अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ Tag: कविता 119 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 17 Feb 2024 · 1 min read एक कहानी, दो किरदार लेकर सारा दरिया, जंगल, तूफा साथ में सब पार कर के । लौटे अपने-अपने घर को, एक कहानी, दो किरदार लेकर । कविताएं सोच के लिखने वाला, अब कहाँ गया मालूम... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 15 69 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 16 Feb 2024 · 1 min read कहीं न कहीं अभी एक शोर उठा है कहीं कोई खामोश सा हो गया है कहीं। हुआ कुछ ऐसा जैसे ये सब कुछ इससे पहले भी हो चुका है कहीं ।। क्या हुआ... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 15 54 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 16 Feb 2024 · 1 min read जब साथ छूट जाता है, जब साथ छूट जाता है, बिन बात के कोई रूठ जाता है। रहता तो है वो दिल के आस पास ही, रास्ता उसके दिल का, दूसरी ओर मुड़ जाता है।।... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 14 70 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 16 Feb 2024 · 1 min read निखर गए ज़रा सी चोट से टूटकर बिखर गए, कांच के टुकड़े थे पता नही किधर गए। रहा न अब वजूद अपना, तुम थे सब जगह, जिधर गए। रहते है गुमनाम इन... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 14 58 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 12 Feb 2024 · 1 min read मुलाकात! अब न उनसे फिर मुलाकात होगी अब न दिन ढलेगा, न ख़त्म रात होगी अब न उन राहों पर फिर हम चलेंगे अब न गिले-शिकवों की तहकीकात होगी कभी भीड़... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 14 57 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 10 Feb 2024 · 1 min read लिख रहा हूं। दोस्ती में खाए ज़ख्मो का हिसाब लिख रहा हूँ, तेरे सभी सवालों का मैं जवाब लिख रहा हूं। वो कौन लोग हैं जो बाहों में सुकून ढूंढते हैं? मैं सुकून... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 15 49 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 8 Feb 2024 · 1 min read हो तो बताना! कहीं हयात-ए-मुख़्तसर हो तो बताना, बिन उसके कोई बसर हो तो बताना। उसके आस पास महफ़िल है सजी, वहाँ पे मेरा भी ज़िक्र हो तो बताना। क्या पहन कर जाऊँ... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 14 1 105 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 7 Feb 2024 · 1 min read डरना क्या है? अगर यही है जीना, तो मरना क्या है? आए गर मौत भी, तो डरना क्या है? कितना ही जिओ, है एक दिन मरना , है यही मुकर्रर, फिर मुकरना क्या... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 19 3 114 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 7 Feb 2024 · 1 min read मोह माया का ! सब माया का जंजाल है, सब काया का जंजाल हैं, मन, वचन, कर्म, नयन जीवन के साये ये ढाल हैं। हैं मोह के सब रिश्ते, माया ही इनको बांधे है,... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · मोह माया 18 93 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 3 Feb 2024 · 1 min read बैरागी उस बंद राह पर एक खंडहर है, कुछ दबा भी दिल के अंदर है, मैं कहूं, तो कोई बात बनेगी, ना दिन बचेगा, ना रात रहेगी, ना बची खुची वो... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 13 1 50 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 1 Feb 2024 · 1 min read दिमाग़ वाले पत्थर थे वो, जिन्हें मैंने खुदा माना, कैसे सुनते वे मेरे दिल का अफसाना..! कोशिशें सारी नाकाम हुई, होनी ही थी, ठोकर खायी, किस्मत में था ठोकर खाना..! पी ले... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 13 52 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 1 Feb 2024 · 1 min read कहानी तू अनकही कहानी हैं मेरी, मैं बिन कहा अल्फाज़ हूँ तेरा, तू खूबसूरत उलझन हैं मेरी, मैं बेपनाह प्यार हूँ तेरा। तू कागजों पर स्याही हैं मेरी, मैं हर शब्द... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 13 1 52 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 30 Jan 2024 · 1 min read हटता नहीं है। घना सा है कुहरा, जो छँटता नहीं है वक़्त भी है ऐसा, जो कटता नहीं है। ख़ुशी के तराने भी खेलते हैं गोद में पर दर्द है कुछ ऐसा कि... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 13 1 54 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 29 Jan 2024 · 1 min read मायूस फूल उगते नहीं उगाए जाते है, चराग़ बुझते नहीं बुझाए जाते है। हम जो तुम्हें मायूस दिख रहे हैं, वो ग़म-ख़्वार है जो बुझ गए है। मिलो किसी से तो... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 14 1 63 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 27 Jan 2024 · 1 min read खेल नहीं उसकी मोहब्बत है कोई चौपड़ का खेल नहीं, जो इंतिखाब हुआ कभी तो इंकलाब होगा । कल उसकी याद में बहाए थे चार आँसू जहां, लौट के देखना वहीं मग़रिब-ऐ-सैलाब... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 14 1 69 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 27 Jan 2024 · 1 min read बड़ी मीठी थी छोटा था तो मम्मी ने भूख नही लगी कहने पे आटे सने हुए हाथ से प्यार से थप्पड़ मारा था वो मार बड़ी मीठी थी । अपनी उदारता से फलीभूत... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 16 1 70 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 26 Jan 2024 · 1 min read शान तिरंगा ये जो तिरंगा लहरा रहा है इसमें, सारे वीरों के दिल धड़क रहे हैं। ये जो आज़ादी से भरा नज़ारा है, यह भव्य शौर्य की गाथा है। वहां उनके घर... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · सुकून 15 63 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 23 Jan 2024 · 1 min read काश काश, ज़रा-सा ये हो पाता... मैं भी बिल्कुल तेरे जैसा दिल से पत्थर ही बन जाता..! ज़ज्बातों का असर बेअसर मुझ पर भी यूं ही रह जाता...! उफ़ भी नहीं... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 15 55 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 23 Jan 2024 · 1 min read जलाया करता हूँ, ऐसे ज़माने को जलाया करता हूँ, मैं चाँद को छत पे बुलाया करता हूँ। जब बात आती है बरसने की सुनो, मैं शर्त बादलों से लगाया करता हूँ। ज़ुल्फ़-ए-परेशाँ पर... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 15 61 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 23 Jan 2024 · 1 min read जीवन यात्रा एक साल की जीवन यात्रा और हो गई पूरी कुछ इच्छाएँ पूर्ण हुई ज्यादातर रही अधूरी फिर भी दूँ आभार तुम्हें लगता यह बहुत ज़रूरी ओ मेरे जीवन के दुःख-सुख,... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · सुकून 15 1 64 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 23 Jan 2024 · 1 min read बेकरार हर तरफ हर जगह बेशुमार हूं मैं चैन से जीने को बेकरार हूं मैं! अपनों की भीड़ में अपनों के आस पास अजनबियों की कतार में शुमार हूं मैं! कुछ... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 15 80 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 22 Jan 2024 · 1 min read एक दिन रेशम सी नर्म जुल्फें अपनी मुझ पे लहराओ एक दिन क्या दूर से ही देखते हो यूं ही बरस जाओ एक दिन । हवाओं की तरह गुजरो दिल की तंग... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 15 53 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 22 Jan 2024 · 1 min read मैं गांठ पुरानी खोलूँ क्या? मैं गांठ पुरानी खोलूँ क्या? तेरे कांधे सिर रख सो लूं क्या? लोग भला क्या सोचेंगे? इसे भुला अब रो लूं क्या? दो बूंदों के मिलने से कपाल पे एक... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 15 64 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 22 Jan 2024 · 1 min read आनंदित जीवन चेहरे की हंसी दिखावट सी हो गई है असल जिंदगी भी बनावट सी हो गई है। अनबन बढ़ती जा रही है अब रिस्तों में भी, अपनों से भी अब बगावत... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 15 1 39 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 22 Jan 2024 · 1 min read कमजोर नहीं हूं मैं। हर सुबह मेरा एक सपना होता है, कभी दूसरों के लिए, कभी अपना होता है। हर पल उनको पूरा करने की चाह होती है। ना दिन की फिक्र ना रात... Poetry Writing Challenge-2 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 15 59 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 3 Jan 2024 · 1 min read आज भी दिल जो कल था अकेला रहा, ये अकेला रहा आज़ भी...! अनकही-अनसुनी बेबसी, हमसफ़र हर क़दम आज़ भी...! ख़्वाब यूं ही संवरते रहे, और, बिखरे कई आज़ भी...! रात भर... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 22 1 147 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 26 Nov 2023 · 1 min read बढ़ता जाऊंगा मैं धैर्य रखूंगा हरदम, यूं हौसला नहीं गवाऊंगा। जीवन की हर यात्रा में, निडरता से कदम बढ़ाऊंगा। अपने सपनों को पंख देकर, ऊँचाईयों तक उड़ता जाऊंगा। जो देखे हज़ारों सपने... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 20 2 109 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 24 Oct 2023 · 1 min read मुस्कुराता बहुत हूं। यूं कस के मेरा हाथ थामे रखना क्योंकि मैं लड़खड़ाता बहुत हूं। खुद ही पूछ लेना सबकुछ मुझसे, क्योंकि मैं सबसे छुपाता बहुत हूं। रूठने पे मुझको मना लेना तुम... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 20 293 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 23 Sep 2023 · 1 min read बचपन कितना सुंदर कितना प्यारा, कितना निश्छल हैं ये बचपन । लाड दुलार प्रेम का सागर, फूलों का उपवन हैं बचपन । डांट डपट बिन मतलब के ही हृदय पर अंगार... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 21 2 169 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 1 Jul 2023 · 1 min read फितरत न झुका किसी के आगे, अब तक यहाँ मैं इतना। ना किसी से प्यार मुझको, न तुमसे लगाव इतना।। है मुझमें कमी क्या कोई, जो मदद किसी की चाहूँ। जरूरत... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 33 5 576 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 14 Jun 2023 · 1 min read बहक सा जाता हूं। तेरी आँखों की गहराई में मैं दब सा जाता हूँ तेरी हंसी की मिठास में मैं खो सा जाता हूँ। तेरे होंठों की नरमी में मैं बहक सा जाता हूँ... Poetry Writing Challenge · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 27 3 375 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 14 Jun 2023 · 1 min read स्वाभाविक किससे क्या कोई बात करें बेवज़ह किसी से क्या उलझें सबकी अपनी-अपनी है पीड़ा किसके आगे रोयें सिसकें..? जो सोच रहा है जैसा भी अपने हालातों के कारण. हम अपनी... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 30 245 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 12 Jun 2023 · 1 min read उलझ नहीं पाते अब चाँद तारों वाले ख़्वाब नहीं आते, कहने को ये रंगीन अल्फाज नहीं आते। करना है दरिया को अब तैरकर ही पार, बस यही सोचकर हम कश्ती नहीं लाते। कोई... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 31 5 487 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 2 Jun 2023 · 1 min read कैसे? अब मुझे बातों ही बातों में फंसाओगे कैसे? मेरे बाद तुम मुझसा दुश्मन लाओगे कैसे? अपनी चालबाजियों से मुझको रिझाओगे कैसे? मेरे ही बनाए खेल में भला मुझे हराओगे कैसे?... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 29 1 318 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 2 Jun 2023 · 1 min read संभलकर ये वक्त कितना खतरनाक है, ये जमाना कितना दर्दनाक है। किसी से मिलो तो संभलकर मिलना, किसी को मारना आजकल कारोबार है।। किसपे करें भरोसा किसपे नहीं, कुछ समझ नहीं... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 28 1 399 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 27 May 2023 · 1 min read हद हद में हूं मैं अपने तभी तो कोई फसाद नहीं होता, गर पार कर दू मैं अपनी हद तो जरूर फसाद मुमकिन होता ।। गर मैं बदल जाऊं तो हालात... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 25 288 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 25 May 2023 · 1 min read है तो है मेरे लफ़्ज़ों में छुपा कोई फ़साना है तो है, ये भी तुमसे बात करने का बहाना है तो है। तुमको तो बकवास ही लगती हैं मेरी तुकबंदियां पर क्या करूं... Poetry Writing Challenge · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 29 1 291 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 21 May 2023 · 1 min read मोबाइल फोन सभी खिलौने टूट गए, खेल सभी अब छूट गए । बाग में अब बैठेगा कौन, जबसे हाथ में आया फोन ।। होती सबकी चाह है पूरी, हो गया कुछ और... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · नया युग 28 1 517 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 19 May 2023 · 1 min read फिर से आज़ सूनी राह फिर से, और बिखरे ख़्वाब फिर से। वही इक चाहत अधूरी, टीस देती याद फिर से ! एक सिसकी वो दबी-सी, नम हुई ये आंख फिर से।... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 31 6 319 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 15 May 2023 · 1 min read दुकान वाली बुढ़िया आंखों पर लगे टूटे चश्मे से वह सबको देखा करती थी, कपकपाते हाथो से सामान बेचकर खूब सारी दुआए देती थी।। बुढ़िया स्वाभिमान की एक रोटी के लिए हर रोज,... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्मृति कविता 28 464 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 12 May 2023 · 1 min read कोरोना महामारी कुछ को खाली पेट की भूख ने मारा, कुछ को घर लौटने के रास्तों ने मारा, कुछ को जात पात की घृणा ने मारा, कुछ को लोभी सत्ता के ऐश्वर्य... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 32 6 184 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 5 May 2023 · 1 min read दोस्ती का तराना चेहरे की रंगत इनसे ही आया करती थी , आंखे ख्वाबों की दुनिया इनसे पाया करती थी। बँधी हुई जिन्दगी में आजादी इनसे आया करती थी, जीवन की थकान इनसे... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · दोस्ती 32 240 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 30 Apr 2023 · 1 min read मजदूर हे ! धरती के पुत्र स्वयं पर गर्व करो केवल धन से बनता कोई महान नहीं किसी झोपड़ी में बैठा मिल जायेगा महलों में रहता है हिन्दुस्तान नहीं ।। तुमने... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 27 151 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 21 Apr 2023 · 1 min read बिखर जाएंगे कौन कहता है लौट के घर जाएंगे, नामुमकिन है कि हम बिखर जायेंगे। जिसको जो बोलना है बोलो मगर, मुझे खुद पे यकीं है सबर जाएंगे।। दिल कहता है अपने... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 26 2 407 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 10 Apr 2023 · 1 min read परिवार(2) परिवार सदा उम्मीदों को, ऊंची उड़ान देतें हैं, जीवन में हर मुसीबत का, समाधान देतें हैं । परिवार प्यास मे गंगा, यमुना की धार बना करते हैं, बीच भंवर मे... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 28 1 245 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 3 Apr 2023 · 1 min read मुस्कुराओ तो सही क्या तकलीफ है तुम्हें, बताओ तो सही, कभी फुर्सत में मेरे पास आओ तो सही। मैं तुम्हारे हर मर्ज़ की दवा रखता हूँ, एक बार अपनी नब्ज़ मुझे दिखाओ तो... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 31 732 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 31 Mar 2023 · 1 min read पिता की आंखें देख कर तो लगता है, ये आंखें बहुत कुछ सहतीं हैं। कोई राज हो जैसे दफन इनमें, चीख चीख कर कहतीं हैं ।। जितना भी देखूं मैं इनमें, सागर सी... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 27 268 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 29 Mar 2023 · 1 min read छुपा रखा है। मैंने आँखों में इक अंदाज़ छुपा रखा है, अपने होठों पर इक राज़ छुपा रखा है। ऐ दोस्त यूँ न कुरेदो मुझे, मैंने इस दिल में सैलाब छुपा रखा है।।... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 31 2 201 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 24 Mar 2023 · 1 min read उपहार उसी को हंस-हंसकर इक मस्ती लेकर, जिसने सीखा है बलि होना । अपनी पीड़ा पर मुस्काकर, औरों के कष्टों में सती होना ।। इस जग में जितने जुर्म नहीं, उतने सहने की... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 28 4 453 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 20 Mar 2023 · 1 min read प्राणवल्लभा 2 तेरी बनावट बेमिशाल है, तेरे लबो का रंग अभी लाल है। रश्क करते मर जायेंगे लोग, कि ये किस कारीगर का कमाल है ।। हम करते है इश्क़ तुझसे, तेरी... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 31 5 582 Share Page 1 Next