493
posts
क्या करें हम भुला नहीं पाते तुम्हे
VINOD CHAUHAN
बरसात आई है
VINOD CHAUHAN
हवा के झोंको में जुल्फें बिखर जाती हैं
VINOD CHAUHAN
पाकीज़ा इश्क़
VINOD CHAUHAN
दिल पूछता है हर तरफ ये खामोशी क्यों है
VINOD CHAUHAN
तूँ ही गजल तूँ ही नज़्म तूँ ही तराना है मेरा
VINOD CHAUHAN
बख्स मुझको रहमत वो अंदाज़ मिल जाए
VINOD CHAUHAN
आसमाँ के परिंदे
VINOD CHAUHAN
चलो जहाँ की रूसवाईयों से दूर चलें
VINOD CHAUHAN
मेरी खुशी तुमसे है
VINOD CHAUHAN
रूसवा है मुझसे जिंदगी
VINOD CHAUHAN
बे-इंतिहा मोहब्बत करते हैं तुमसे
VINOD CHAUHAN
आईना झूठ लगे
VINOD CHAUHAN
गंगा से है प्रेमभाव गर
VINOD CHAUHAN
उसकी मासूमियत
VINOD CHAUHAN
आदमी आदमी से डरने लगा है
VINOD CHAUHAN
जिस नारी ने जन्म दिया
VINOD CHAUHAN
बचपन में थे सवा शेर जो
VINOD CHAUHAN
हम पर्यावरण को भूल रहे हैं
VINOD CHAUHAN
चलो दूर चलें
VINOD CHAUHAN
कहो अब और क्या चाहें
VINOD CHAUHAN
रूसवा है मुझसे जिंदगी
VINOD CHAUHAN
खंडहर हुई यादें
VINOD CHAUHAN
चिंता और चिता
VINOD CHAUHAN
सारी फिज़ाएं छुप सी गई हैं
VINOD CHAUHAN
सच ही तो है हर आंसू में एक कहानी है
VINOD CHAUHAN
दादी मां की बहुत याद आई
VINOD CHAUHAN
मैं परछाइयों की भी कद्र करता हूं
VINOD CHAUHAN
तेरी आरज़ू, तेरी वफ़ा
VINOD CHAUHAN
हमने प्यार को छोड़ दिया है
VINOD CHAUHAN
आंचल में मां के जिंदगी महफूज होती है
VINOD CHAUHAN
कोई मंझधार में पड़ा हैं
VINOD CHAUHAN
जेब में सरकार लिए फिरते हैं
VINOD CHAUHAN
रिश्तों की कसौटी
VINOD CHAUHAN
मेरा गुरूर है पिता
VINOD CHAUHAN
जंगल में एक बंदर आया
VINOD CHAUHAN
देखो हाथी राजा आए
VINOD CHAUHAN
-:फूल:-
VINOD CHAUHAN
अश्रु देकर खुद दिल बहलाऊं अरे मैं ऐसा इंसान नहीं
VINOD CHAUHAN
कैसी है ये पीर पराई
VINOD CHAUHAN
ये जिंदगी एक उलझी पहेली
VINOD CHAUHAN
आंखों में तुम मेरी सांसों में तुम हो
VINOD CHAUHAN
मां का आंचल
VINOD CHAUHAN
ना कर गुरुर जिंदगी पर इतना भी
VINOD CHAUHAN
तूं अपनी शराफ़त को महफूज रखना
VINOD CHAUHAN
तितली सी उड़ान है
VINOD CHAUHAN
पंख कतर डाले हैं
VINOD CHAUHAN
ना वो हवा ना वो पानी है अब
VINOD CHAUHAN
तूं हकीकत है मेरी मैं तो सिर्फ फ़साना हूं
VINOD CHAUHAN
फूलों ने महकना तुमसे ही सीखा
VINOD CHAUHAN