Nitin Sharma Language: Hindi 58 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Nitin Sharma 28 Jan 2017 · 2 min read ●● एक_कागज़_का_टुकड़ा ●● #एक_कागज़_का_टुकड़ा ********************* क्या कहूँ कैसे कहूँ माँ पिताजी से शायद मेरी ख़ुशी के लिए मान जायें हाँ .......... आज में मेरे दिल की बात बता देता हूँ इतना सोचकर पापा... Hindi · लेख 1 324 Share Nitin Sharma 23 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ खुश रहे ये दुआ दीजिये सर सभी का यहाँ अब झुका दीजिये नातुआ हम नहीं ये दिखा दीजिए प्यार सब के दिलो में बढ़ा दीजिये नफरतें आज सारी घटा दीजिये ? बेटियाँ खुश रहे ये... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 648 Share Nitin Sharma 9 Dec 2016 · 1 min read [[★ मिला जो भी मुझको गँवाना पड़ा हैं ★]] मिला जो भी मुझको गँवाना पड़ा हैं यही बात सब को सुनाना पड़ा हैं गमे ज़िन्दगी का भुलाने के खातिर हमे आज फिर मुस्कुराना पड़ा है तुम्हारी ख़ुशी देखकर के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 401 Share Nitin Sharma 9 Dec 2016 · 1 min read [[ ★ ज़िन्दगी बिखरी हुई है ये कभी सोचा नही ★ ]] ज़िन्दगी बिखरी हुई है ये कभी सोचा नही सोच लेता में अगर तो फिर कभी सोता नही ख़्वाब में आके सनम जब यूँ रुलाकर चल दिए इक दफा देखा जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 460 Share Nitin Sharma 9 Dec 2016 · 1 min read [[★ ग़ज़ल प्यार की इक बियाबान लिख दूँ ★]] ☘ ग़ज़ल प्यार की इक बियाबान लिख दूँ अगर तुम कहो तो मे'री जान लिख दूँ ☘ लिखू शेर तुझ पर लिखू में कहानी मुहब्बत दिलों की ये'वीरान लिख दूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 406 Share Nitin Sharma 7 Dec 2016 · 1 min read [[ तुम्ही हो जिंदगी मेरी तुम्ही हो आसमाँ मेरा ]] ✍ तुम्ही हो जिंदगी मेरी तुम्ही हो आसमाँ मेरा तुम्ही हो हमसफ़र मेरी तुम्ही हो राजदां मेरा नही अब हम अकेले है तुम्हारा साथ है हमदम मुहब्बत हो तुम्ही मेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 539 Share Nitin Sharma 6 Dec 2016 · 1 min read ( चंद शेर ) 1. उनकी'यादों ने हँसाया देर तक बेबसी ने फिर रूलाया देर तक 2. नही आसान ये उल्फ़त नितिन अब ग़मो ने तुझ को भी मारा बहुत हैं 3. खुदा ने... Hindi · शेर 393 Share Nitin Sharma 6 Dec 2016 · 1 min read ( तुम्हे भी चाहने वाला वो कोमल हो भी सकता है ) ⚛ तुम्हे भी चाहने वाला वो कोमल हो भी सकता है तुम्हारी आँख की रौनक़ में काजल हो भी सकता है तुम्हारे होंठ की लाली तुम्हारी नाक की बाली अगर... Hindi · मुक्तक 293 Share Nitin Sharma 5 Dec 2016 · 1 min read ■ तुम्ही हो जिंदगी मेरी ■ #मुक्तक ■ तुम्ही हो जिंदगी मेरी तुम्ही हो आसमाँ मेरा तुम्ही हो हमसफ़र मेरी तुम्ही हो राजदां मेरा नही अब हम अकेले है तुम्हारा साथ है हमदम मुहब्बत हो तुम्ही... Hindi · मुक्तक 394 Share Nitin Sharma 28 Nov 2016 · 1 min read [[ डूबती कश्ती को मेरी फिर किनारा मिल गया ]] ? ज़िन्दगी में इक सहारा जब तुम्हारा मिल गया डूबती कश्ती को मेरी फिर किनारा मिल गया झूमता ही नाचता गाता रहा खुशियों से मैं यूँ लगा जैसे की मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 698 Share Nitin Sharma 27 Nov 2016 · 1 min read [[ ज़िन्दगी में इक सहारा जब तुम्हारा मिल गया ]] ⚛? मुक्तक ज़िन्दगी में इक सहारा जब तुम्हारा मिल गया डूबती कश्ती को मेरी फिर किनारा मिल गया हम ख़ुशी से झूमते ही नाचते गाता रहा यूँ लगा जैसे की... Hindi · मुक्तक 375 Share Nitin Sharma 25 Nov 2016 · 1 min read 【 आख़री ख़त 】 तुम्हारा ख़त मिला खून में नहाया हुआ अल्फाज रोते हुऐ मिले मानो रिहाई की दुहाई दे रहें हों.. ख़त देखकर उतना ही स्तब्ध हूँ जितना पहली बार हुआ था तुम्हें... Hindi · कविता 295 Share Nitin Sharma 25 Nov 2016 · 1 min read [[ ★ ज़िन्दगी ने मुझे भी दिया कुछ नही ★ ]] ग़ज़ल ? ज़िन्दगी ने मुझे भी दिया कुछ नही ! मुफ़लिसी के सिवा फिर रहा कुछ नही !! १ माँगते ही रहे हम दुआएँ मगर ! माँगते हम रहे पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 280 Share Nitin Sharma 23 Nov 2016 · 1 min read ■ तुम जिंदगी हो मेरी ■ ■ मुक्तक ■ तुम जिंदगी। हो' मेरी तुम ही मे'रे खुदा हो माँगी है ये दुआएँ उनका ही आसरा हो अब यार क्या सुनाये दास्तान ए मुहब्बत क्या लुफ़्त अंजुमन... Hindi · मुक्तक 479 Share Nitin Sharma 23 Nov 2016 · 1 min read ◆◆ हमेशा प्यार करेंगे ◆◆ ■ मुक्तक ■ है प्यार मेरे यार ना इनकार करेंगे करते हैं तुझे प्यार सदा प्यार करेंगे १ अब खोल दो यह राज सनम आज यहाँ पर चेहरे में तेरे... Hindi · मुक्तक 480 Share Nitin Sharma 20 Nov 2016 · 1 min read [[ इश्क़ में जब दूरियाँ तुमको कभी लगने लगे ]] ? ग़ज़ल इश्क़ में जब दूरियाँ तुमको कभी लगने लगे आँसुओ की धार जब तुमको नदी लगने लगे [[[[[[[[[[[[[[[[[}:::::::::::::::::::::::::::::::::::::]]]]]]]]]]]]]]]]]]]} मान लेना हो गया है प्यार तुमको अब यहाँ जिंदगी में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 557 Share Nitin Sharma 20 Nov 2016 · 1 min read [[ वफ़ा दो वफ़ा लो मुहब्बत मिलेगी ]] ⚛ वफ़ा दो वफ़ा लो मुहब्बत मिलेगी ,! बता दूरियाँ जान कब तक सहेगी ,!! १ ■???????????■ जला दो चिराग़े वफ़ा के जरा तुम ,! हमारी कहानी कलम फिर लिखेगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 286 Share Nitin Sharma 20 Nov 2016 · 1 min read ■ हक़ीक़त हूँ यारों कहानी नही हूँ ■ ■ हक़ीक़त हूँ यारों कहानी नही हूँ वही आग हूँ यार पानी नही हूँ ■ *** ■ दुखों से भरी जिंदगानी थी मेरी मैं ऐसी थकी जिंदगानी नहीं हूँ ■... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 504 Share Nitin Sharma 13 Nov 2016 · 1 min read सुनेगा कोई कहानी मेरी क्या कहानी थी मेरी किसको सुनाऊ दास्ताँ गर सुने कोई उसे वो बावरा हो जायेगा Hindi · शेर 275 Share Nitin Sharma 12 Nov 2016 · 1 min read [[ मुहब्ब्त में मुझको बिखरने दो यारों ]] ? मुहब्ब्त में मुझको बिखरने दो यारों ,! हदों से मुझे भी गुज़रने दो यारो ,!! १ मुहब्ब्त की कलियाँ यहाँ खिल गई हैं ,! मुहब्ब्त की खुशबू महकने दो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 229 Share Nitin Sharma 12 Nov 2016 · 1 min read [[ वतन के लिए सर कटाने चले हैं ]] वतन के लिए सर कटाने चले हैं ,! सभी फ़र्ज अपना निभाने चले हैं ,!! १ वतन है हमारा हमारा रहेगा ,! तिरंगे पे जां तक लुटाने चले हैं ,!!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 258 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ भुला दी कब की अपने प्यार की जो भी कहानी है ]] भुला दी कब की अपने प्यार की जो भी कहानी है ये मेरा दर्द ही मेरी वफ़ा की बस निशानी है ।। ?????? सुनाये हम यहाँ किसको मुहब्बत की कहानी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 461 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ मुहब्बत खिलौना बना तो न दोगे ]] मुहब्बत खिलौना बना तो न दोगे ,! हक़ीक़त बता दो सजा तो न दोगे ,!! १ ?✒✒✒✒✒✒✒✒✒✒✒✒✒✒? वफ़ा कुछ नहीं दोस्ती कुछ नहीं है ,! फलक से कही फिर गिरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 408 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ दिल्लगी उनकी कहानी संगदिल भाती नही ]] ? दिल्लगी उनकी कहानी संगदिल भाती नही ,! बात आखिर क्या हुई क्यों मुझको बतलाती नही ,!! १ ?✒✒✒✒✒✒✒✒✒✒✒✒✒✒✒✒✒✒? ? क्या हुई गलती मुझे कुछ तो बता अहले वफ़ा ,!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 473 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ सताये रात जब तुमको मुहब्बत में सनम जब भी ]] सताये रात जब तुमको मुहब्बत में सनम जब भी ,! 'अरूण' से रोशनी लेकर, शबे 'पूनम' सजा देना ! ? नितिन शर्मा ? Hindi · मुक्तक 223 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ निहारूँ तुम को जी भरकर अगर अधिकार हो जाये ]] निहारूँ तुम को जी भरकर अगर अधिकार हो जाये कसम से देख ले जो भी वही दिलदार हो जाये कँवल से होंठ नाज़ुक हैं कली हो तुम बहारों की मुहब्बत... Hindi · मुक्तक 394 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ खो गई नीद आँखों से माँ बाप की ]] खो गई नीद आँखों से माँ बाप की घर में जब से हुई है जवां बेटियाँ #नितिन_शर्मा Hindi · शेर 310 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ जो डूबा इश्क़ के दरिया में वो दिलबर नही लौटा ]] जो डूबा इश्क़ के दरिया में वो दिलबर नही लौटा गया जो डूब इसमें यार , वो अक़्सर नही लौटा बिताये साथ जो लम्हें मुहब्बत में सनम हमने सुहाने उन... Hindi · मुक्तक 273 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ नदी चुप है किनारे बोलते है ]] नदी चुप है किनारे बोलते है दबे जो राज भी ये खोलते है जमाना आ गया कैसा यहाँ अब बड़े चुप हो तो छोटे बोलते है Nitin sharma Hindi · मुक्तक 447 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ माना कि आज गर्दिश में हैं मेरे सितारे ]] माना कि आज गर्दिश में हैं मेरे सितारे जाओ न छोड़कर यूँ अब भी हैं हम तुम्हारे ये इश्क़ है अजब शय कोई समझ न पाया कोई हार के भी... Hindi · मुक्तक 438 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ नफरते अब मिटा मान सम्मान कर ]] नफरते अब मिटा मान सम्मान कर अब किसी का यहाँ तूँ न अपमान कर प्यार होता नही है किसी शर्त पर अपनी शर्तों को कुछ और आसान कर Nitin sharma Hindi · मुक्तक 266 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ सदा रहती यहाँ माँ बाप की बेटी दुलारी है ]] सदा रहती यहाँ माँ बाप की बेटी दुलारी है बड़ी चिंता सताती है यहाँ बेटी कुँआरी है सजाकर ख्वाब को दिल में यहाँ मांगी दुआएं थी सदा ही खुश रहे... Hindi · मुक्तक 429 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ प्रेम की अब कहानी सुनाने चली ]] प्रेम की अब कहानी सुनाने चली ,! प्रेम होता अमर ये बताने चली ,!! रूठ कर श्याम कब से हैं बैठे यहाँ ,! राधिका कृष्ण को अब मनाने चली ,!!... Hindi · मुक्तक 278 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ प्रेम की अब बाँसुरी लेकर चले कान्हा ]] प्रेम की अब बाँसुरी लेकर चले कान्हा ,! प्रेम की इस तान पर हम मर मिटे कान्हा ,!! प्रेम का रिश्ता बनाया,सँग तुम्हारे दिल से ,! तुम निभाना साथ मेरा... Hindi · मुक्तक 254 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ मुहब्बत में सबकुछ ही सहना ग़ज़ल है ]] मुहब्बत में सबकुछ ही सहना ग़ज़ल है ,! गमे दिल को लफ्ज़ो में कहना गजल है ,!! कलम लिख रही है मुहब्बत दिलो की ,! गमे दर्द दिल का भी... Hindi · मुक्तक 253 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [ मुहब्ब्त में बग़ावत और क्या है ]] मुहब्ब्त में बग़ावत और क्या है ,! बयाँ होती मुसीबत और क्या है ,!! मुहब्ब्त को दे'खा है हमने तड़पते ,! बताती ये हक़ीक़त और क्या है ,!! #नितिन_शर्मा Hindi · मुक्तक 314 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ हमनशीं पास हो तो मुहब्ब्त भी हो ]] हमनशीं पास हो तो मुहब्ब्त भी हो ,! साथ मिलता रहे यह इनायत भी हो ,!! १ हो न जाना जुदा हम से तुम भी सनम ,! इश्क़ तो हो... Hindi · मुक्तक 246 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ कहानी राजदा सुनता नही है ]] कहानी राजदा सुनता नही है ,! सफ़र में साथ भी चलता नहीं है ,!! मुहब्बत में वफ़ा मिलती कहा अब ! गुलाबी फूल अब खिलता नहीं है ,!! Nitin sharma Hindi · मुक्तक 279 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ खूबसूरत सज रहा बाज़ार हैं ]] खूबसूरत सज रहा बाज़ार हैं ,! रोज लगता है यहां त्यौहार है ,!! १ सज रहे बाज़ार खुशियों के यहाँ ,! ईद का मक़सद बढ़ाना प्यार है ,!! ? नितिन... Hindi · मुक्तक 235 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ मुहब्बत जता कर हदे लांघते है ]] मुहब्बत जता कर हदे लांघते है ,! हक़ीक़त वफ़ा की नही जानते है ,!! निगाहे मिलाकर न देखा कभी भी ,! रुलाकर हँसाना नही जानते है ,!! Hindi · मुक्तक 1 259 Share Nitin Sharma 11 Nov 2016 · 1 min read [[ प्यार होतो गया हमसफ़र ]] प्यार होतो गया हमसफ़र ,! साथ देना यहाँ उम्रभर ,!! १ चाँदनी रात कटती नही ,! नींद आती नही रात भर ,!! २ साथ हो तुम यहाँ हमनशीं ,! जिंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share Nitin Sharma 10 Nov 2016 · 1 min read [[ है प्यार मेरे यार ना इनकार करेंगे ]] ? है प्यार मेरे यार ना इनकार करेंगे करते हैं तुझे प्यार सदा प्यार करेंगे १ #हुस्ने_मत्ला हम प्यार तुम्हें यार बेशुमार करेंगे फिर लोग , मुहब्बत को अख़बार करेंगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 306 Share Nitin Sharma 10 Nov 2016 · 1 min read [[ जुबाँ अपनी मुहब्बत में कभी बोले नही होंगे ]] ? जुबाँ अपनी मुहब्बत में कभी बोले नही होंगे दबे है राज जो दिल में , कभी खोले नही होंगे १ लगे है लाख जो पहरे , मुहब्बत में ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 307 Share Nitin Sharma 10 Nov 2016 · 1 min read [[ लिखी है खून से हमने मुहब्बत की इबादत है ]] ? लिखी है खून से हमने मुहब्बत की इबादत है जमाना कर रहा देखों मुहब्बत पे बगावत है १ खुदा ने खुद बनाई है लकीरे हाथ में मेरे खुदा मंजूर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 299 Share Nitin Sharma 10 Nov 2016 · 1 min read [[ प्यार करते हैं सनम तुम को सितारों की तरह ]] ? प्यार करते हैं सनम तुम को सितारों की तरह हमने चाहा है तुम्हे चाहने वालों की तरह हुस्ने मत्ला नाम आता है ते'रा लब पे दुआओं की तरह यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 273 Share Nitin Sharma 9 Nov 2016 · 1 min read [[ इस जहाँ के अँधेरे मिटायेंगे हम ! एक सूरज नया फिर उगायेंगे हम !! ]] ? मत्ला *** 1 *** इस जहाँ के अँधेरे मिटायेंगे हम एक सूरज नया फिर उगायेंगे हम *** हुस्ने मत्ला 2 *** एक मत्ला तुम्हे अब सुनायेंगे हम प्यार से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 550 Share Nitin Sharma 9 Nov 2016 · 1 min read इस जहाँ के अँधेरे मिटायेंगे हम ! एक सूरज नया फिर उगायेंगे हम !! ? मत्ला *** 1 *** इस जहाँ के अँधेरे मिटायेंगे हम एक सूरज नया फिर उगायेंगे हम *** हुस्ने मत्ला 2 *** एक मत्ला तुम्हे अब सुनायेंगे हम प्यार से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 312 Share Nitin Sharma 9 Nov 2016 · 1 min read [[ मुहब्बत में सनम आँखे बही मालूम होती हैं ]] ? मुहब्बत में सनम आँखे बही मालूम होती हैं ! अँधेरी रात है और चाँदनी मालूम होती हैं !! मुहब्बत को जमाने से मिटाने फिर चले देखो ! मुहब्बत में... Hindi · मुक्तक 238 Share Nitin Sharma 9 Nov 2016 · 1 min read [[ मुहब्बत में सनम आँखे बही मालूम होती हैं ]] ? मुहब्बत में सनम आँखे बही मालूम होती हैं अँधेरी रात है और चाँदनी मालूम होती हैं मुहब्बत को जमाने से मिटाने फिर चले देखो मुहब्बत में बग़ावत फिर हुई... Hindi · मुक्तक 467 Share Nitin Sharma 9 Nov 2016 · 1 min read [[ मुहब्बत में सनम बातेँ फ़क़त दो चार हो जाये ]] #मुक्तक मुहब्बत में सनम बातेँ फ़क़त दो चार हो जाये निहारु तुझ को जी भर अगर अधिकार हो जाये कमल से होंठ नाज़ुक है कली हो तुम बहारों की अग़र... Hindi · मुक्तक 547 Share Page 1 Next