पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" Tag: ग़ज़ल/गीतिका 30 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Apr 2024 · 1 min read तल्खियां चोट शब्दो के न सह पाते, जिनका स्वाभिमान होता है। वो घाव गहरी दे जाता है जो, शख्स बद्दजबान होता है।। किसी और कि क्या बिसात, ऐसे रिश्ते बिगाड़ दे... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 51 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 15 Apr 2024 · 1 min read उलझनें हर खुशफ़हमियों से अब हमें, मुँह मोड़ना होगा। मुझे वह बिंधते हैं ऐसे, कि बन्धन तोड़ना होगा।। ये रंगत रिश्तों कि जो मुझे, कल तक अज़ीज़ थे। लगाए शक्ल पर... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 87 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 2 Mar 2022 · 1 min read ज़िंदगी जीने का सलीका ज़िंदगी जीने का सलीका, शायद हमें आता नही, हम आज को आज ही, खुशहाल में जी लेते हैं। दिन हो चाहे रात हो, या धूप, सर्द, बरसात हो, हम मस्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 217 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 16 Feb 2022 · 1 min read ये क्या से क्या होती जा रही? इंसानियत न जाने कैसे यहाँ, दो टूक होती जा रही। धर्म पे चिल्लाती आडम्बरों पर, मूक होती जा रही।। घूंघट की आड़ में और कभी, कहीं कहीं हिजाब में। मर्यादा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 332 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 14 Feb 2022 · 1 min read भूल जाता हूँ! यह गुज़रा वक़्त न होता मयस्सर भूल जाता हूँ! नहीं हो पास तुम मेरे यह अक्सर भूल जाता हूँ!! लो अब वह आदते अपनी सहेजना सीख ली हमने! कि जिसको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 267 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Nov 2021 · 1 min read आईना देख लगता है डर अब उजाले में मुझको, क्यों रोशनी मुझको खलने लगी है। आईना देख बेचैन हो जाता है मन, मुझे मेरी निगाहें ही खटकने लगी है।। चहकती फिरेगी कैसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 304 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 6 Jul 2021 · 1 min read तुझ बिन आराम नही होता! जब दर्द शगूफा लगता है, जब दवा से काम नही होता। तब एक सहारा जीने का, रब शुक्राना जाम वही होता।। वह दौर अलग था जब मेरे, आगे पीछे थे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 543 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 22 Feb 2021 · 1 min read मेरे गाँव का मौसम! गज़ब का ढंग दिखाने लगा, मेरे गाँव का मौसम। शहर के रंग रंगाने लगा, मेरे गाँव का मौसम।। यूँ अंधी दौड़ में विकास को, बिन जाने पहचाने। काट कर पेड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 532 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 17 Sep 2020 · 1 min read दर्द ये दर्द तेरा जबसे खुल कर, मेरे सीने मे पलने लगा। मेरे सुकूं का जाम क्यों, नज़रों मे तेरे खलने लगा।। ले बना एक जाम तू, मुझ खातिर भी साकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 395 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 28 May 2020 · 1 min read जायें तो जायें हम कहाँ जायें तो जायें हम कहाँ जरा उसका पता दिजिए। ज़ख्म हज़ारों दिए है अब दवा भी बता दिजिए।। अब आँखों में नींद नही रहा दिल में भी चैन कहाँ। काहें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 233 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 1 May 2020 · 1 min read फिर कभी करना! (वज़्न :- 1222 1222 1222 1222) अगर मुझसे शिकायत है, शिकायत फिर कभी करना। नहीं फुर्सत अभी मुझको, जसारत फिर कभी करना।। अभी दरवेश सा मुझको, भटकने की रही चाहत।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 495 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 23 Mar 2020 · 1 min read पानी! खुदगर्जी को न समझो तुम, शान का पानी। मददगार बनो कि हरसू रहे, आन का पानी।। क्यों बने मोहताज कि मिले, सम्मान का पानी। आज के माहौल ने है बदला,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 284 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 23 Mar 2020 · 1 min read रेत के महल रेत के जो महल बनाई थी हमने, न पता था उसको ढहना है! जानता था न मैं कि एक दिन, भीच लब को ये गम सहना है!! आरज़ू क्या थी,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 481 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 23 Mar 2020 · 1 min read छलावा मेरे जज्बातों के सागर में क्या, डुबकी लगाओगे। की अंदर गहरे तक जा पैठ, मोती ढूंढ लाओगे।। बुरा हूँ मैं कहा तूने, तो होगा ये भी सही लेकिन। बिना ढूढे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 268 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 2 Mar 2020 · 1 min read कह क्या लिख दूँ ? खाली शब्द उकेरने बैठा, कुछ लिखना चाहूँ क्या लिख दूँ। इस जीवन के उथल पुथल से, कौन सा पल सूना लिख दूँ।। उस नाविक सी हालत मेरी, जो बीच समंदर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 311 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 24 Sep 2019 · 1 min read #निकल_चलो! जो सीखा जिंदगी से, वही करते अमल चलो ! गर साथ नही चल सके, अकेले ही चल चलो !! एक बार कि ही गल्तियां, क्यों हर बार बेवजह ! ऐसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 258 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 16 Mar 2019 · 1 min read राष्ट्रीय आपदा मोचन बल हम है भारत के विजयी सेनानी, चलते हैं सीना तान के। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल है, प्रतिबद्ध जन कल्याण के।। हम थकते नही हम डिगते नही, डरते न किसी चट्टान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 265 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 9 Feb 2019 · 1 min read आँखें।। वो इजहारे इश्क़ यूँ, निगाहों निगाहों से कर गए, महफ़िल में जो कहते थे कि, बेजबान है आँखें।। खुन्नस लिए जो बैठे थे, न कभी कहते जुबां से, जाहिर हुवा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 248 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 5 Feb 2019 · 1 min read ख़लिश (कमी) कोई प्यासा कुवें के पास, कब जाता है यह समझें। की फनकार जीवन का, लुफ्त उठता है वह समझें।। हथेली पर यूँ रख कर जान, जरा एक बार तो देखे।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 209 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 5 Feb 2019 · 1 min read जरूरत अब न आँखे भरती हैं, अब न दिल पिघलता है, महज़ बुत के जैसे ही, बदन घर से निकलता है। कभी कहती थी माँ मेरी, की बेटा बचपना छोड़ो, अभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 454 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 5 Feb 2019 · 1 min read खता ये बातें उनदिनों की है, अकेला ऊब जाता था। तेरे यादों में जाने कैसे, अक्सर डूब जाता था।। की अब हालात मुझको, चैन से सोने नही देता। मेरे हाँथो में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 439 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 5 Feb 2019 · 1 min read वो सयानी हो गयी किसको कहें की जिसके हमने, इतने तंज झेले थे, कितने नखरें, कितने उल्फत, कितने रंज झेले थे। उसकी वो बचकानी हरकत, अब जाफरानी हो गयी, आज जो मिली मुद्दतो बाद,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 223 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Oct 2018 · 1 min read चाह ; कहा चाह मुझे मयखाने की कहा प्यास भरे पैमाने की सिर्फ वो बून्द आखरी दे देना जो मेरा गला तर कर जाए इतना न पिला ओ साक़ी मेरे की होश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 13 509 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Oct 2018 · 1 min read तेरी यादें तुझ जैसी तेरी यादें भी जालिम, तड़पाने चली आती है। जब देखती है तन्हाई में तो मुझको, सताने चली आती है।। गर कभी खुश हो भी लूं, जा भूले से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 254 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Oct 2018 · 1 min read यादें..! उनके जाने के बाद भी, उसके वफ़ा पे इतराते रहें। मिलें यादों के हर ज़ख्म, हम सीने में सुलगाते रहें।। हर सिसकियाँ दबा ली, भींच कर के होंठो को यूँ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 13 2 446 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Oct 2018 · 1 min read मुझे पता न था...! इतनी खुशनुमा होगी मेरी ज़िंदगी मुझे पता न था...! छुपा है प्यार में खुदा की बन्दगी मुझे पता न था...! उनके पहलू में भूल जाऊँगा मैं अपने हर एक गम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 230 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Oct 2018 · 1 min read हँस लेता हूं !! मेरी उजड़ी हुई दुनियॉ में तम्मनाओं के तले कोई जब अपना लौ जलता है तो हँस लेता हूं !! कोई दुआ नही, फरियाद नही ना ही कोई सितम रहम जब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 229 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 27 Sep 2018 · 1 min read तसल्ली हर आरज़ू का पर यूँ , हमने कतर दिया, की ज़िन्दगी में हमने, ऐसा सफर लीया। न ख्वाहिशो को कोई, वाजिब सा घर दिया, बस राह अजनबी सा, इक ऐसा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 454 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 11 Feb 2018 · 1 min read ख्वाहिशे बिन बोले जब घर आऊंगा, तो तुम चौंक उठोगी, इतने अरसे से जो तुझको, ऐ हमसफ़र नही देखा। जबसे बिछड़ा हुँ तबसे, ख्वाबों में ही हुई गुफ़्तगू, एक तेरे सिवा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 462 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 11 Feb 2018 · 1 min read नापाक मेहबूबा आज़माईश की बहोत पर, तौबा न हुआ उन इश्क़ का, जो कहि बातें वहि सुन, दिल उसपे अमल कर लीया। सरफ़रोशी के जद में फिर, घिर गए कुछ इस कदर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 271 Share