वीर कुमार जैन 'अकेला' 369 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next वीर कुमार जैन 'अकेला' 25 Jul 2021 · 1 min read दोस्ती उन्हें चांदी के बर्तनों में भी सुकूँ नही मिला और हमने पत्तलें चाट चाट कर फेंक दी वो कांटे छुरी से खाकर नींबू से हाथ धोते रहे हमने उंगलियां अपनी... Hindi · शेर 1 300 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 25 Jul 2021 · 1 min read तुम मिल गए अच्छे लोगों को तलाशता रहा उम्र भर तुम मिल गए तो मेरी तलाश खत्म हुई स्नेह और प्यार का दरिया बहता है यहां मैंने भी अपनी कश्ती दरिया में उतार... Hindi · शेर 1 1 430 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 25 Jul 2021 · 1 min read भेद स्वाद का वो डाइनिंग टेबल पर उबला खाना खाते रहे और हमें जमीन पर भी पकवान नसीब हुए वो तो आरामतलब हैं दवाओं के सहारे जीते हैं हम मेहनतकशों को जलेबी और... Hindi · शेर 419 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Jul 2021 · 1 min read परिवार आज पूरा माह हो गया साहित्यपीडिया परिवार में मिला मुझे स्नेह प्यार साहित्यपीडिया परिवार में परिवार के सदस्य के रूप में मैं धन्य हो गया हूँ भाग्यशाली हूँ जुड़ कर... Hindi · मुक्तक 1 3 407 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Jul 2021 · 1 min read गुरु पूर्णिमा गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर विशेष पहले गुरु मां बाप जिन्होने उंगली थाम चलना सिखाया संस्कारित कर के जिन्होंने समाज में रहना सिखाया दूसरे गुरु हमारे शिक्षक जिन्होंने शिक्षा... Hindi · कविता 2 1 436 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Jul 2021 · 1 min read धन्यवाद सहित्यपीडिया के संचालक मंडल को हृदय से आभार मेरे निवेदन पर संज्ञान लेने के लिए वीर कुमार जैन 24 जुलाई 2021 Hindi · लेख 265 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 23 Jul 2021 · 1 min read निवेदन मैं इस लेख के माध्यम से साहित्य पीडिया के संचालकों से अनुरोध करना चाहता हूँ के मैं अपने उद्गारों को सीधे साहित्य पीडिया पर टाइप करता हूँ और अविरल गति... Hindi · लेख 3 5 411 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 23 Jul 2021 · 1 min read चाहत कुछ ऐसा लिखूं के दिल की गहराई छू लूँ हाथ मेरा थाम लो मैं तुम्हारी परछाई छू लूँ कुछ लिख भी ना संकू गर नाराज ना होना सोचता रहूंगा मैं... Hindi · मुक्तक 1 502 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 23 Jul 2021 · 1 min read कोशिश कोशिश करता रहा गीत लिखने की लगन फिर से लगी कुछ सीखने की कुछ सीखने की गुरु की तलाश है कुछ अच्छा लिख पाऊं यही आस है कहते कविराज फिर... Hindi · कुण्डलिया 1 189 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 23 Jul 2021 · 1 min read याद आज फिर उम्र के इस पड़ाव पर बचपन याद आ गया याद आ गया वो स्कूल का पहला दिन याद आ गया क्लास की खुली खिड़की से में जार जार... Hindi · मुक्तक 1 291 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 23 Jul 2021 · 1 min read बरखा बरसती है बरखा तो बरसने दो ना कड़कती है बिजली तो कड़कने दो ना छोड़ो भी अब फिक्र उम्र दराज़ होने की मचलता है मन तो मचलने दो ना फिर... Hindi · मुक्तक 276 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 Jul 2021 · 1 min read अंतर कौआ कोयल से बोला तू भी काली मैं भी काला फिर दोनों की बोली में ये अंतर क्यों कोयल बोली कव्वे से तो सुन बताती हूँ मैं मैं चहकती हूँ... Hindi · कविता 271 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 Jul 2021 · 1 min read खुशियां तेरे आने की खुशी और उसके जाने का गम दोनों सूरते हाल में मेरी आँखें हुई नम आंख से बहते अश्कों को खुशी के कहूं या गम के जिसे जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 209 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 Jul 2021 · 1 min read मां बाप बाप की उंगली छूटी तो मां का आंचल भुला दिया। जिसने बचपन में आंसू पोंछे आज उसी को रुला दिया।। जिस आंचल में छुप कर तू बचपन में सोया करता... Hindi · गीत 3 1 364 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 Jul 2021 · 1 min read तब्दीली कल तक जो जानदार थे वो आज खालों में तब्दील हो गए वो बेजुबान निरीह प्राणी ना जाने किस दुनिया में खो गए वीर कुमार जैन 22 जुलाई 2021 Hindi · शेर 1 367 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 21 Jul 2021 · 1 min read सपना खुली आंख से फिर एक सपना देखा है मैंने उसको दूर कहीं तड़पते हुए देखा है मैंने इस भयानक शोर में चीख उसकी दब गई होगी जिंदगी बक्श दो पुकारते... Hindi · मुक्तक 2 4 357 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 21 Jul 2021 · 1 min read दुश्मन हम इंसान है किसी की जान के दुश्मन तो नहीं दोस्ती निभाना सीखा है सब से दुश्मनी तो नहीं फिर क्यों कर किसी के खून से रंग गए हाथ मेरे... Hindi · मुक्तक 2 1 437 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 21 Jul 2021 · 1 min read चांद एक चांद वो है जो चमकता है तो किसी की लंबी उम्र की मन्नतें होती हैं और एक चांद ये भी है जो चमका है कितने बेजुबानों की जान पर... Hindi · शेर 1 2 439 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 21 Jul 2021 · 1 min read इरादा बड़ी शिद्दत से हमने मिलकर जीने की कसम खाई थी वो तो बेवफा निकली बस अब तो मर जाने का इरादा है वीर कुमार जैन 21 जुलाई 2021 Hindi · शेर 354 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 21 Jul 2021 · 1 min read दोस्ती अमीरी और गरीबी का फर्क मिटा दे जो वो है दोस्ती कृष्ण और सुदामा सरीखी हमें तो निभानी है दोस्ती क्या फर्क पड़ता है हिन्दू मुस्लिम सिख या ईसाई से... Hindi · मुक्तक 305 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 21 Jul 2021 · 1 min read परछाई/साया रोशनी पीछे हो तो आगे चलता है साया गर रोशनी आगे हो तो पीछे चलता है साया झूठ कहते हैं लोग साया साथ में चलता है रोशनी बुझा कर तो... Hindi · मुक्तक 217 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 21 Jul 2021 · 1 min read हवा हवा जब प्राणवायु बनती जीवनदायिनी होती है पशु पक्षी पेड़ पौधों के लिए संजीवनी होती है आंधी तूफान बनकर जब रौद्र रूप में चलती है इसके कहर से कोई नही... Hindi · मुक्तक 176 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 21 Jul 2021 · 1 min read आग आग हवनकुंड में हो तो माहौल पवित्र होता है गर चूल्हे में हो तो भूखे का भोजन पकता है जला कर बाती दीपक में तम को हर लेती जो और... Hindi · मुक्तक 1 1 223 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 21 Jul 2021 · 1 min read पानी पानी प्यासे को मिल जाये तो प्यास बुझाता है खेतों में बहने लगे तो फसलों के काम आता है बन के बादल बरसता है मौसम खुशहाल होता है फट जाए... Hindi · मुक्तक 361 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Jul 2021 · 1 min read कहर का मंजर ये मालूम ना था कि अब तुमसे मिल ना पाएंगे इस कोरोना की लहर में अपनों से बिछड़ जाएंगे यह कैसा कहर बरपाया है अंजाना सा दुनिया में पता ना... Hindi · कविता 2 539 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Jul 2021 · 1 min read काँवड़ लो फिर उदास हो गई शिव भक्तों की टोलियाँ खाली फिर से रह गयी शिव भक्तों की झोलियाँ योगी के शासन में उम्मीद इस बार जगी थी जल कांधों पर... Hindi · कविता 1 382 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Jul 2021 · 1 min read मायूसी तेरे कूंचे में आकर हमें रुसवाईयाँ मिली इंतज़ार इंतज़ार इंतज़ार की घड़ियां मिली दर तक तेरे पहुंच कर यूँ लौटना पड़ा कोरोना की रिपोर्ट जब नेगेटिव नही मिली मायूस होकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 309 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Jul 2021 · 1 min read सीमा का प्रहरी सीमा के हर प्रहरी को मैं, हर दिन नमन हूं करता। जो वतन की खातिर जीता, और शान से है मरता।। वह सीमा का प्रहरी है तो, देश में अमन-चैन... Hindi · गीत 1 602 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Jul 2021 · 1 min read समाचार सुबह का समाचार शाम तक बेकार या तो कोने में पड़ा या किसी किताब पर चढ़ा वीर कुमार जैन 18 जुलाई 2021 Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 193 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Jul 2021 · 1 min read सिपहसालार सिपहसालार देश का चौकीदार जनता का खाता है उसी पर चिल्लाता है वीर कुमार जैन 18 जुलाई 2021 Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 304 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 17 Jul 2021 · 1 min read विराम मेरे अनाम गीतों को तुम एक नाम दे दो सुबह नही तो ढलती हुई एक शाम दे दो अक्सर गीतों के लिए शब्द ढूंढता हूँ मैं मिल जाये गर तुम्हें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 221 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 17 Jul 2021 · 1 min read इंतज़ार ए इश्क तेरे इश्क़ में फना ये जिंदगी कर ली तेरी मोहब्बत के काबिल ना हुए हम दर बदर ठोकरे खाई हमने तमाम उम्र नसीब में फिर भी तेरा दर ना आया... Hindi · शेर 1 1 449 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 17 Jul 2021 · 1 min read बिदाई नाजों से पली ससुराल को चली बांध प्रीत की डोर अपने पिया के छोर बाबुल भी खड़े रोते क्यों ऐसे पल होते छोड़ मां का आँचल बहन भाई रहे मचल... Hindi · कविता 2 1 297 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 17 Jul 2021 · 1 min read परिवेश स्वागत है आज तरुणी का बन लक्ष्मी जो घर आयी है उस घर की वो प्यारी बेटी आज इस घर में ब्याही है मंगल गीत स्वागत में गूंज रहे मानो... Hindi · गीत 1 228 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 16 Jul 2021 · 1 min read स्त्री एक बेटी दुल्हन के रूप में जब सजती है स्त्री किसी स्वर्ग की अप्सरा सी तब लगती है स्त्री दो परिवारों के बीच संबंधों की नींव होती है स्त्री इस... Hindi · कविता 2 299 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 11 Jul 2021 · 1 min read अब तो लौट आओ - एक फौजी की नवविवाहिता मेरे प्रियतम कब आओगे सजनी तुम्हारी राह ताकती मन भी प्यासा तन भी प्यासा प्यासी अखियां राह ताकती कह कर गए थे लौट आने को अगले बरस के सावन में... Hindi · गीत 1 1 218 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 11 Jul 2021 · 1 min read प्रतिक्षा सूरज की गर्मी नही पड़ रही नर्म बारिश की प्रतीक्षा में हर चीज़ है गर्म जेठ गया आषाढ़ बीता सावन आने वाला है पसीनो से हाल बेहाल गर्मी का बोलबाला... Hindi · मुक्तक 1 1 280 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 10 Jul 2021 · 1 min read तपस्वी वो तपस्वी था वो त्यागी था उसमे कोई राग नही वो बैरागी था एक धोती थी एक अंगोछा था एक थैला था जिसमे लोटा था पैरों में चप्पल नही सिर... Hindi · गीत 1 1 283 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 10 Jul 2021 · 1 min read त्याग त्याग यानी जीवन में किसी चीज का उपयोग ना करना। कुछ समय के लिए अथवा जिंदगी भर के लिए। त्याग एक ऐसी परंपरा है, जो सदियों से चलती चली आ... Hindi · लेख 208 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 9 Jul 2021 · 1 min read सावन हरियाली उपवन में, फूल भी महकने लगे सावन की सुगंध में पक्षी भी चहकने लगे झरने, नदियां, सरोवर भी खिलखिलाने लगे मेघ भी अब तो घुमड़ घुमड़ कर आने लगे Hindi · मुक्तक 1 367 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 8 Jul 2021 · 1 min read सत्य एक परिंदा देखो आज फिर पिंजरे से आज़ाद हो गया जो सदा से साथ रहा वो अचानक कहीं पर खो गया आना और जाना सदियों से इस दुनिया का दस्तूर... Hindi · शेर 1 251 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 7 Jul 2021 · 1 min read तड़प मैं अपने माँ बाप के जाने पर इतना अकेला नही पड़ा था क्योंकि पास में रहने वाला दोस्त जैसा भाई संग में खड़ा था बीमारी गंभीर है बेटे ने उनके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 496 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 6 Jul 2021 · 1 min read चाहत मेरी रचनाओं को आप सा पाठक चाहिए गलतियां बताने वाला एक आलोचक चाहिए त्रुटियों को समझने और समझाने वाला चाहिए मुझे आप जैसा ही एक विचारक चाहिए मेरा हाथ थामने... Hindi · गीत 382 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 6 Jul 2021 · 1 min read मेहनत देखो आज फिर मेरी मेहनत रंग लाई हैं कलम ने रोशनाई कागज पर बिखराई है अल्फ़ाज़ कुछ उभर कर आ रहे हैं देखिये फिर से मैंने देखो जगह तीस में... Hindi · शेर 205 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 6 Jul 2021 · 1 min read लेखन मेरी कलम बिना रुके चलती है कागज का सीना चीर के चलती है गीत हो या कविता, मुक्तक या फिर रुबाई आगाज से अंजाम तक बिना थमे चलती है अब... Hindi · शेर 485 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 6 Jul 2021 · 1 min read रुसवाई यूँ तेरे कूचे से हम रुस्वा होके निकले कमाई का दौर लो फिर से शुरू हो गया खाली थे हम लॉक डाउन के कारण कलम की कारीगरी काम आ रही... Hindi · शेर 485 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 4 Jul 2021 · 1 min read किस्मत ताजे फलों की किस्मत चाकू छुरियों के साये में रहना ताजी सब्जियों की किस्मत मसालों के साथ आंच पर उबलना फ्रिज की किस्मत दिल में बर्फ जमाये रखना घड़ी की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 271 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 4 Jul 2021 · 1 min read चुनावी जीत जिला पंचायत के चुनाव में कैसा किया कमाल कमल चारों और खिला बाकी का देखो हाल विपक्षियों के गढ़ में देखो कैसी गाड़ी कील सीट ना मिली एक भी हो... Hindi · दोहा 2 371 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Jul 2021 · 1 min read कोरोना का असर पहले कहते थे घर से बाहर जाकर खेलो अब कहते हैं बाहर मत जाओ घर में खेलो पहले कंप्यूटर और मोबाइल बिगाड़ने के थे साधन आज यही सब जरूरत हो... Hindi · कविता 1 1 465 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Jul 2021 · 1 min read खुशी बड़ी या गम वह टूटे हुए प्यालो से मय को पिये जा रहा खुशियों में सराबोर हो जिंदगी जिए जा रहा पूरी महफिल सजी थी उस शाम मेरे सामने खड़ी थी साकी जाम... Hindi · मुक्तक 1 2 229 Share Previous Page 7 Next