श्याम बाबू गुप्ता (विहल) Tag: ग़ज़ल/गीतिका 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 16 Apr 2025 · 1 min read जिंदगी का एक नज़रिया, घरों में कैद है जिंदगी का एक नज़रिया, घरों में कैद है, सिसकती, सुबकती, उफ़ तक न करती, रसोई के धुएं में जिंदगी धुंधली सी दिखती, आंखों से जलती, जीवन को बुनती, खुद में... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक 37 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 15 Apr 2025 · 1 min read वादियों में साज़िश वादियों में साजिशों की बर्फ जम गई, सिंधु, सतलज में रक्त की धारा बही, मां भारती के भाग्य छाया अंधेरा घना, स्वर्ग फिर से आज रक्त रंजीत हुआ।। चित चीत्कार... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक 32 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 15 Apr 2025 · 1 min read "सफलता" ने क्या-क्या छीना सफलता ने हमसे क्या क्या है छीना, गांव की गलियां, बचपन की लड़ियां, कोयल की कू कू, चिड़ियों की ची ची, मिली है सफलता बहुत कुछ खो के ।। बचपन... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक 30 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 30 Mar 2025 · 1 min read *मेरे मौत पर* ! मेरे मौत पर आंसू न बहाना, हो सके तो जश्न मनाना, ये तो मेरा अंत नहीं, नए जन्म का है बहाना, मेरे मौत पर आंसू.... जो गिरे आंसू की दो... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 41 Share