Awneesh kumar 88 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Awneesh kumar 17 Nov 2023 · 1 min read बहुत कुछ बोल सकता हु, बहुत कुछ बोल सकता हु, लेकिन अब मन नही करता रूठे को मना सकता हु लेकिन अब मन नही करता वक्त नही मिलता ये बहाना अच्छा है लेकिन इस बहाने... Quote Writer 1 160 Share Awneesh kumar 26 Sep 2023 · 1 min read तुम्हारी खुशी में मेरी दुनिया बसती है तुम्हारी खुशी में मेरी दुनिया बसती है तुम खुश रहो तो मेरी दुनिया हसती है। Quote Writer 322 Share Awneesh kumar 26 Sep 2023 · 1 min read उसे गवा दिया है उसे गवा दिया है जो सबसे करीब था खुद को सजा दू यह मेरा नसीब था। Quote Writer 239 Share Awneesh kumar 4 Dec 2019 · 1 min read होगा सवेरा अभी रात तो होने दो होगा सवेरा अभी रात तो होने दो अभी रुको पूरी बात तो होने दो कब तक झुकी रहेगी पलक तेरे हाथो में मेरा हाथ तो होने दो।(अवनीश कुमार) Hindi · कविता 1 463 Share Awneesh kumar 4 Dec 2019 · 1 min read आज फिर बैठा हूँ..... आज फिर बैठा हूं कलम से उनके जुल्फ सवारने के लिए चल दिया उनके काजल को ग़ज़ल में उतारने के लिए बहुत आसान लगता होगा? कितने जतन होते है उनके... Hindi · लेख 450 Share Awneesh kumar 25 Apr 2019 · 1 min read हम उनसे मिल कर के नहीं आए है हम उनसे मिल कर के नहीं आए है फिर क्यू उनकी खुसबू में नहाए है बहुत दिन हुए देखा भी नहीं उनको अभी कितना अन्दर तक समाए है..?(अवनीस कुमार) Hindi · कविता 204 Share Awneesh kumar 18 Jul 2018 · 1 min read तेरे घर खुशियों की बहार है तो क्या मेरे भी गम हजार है तेरे घर खुशियों की बहार है तो क्या मेरे भी गम हजार है तुम एक बार भी याद ना करो क्या इसी लिए ईद का त्योहार है ? (अवनीश कुमार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 453 Share Awneesh kumar 7 Jun 2018 · 1 min read तुमसे मिल के हर दर्द की दवा हो गई.... तुमसे मिल के हर दर्द की दवा हो गई, जैसे गरमी में भी सर्द हवा हो गई, बात क्या की तुमसे भूल गया लेकिन बात क्या की रूह भी जवा... Hindi · कविता 503 Share Awneesh kumar 26 May 2018 · 1 min read हो गया सवेरा कई काम निकल आयेंगे तुम्हे नज़र खोजेंगी फिर शाम निकल जाएगी.... हो गया सवेरा कई काम निकल आयेंगे तुम्हे नज़र खोजेंगी फिर शाम निकल जाएगी कहां फुरसत की बनो सिर्फ मकसद तुम्हे सोचने में ऐसे ही फिर रात निकल जाएगी अब... Hindi · कविता 566 Share Awneesh kumar 26 May 2018 · 1 min read फिर जज्बात से हक़ीक़त को हार गया हूं..... फिर जज्बात से हक़ीक़त को हार गया हूं ना चाह कर उसकी हर बात मान गया हूं कैसा रोग दिया है उसने, आंखो में उसकी भूल सारा संसार गया हूं। Hindi · मुक्तक 392 Share Awneesh kumar 23 Apr 2018 · 1 min read बस इतना बताओ क्या कर जाये जिए या खुद ही मार जाये... बस इतना बताओ क्या कर जाये जिए या खुद ही मार जाये ______ ऐसी बेबसी कभी देखी न जाये लफ्ज होठ पर रहे और बोले न जाये ______ हर लड़की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 435 Share Awneesh kumar 23 Apr 2018 · 1 min read जहा से चले थे आज भी वही है... जहा से चले थे आज भी वही है सिर्फ वक्त बदले है हालात आज भी वही है बेशक पहनावे बदले है लोग ,सोच ,उम्मीद आज भी वही है। (अवनीश कुमार) Hindi · मुक्तक 210 Share Awneesh kumar 23 Apr 2018 · 1 min read अब मुझसे छूट जाएगा क्या सच में रिश्ता टूट जाएगा... अब मुझसे छूट जाएगा क्या सच में रिश्ता टूट जाएगा आंखो में आंसू होगा दर्द भी धासू होगा उसके साथ कल न होगा पहले जैसा पल न होगा सब कराई... Hindi · कविता 386 Share Awneesh kumar 23 Apr 2018 · 1 min read उसको भी खुद में रहने देना.... उसको भी खुद में रहने देना जीते जी ना मरने देना जैसा भी वक्त हो शायरी की ओ किताब पढ़ते रहना। (अवनीश कुमार) जलने दो जैसे जल रहे है कम... Hindi · मुक्तक 199 Share Awneesh kumar 25 Mar 2018 · 1 min read कुछ झूठ को, सच बनाके, दिखाना पड़ता है.... कुछ झूठ को, सच बनाके, दिखाना पड़ता है खुद पे इल्जाम न आए, होठ पे जहर रख के दिखाना पड़ता है उनकी भलाई के लिए, जो ना आए खेल, ओ... Hindi · कविता 389 Share Awneesh kumar 25 Mar 2018 · 1 min read परिंदा हूं आसमान में उड़ना चाहता हूं.... परिंदा हूं आसमान में उड़ना चाहता हूं कस्ती हूं समुंदर में उतरना चाहता हूं हिम्मत,हुनर, हवसला,क़िस्मत कितना है सब परखना चाहता हूं। हर एहसास उलझ गए है दिल के हाल... Hindi · मुक्तक 1 268 Share Awneesh kumar 12 Mar 2018 · 1 min read मुझपे एक अहसान कर देना मुझपे एक एहसान कर देना, मुझे छोड़ने से पहले, यह की मेरे प्यार का एहतराम कर लेना मुझसे रिस्ता बेशक तोड़ देना लेकिन ,उससे पहले मेरी कुछ बातों का ख्याल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 244 Share Awneesh kumar 27 Feb 2018 · 1 min read तुम्हारे लहज़े को हमारे दिल से,ये कैसी सिकायात है.... तुम्हारे लहज़े को हमारे दिल से, ये कैसी सिकायत है नाज़ुक से दिल के रिश्ते में ,ये कैसी सियासत है मोहब्बत में सारी जरूरत के मतलब भी भूल जाता हूं... Hindi · कविता 197 Share Awneesh kumar 10 Feb 2018 · 1 min read इश्क़ के एहसास में.... इश्क़ के एहसास में, आँशु निकल जाते है; उनकी एक मुस्कान से, पत्थर दिल पिघल जाते है; मासूम इतने ओ, तारीफ़ में, हद से गुजर जाते है; साथ होते है,जब... Hindi · कविता 197 Share Awneesh kumar 10 Feb 2018 · 1 min read आंखो में साजिश.... आंखो में साजिश , होठो पर प्यार लिया था, मेंहदी पिया के नाम की , मुझे तन्हा संसार दिया था कहा था तुमने फिर मिलेंगे पहले जैसा प्यार करेंगे, कैसे... Hindi · कविता 202 Share Awneesh kumar 23 Dec 2017 · 1 min read क्या वादा कर के तुम जुदा हुई .... क्या वादा करके तुम जुदा हुई जाते-जाते क्या कह के तुम बिदा हुई भरोसा दिला कर वफ़ा का , दिखी नही क्या तुम ख़ुदा हुई। मेरी मोहब्बत को बुरा कौन... Hindi · कविता 497 Share Awneesh kumar 22 Dec 2017 · 1 min read जो सफर को जिंदगी माने थे ओ सफर से ही अब ऊब गए...... जो सफर को जिंदगी माने थे ओ सफर से ही अब ऊब गए जो हाथ पकड़ चलते थे ओ औरो के साथ दूर गए जो तन्हा होने से डरते थे,... Hindi · कविता 220 Share Awneesh kumar 6 Dec 2017 · 1 min read उनकी मेहँदी की खुश्बू अलग है...... उनकी मेहँदी की खुश्बू अलग है ओ मेरे ही घर के बगल है उनकी सहनाई चूब रही है उनके लिए अब हम अलग है।। अब तुम्हरा अंदाज अलग होगा तुम्हारा... Hindi · कविता 370 Share Awneesh kumar 6 Dec 2017 · 1 min read हमारा गम नही है ये,हजारो लोग रोते है..... हमारा गम नही है ये,हजारो लोग रोते है ओ अकेले चैन से सोते है, यहाँ कई लोग रोते है मुबारक हो शादी बोल देते है सभी लेकिन, जुदाई के गम... Hindi · कविता 185 Share Awneesh kumar 6 Dec 2017 · 1 min read मोहब्बत में जीत के भी हार गया हूं ....... मोहब्बत में जीत के भी हार गया हूं जिसके लिए दरिया के पार गया हूं कैसे मान लू भूल गए होंगे हमे जो माने थे मैं ही उनके दिल के... Hindi · कविता 544 Share Awneesh kumar 11 Sep 2017 · 1 min read मेरे दोस्तों को ना आये ओ काम क्या करू.... (54) मेरे दोस्तों को ना आये ओ काम क्या करू साथ घूमु-घुमाऊ और काम क्या करू शायर तो मैं बन जाऊ लेकिन दोस्तों को समझ नही आती तो शायरी क्या... Hindi · कविता 197 Share Awneesh kumar 11 Sep 2017 · 1 min read छुट रही थी जीने मरने की ख्वाइश ..... (53) छुट रही थी जीने मरने की ख्वाइश ओ दिखी फीर से जागी उसे पाने की ख्वाइश मुझ पर अहसान करने की बात मत करना अब बहुत हुई इस भोले... Hindi · कविता 233 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read कई जगह से दर्द उठ रहा है,लेकिन तुम्हारा ही दर्द अजीब है (52) कई जगह से दर्द उठ रहा है,लेकिन तुम्हारा ही दर्द अजीब है तुमसे जुड़ने की जिद्द है की और भी अजीब है⛑ अजीब बात ये तबीयत ख़राब जब से... Hindi · कविता 177 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read मेरा आशिकों सा हाल बना दिया..... 51) मेरा आशिकों सा हाल बना दिया अपनी गलियों का पहरेदार बना दिया मेरी भी सराफत कुछ कम ना थी तुम तो अपनी गलियों का आवारा बना दिया। (अवनीश कुमार)... Hindi · कविता 1 255 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read ठंडे -ठंडे मौसम में तेरी याद आ रही है ..... ठंडे-ठंडे मौसम में तेरी याद आ रही है जैसे कोहरे के बाद हल्की धुप आ रही है तन्ह रात काट ली है तुम्हारी याद के साथ अब तो आ जाओ... Hindi · कविता 294 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read बहोत दिनों बाद आये हो,.... (49) बहोत दिनों बाद आये हो, जैसे क़त्ल का सारा सामान लाये हो, कैसे ना डूबे इन नशीली आँखों में तुम तो महफ़िल में महकता जाम लाये हो। (अवनीश कुमार... Hindi · कविता 201 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read कोई किसी का हकदार नहीं रहता..... कोई किसी का हकदार नहीं रहता समन्दर पार करने को पतवार नहीं रखता (48)तुम्हारी याद है की जाती नहीं तुम्हारी गलिया अब बुलाती नहीं कैसे ना आये मजबुर हु मैं... Hindi · कविता 378 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read दिल के अहसास जब घर मे फैल जाते है .... दिल के अहसास जब घर में फ़ैल जाते है नाम बदल के हम कुछ और कहे जाते है उनसे मिलने के लाख जतन करते है सुन के हर आहट मिलने... Hindi · कविता 206 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read सखियों के संग ..... सखियों के संग तेरा मुस्काना गजब हो गया है नजरो को झुका कर तेरा उठाना गजब हो गया है मेरे दिल को कर के घायल , रेशमी दुपट्टा उड़ा कर... Hindi · कविता 503 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read दिए के उजाले तो तमाम से हो गए... दिए के उजाले तो तमाम से हो गए दिल के अँधेरे तो आम से हो गए तरक्की हुई ज़माने की और हर सख्स वक्त के गुलाम से हो गए। (अवनीश... Hindi · कविता 1 380 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read (43) अस्क सूखे हो तो गजल बनती है ..... अस्क सूखे हो तो गजल बनती है आंख भीगी हो तो रहम मिलती है कागज की कस्ती कब - तक तैरती मासूम दिल को हो तो चोट ही मिलती है... Hindi · कविता 209 Share Awneesh kumar 17 Aug 2017 · 1 min read अभी तक तो इस शहर को आबाद किया था...... अभी तक तो इस शहर को आबाद किया था इलाहाबाद को इलाहाबाद किया था चले गये छोड़ कर आजमगढ़ यहाँ हमने क्या तुम्हे बर्बाद किया था। इश्क़ में हमने भी... Hindi · कविता 204 Share Awneesh kumar 23 Jul 2017 · 1 min read नही करेंगे उससे बात ..... नही करेंगे उससे बात, कह के खुद को बहलाना पड़ता है, साम होते-होते उसी को समझाना पड़ता है, बहुत कमजोर कर देती है मोहब्बत, गलती ना हो फिर भी झुक-जाना... Hindi · कविता 504 Share Awneesh kumar 11 Jul 2017 · 1 min read मैं हो रहा हु तेरी बेरुखी से बाक़ीब ...... मैं हो रहा हूँ तेरी बेरुखी से वकिब् दिखावटी मोहब्ब्त् अपने पास ही रखो कर दो जुदा खुद से हमे कुछ सालो बाद तो सुकून से शो जायेंगे मुझे हारना... Hindi · कविता 1 2 453 Share Awneesh kumar 11 Jul 2017 · 1 min read जन्मदिन है आज तुम्हरा मैं मिलने को तड़पता हु..... तुम्हारी हर बात को दिल मे उतारा कर समझता हूं साथ नही हु लेकिन हर पल तुम्हरे ख्याल में रहता हु प्यार कितना है तुमसे समझा नही पाता जन्मदिन है... Hindi · कविता 269 Share Awneesh kumar 13 May 2017 · 1 min read जिन पर मैंने गीत लिखा था उनकी हुई सगाई है ...... जिन पर मैने गीत लिखा था उनकी हुई सगाई है जो एक गीत था मन मे उन तक ना पहुँचाई है दब के रह गई पर्वत सी एक कहानी, हो... Hindi · कविता 455 Share Awneesh kumar 10 May 2017 · 1 min read दीये के उजाले तो तमाम से हो गए .... दीये के उजाले तो तमाम से हो गए दिल के अँधेरे तो आम से हो गए तरक्की तो हुई ज़माने की लेकिन हर शक्श मानसिक गुलाम से हो गए ।... Hindi · शेर 200 Share Awneesh kumar 10 May 2017 · 1 min read शायरी को जब लफ्ज़ नही मिलता .... शायरी को मुताबिक जब लफ्ज नहीं मिलता है तुम्हारा नाम आ जाये तो अस्क नहीं थमता है इस बीमार की दवा कौन करेगा तुम्हारे सिवा हमें तो कोई शख्स नहीं... Hindi · कविता 341 Share Awneesh kumar 26 Apr 2017 · 1 min read अक्सर लोग छोटी सी बात पे रूठ जाते है...... अक्सर लोग छोटी सी बात पे रूठ जाते है खुद पत्ता जैसे शाख से टूट जाते है पढने-लिखने से ज़माने की समझ मिलती है लेकिन पढ़ते-लिखते ही सनम दिल लूट... Hindi · कविता 275 Share Awneesh kumar 26 Apr 2017 · 1 min read चाहता हु कुछ करना पर कर नहीं पता....... चाहता हु कुछ करना पर कर नहीं पता दूर तुम होती हो रास्ता नजर नहीं आता मंजिल भी अब रास नहीं अति ना ही कुछ कर पाता हु जिन नजरो... Hindi · कविता 343 Share Awneesh kumar 26 Apr 2017 · 1 min read अपनी खुशी गम लगती है.... अपनी खुशी भी गम लगती है किसी की जब आंख नम लगती है मजदुर दो वक्त की रोटी में चैन से सोता है अमीरों को हर सुविधा भी कम लगती... Hindi · कविता 1 195 Share Awneesh kumar 26 Apr 2017 · 1 min read मोहब्बत किसी लफ्ज की मोहताज नहीं....... मोहब्बत किसी लफ्ज की मोहताज नहीं आँखों से हो जाती है किसी की सरताज नहीं अपनी मंजिल के रस्ते खुद बनाना हर इन्सान के हिस्से में खानदानी ताज नहीं।।(अवनीश कुमार) Hindi · कविता 194 Share Awneesh kumar 26 Apr 2017 · 1 min read मैं लिखता हु हर फ़साना मोहब्बत के नाम का ....... मैं लिखता हु,हर फ़साना मोहब्बत के नाम का मैं लिखता हु, हर बात मोहब्बत केे बात का ये दिल पे चोट खाये ही समझेंगे क्यू की मैं लिखता हु,खुराफात मोहब्बत... Hindi · कविता 265 Share Awneesh kumar 16 Apr 2017 · 1 min read छोटी छोटी बातों पे हर घड़ी रूठा नही करते .... छोटी छोटी बातों पे हर घडी रूठा नहीं करते सनम माना है तुम्हे प्यार हम झूठा नहीं करते मासूम लफ़्ज़ों में कहा भूल जाओ हमको, सनम इतनी आसानी से हम... Hindi · कविता 520 Share Awneesh kumar 15 Apr 2017 · 1 min read उनकी तस्वीर छुपाये बैठा हूँ...... उनकी शीने में तस्वीर छुपाये बैठा हु कब से उनके रस्ते पे मुखवीरी लगये बैठा हु हमने सवा सव जतन कर के देखा है अब तो तक़दीर के सताये बैठा... Hindi · कविता 239 Share Page 1 Next