Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal Tag: कविता 19 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 25 May 2024 · 1 min read जिसके लिये वो अंधा हुआ है डर लगता है । किसी को कुछ कहने को। कुछ समझाने को। किसे समझाऊँ। किसे क्या बोलूं। सोचता ही रह गया आज तक। डरता रह गया। कोई नाराज न हो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 49 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 5 Nov 2021 · 1 min read दीप जले अन्तर्तम को करे प्रकाशित, मन मन्दिर में दीप जले। अपना-पराया भेद मिटा दे, जन-जन के हित दीप जले। दिया नहीं है जिनके घर में, उनके घर में दीप जले। नही... Hindi · कविता 1 383 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 9 Oct 2021 · 3 min read हिन्दी वर्णमाला पच्चासा *हिन्दी वर्णमाला पच्चासा* दोहा:- *अ आ इ ई* सीखिये, स्वर व्यंजन पहचान। अक्षर भाषा मूल है, शब्द वाक्य फिर जान।। चौपाई:- 【अ】*अ आ इ ई ऊ ऊ* सीखें। जैसे बोलें... Hindi · कविता 4 2 514 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 16 Sep 2020 · 2 min read अ से ज्ञ तक पढ़ लिख जाओ *अ* अरे आदमी तुझे क्या हुआ, *आ* आज बता क्यों है चकराया। *इ* इतना पागलपन क्यों छाया। *ई* ईटों के आवास बनाया।। *उ* उर में क्यों तू बस न पाया।।... Hindi · कविता 6 3 703 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 22 May 2020 · 3 min read प्रवासी मजदूरों की मजबूरी असमंजस की स्थिति। कोरोना महामारी की परिस्थिति।। लॉक डाउन अचानक। जी घबराया धक धक।। काम धंधा सब बंद। रोजी रोटी का चल पड़ा मन मे अंतर्द्वंद्व। मेहनत कर खाने वाले।... Hindi · कविता 4 1 411 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 2 May 2020 · 1 min read कोरोना से बचें बचाएं --कोरोना से बचें बचाएं-- लॉकडाउन में घर में रहकर, तोड़ें कोरोना चैन। सड़क बाजार बाहर न निकलें, न बाइक न ट्रैन।। बीमारी से बचना है तो, सात्विक जीवन अपनाएं; मदिरा-मांस... Hindi · कविता 5 2 305 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 19 Mar 2020 · 1 min read कोरोना के प्रति जागरुकता कोरोना के प्रति जागरुकता कुछ देश परेशान हैं, कुछ देश हलाकान दुनिया को बचाना है, सावधान रहें।। कोरोना Covid-19, मेड इन चाईना। घोषित है महामारी, सावधान रहें।। बचाव ही है... Hindi · कविता 1 392 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 14 Feb 2020 · 2 min read जीवन सफल बना डालें प्यार-मोहब्बत इश्क-विश्क ये दिल की बातें बहुत हुई जिससे मिलती रोजी-रोटी अपनी ड्यूटी कर पा लें। जीवन सफल बना डालें।। असफलता से डरें नहीं हम बारम्बार प्रयास करें । मिले... Hindi · कविता 3 502 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 21 Sep 2019 · 1 min read सोना सोना बहुत जरूरी है पर ज्यादा सोना ठीक नहीं। सोना मूल्यवान है लेकिन ज्यादा सोना ठीक नहीं।। सोना के पीछे मत भागो सोना सोना संग नहीं। अन्त समय जब ऊपर... Hindi · कविता 4 2 318 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 21 Sep 2019 · 1 min read सजना आता नही है उसको सजना। लेकिन भाता उसको सजना।। मैं तो कहता हूँ तू सज ना । सजना ही तो तेरा सजना।। कहती सजना के हित सजना। तन-मन से है... Hindi · कविता 3 2 283 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 20 Oct 2017 · 1 min read दीवाली की शुभकामनाएं जन-जन को जग-मग करे, ज्ञान से ये दीवाली। भ्रष्टाचार से मुक्त भारत, बेहतर बने हालात माली।। स्वस्थ रहें, मस्त रहें, स्वच्छ रहें सब 'कौशल'; सुख समृद्धि का खजाना, कभी भी... Hindi · कविता 1 478 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 20 Oct 2017 · 1 min read दीवाली की शुभकामनाएं जन-जन को जग-मग करे, ज्ञान से ये दीवाली। भ्रष्टाचार से मुक्त भारत, बेहतर बने हालात माली।। स्वस्थ रहें, मस्त रहें, स्वच्छ रहें सब 'कौशल'; सुख समृद्धि का खजाना, कभी भी... Hindi · कविता 1 615 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 1 Oct 2017 · 1 min read राजस्व वर्ष की शुभकामनाएं मित्रो आप सबको मुबारक नया राजस्व साल। सुखी रहें समृद्ध रहें स्वस्थ रहें सदा खुशहाल।। बढ़ते रहें आगे सकारात्मक सोच साथ 'कौशल'; कभी भी किसी बात का रहे नही कोई... Hindi · कविता 1 954 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 1 Jul 2017 · 1 min read कृषि वर्ष कृषि वर्ष का पहला दिन पहली जुलाई। आप सबको शुभकामनायें हार्दिक बधाई।। बादल जल बरसायें, जी भर गरजे कड़के। किन्तु आपदा कभी, कहीं पर न भड़के।। बारिस अच्छी हो, कम-ज्यादा... Hindi · कविता 1 599 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 5 Jun 2017 · 1 min read पेड़ों की पुकार वृक्ष कहते हमें तुम मत काटो, हमे काटना अपने आप को काटना है I हमे उजाड़ कर, अपना घर बसाना. घर बसाना नहीं ये उजाड़ना है II . देश की... Hindi · कविता 2 1 620 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 1 May 2017 · 1 min read मजदूर आज जब मैंने मजदूर दिवस पर मजदूर पर नजर डाली तो 2 पंक्तियाँ लिखने को मजबूर हो गया। रात-दिन मेहनत करता है। लेकिन कभी न थकता है।। न शिकायत किसी... Hindi · कविता 324 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 13 Apr 2017 · 1 min read मोबाइल जिन्दगी उठते ही मोबाइल देखा। सोते भी मोबाइल देखा।। चलते-फिरते खाते-पीते; बार-बार मोबाइल देखा।। मोबाइल प्रोफ़ाइल देखा। फ़ोटो की स्टाइल देखा।। कौशल अब भगवान से बढ़कर सेल्फी व स्माइल देखा।। इसने... Hindi · कविता 406 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 29 Mar 2017 · 1 min read भारतीय नववर्ष अभिनन्दन यह नया वर्ष मंगलमय हो। जय हो जय हो जय हो जय हो। भारतीय विक्रम संवत् यह ; नया वर्ष मंगलमय हो।। . ये नया वर्ष है शुरू हुआ ।... Hindi · कविता 258 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 26 Mar 2017 · 2 min read पति-पत्नी की नोक-झोक *पति-पत्नी की नोक-झोक* एक बार पति व पत्नी में हो गया झगड़ा भारी I भारी भीड़ मची मौके पर, जुड़े खूब नर-नारी II . सुलझाया कोई न झगड़ा आगे और... Hindi · कविता 975 Share