Anwer Haseeb Tag: कविता 37 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read सियासत-ए-धर्म हर तरफ़ आक्रोश का ये सैलाब आया है पता करो अब कौन सा हिसाब आया है लहू गिर रहा है ... ये देश जल रहा है आज सड़कों पर उठकर... Hindi · कविता 3 7 448 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read हिन्दू - मुस्लिम हम तो खामखां ही एक समझ बैठे थे फिर आज पता चला हम तो अलग अलग थे । वो हिन्दू था ...मैं मुस्लिम था ये सिख था ...वो ईसाई था... Hindi · कविता 2 2 357 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read आज़ाद कर दो परिंदों को आज़ाद कर दो उन्हें हक़ है जीने का मुझें नशा करना मत सिखाओ आदत नही है पीने का । उनकी एड़िया घिस गयी तुम्हारी परवरिश करते करते तुम्हें... Hindi · कविता 2 504 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read सन्नाटा रात । रात सन्नाटों से घिरा है लेकिन तुमको ख़बर तो होगी भी नही तुम सो कर ख़्वाब देखने वाले तन्हाई से बच जाते हो .. इक चांद अकेला होता है एक... Hindi · कविता 1 2 290 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read अंधेरी रात ये अंधेरी रात मुझें खूबसूरत क्यों लगती है क्योंकि ये वो रातें है जिसमें ना सिर्फ़ मैंने ख़ुद को जाना बल्कि तुम्हें भी जानने की कोशिश की । ये रात... Hindi · कविता 1 2 474 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read कविताएं नही लिखूं । कभी कभी सोचता हूं कविताएं नही लिखू लेकिन फिर कलम उसी ओर मुड़ जाती है सोचता हूं अब लिखू नही सिर्फ़ पढू उनकी कविताएं जिसने अपने प्रेम को कुर्बान करके... Hindi · कविता 1 2 341 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read कमरें की दीवारें । मेरे कमरे की दीवारें अब मुझें बखूबी पहचान गया है ये सारी रात मेरे पहरेदारी में खड़ा ही रहता है मेरे बाजू में और मैं जाग कर सिर्फ़ और सिर्फ... Hindi · कविता 1 2 307 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read इक रोज़ इक रोज़ हम सभी रुख्सत हो जाएंगे इस दुनिया से और बचेगी सिर्फ़ हमारी और तुम्हारी यादें । जैसे चाँद ने भी एक वादा किया था की आऊंगा तुम्हारे पास... Hindi · कविता 1 3 509 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read मैं तुझसे दूर । मैं तुझसे दूर कभी नही होना चाहता लेकिन तुम जो गयी हो दूर यहाँ से मुझें मालूम है जा न सकोगी क्योंकि तुम चल नही पाती हो अकेले सुनसान से... Hindi · कविता 1 2 537 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read ज़िन्दगी और प्रेम । अगर ज़िंदगी मे सब कुछ आसानी से मिल जाता तो तुम हमारे पास होती किसी को चाहना और उसे पा लेना इतना आसान नही होता । प्रेम में वादे आम... Hindi · कविता 1 2 516 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read छोड़ रहा हु । मैं भी अब पुराना हो रहा हु इस शहर के लिए यहा के गलियों के लिए मेरे कमरे में लगे खिड़कियों के लिए और सिर्फ़ नया हु तो वो सिर्फ़... Hindi · कविता 1 2 633 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read शाम सा ठहरा ही रहा । मैं कोई शाम सा ठहरा ही रहा तू वक़्त सी थी गुजर जो गयी मेरे दिल पर तुम्हारा ही तो पहरा ही रहा लबों से छू लू ऐसी कोई बात... Hindi · कविता 1 2 507 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read नाम करना है । मुझें बड़ा कोई नाम नही करना लेकिन उसका गुरुर तोड़ना है वो भले दुश्मनी कर ले मुझसे हमें उसे गले लगाकर रिश्ते जोड़ना है । अपनी दुनिया अलग ही रखता... Hindi · कविता 1 3 355 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read सीधा समझदार सा लड़का । मैं सीधा समझदार सा लड़का हु , तुम अल्हड़ सी लड़की हो । तुम इश्क़ की बातें करती हो , भला क्यू इन चक्कर मे पड़ती हो । हो जाओगी... Hindi · कविता 1 285 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read तुम सा कुछ है । तुम पास नही हो मग़र तुम सा कुछ है दूर रहकर भी मुझें वहम सा कुछ है तेरी यादों का इक पुलिंदा साथ रखता हूं मेरे छत के ऊपर आसमां... Hindi · कविता 1 4 544 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read निकल पड़े है । निकल पड़े है अब हम नंगे पांव शहर से दूर बच्चे बूढ़े सभी पूछ रहे कैसे चले पैदल हुज़ूर दो वक़्त रोटी के ख़ातिर निकले थे अपने कोठरी से बस... Hindi · कविता 1 244 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read सपने थोड़े ऊँचे है । मेरे सपने थोड़े ऊँचे है मुझें रास्ता ख़ुद बनाना है चाहें जमाना हँसे अभी मुझपर इक रोज़ उसे दिखाना है । शहर के लोगों को लगता हम अंधकार में जीते... Hindi · कविता 1 1 463 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read तुम्हारा चेहरा । तुम्हारे चाँद से ये चेहरों पर , तेरी जुल्फों का जो पहरा है । मेरा इश्क़ इतना सच्चा है , जितना समंदर का पानी गहरा है । मैंने नजरें उठा... Hindi · कविता 1 2 550 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read आख़िर क्या ? आज़ाद होते हुए क़ैद रहना ये एक संकेत है कि आपने कितनी सावधानी बरती है । हिंदी में आज़ाद का मतलब कुछ और भी कह सकते हो वही अंग्रेजी इसे... Hindi · कविता 1 1 389 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 2 min read क्योंकि मैं मज़दूर हु । हा मैं चलने को मजबूर हु क्योंकि मैं मजदूर हु । घर छोड़ कर गए थे पेट काटने को वापस जा रहा हु दुःख दर्द बाटने को चलते चलते पैर... Hindi · कविता 1 2 445 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read बेबस बेटा । एक माँ दुनिया को छोड़ चली है अब एक बेटा इस बात से बेख़बर है यहाँ वो आंचल से खेलने में लगा है उसके इधर उस माँ की लाश जमीं... Hindi · कविता 1 1 411 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read नींद और ये रातें । सितारों से अपनी दोस्ती तो नही जो मुझें हर रात जगाए रखता है बेवज़ह ही हम लेटे हुए रहते है और मेरे आंख की नींदों को सुबह तक कमबख्त उड़ाए... Hindi · कविता 1 264 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read प्रेम की कविताएं । प्रेम पर लिखें गए कविताएं तब तक जीवित है जबतक हमारी आत्मा इस संसार में है । क्या किसी ने सोचा है कि सबसे पहले प्रेम किया किसने किसने इससे... Hindi · कविता 1 552 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 2 min read हम बिहारी है । घर से मिलों दूर कई सालों से बसे है हम आंखों में कई सपने लेकर अकेले ही डटे है हम ये है बिहार की एक व्यथा जो हर घर की... Hindi · कविता 2 1 583 Share Anwer Haseeb 9 Feb 2020 · 1 min read मैं मुस्लिम वो हिन्दू । मैं मुस्लिम वो हिन्दू है तो भला क्या बात है इन सब के बीच मे आख़िर आता क्यों जात-पात है वो मुझमें मैं उसमें हु इक दूसरे के ख्यालों में... Hindi · कविता 5 250 Share Anwer Haseeb 29 Nov 2019 · 2 min read नारी का सम्मान । नारी का सम्मान नही है क्या ये देश का अपमान नही है यहाँ हर तरफ़ बलात्कारी है हर किसी मे ये बीमारी है कहते हो महिला सुरक्षा ज़रा देख तो... Hindi · कविता 2 303 Share Anwer Haseeb 19 Nov 2019 · 3 min read मर्दों वाली बात हर किसी के अंदर एक उभर रहा दर्द है । मैं जिसकी बात कर रहा हु वो एक मर्द है । कभी टूटे हुए क्या उसे किसी ने देखा है... Hindi · कविता 3 6 914 Share Anwer Haseeb 10 Oct 2019 · 1 min read गुजरे पल । याद करने के बहाने याद आते है तुझसे बिछड़ के अफ़साने याद आते है था वो दिन मेरा खुशियों से भरा अब ये सोच कर पुराने दिन याद आते है... Hindi · कविता 3 268 Share Anwer Haseeb 5 Sep 2019 · 1 min read शिक्षक दिवस । मैं राहों में हु ..मगर मंजिल वही दिखाता है । गिर भी जाऊ जमीं पे उठना वही सिखाता है । खुले आसमा में भले ही ख़ुद को बड़ा महसूस कर... Hindi · कविता 508 Share Anwer Haseeb 15 Aug 2019 · 1 min read हिन्दुस्तान रहने दो । गरीबों के चेहरे पर मुस्कान रहने दो , इस देश की मिट्टी को हिंदुस्तान रहने दो । आसमाँ में उड़ रहे है आज बेख़ौफ़ परिंदे वो आजाद है उन्हें आजाद... Hindi · कविता 299 Share Anwer Haseeb 16 Jun 2019 · 1 min read फादर्स डे । ज़िन्दगी में ख़ुद सारी मुश्किलें जो सहता है , एक पिता ही है जिनके अंदर ये सारा गुण रहता है । लाख मुश्किलें , परेशानियां आ जाए मगर .. फिर... Hindi · कविता 1 493 Share Anwer Haseeb 1 Nov 2018 · 1 min read माँ आसमान भर अहसान कर भी कभी जताती नही , माँ रोती तो है मगर कभी बताती नही । वो सह भी ले कई तकलीफे लेकिन ज़िन्दगी में कभी ये जताती... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 43 816 Share Anwer Haseeb 19 Jun 2018 · 1 min read माँ ना जानें क्यूं मैं इतनी जल्दी बड़ा हो गया , मैं अपने पैरो पर भी खड़ा हो गया । वो बचपन की बातें अब भी याद है मुझे , ना... Hindi · कविता 4 1 550 Share Anwer Haseeb 25 Apr 2018 · 1 min read आख़िर कब तक । तुम यू ही मुझे कब तक परेशान करोगे , गर जान लो मेरी किरदार हैरान रहोगे । तेरी औक़ात नही अभी , जो झुका सके हमे । अगर खुद पे... Hindi · कविता 3 353 Share Anwer Haseeb 15 Apr 2018 · 1 min read कैसे आयी होगी लूट कर एक मासूम की इज़्ज़त तुम्हे नींद कैसे आयी होगी , अगर वो चिल्लाई होगी ...तुम्हे अपनी बेटियां तो याद आयी होगी इंसानियत की हवस तोड़ कर ..खुद को... Hindi · कविता 2 485 Share Anwer Haseeb 31 Dec 2017 · 1 min read नया साल 2018 साल दर साल बस यही एक कहानी , एक वो अजनबी और कुछ यादे पुरानी तुमने यादो को छोड़ कर जाना नही सिखाया दिल फिर से धड़क उठा जब खत्म... Hindi · कविता 2 268 Share Anwer Haseeb 28 Dec 2017 · 1 min read एग्जाम का डर दिल को मिला सुकुन की एग्जाम आ गया । वो इस तरह जगाया जैसे तूफान आ गया । शोर यू ही ना परिंदो ने मचाया होगा जिस तरह एग्जाम ने... Hindi · कविता 2 485 Share