डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' Language: Hindi 578 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Sep 2018 · 1 min read कविता 'उजाला रास ना आया' ****************** कहूँ किससे व्यथा अपनी यहाँ कितना सहा मैंने। दरिंदों से हुई लाचार लब को सिल लिया मैंने। कदम बढ़ते नहीं थल पर भयावित काँपती हूँ... Hindi · कविता 239 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Sep 2018 · 1 min read कविता *मैं नारी हूँ ,मैं नारी हूँ!!* ***ॆ******************* मैं शक्ति स्वरूपा नारी हूँ ना कभी किसी से हारी हूँ मैं अद्भुत इक चिंगारी हूँ मैं सौ पुरुषों पर भारी हूँ। मत... Hindi · कविता 390 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Sep 2018 · 1 min read घनाक्षरी मनहरण घनाक्षरी छंद विधान- कुल 31 मात्राएँ। 16, 15 पर यति। अंत में लघु गुरु। ******************************* "जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी" ?सहमा सा कश्मीर है? **************** झेलता आतंकी गाज,सहमा कश्मीर आज... Hindi · घनाक्षरी 1 1 642 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Sep 2018 · 5 min read हाइकु हाइकु "आतंकवाद"हाइकु (1)गिद्द नज़र मौत के सौदागर ये घुसपैठी। (2)मेरी ज़ुबानी दहशती बोलियाँ लहू कहानी। (3)आतंकवाद दरिंदगी का नाम रोए इंसान। (4) है अमानुष तेज़ाब सा हैवान खूनी शैतान। (5)आतंकी... Hindi · हाइकु 548 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Sep 2018 · 2 min read हाइकु हाइकु "दोस्ती" ******* (1)दोस्ती का पता "सुख-दु:ख"निवास मैत्री नगर। (2)नेह की डोर विश्वास संग बाँधी दोस्ती चरखी। (3)हाथों में हाथ जग को जीत लिया बने मिसाल। (4)कृष्ण सुदामा इतिहास गवाह... Hindi · हाइकु 282 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Sep 2018 · 1 min read ग़ज़ल काफ़िया-अता रदीफ़- कह रहा अपनी कहानी 2122 2122 2122 212 मंज़िलों को मैं भटकता कह रहा अपनी कहानी। रंज़ोग़म से मैं गुज़रता कह रहा अपनी कहानी। रात-दिन आँसू बहाता नींद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 199 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 30 Aug 2018 · 1 min read ग़ज़ल काफ़िया-अता रदीफ़-रहा 2122 2122 2122 212 दर्द आँखों से मेरी नासूर बन रिसता रहा। याद में तकिया भिगो हर ज़ख्म को सहता रहा। रौंदकर ख़ुदगर्ज़ दिल को खुद ख़ुदा बनकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 191 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 17 Aug 2018 · 1 min read कविता अटल बिहारी बाजपेई को श्रद्धांजलि "मौन हो गया विश्व पटल" ******************** अटल, अडिग, समता संवाहक जग को राह दिखाता था। हिंद देश का शिखर पुरुष बन अधिनायक कहलाता था। घोर... Hindi · कविता 510 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 10 Aug 2018 · 1 min read ग़ज़ल काफ़िया-अत रदीफ़-रहे वज़्न-2122 2122 2122 212 मुफ़लिसी पे ए ख़ुदा तेरी सदा रहमत रहे। भूख से मरते जनों के मुल्क़ में बरकत रहे। चंद सिक्कों के लिए बिकता यहाँ इंसान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 284 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 6 Aug 2018 · 1 min read गीत "अविरल नीर बरसता है" ******************** समझ न पाऊँ प्रेम विधा मैं उर में नेह उपजता है रोम-रोम मदमाता मेरा अविरल नीर छलकता है। निश्छल प्रेम सहज जीवन में अनुरागी मन... Hindi · लेख 567 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 30 Jul 2018 · 1 min read बाल कविता "आँगन में भर आया पानी" छुटकी आओ....मुन्नी आओ झम-झम करती....बारिश आई ताता-थैय्या....शोर मचाओ मौज मनाने....की रुत आई। कागज़ की हम....नाव बनाएँ आओ करते....हैं मनमानी उछलें-कूदें....गोते खाएँ आँगन में भर....आया पानी।... Hindi · कविता · बाल कविता 1 254 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 29 Jul 2018 · 1 min read बाल कविता बाल कविता "चंदा मामा" चंदा मामा....चंदा मामा हम दोनों से....मेल मिलाना नन्हें-नन्हें....साथी हैं हम आज मधुर तुम....गीत सुनाना। सीढ़ी पर चढ़....मिलने आए हँसकर हमको....गले लगाना। साथ सितारों.... को लेकर तुम... Hindi · कविता · बाल कविता 1 230 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 29 Jul 2018 · 1 min read ग़ज़ल गोपालदास नीरज को समर्पित ग़ज़ल- काफ़िया-ईत रदीफ़-लिख दूँगी वज़्न-1222 1222 1222 1222 तुम्हारी याद में नीरज नया एक गीत लिख दूँगी। सँजोके आज सरगम में नया संगीत लिख दूँगी। रचे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 431 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 23 Jul 2018 · 1 min read ग़ज़ल 'मुहब्बत' काफ़िया-ओं रदीफ़-से वज़्न- 1222 1222 1222 1222 किया क़ातिल निगाहों ने मिलीं जब ये निगाहों से। मुहब्बत हो गई हमको तुम्हारी इन अदाओं से। सुनाने जब लगे तुम बज़्म... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 288 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 21 Jul 2018 · 1 min read ग़ज़ल काफ़िया -आ रदीफ़-लगा 2122 2122 212 "बेबसी" ******* छिन गईं खुशियाँ चमन लूटा लगा। आसमाँ भू पर गिरा ऐसा लगा। नफ़रतों के बीज इतने बो दिए बेरहम पतझड़ समाँ सारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 200 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 20 Jul 2018 · 1 min read ग़ज़ल काफ़िया-ई रदीफ़-नहीं आती 2122 1212 22 आँख रोती नमी नहीं आती। बेवफ़ा है खुशी नहीं आती। रौंद के ज़िस्म को मसल डाला होठ पे अब हँसी नहीं आती। शाख से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 254 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 20 Jul 2018 · 1 min read ग़ज़ल काफ़िया-ई रदीफ़-नहीं आती 2122 1212 22 आँख रोती नमी नहीं आती। बेवफ़ा है खुशी नहीं आती। रौंद के ज़िस्म को मसल डाला होठ पे अब हँसी नहीं आती। शाख से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 431 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 19 Jul 2018 · 1 min read ग़ज़ल 2122 2122 212 आशिकों का क्या ज़माना आ गया। दर्द सहकर मुस्कुराना आ गया। वस्ल की उम्मीद में दूरी बढ़ी सेज काँटों की बिछाना आ गया। दे भरोसा प्यार में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 253 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 18 Jul 2018 · 1 min read ग़ज़ल 'रातभर' ख़्वाब आँखों को दिखा हमको जगाया रातभर। नूर चितवन का दिखा हमको सताया रातभर। ज़ुल्फ़ से रुख ढ़ाँक कर क्यों आपने पर्दा किया शबनमी घूँघट गिरा हमको लुभाया रातभर।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 220 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 18 Jul 2018 · 1 min read कविता "बलात्कार" ********* बेटी होना पाप नहीं कुकर्म सोच कराती है मुस्कान खिली रौंदी कलियाँ दानवता हर्षाती है। खींच बाहें मुँह दबाया हाथ बाँधे फिर डराकर दानवी बन लूट लज्जा फेंक... Hindi · कविता 466 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Jul 2018 · 1 min read ग़ज़ल 'क्या यही प्यार है' काफ़िया-गी रदीफ़-देखो वज़्न-1222 1222 1222 1222 लुटाते प्यार ख़्वाबों में सनम की दिल्लगी देखो। समंदर अश्क में डूबा बुझे न तिश्नगी देखो। किया सजदा मुहब्बत में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 345 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Jul 2018 · 1 min read ग़ज़ल विषय-"दिल्लगी" काफ़िया-इल रदीफ़-नहीं समझा वज्न-1222 1222 1222 1222 मुहब्बत आजमाती है हमें क़ाबिल नहीं समझा। लुटाए ग़म दिवाने ने हमें संगदिल नहीं समझा। कभी गज़रा लगा मेरी नहीं जुल्फें सँवारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 535 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 14 Jul 2018 · 1 min read ग़ज़ल 2122 1212 22/112 प्यार में जाँ निसार मत करना। गैर पे एतबार मत करना। इश्क का रंग मौसमों सा है दिल कभी बेकरार मत करना। पाक़ अस्मत तुझे बचानी है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 301 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 10 Jul 2018 · 1 min read कविता "बलात्कार" ********* रो रही कुदरत जमीं पर मृत अधर भी काँपते हैं, देश की बेटी लुटी है लोग चोटें नापते हैं। याद उस दुर्गंध की जब खुरदुरी जकड़न दिलातीं, दहशती... Hindi · कविता 413 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 6 Jul 2018 · 1 min read मुक्तक "घूँघट/नकाब/हिज़ाब/पर्दा ************************ (1)गिराके शबनमी #घूँघट सुहानी रात करती हो। चला खंज़र निगाहों से ग़जब आघात करती हो। घनेरी ज़ुल्फ़ का साया घटा बन नूर पर छाया- शराबे-हुस्न उल्फ़त में क़यामत... Hindi · गीत 222 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 6 Jul 2018 · 1 min read गीत विरह गीत "बहुत रोते सनम तुम बिन" बसे किस देश में जाकर यहाँ हमको भुला करके, बहुत रोते सनम तुम बिन रात सपने सजा करके। (1)छुआ जब धूप ने तन... Hindi · लेख 255 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Jul 2018 · 1 min read कविता "मैं कौन हूँ" ********* कौन हूँ मैं और क्या हूँ मैं? प्रश्न का एक जवाब हूँ मैं। (1)ईश्वर की भेजी दुनिया में कोमल, बलशाली रचना हूँ, रिश्तों की जीती परिभाषा... Hindi · कविता 282 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Jul 2018 · 1 min read ग़ज़ल काफ़िया-आना रदीफ़- है वज़्न-1222 1222 1222 1222 जिधर देखूँ सरे महफ़िल उधर तेरा फ़साना है। सजा अरमान हम बैठे जहाँ तेरा दीवाना है। दिए जो ज़ख्म उल्फ़त में बड़े महफ़ूज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 294 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 30 Jun 2018 · 1 min read हाइकु "नरेंद्र मोदी" ********** (1)प्रधानमंत्री जन सेवक सत्ता देश हित में। (2)कूटनीतिज्ञ जन भाग्य विधाता कर्मठ ज्ञाता। (3)दृढ़ निश्चयी विश्व शांति के दूत भारत पूत। (4)दैदीप्यमान अटल पथगामी मर्मज्ञ ज्ञानी। (5)देश... Hindi · घनाक्षरी 235 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 30 Jun 2018 · 2 min read हाइकु "यादें" ***** (1)तुम्हारी यादें परछाईं सी साथ हमेशा रहें। (2)बरसों बाद यादों के झरोखे से भीतर झाँका। (3)यादों के साए पतझड़ हो गए उदास राहें। (4)पागल मन यादों की डोर... Hindi · हाइकु 326 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 30 Jun 2018 · 1 min read हाइकु " कृषक " ******* (1)गर्म तपन उगलता सूरज कृषि सुखाई। (2)बिन पानी के आग लगी खेतों में कृषक रोए। (3)कृषक छाले सुलग राख हुए कोई न देखे। (4)अन्नदाता ने सब... Hindi · घनाक्षरी 214 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 30 Jun 2018 · 1 min read हाइकु "दोस्ती"(हाइकु) ******* (1)दोस्ती का पता "सुख-दु:ख"निवास मैत्री नगर। (2)नेह की डोर विश्वास संग बाँधी दोस्ती चरखी। (3)हाथों में हाथ जग को जीत लिया बने मिसाल। (4)कृष्ण सुदामा इतिहास गवाह चर्चित... Hindi · घनाक्षरी 240 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 30 Jun 2018 · 1 min read हाइकु "दुल्हन" (1)भोर की रश्मि सतरंगी श्रृंगार लाली चूनर। (2)छितरा धूप भोर की दुल्हन धरा उतरी। (3)सखियों संग मंडप में पहुँची (4)साँझ दुल्हन नील झील में नहा सजी सँवरी। (5)चाँदनी सजी... Hindi · हाइकु 239 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 29 Jun 2018 · 2 min read हाइकु रक्षाबंधन/भैया दूज *************** (1)भाल तिलक भगिनी अनुराग है सुखदाई। (2)स्नेह बंधन भाई बहन का ये उल्लास भरा। (3)तिलक भाल हस्त सूत्र बाँधती माँगे वचन। (4)दूज का पर्व भगिनी मुसकाई ले... Hindi · हाइकु 556 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 29 Jun 2018 · 2 min read हाइकु रक्षाबंधन/भैया दूज *************** (1)भाल तिलक भगिनी अनुराग है सुखदाई। (2)स्नेह बंधन भाई बहन का ये उल्लास भरा। (3)तिलक भाल हस्त सूत्र बाँधती माँगे वचन। (4)दूज का पर्व भगिनी मुसकाई ले... Hindi · हाइकु 370 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 22 Jun 2018 · 1 min read कविता "उलझन" ******* जीवन में आई बाधाएँ हमको नाच नचाती हैं, सुलझ न पाए गुत्थी कोई उलझन ये बन जाती हैं। असमंजस का भाव जगातीं, दिल को ये भटकाती हैं, मृग... Hindi · कविता 389 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 21 Jun 2018 · 1 min read कविता "कर्मठ परिंदे" *********** (1)मेरे उपवन की डाली पर खग ने नीड़ बनाया था, तिनका-तिनका जुटा-जुटाकर दृढ़ विश्वास दिखाया था। साँझ-सवेरे संयम रखके दाना चुनकर लाता था, बैठ नीड़ में बच्चों... Hindi · कव्वाली 2 475 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 21 Jun 2018 · 1 min read कविता "कर्मठ परिंदे" *********** (1)मेरे उपवन की डाली पर खग ने नीड़ बनाया था, तिनका-तिनका जुटा-जुटाकर दृढ़ विश्वास दिखाया था। साँझ-सवेरे संयम रखके दाना चुनकर लाता था, बैठ नीड़ में बच्चों... Hindi · कविता · बाल कविता 1 414 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 20 Jun 2018 · 1 min read ग़ज़ल "इंतिहाँ अब हो गई" काफ़िया-आने रदीफ़-आइए वज़्न-2122 2122 2122 212 तोड़ खामोशी सनम मुझको रुलाने आइए। है फ़रेबी यार उल्फ़त आज़माने आइए। वादियों ने राग छेड़ा थम गई धड़कन मेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 511 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 20 Jun 2018 · 1 min read गीत "माँ" **** नादानी में मैंने माँ को कितना नाच नचाया था। माँ ने मुझको गोदी लेकर ढेरों लाड़ लड़ाया था। बारिश की बूँदों में माँ तू छतरी लेकर आती थी... Hindi · गीत 252 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 20 Jun 2018 · 1 min read गीत "पाती " बैठ सँजोए कितने सपने यादों पर मनमीत लिखूँ, महक उठी बेला उपवन में एक नवल मैं गीत लिखूँ। जूही, बेला केश सजाकर तन-मन मेरा महकाया अधरों पर मुस्कान... Hindi · गीत 407 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 20 Jun 2018 · 1 min read ग़ज़ल काफ़िया-ई रदीफ़-है बह्र-1222 1222 122 "अधूरे ख़्वाब" अधर पे प्यास नयनों में नमी है। अधूरे ख़्वाब जीवन में कमी है। सदायें दे रही हैं धड़कनें भी नहीं बरसात अश्कों की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 232 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 20 Jun 2018 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल काफ़िया- आरों रदीफ़- को वज़्न-2122 1212 22/112 क्या कहूँ बात इन बहारों को। कर दो गुलज़ार रेज़गारों को। शीरि फ़रहाद प्यार को तरसे कौन समझाए आबशारों को। दीप जलते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 231 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 17 Jun 2018 · 1 min read गीत "मस्त पवन का झोंखा" बन पवन का एक झोंखा डालियों से खेलता हूँ छू समंदर की लहर मैं मोतियों को चूमता हूँ। खेत में घुस मैं दिवाना कुछ सुरीले गीत... Hindi · गीत 669 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 17 Jun 2018 · 1 min read हाइकु "करवाचौथ" (1)मैं सुहागन पलटती करवा लाल जोड़े में। (2)करवाचौथ सात जन्मों का रिश्ता मन विश्वास। (3)हाथ करवा चंद्रमा की प्रतीक्षा पिया का साथ। (4)लाल बिंदिया माँग भरा सिंदूर पूजूँ करवा।... Hindi · हाइकु 251 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 16 Jun 2018 · 1 min read हाइकु चाँद पर हाइकु ************ नभ से चाँद परात में उतरा खेलें श्रीराम। चाँद निकला पर तुम न आए छाई उदासी। चौथ की रात सजी है सुहागन पूजती चाँद। चंदा मामा... Hindi · हाइकु 278 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 13 Jun 2018 · 1 min read ग़ज़ल काफ़िया-आ रदीफ़-कौन है वज़्न- 2122 2122 2122 212 ग़ज़ल राग छेड़ी सुरमयी मुझको रिझाता कौन है। गीत अधरों पे सजा मुझको बुलाता कौन है। मैं पवन का मस्त झोंखा बादलों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 265 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 10 Jun 2018 · 1 min read गीत विरह गीत साँझ-सवेरे खग का कलरव मुझको बहुत रुलाता है, भीगी पलकें सागर का तट तेरी याद दिलाता है। तुम बहार मेरे जीवन की मन में चित्रित परिभाषा उर की... Hindi · गीत 1 304 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 10 Jun 2018 · 1 min read गीत "मुझे बचालो मेरी माँ!" प्रभु कृपा से गर्भ में आई मुझे बचा लो मेरी माँ, बोझ नहीं हूँ इस दुनिया पर गले लगा लो मेरी माँ! मैं आँचल की गौरव... Hindi · लेख 221 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 10 Jun 2018 · 1 min read गीत गीत "चाय नशीली बन जाती" ******************* गर्म चाय की प्याली थामे मन की बातें कह आती। प्यास बुझाती प्रिय की अपने चाय नशीली बन जाती। अलसाई नज़रों से तक कर... Hindi · लेख 254 Share Previous Page 8 Next