डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' Tag: दोहा 70 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 26 May 2023 · 1 min read मर्जी दीन दयाल की प्रदत्त चरण- "मर्ज़ी दीन दयाल की" विधा- दोहा सुख-वैभव की चाह में, झुलस गया परिवेश। मर्जी दीनदयाल की, भौतिकता या द्वेष? चिंता का आधार है, लिप्सा का उत्थान। मर्जी दीन... Hindi · दोहा 1 289 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 4 Jan 2023 · 1 min read ग्रीष्म की तपन ग्रीष्म की तपन ------------------ ग्रीष्म तपन भर कोप में, उगल रही अंगार। कहर ढहाती लू फिरे, पीट रही घर द्वार।। शुष्क धरा आकुल हुई, पनघट दिखें उदास। नयन नीर भर... Hindi · दोहा 1 312 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 25 Nov 2021 · 1 min read समझदार हैं आप विषय-"समझदार हैं आप" सत्य घिरा तम घेर में, न्याय करेगा कौन? समझदार हैं आप तो, तोड़ें अपना मौन।। दंभ भरे उर कर रहे, नित कलुषित व्यवहार। समझदार हैं आप तो,... Hindi · दोहा 3 2 561 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 24 Nov 2021 · 1 min read राजनीति के राज कफ़न बेच नेता करें, महलों में आराम। राजनीति के राज में, सोया है आवाम।। अच्छे दिन के नाम पर, दिए सभी ने वोट। राजनीति के राज में, महँगाई की चोट।।... Hindi · दोहा 2 280 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 24 Nov 2021 · 1 min read उपकार विषय-उपकार विधा-दोहा परहित की रख भावना, सदा करो उपकार। सुख-दुख के साथी बनो, सुखी रहे संसार।। डरो नहीं तुम मृत्यु से, रचो सुमृत्यु विधान। परहित की रख भावना, मिलता जग... Hindi · दोहा 2 380 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 24 Nov 2021 · 1 min read दीपक विषय-दीपक माटी सानी प्रेम से, दिया दीप आकार। बाती ले सत्कर्म की, किया रूप साकार।। अवधपुरी दीपक जले, घर लौटे श्री राम। अँधकार लज्जित हुआ, दीपोत्सव की शाम।। जगमग दीपक... Hindi · दोहा 2 2 259 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 23 Nov 2021 · 1 min read कुंदन, आमंत्रण, कलश, सरोद, भैरवी कुंदन स्वर्ण मुखी शुभ यौवना, मधुरिम अधर रसाल। कुंदन देह निहार कर, नयन हुए वाचाल।। आमंत्रण नयन नयन को दे रहे, आमंत्रण मधुमास। तप्त हृदय पुलकित हुआ, सोच मिलन की... Hindi · दोहा 1 324 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 21 Nov 2021 · 1 min read कवि कहता जन पीर विषय-"कवि कहता जन पीर" देख देश की दुर्दशा, साक्ष्य बनेगा कौन? कवि कहता जन पीर है, जनता बैठी मौन।। रक्त बूँद को मसि बना, कवि कहता निज पीर। भूख से... Hindi · दोहा 1 330 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 21 Nov 2021 · 1 min read कठिन परीक्षा सत्य की "कठिन परीक्षा सत्य की" कठिन परीक्षा सत्य की, समझो मत आसान। हरीश्चंद्र को अंत तक, देने पड़े प्रमाण।। कठिन परीक्षा सत्य की, देकर पाया मान। धरा समाई जानकी, सह दुष्कर... Hindi · दोहा 538 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 21 Nov 2021 · 1 min read प्रेयसी, गिनती, अंक/गोद प्रेयसी -------- चंचल चितवन प्रेयसी, कोमल कदली गात। नीरज निरखे नीर को, नैंना करते बात।। गिनती --------- उल्टी गिनती बन गई, कलयुग की पहचान। मिथ्या माया मोह में, फँसा हुआ... Hindi · दोहा 1 473 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 19 Nov 2021 · 1 min read रक्षाबंधन 'रक्षाबंधन' (1) रक्षाबंधन प्रीति का, है पावन त्योहार। धागा रक्षा सूत्र है, कीमत इसकी प्यार।। (2) राखी नाना रंग की, सजे-धजे बाज़ार। धागों में गूँथा मिले , सुंदर नेह अपार।।... Hindi · दोहा 2 2 481 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 19 Nov 2021 · 1 min read कबीर, केवट, रोटी, चुनाव,घाव प्रदत्त शब्दों पर दोहे कबीर राग, द्वेष उर में लिए, आहत फिरै कबीर। ढाई आखर प्रेम का, हरे जगत की पीर।। केवट केवट पाँव पखारता, चिंता नाव सताय। रघुनंदन का... Hindi · दोहा 1 533 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 19 Nov 2021 · 1 min read जुलाहा, अनुराग, पंथ, उमंग, उदास जुलाहा बुने जुलाहा बैठकर, सपनों की ताबीर। ताना-बाना कर्म का, बना रहा तकदीर।। अनुराग आतंकी नर बन गया, स्वार्थ, बैर व्यवहार। द्वेष त्याग अनुराग से , जगत सकल परिवार।। उमंग... Hindi · दोहा 1 213 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Nov 2021 · 1 min read दीपक माटी सानी प्रेम से, दिया दीप आकार। बाती ले सत्कर्म की, किया रूप साकार।। अवधपुरी दीपक जले, घर लौटे श्री राम। अँधकार लज्जित हुआ, दीपोत्सव की शाम।। जगमग दीपक जल... Hindi · दोहा 2 2 410 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Nov 2021 · 1 min read पर्यावरण पर्यावरण पर दोहे ************** झारखण्ड की क्या कहूँ ,बढ़ती जाती पीर। जल-थल दूषित हो गए, बात बड़ी गंभीर।। पंछी बेघर हो गए, बैठे नदिया तीर। ताक रहे सब गगन को,... Hindi · दोहा 1 445 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Nov 2021 · 1 min read देवता, उत्सव उत्सव घर-घर में मने, दीप दिवाली पर्व। ज्योतिर्मय अंतस हुआ,आनंदित जग सर्व।। पूजन करती देवता, रख श्रद्धा-विश्वास। धन-दौलत माँगू नहीं, दूर करो संत्रास।। डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' वाराणसी (उ.... Hindi · दोहा 1 315 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Nov 2021 · 1 min read कबीर, केवट, रोटी, चुनाव, घाव, प्रदत्त शब्दों पर दोहे कबीर राग, द्वेष उर में लिए, आहत फिरै कबीर। ढाई आखर प्रेम का, हरे जगत की पीर।। केवट केवट पाँव पखारता, चिंता नाव सताय। रघुनंदन का... Hindi · दोहा 432 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 14 Nov 2021 · 1 min read राजनीति के राज विधा-दोहा छंद कफ़न बेच नेता करें, महलों में आराम। राजनीति के राज में, सोया है आवाम।। अच्छे दिन के नाम पर, दिए सभी ने वोट। राजनीति के राज में, महँगाई... Hindi · दोहा 1 404 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 14 Nov 2021 · 1 min read परहित की रख भावना विषय-उपकार विधा-दोहा परहित की रख भावना, सदा करो उपकार। सुख-दुख के साथी बनो, सुखी रहे संसार।। डरो नहीं तुम मृत्यु से, रचो सुमृत्यु विधान। परहित की रख भावना, मिलता जग... Hindi · दोहा 2 596 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 14 Nov 2021 · 1 min read रोला छंद रोला निर्धन बेघरबार, सड़क पर भूखा सोता। खाता है दुत्कार, क्षुधा से पीड़ित रोता।। बेबस ये लाचार, जेब है इसकी खाली। महँगाई की मार, मने कैसे दीवाली? कर सौलह शृंगार,... Hindi · दोहा 1 2 445 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 14 Nov 2021 · 1 min read राजनीति के राज कफ़न बेच नेता करें, महलों में आराम। राजनीति के राज में, सोया है आवाम।। अच्छे दिन के नाम पर, दिए सभी ने वोट। राजनीति के राज में, महँगाई की चोट।।... Hindi · दोहा 354 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 12 Nov 2021 · 1 min read मिला झूठ को मान नमन सृजन समीक्षा मंच? दिन-शुक्रवार दिनांक-12.11.2021 विषय-मिला झूठ को मान झूठों का है दबदबा,झूठी सारी शान। झूठों के दरबार में, मिला झूठ को मान।। पट्टी बाँधी न्याय ने, मिला झूठ... Hindi · दोहा 2 432 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 12 Nov 2021 · 1 min read आराम, सुकून विषय-आराम, सुकून श्रम को पूँजी मान कर, नित्य करें जो काम। तजें सदा आराम को, मिलें सफल परिणाम।। महँगाई की मार ने, छीना चैन-सुकून। सत्ता के हाथों हुआ,अरमानों का खून।।... Hindi · दोहा 1 494 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 11 Nov 2021 · 1 min read छठ पूजा-गोपाष्टमी शुक्ल पक्ष कार्तिक मने, षष्ठी का त्योहार। सूरज का पूजन करें, सुख-वैभव आधार।। परंपरागत रीति से, होता छठ का पर्व। मानवता की नींव रख, करते सब जन गर्व।। छठ पूजन... Hindi · दोहा 1 288 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 11 Nov 2021 · 1 min read अशोक, तीर (तट) विषय- अशोक, तट देख दृश्य दारुण्य का, अंतस व्यापित शोक। जिज्ञासा छलने लगी, सत्पथ मिला अशोक।। यमुना तट गोपी खड़ीं, मोहन रचते रास। राधा माधवमय हुईं, व्यापित मन उल्लास।। डॉ.... Hindi · दोहा 1 442 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 11 Nov 2021 · 1 min read सूर्य षष्ठी -गोपाष्टमी विषय- सूर्य षष्ठी-गोपाष्टमी शुक्ल पक्ष कार्तिक मने, षष्ठी का त्योहार। सूरज का पूजन करें, सुख-वैभव आधार।। परंपरागत रीति से, होता छठ का पर्व। मानवता की नींव रख, करते सब जन... Hindi · दोहा 1 360 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 11 Nov 2021 · 1 min read अंतर घट की प्यास विषय- अंतर घट की प्यास रिश्ते किश्तों में चुके, अंतस हुआ उदास। सिक्त कोई न कर सका ,अंतर घट की प्यास।। कस्तूरी मृग ढूँढ़ रहा, व्यापा मन संत्रास। बुझी नहीं... Hindi · दोहा 1 219 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 10 Nov 2021 · 1 min read सूर्योपासना सूर्योपासना कीजिए, मिटते सारे पाप। सकल व्याधि तन मुक्त हो, रहे नहीं संताप।। छठ है सूर्योपासना, पूजा, व्रत त्योहार। पूर्ण सकल हों कामना, भरे रहें भंडार।। देती सूर्योपासना, सुख, वैभव,... Hindi · दोहा 2 477 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Nov 2021 · 1 min read दोहे राधा-कृष्ण श्याम अधर वंशी सजे, मोर मुकुट अभिराम। राधा बनवारी भई, रास- रंग सुखधाम।। प्रेम रंग मोहन रमे, लगा प्रेम मन रोग । प्रेम राग वंशी जपे, रुचे न दूजा... Hindi · दोहा 1 585 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Nov 2021 · 1 min read दोहे विषय-"माँग रही वरदान" माँ गौरी सुखदायिनी, माँग रही वरदान। सदा सुहागन मैं रहूँ, मिले सजन को मान।। माँग रही वरदान ये, रखना अमर सुहाग। जीवन भर मिलता रहे, प्रियतम का... Hindi · दोहा 1 451 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Nov 2021 · 1 min read दोहे अपने मन की बात सोच-समझ कर ही कहें, अपने मन की बात। सुन करते उपहास जन, देते मन आघात।। अगर न कहती मैं कभी, अपने मन की बात। पड़े नहीं... Hindi · दोहा 1 343 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Nov 2021 · 1 min read दोहे "फिर से होना चाहिए" फिर से होना चाहिए, दूर सभी व्यभिचार। हर कन्या भयभीत है, बढ़ता पापाचार।। आज प्रदूषण बढ़ रहा, पाए रोग- विकार। फिर से होना चाहिए, पर्यावरण सुधार।।... Hindi · दोहा 1 471 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Nov 2021 · 1 min read दोहे विषय-विभाजन किया विभाजन गेह का, रहा नहीं कुछ शेष। मातु-पिता आश्रम गए, मन में लेकर क्लेश।। विषय-विनय मातु शारदा विनय करूँ,दो ऐसा वरदान। निर्मल, कोमल भाव रख, रचूँ दिव्य अभिधान।।... Hindi · दोहा 1 407 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Nov 2021 · 1 min read दोहे भाव -भाव की बात है कन्या में देखा किए, अलग-अलग सब रूप। भाव-भाव की बात है, क्या दानव क्या भूप।। कुछ जन गो को पूजते, कुछ करते संहार। भाव-भाव की... Hindi · दोहा 1 274 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे दशहरा पर दोहे वर्तमान रोता बिलख,फैला भ्रष्टाचार। रावण हर घर में बसा,राम करो उद्धार।। मायावी मारीच सम,लोभ बना सिर मोर। दया, द्वेष, अन्याय, छल,क्रोध,कपट अति घोर।। दशमी का ये पर्व... Hindi · दोहा 265 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे राधा-कृष्ण श्याम अधर वंशी सजे, मोर मुकुट अभिराम। राधा बनवारी भई, रास- रंग सुखधाम।। प्रेम रंग मोहन रमे, लगा प्रेम मन रोग । प्रेम राग वंशी जपे, रुचे न दूजा... Hindi · दोहा 1 462 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे माँ दुर्गा के दोहे *********** रक्तिम साड़ी तन सजे,गुड़हल हार सुहाय। मस्तक मुकुट बिराजता, शोभा भक्त लुभाय।। सवा रुपैया नारियल, रोली अक्षत हाथ। हलुआ पूड़ी भोग ले, माँ को पूजें... Hindi · दोहा 301 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे चाँद चंचल चितवन चाँद सी, भूले योगी योग। राग-द्वेष में फँस गए, करते हैं नित भोग।। अख़बार चर्चित लोगों में हुआ, आज सकल परिवार। अपवादों में घिर गया, बंद रखा... Hindi · दोहा 345 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे कर्म भाग्य भरोसे बैठकर, मांँगे भीख फ़कीर। कर्मवीर नित कर्म कर, होता नहीं अधीर।। देश मेरे भारत देश का, दसों दिशा यशगान, न्योछावर तन- मन करूँ, इसका हो सम्मान।। विधान... Hindi · दोहा 443 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे दीप- दीप तले अँधियार है, करता जग उजियार। परहित की रख भावना, मना आज त्योहार।। लक्ष्मी- माँ लक्ष्मी वरदायिनी, विनय करो स्वीकार। सुख-वैभव जग पूर्ण हो, भरे रहें भंडार।। मिठाई-... Hindi · दोहा 331 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे "लक्ष्मी" "लक्ष्मी" (दोहे) आज अमावस रात्रि को, दीपों का त्योहार। लक्ष्मी आईं धरा पर, करने को उजियार।। माँ लक्ष्मी वरदायिनी, विनय करो स्वीकार। सुख-वैभव जग पूर्ण हो, भरे रहें भंडार।। आज... Hindi · दोहा 917 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहा #सौरभ से महका चमन, भ्रमर करें गुंजार। वन-उपवन पुष्पित धरा, चहक उठा संसार। माया बंधन मोह का, मन अवगुण की खान। नश्वर यह संसार है,क्यों करता अभिमान।। आशुतोष परितोष हैं,... Hindi · दोहा 280 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे भाग्य भरोसे बैठकर, माँगे भीख फ़कीर। कर्मवीर नित कर्म कर, होता नहीं अधीर।। अभिनेता अभिनय करे, रंगमंच संसार। सूत्रधार जग ईश है, लीला अपरंपार।। चंचल चितवन चाँद सी, भूले योगी... Hindi · दोहा 426 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे "धन वर्षा :अमृत वर्षा दोहे "धन वर्षा: अमृत वर्षा धनतेरस का पर्व ये, लक्ष्मी का त्योहार। घर -घर में सबने लिए,नए-नए उपहार।। देव,तिजोरी पूज कर, पाओ मोदक भोग। अमृत औषधी पान कर, दूर भगाओ... Hindi · दोहा 439 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे "धनतेरस" विषय-धनतेरस शुभ कुबेर का आगमन, धनतेरस त्योहार। धन-वैभव से पूर्ण हों, भरे रहें भंडार।। धनतेरस पर आज दो ,धनवंतरि वरदान। स्वस्थ, सुखी संसार हो , कर औषधि का पान।। धनतेरस... Hindi · दोहा 346 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे "रही प्रकाशित अवध में" नमन सृजन समीक्षा मंच? दिन-शुक्रवार दिनांक-5.11.2021 विषय- रही प्रकाशित अवध में रही प्रकाशित अवध में, सरयू निर्मल धार। उत्सव है श्रीराम का, भव्य करें सत्कार।। रही प्रकाशित अवध में, दीपमालिका... Hindi · दोहा 158 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे "गोवर्धन" विषय- गोवर्धन गो माँ का वध मत करो, गोपालक भगवान। गोमाता को पूजिए, गोधन वरधन मान।। लीप चौक पूजन करें, गोवर्धन का आज। गोरक्षा की शपथ ले, पूरा देश, समाज।।... Hindi · दोहा 1k Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे "हर मुश्किल आसान" " हर मुश्किल आसान " दोहा कोशिश करने से हुई, हर मुश्किल आसान। भाग्य भरोसे बैठकर, रोता हर इंसान।। दुर्गम शैल शिखर चढ़े, कर्मवीर बलवान। श्रम साधक बन कर सके,... Hindi · दोहा 176 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे "सब विनाश का काम" "सब विनाश का काम" दोहे धूम्रपान की लत लगी, दिखा नहीं परिणाम। बिन सोचे-समझे किए, सब विनाश के काम। आब गई व्यभिचार में, धूमिल जग में नाम। खुले आम दानव... Hindi · दोहा 1 399 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे "रही न हाथ लगाम" विषय-रही न हाथ लगाम। काया से लाचार हो, पिता रहा नाकाम। सत्ता सोंपी पुत्र को, रही न हाथ लगाम।। भाई-भाई कर रहे, रिश्तों को बदनाम। खून-खराबा हो गया, रही न... Hindi · दोहा 1 1 457 Share Page 1 Next