देवराज यादव Tag: गीत 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid देवराज यादव 4 Oct 2023 · 1 min read बह जाऊ क्या जिंदगी...... बह जाऊ क्या जिंदगी तेरे खयालो में एक जबाब के लाखो सवालों में छोटी जिंदगी के बड़े बड़े हिसाबो में कुछ जुड़े कुछ अधकटे शब्दो में कुछ लिखें कुछ मिटे... Hindi · कविता · गीत · मुक्तक · संस्मरण 1 2 218 Share देवराज यादव 3 Oct 2023 · 1 min read कभी..... लिख देता हू जिंदगी को थोड़ा अधकटे पन्नों में थोड़ा सुलझी राहो में थोड़ा अनसुलझे किस्सों में थोड़ा गुनगुनाती जिंदगी में थोड़ा कपकपाती बेरुखी में थोड़ा हसीं में थोड़ा ख़ुशी... Hindi · कविता · गीत · बाल कविता · संस्मरण 74 Share देवराज यादव 28 Sep 2023 · 1 min read पंखा भोर काल से संध्या तक चलता रहता है यह पंखा दादी मा को भावे मंद मंद चलता पंखा आरव, आरवी यश यशी और आश्विक का यह प्यारा पंखा लड़ झगड़... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · बाल कविता · मुक्तक 145 Share देवराज यादव 5 Dec 2020 · 1 min read वक़्त खेलता है हमारे जज्बातों से तू रोकता है रास्ता दिखाकर तू कितना निष्ठुर, निर्दयी अन्यायी है तू वक़्त नहीं विनाशी है तू !!! तू तो कहता था साथ हू तेरे... Hindi · गीत 1 252 Share देवराज यादव 5 Dec 2020 · 1 min read वो सपने देखु रात मे तो नज़र आते है दिन मे देखु तो धूमिल सा हो जाते है वक़्त के किसी पखवाड़े को पकडू एक सँभालने मे सारे बिखर जाते है वो... Hindi · गीत 2 1 262 Share देवराज यादव 18 Jun 2020 · 1 min read जिंदगी हमारी खैरात की है वक़्त को वक़्त मे लिखू उस वक़्त को इस वक़्त मे लिखू इसे लिखू या उसे लिखू लिखू तो मै क्या लिखू जन्म की ख़ुशी लिखू या जिंदगी की तब्शीस... Hindi · गीत 3 1 498 Share देवराज यादव 18 Jun 2020 · 1 min read लिखू क्या...... लिखू क्या जो तन मन मे पिरो जाये......... धूप भरे इस मौसम मे सावन का गीत हो जाये गजल लिखू या शायरी लिखू बस लिखू वही जिमसे तेरा नाम आ... Hindi · गीत 2 2 596 Share देवराज यादव 15 Jun 2020 · 1 min read लिखू या गुनगुनाऊं हे भवसागर के प्रेम पुजारी तुझको मै एक बात बताऊ खुला आस्मां धरा हरी है इसमें बैठ तेरे साथ गुनगुनाऊं पल दो पल की यह ख़ुशी है चल उसको हस... Hindi · गीत 2 463 Share देवराज यादव 30 May 2020 · 1 min read वर्तमान जिंदगी का आलम वही है बस हूर बदल गए है पेड़ो की डलिया वही है खजूर बदल गए है कौन सुनता है कम्बख्त बेज़ुबाँ की राजनीत वही है बस हुज़ूर... Hindi · गीत 3 3 331 Share देवराज यादव 19 May 2020 · 1 min read एक पथिक का दुख और माँ से पुकार देख के धरती_माँ क्या आज तुझे दिल दहल सा नहीं जाता है कल जो तुझे काटो से बचाता था आज खुद काटो मे गिर जाता है हर कदम पर जहाँ... Hindi · गीत 3 3 265 Share