहीं जितना बना देते हैं हम । आसान चीजों को भी कितना उलझा देते हैं हम । ***धीरजा शर्मा*** Quote Writer 1 196 Share Dheerja Sharma 11 Dec 2023 · 1 min read जो छिपाना चाहती थी तुमसे जो छिपाना चाहती थी तुमसे बता गई मैं। और फिर से अपनी मोहब्बत जता गई मैं। ****धीरजा शर्मा***** Quote Writer 1 1 95 Share Dheerja Sharma 11 Dec 2023 · 1 min read इतनी नाराज़ हूं तुमसे मैं अब इतनी नाराज़ हूं तुमसे मैं अब कि आह ! नाराज़ होना छोड़ दिया । ****धीरजा शर्मा***** Quote Writer 1 166 Share Dheerja Sharma 23 Oct 2023 · 1 min read छोटी छोटी चीजें देख कर छोटी छोटी चीजें देख कर खुश हो जाती हूं मैं जैसे आसमान के रंग और बादलों की आकृतियां । धीरजा शर्मा Quote Writer 1 122 Share Dheerja Sharma 28 Aug 2023 · 1 min read बहुत संभाल कर रखी चीजें बहुत संभाल कर रखी चीजें फिर मिलती नहीं हैं। ढेर सारे ख्वाब संभाल कर रखे थे अब शायद खो गए हैं ! °°°धीरजा शर्मा Quote Writer 310 Share Dheerja Sharma 20 Aug 2023 · 1 min read तुम्हारा घर से चला जाना तुम्हारा घर से चला जाना महज एक व्यक्ति का चला जाना नहीं था तुम्हारे चले जाना का मतलब था घर से रोशनी का चला जाना और टूट जाना घर की... Quote Writer 369 Share Dheerja Sharma 18 Aug 2023 · 1 min read कुछ इस तरह से खेला कुछ इस तरह से खेला इस ज़िन्दगी का खेल बेमेल लोगों से हमेशा हमनें रखा मेल। कुछ इस तरह से तय किये हैं हमने रास्ते दफन कर दीं ख्वाहिशें मंज़िल... Quote Writer 402 Share Dheerja Sharma 16 Aug 2023 · 1 min read # होड़ # होड़ ये निश्चित है कि मंज़िल है सभी की वहीं... उस पार। बस निश्चित नहीं कि कौन पहुंचेगा पहले ...मेरे यार! सबको जाना उस छोर फिर यहां... कैसी प्रतिस्पर्धा... Quote Writer 247 Share Dheerja Sharma 30 Jul 2023 · 1 min read होड़ ये निश्चित है कि मंज़िल है सभी की वहीं... उस पार। बस निश्चित नहीं कि कौन पहुंचेगा पहले ...मेरे यार! सबको जाना उस छोर फिर यहां... कैसी प्रतिस्पर्धा ! कैसी... Hindi · आपसी होड़ · कविता · रेस 62 Share Dheerja Sharma 14 Jun 2023 · 1 min read अपने साथ तो सब अपना है अपने साथ तो सब अपना है अपने दूर तो सुख सपना है। Quote Writer 358 Share Dheerja Sharma 14 Jun 2023 · 1 min read वो खुशनसीब थे वो खुशनसीब थे जिनके हिस्से में घर आया। विधाता ने नसीब में भटकन लिखी मेरे हिस्से सफ़र आया। ****धीरजा*** Quote Writer 414 Share Dheerja Sharma 11 Jun 2023 · 1 min read अब अग्नि परीक्षा न होगी कलियुग की नारी ने ठाना वो अग्नि परीक्षा न देगी। स्वाभिमान की खातिर अब वो अपने वर को त्यज देगी। नर राम कहो कब बन पाया? मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाया ?... Hindi · अग्निपरीक्षा · कविता · स्त्री 1 1 283 Share Dheerja Sharma 11 Jun 2023 · 1 min read फिर भी मैं परायी हूँ आंगन दीवारों में बरामदे , चौबारों में भीतर तक समायी हूँ और दादी तुम कहती हो फिर भी मैं परायी हूँ। अचार ,दाल ,भात में कटोरी, चम्मच परात में भीतर... Hindi · कविता · परायी · बेटी 1 171 Share Dheerja Sharma 6 Jun 2023 · 1 min read औरत का जीवन औरत का जीवन सिर्फ उसका जीवन नहीं होता परिवार के साथ साथ जीती है वह समाज के लिए भी । संभाले रखती है वह देश की सांस्कृतिक विरासत। बन जाती... Quote Writer 1 486 Share Dheerja Sharma 6 Jun 2023 · 1 min read इन्द्रधनुष इन्द्रधनुष बाबा की दवाई दादी की पूजा सामग्री बुआ की हुकूमतें पिता की सब ज़रूरतें भाई की फ़रमाइशें मेरी सारी ख्वाहिशें सब कुछ पूरा करती थी। मां इन्द्रधनुष थी... सबके... Quote Writer 570 Share Dheerja Sharma 6 Jun 2023 · 1 min read सुनो स्त्री, सुनो स्त्री, इतने सम्मान से मत देखो उसे! उसे..... जिसने अपने भाषण में तुम्हे देवी और पूजनीया, आदरणीया और मातृस्वरूपा कहा है ! अक्सर भाषण समाप्त होने पर वह ........ Quote Writer 495 Share Dheerja Sharma 5 Jun 2023 · 1 min read वह नही समझ पायेगा कि वह नही समझ पायेगा कि काम से लौट कर काम पे लगना कैसा होता है। वह यह भी नहीं समझ पायेगा कि पुरूष का संडे बच्चों का फन डे उसका... Quote Writer 1 652 Share Dheerja Sharma 3 Jun 2023 · 1 min read बूढ़ी माई के बाल भूरी आंखें, पिचके गाल उलझे उलझे बेतरतीब बाल। वह छोटा सा लड़का, मेरे पास आकर रोज़ दार्शनिक अंदाज़ में कहता लो आंटी जी बूढ़ी माई के लाल बाल कल हरे,... Poetry Writing Challenge · कविता · बालश्रम 1 295 Share Dheerja Sharma 31 May 2023 · 1 min read महाभारत जारी है अपने अपने कुरुक्षेत्र में हर एक खड़ा है। फ़र्क़ नहीं छोटा है या वो बड़ा है। कोई शहसवार है कोई पैदल तैयार है। किसी के साथ हैं भीष्म किसी का... Poetry Writing Challenge · 27 युद्ध · कविता 209 Share Dheerja Sharma 31 May 2023 · 1 min read गुरुदक्षिणा सुनो मेरे बच्चों जितना ज्ञान है मेरे पास बांटती रही हूं तुम लोगों में। और तुम इस अर्जित ज्ञान का प्रयोग करोगे आजीविका अर्जन में। एक ऊंचाई पर पहुंच कर... Poetry Writing Challenge · 26 गुरुदक्षिणा · कविता 129 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read पिता,पिता होता है पिता, पिता होता है, माँ नहीं होता। उसके पास होते हैं दो विशाल कंधे••• जिस पर बिठा अपने बच्चों को दुनिया घुमाना चाहता है। एक पहाड़ जैसा सीना••• जिसमें वो... Poetry Writing Challenge · 25 पिता · कविता 199 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read परिवर्तन नहीं फर्क पड़ता अब तानो का उलाहनों का शब्दों के बाणों का रुठने और मनाने का। नही सताती अब मुझे मायके जाने की इच्छा नही रुलाती अब मुझे घर वालों... Poetry Writing Challenge · कविता 2 345 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read बेटियां माखन सी नर्म और स्निग्ध होती हैं बेटियां। पाकर ज़रा सी उष्णता पिघलती हैं बेटियां। ज्यूँ पंखुड़ी गुलाब की ऐसा है इनका स्पर्श हल्की सी चोट मन पे लगे कुम्हलाती... Poetry Writing Challenge · कविता 1 158 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read सूरज और दीया डूबते सूरज ने कहा मैं भी आराम चाहता हूँ मेरे अभाव में कौन ? प्रश्न जटिल था हर कोई मौन !!! कुछ देर सन्नाटे में रहा पूरा संसार फिर कांपती... Poetry Writing Challenge · कविता 1 204 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read लम्हे खर्च हो गए ज़िन्दगी से लम्हे चुरा पर्स मे रखती रही फुरसत से खरचूंगी बस यही सोचती रही। उधड़ती रही जेब करती रही तुरपाई फिसलती रही खुशियाँ करती रही भरपाई। इक दिन फुरसत... Poetry Writing Challenge · 21 लम्हे · कविता 1 280 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read तमन्ना मैं खुद के पास आने चाहती हूं गमों से दूर जाना चाहती हूं अंधेरा बढ़ गया है मेरे भीतर सितारे तोड़ लाना चाहती हूं। छुपी है घर में इक डरपोक... Poetry Writing Challenge · 20 तमन्ना · कविता 1 175 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read खुशी तो तेरे पास रे मोको कहाँ ढूंढे रे बंदे मैं तो तेरे पास रे आस पास मैं फैली तेरे काहे भया उदास रे।। कल आयी थी मैं घर तेरे बारिश बन कर बरसी थी... Poetry Writing Challenge · कविता 190 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read गुल्लक यादों की मेरी गुल्लक है मेरी डायरी जिसमें जमा की हुई हैं मैंने ढेर सारी खुशियां, मुस्कुराहटें कुछ दस्तक, क़ुछ आहटें। कुछ उदासी और दर्द भी कुछ गर्म, कुछ सर्द भी। मेरा... Poetry Writing Challenge · 18 गुल्लक · कविता 214 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read आओ अहं को परे रख दें आओ अहं को परे रख दें किसी ताक पर। पिघला दें बर्फ जैसे मौन को संवादों की गर्मी से। थोड़ा तुम बढ़ो थोड़ा मैं और पहुंच जाएं वहीं पर जहां... Poetry Writing Challenge · 17 अहंसंदेह · कविता 1 252 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read मुझे गाँव याद आता है बरसों बीत गए शहर में रहते पर जाने क्यों अब भी मुझे शहर अच्छे नहीं लगते। नादानी बेफिक्री की उम्र में जबरदस्ती समझदार बना दिये गए बच्चे , बच्चे नहीं... Poetry Writing Challenge · 16 शहर- गाँव · कविता 111 Share Dheerja Sharma 28 May 2023 · 4 min read पक्की सहेलियाँ रिया गुज़र गयी? कब कैसे? क्या हुआ?" मैंने लगभग चीखते हुए अंकल जी से पूछा। " आज एक साल हो गया, करुणा।उसके सास ससुर के विवाह की पचासवीं वर्षगाँठ थी।घर... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी · दोस्ती 1 1 148 Share Dheerja Sharma 28 May 2023 · 1 min read घर ये मकान .....जिस के बाहर प्लेट पर मैंने अपना नाम सजाया है जिसे बनाने के लिए मैने भारी भरकम कर्ज़ उठाया है चमचमाती टाइलों लगे फर्श शीशों वाली बड़ी बड़ी... Poetry Writing Challenge · 15 घर · कविता 1 1 328 Share Dheerja Sharma 28 May 2023 · 1 min read वो लड़की जब भी मायके आती हूँ मिलना होता है एक छोटी सी लड़की से। खिड़की से बाहर झांकती हूँ तो दिखाई देती है वह छोटी सी लड़की जेठ दुपहरी में, नीम... Poetry Writing Challenge · 14 लड़की · कविता 1 55 Share Dheerja Sharma 28 May 2023 · 1 min read आजकल 1बन्द हैं अलमारी में खा रही हैं दीमकें। बहुत उदास हैं किताबें उन्हें उठाता नहीं कोई। 2नाना नानी दादा दादी मम्मी भी और पापा भी सभी व्यस्त मोबाइल में कहानी... Poetry Writing Challenge · 12 आजकल · कविता 43 Share Dheerja Sharma 28 May 2023 · 1 min read माँ सब कुछ कर सकती है माँ.... समस्याओं से जूझ सकती है तकलीफों से लड़ सकती है नाकों चने चबवा सकती है भूख को....। माँ...... फाड़ सकती है धरती का सीना आसमान में सुराख कर सकती... Poetry Writing Challenge · 11 माँ · कविता 1 54 Share Page 1 Next