शिवम राव मणि Tag: कविता 40 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शिवम राव मणि 20 Feb 2024 · 1 min read कोई शहर बाकी है शायद अभी भी एक कसर बाकी है। इस सफर में कोई शहर बाकी है। देख चुके हैं कई मोहल्ले-गली, बस अनजान अपना घर बाकी है। कई इंसा मील कई फरेब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 49 Share शिवम राव मणि 23 Jan 2024 · 1 min read इंतजार बाकी है सुबह का शाम से यूँ इतजार बाकी है खौफ में जिन्दगी खुशियों में आधी है अभी कुछ धुधला है फलक दूर तक अभी मयस्सर कुछ रास्ते अधूरे भी है अभी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 112 Share शिवम राव मणि 21 May 2023 · 1 min read गुमानी एहसास कई एहसास बिन बताए ही ख्वाबों में आकर, गुफ्तगू करके चले गए। थकी थकी पलकें यूँ मुरझाई पलकें, ढक लेती हैं जब जब आंखों को आहिस्ते से, तो ख्वाबों की... Poetry Writing Challenge · कविता 246 Share शिवम राव मणि 20 May 2023 · 1 min read अंतः परिचय निरन्तर गहरे एक अन्धक सफर में, मैंने एक रोशनी को पहचाना है जो झिलमिलाती हुई बहुत दूर, या नज़दीक मेरे कहां है ? मुझे यह मालूम नहीं, मगर मेरे और... Poetry Writing Challenge · कविता 1 2 121 Share शिवम राव मणि 31 Aug 2022 · 1 min read गुमानी एहसास कई एहसास बिन बताए ही ख्वाबों में आकर, गुफ्तगू करके चले गए। थकी थकी पलकें यूँ मुरझाई पलकें, ढक लेती हैं जब जब आंखों को आहिस्ते से तो ख्वाबों की... Hindi · कविता 3 146 Share शिवम राव मणि 6 Feb 2021 · 1 min read ये वो शाम है यह वो शाम है, जब आफताब उफ्क़ के पीछे छुपता जाता है तो फलक के कई राज़ खोल देता है। जब नज़र के सामने, फलक का एक टुकड़ा हल्के नीले... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 67 505 Share शिवम राव मणि 1 Sep 2020 · 1 min read सोचता हूं कि क्या लिखूं? सोचता हूं कि क्या लिखूं? कोई अल्फ़ाज़ या दास्तान लिखूं। पढ़ा कोई किस्सा लिखूं या सुना हुआ फरिश्ता लिखूं कि महसूस होता हर एहसास लिखूं या पल पल का अंदाज... Hindi · कविता 2 2 327 Share शिवम राव मणि 31 Aug 2020 · 1 min read उठो तुम उठो, उठो तुम ओ! अघात हुए मन उठो तुम हाँ माना संकट तो है तुम चोटिल भी हो चुके हो निराशा से उदास भी हो और कोशिशों से हार चुके... Hindi · कविता 4 301 Share शिवम राव मणि 27 Jul 2020 · 1 min read यथार्थरूप भाग-३ चरित्र का व्याख्यान ना तो व्यग्र, ना ही सूझ-बूझ और ना ही ह्रदय की कोमलता कर सकती हैं जबकि व्यवहारिक तौर पर अस्तित्व का ज्ञान किसी के स्वभाव को अधूरा... Hindi · कविता 2 3 552 Share शिवम राव मणि 27 May 2020 · 1 min read यथार्थरूप भाग-२ मन को संकुचित कर, अपनी आवश्यकताओं को एक बीज की भाँती ह्रदय में दबाकर स्वार्थभाव से विहीन होते हुए, प्रकाश के समरूप एक उद्धृत स्वभाव जब विपदाओं में घिरकर प्रगति... Hindi · कविता 1 2 263 Share शिवम राव मणि 26 May 2020 · 1 min read जान बैठे है जान बैठे है, हाँ , जान बैठे है अब हर कड़ियां और तल्ख़ियां जान बैठे है कि गिरकर अब नीचे ऊपर देखा नहीं जाता आंखों में दर्द है पलकें झुकाए... Hindi · कविता 1 224 Share शिवम राव मणि 23 May 2020 · 1 min read मुझे वो नज़रें बदलनी है मुझे वो नज़रें बदलनी है जो मेरी तरफ अचानक से मुड़ी है अपने आप को भींचती हुई जो मुझे अचम्भे से देख रही हैं दया का भाव लिए जो मुझे... Hindi · कविता 1 2 236 Share शिवम राव मणि 22 May 2020 · 1 min read बिखर गए अहसास बिखर गए अहसास जैसे कागजों के ढेर थे बिखर गए अहसास जैसे किताबों के बगैर थे बिखर गए है अहसास जैसे अतीत के दरपन थे बिखर गए अहसास जैसे रुकी... Hindi · कविता 1 2 325 Share शिवम राव मणि 21 May 2020 · 1 min read यथार्थरूप निश्छलता को जन्म देती हुई जब एक आस मन में ठहरती है तो चिंताओं के उष्ण में जलते हुए वह धूं-धूं करती दुविधाओं में तपकर तामस की तरह अभेद हो... Hindi · कविता 1 2 337 Share शिवम राव मणि 25 Apr 2020 · 1 min read थमी थमी सी जिंदगी थमी-थमी सी ज़िन्दगी में सब कुछ थम जाता है चाहे वो दरिया हो, वो भी ठहर जाता है सांसें धड़कनों के साथ होकर भी थम जाती है धड़कने खूब धड़क... Hindi · कविता 1 553 Share शिवम राव मणि 23 Apr 2020 · 1 min read अन्तः परिचय निरन्तर गहरे एक अन्धक सफर में मैंने एक रोशनी को पहचाना है जो झिलमिलाती हुई बहुत दूर, या नज़दीक मेरे कहां है? मुझे यह मालूम नहीं मगर मेरे और उसके... Hindi · कविता 1 1 338 Share शिवम राव मणि 6 Dec 2019 · 2 min read बीती रात पता है.... बीती रात एक सुकून का एहसास हुआ जब खुद को रजाई के भीतर समेटे हुए बचना चाहा एक ठिठुरती ठंड से लगा कि महफूज हूँ इन दो चादरों... Hindi · कविता 2 537 Share शिवम राव मणि 8 Jun 2019 · 1 min read मै तो हूँ ही बेवकूफ मै तो हूँ ही बेवकूफ इन सब मामलों में प्यार के मामलों में लुभाने के मामलों में कोई रूठ जाए तो उसे मनाने के मामलों में आए अजनबी कोई सामने... Hindi · कविता 2 294 Share शिवम राव मणि 8 Jun 2019 · 1 min read उत्पीड़न मैंने वक्त की दीवारों से कुछ पूछा है, के अतीत के दरमियान क्या क्या रखा है। आज कटघरे मे उस घर की बात है जिसके हर ईंट पर कसीदा लिखा... Hindi · कविता 2 296 Share शिवम राव मणि 6 Jun 2019 · 1 min read जीवन दहा हो उसका ये भी आवाज़ ऊँची करें तो क्या भला हो उसका अगर तुम भी ऐसा करो तो जीवन दहा हो उसका। जिसके ऊपर उसके अम्बरों की सारी चिताएं देखीं थी जिसके... Hindi · कविता 2 522 Share शिवम राव मणि 5 Jun 2019 · 1 min read ?नादान हथेली नादान हथेलियों की उलझी राहें नादान हथेली में तुमको ढूंढते है किसी की आने की ना खबर है ना खबर थी पहाड़ों से आकर छूती हवा जो कयास भर थी... Hindi · कविता 2 506 Share शिवम राव मणि 5 Jun 2019 · 1 min read यह धड़कन दुनिया में केवल वहीं चीजें महफूज़ रही है जो कभी शोर नहीं करती मगर मेरी धड़कनें खूब आवाज़ करती है शायद इसलिए ये उतनी ही दुखती भी है आखिर ये... Hindi · कविता 1 395 Share शिवम राव मणि 2 Feb 2019 · 1 min read कभी गौर से देखा नहीं कभी गौर से देखा नहीं उन सड़कों पे वापस लौटकर जहां से रोज गुजरते थे घरौंदे से तालीम को लेने और तालीम को बोझा में भर जब वापिस लौटते तो... Hindi · कविता 1 523 Share शिवम राव मणि 14 Nov 2018 · 1 min read माई माई तेरा आँचल धूप में छांव जैसा माई तेरा दामन भंवर मे नांव जैसा माई मुझे चोट लगती है ऐसे न कहो माई तेरा गुस्सा प्यारा-सा घाव जैसा माई कुछ... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 26 664 Share शिवम राव मणि 15 Aug 2018 · 1 min read जो असलियत है जो असलियत है अगर उनमें उतरे तो गहराईयां नापी नहीं जाती जो ख्याल है अगर उनको कहें तो कहावतें कहीं नहीं जाती। अगर देखूं आज़ ओर खुद को तो यादें... Hindi · कविता 1 296 Share शिवम राव मणि 29 Nov 2017 · 1 min read ●•देखो तो उन्हें •● देखो तो उन्हें, वो कितना कह रहे हमने कुछ कहा, तो शायद ज्यादा कह दिया ※※※※※※※※※※※※※※※※※※※※※※※※※※※※※※ जश्न में वो और महदूद में हम रहे उन्होंने जो खींची, उन लकींरो को... Hindi · कविता 1 316 Share शिवम राव मणि 13 Nov 2017 · 1 min read ◼️◾▪️एक चेहरा नजर आया▪️◾◼️ ~~~~एक चेहरा नजर आया~~~~ हदों की हद लकीरें, लाँघनी कितनी आसान थी लाँघकर देखा, तो एक चेहरा नजर आया ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ कोई टोके मुझे इस तरह, कोई रोके मुझे इस तरह... Hindi · कविता 1 414 Share शिवम राव मणि 11 Nov 2017 · 1 min read इंतजार ~~~~~इंतजार~~~~~ किसी ने कहा इंतजार करो, वो जरूर दस्तक देंगे मेहनत तुम्हारी है, उसकी तस्वीर बनाओ, वो रंग भरकर जायेंगे -------------------------------------- कल-कल कर रहे पानी, कुछ मुझे भी बता दे... Hindi · कविता 1 247 Share शिवम राव मणि 8 Nov 2017 · 1 min read कैसी ये शिकायतें? कैसी ये शिकायतें? जरा आज कहिए दागी उतनी ही लगेगी जितनी पहले मिली थी कानाफूसियों का कहना जरा आज समझिए दिल पर उतनी ही बितेगी जितनी पहले सुनी थी शरीर... Hindi · कविता 1 392 Share शिवम राव मणि 4 Nov 2017 · 1 min read किससे कहूँ और कैसे कह दूँ? ************************************** किससे कहूँ और कैसे कह दूँ? कि वो नाराज़ है मेरे अन्दर ये लाज, आखिर कब तक रहेगी? ************************************** कोई खास मुझे मिले वक्त तन्हा, तो कह दूँ मैं... Hindi · कविता 1 607 Share शिवम राव मणि 17 Oct 2017 · 1 min read तुलसी मेरी एक खंडहर में मेरा ख्याल बसा है उजड़ी हुई आत्मा मे वह सच्चा-सा, भ्रम और मिथ सब लगा है फिसलते देख ऐसे मेरा घर आंगन कि बिखर गए है चोखट... Hindi · कविता 1 387 Share शिवम राव मणि 30 Sep 2017 · 1 min read तो आखिरी बार उछलती-झूमती उस भीड़ को आनन्द लेते उस वक्त को सीमाओं को लांघकर इन आंखो से देख लूँ, तो आखिरी बार ??? किसी तरह बात ना मानकर दहलीज का चोगा उतारकर... Hindi · कविता 1 399 Share शिवम राव मणि 26 Sep 2017 · 1 min read ऐ! मेरे साए ऐ! मेरे साए तू किसको साया देता है? कभी तन को छोड़ कभी मुझसे लिपट खोए मुझमेँ इस तरह सन्ध्या की ललित एहसास भी है अब कुछ छुअन का किरणेँ... Hindi · कविता 1 463 Share शिवम राव मणि 10 Sep 2017 · 1 min read जलन दहक उठी है ये सारी बस्तियाँ किसी के आग में जलन सी अब मच रही है कोयल की राग में दुख दुना हो जाता है दूसरों का हर हिसाब देखकर... Hindi · कविता 1 527 Share शिवम राव मणि 7 Jun 2017 · 1 min read एहसास को समझूँ मेरे घर पर आज छत है इसे मेँ देव की देन समझूँ जिसके ऊपर उपकार नहीँ उसके आज हर एहसास को समझूँ कोई तन पर बिखरे पसीने को पोछेँ कोई... Hindi · कविता 1 307 Share शिवम राव मणि 30 Apr 2017 · 1 min read जख्म क्या बताऊँ क्या हुआ है साथ, बस एक कश्ति-सी चल रही थी बाँट भी ना पाये जिसे, साथ मेँ वो जख्मोँ की बस्ती चल रही थी न तीर से, न... Hindi · कविता 1 488 Share शिवम राव मणि 24 Apr 2017 · 1 min read गुहार एक छोटा सा अर्भक हूँ मै,मुझे अपने हाथो से उठा दो अपने प्यार की छाँव मे,मेरे सारे घाव भर दो गिरा हूँ जमीन परइसे मेरा बिस्तरा बना दो दर्द है... Hindi · कविता 1 389 Share शिवम राव मणि 3 Apr 2017 · 1 min read डर रहा हूँ मै. अंधकार को देखकर,उजाला खो जाने से डर रहा हूँ मै एक आहट हो जाने पर सिसकियाँ भर ले रहा हूँ मै जरा-सी चोट लग जाने पर गुमचोट का इंतजार कर... Hindi · कविता 1 433 Share शिवम राव मणि 9 Mar 2017 · 1 min read ललाहित कलियो से जो फूल खिले उसे तोडने के लिए ललाहित हूँ मै पन्ने उधेड दिए है जो किताबो से मैने उसमे कुछ छिपाकर लिखने के लिए ललाहित हूँ मै ख्वाबो... Hindi · कविता 1 460 Share शिवम राव मणि 25 Jan 2017 · 1 min read नन्ही-सी जान देखो एक खिलखिलाती मुस्कान जन्म लेती हुई नन्ही-सी जान चमकती हुई आँखे है उन आँखो मे है तहजीब का ग्यान चेहरे पर एक खुशी है लेकिन उस जननी की आँखे... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 545 Share