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11 Nov 2016 · 1 min read

[[ भुला दी कब की अपने प्यार की जो भी कहानी है ]]

भुला दी कब की अपने प्यार की जो भी कहानी है
ये मेरा दर्द ही मेरी वफ़ा की बस निशानी है ।।
??????
सुनाये हम यहाँ किसको मुहब्बत की कहानी है ,!
मिला जो दर्द मुझको ही वफ़ा की ये निशानी है ,!!
???????
घटाये छा रही काली गिरह के बादलो की फिर ,!
उन्ही की ज़ुल्फ के बादल से बरसा आज पानी है ,!!
???????
जलाकर देख घर अपना जहाँ में देख फिर खुद को ,!
बची है राख जो घर की यहाँ सब को दिखानी है ,!!
???????
यहाँ अब हो गए बेघर न जाने लोग फिर कितने ,!
यही बस बात मुझको अब ज़माने को सुनानी है ,!!
??????????????????
किसी ने सच कहा कि आदमी कुछ पा नही सकता ,!
ख़ुदा की गर नही उस शख़्श पर कुछ मेहरबानी है ,!!
??????
ज़रा सुनलो हमारी बात गर तुमको लगे अच्छी
नशा छोड़ो ये दौलत का, मुहब्बत तुमको पानी है
??????
तकाजा ही नही रहता नितिन बिल्कुल मुहब्बत का ,!
बुझी है आग जो दिल की तुझे वापस जलानी है ,!!
?????????
??? नितिन शर्मा ???

403 Views
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