अरशद रसूल बदायूंनी Language: Hindi 390 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 अरशद रसूल बदायूंनी 15 Jul 2019 · 1 min read प्यारे पापा मेरे पापा, प्यारे पापा लगते कितने न्यारे पापा सहते सारा बोझ अकेले थकते और न हारे पापा हम हंसते हो जाते ताज़ा गर हों जो थके-हारे पापा अम्मा हमको कितना... Hindi · बालगीत 2 405 Share अरशद रसूल बदायूंनी 15 Jul 2019 · 1 min read सुहानी बरसात को तरसोगे बाग बगीचे तुम खूब लगाना धरती को फिर स्वर्ग बनाना बारिश दाग धरा के धोती है खेती भी फिर अच्छी होती है पेड़ों से ही सबका जीवन है पेड़ लगाने... Hindi · बालगीत 2 304 Share अरशद रसूल बदायूंनी 15 Jul 2019 · 1 min read बिजली बिजली रानी, बिजनी रानी करती तुम कैसी मनमानी बेहाल हैं गर्मी के मारे दर्शन दुर्लभ आज तुम्हारे गर्मी से हम लाचार हुए कूलर - पंखे बेकार हुए गुस्से में इक... Hindi · बालगीत 2 357 Share अरशद रसूल बदायूंनी 14 Jul 2019 · 1 min read धरा महकना आओ मिलकर पेड़ लगाएं धरती को हम साफ बनाएं फूलों के तुम पेड़ लगाना फिर खुश्बू से जग महकाना पेड़ अगर होते घर के पास मिलती है इनसे ताजा सांस... Hindi · बालगीत 2 237 Share अरशद रसूल बदायूंनी 14 Jul 2019 · 2 min read नीच जाति कमालपुर गांव में इस बात की खुशी मनाई जा रही थी। अखबारों और टी.वी. चैनलों को भी काम मिलने वाला था। मतलब, नेताजी का पलड़ा पूरी तरह से सवाया हो... Hindi · लघु कथा 2 623 Share अरशद रसूल बदायूंनी 14 Jul 2019 · 1 min read दर्द को जोड़ दो आधार से वास्ता इनका नहीं है बहार से गमज़दा घूम रहे लाचार से दर्द का भी तो कोई हिसाब हो इसको भी जोड़ देते आधार से Hindi · मुक्तक 2 257 Share अरशद रसूल बदायूंनी 13 Jul 2019 · 1 min read बच्चों की रेल छुकछुक करती आती रेल सबको खूब लुभाती रेल दूर नगर से आती रेल दूर तलक पहुंचाती रेल आओ आहिल और इमाद तुम भी आ जाओ दिलशाद लग जाओ आगे पीछे... Hindi 2 667 Share अरशद रसूल बदायूंनी 13 Jul 2019 · 1 min read वीरों की जय पहले मन की गांठों को खोल राष्ट्र की अस्मिता बड़ी अनमोल बचाई है जिन्होंने देश की लाज कलम आज उनकी जय बोल आज कोई श्रृंगार मत लिखिए सावन गीत, मल्हार... Hindi · कविता 2 274 Share अरशद रसूल बदायूंनी 12 Jul 2019 · 1 min read किसी के गम में आंसू किसी के गम में आंसू बहाकर तो देखो रोता मिले जो कोई हंसाकर तो देखो तुम्हें यह दिल्लगी भूल जानी ही पड़ेगी शिकस्ता दिलों को पास बिठाकर तो देखो जीत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 417 Share अरशद रसूल बदायूंनी 12 Jul 2019 · 1 min read दिखावे का एहतराम बेकारी है, या फिर काम बहुत है यहां की सड़कों पर जाम बहुत है क्या सच में यहां एहतराम बहुत है या यूं ही ज़ुबां पर सलाम बहुत है शहर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 330 Share अरशद रसूल बदायूंनी 12 Jul 2019 · 2 min read वह यूं शर्मिंदा हुआ नीता अपने पति विनेश की हरकतों से परेशान थी। रोजाना घंटों फोन पर बातचीत करना, फेसबुक और अन्य सोशल साइटों पर लगे रहना उसका नियम बन चुका था। इन बातों... Hindi · लघु कथा 2 251 Share अरशद रसूल बदायूंनी 11 Jul 2019 · 4 min read ताजमहल ने शायरों को खूब लुभाया सभी जानते हैं कि बादशाह शाहजहां अपनी बेगम मुमताज़ से बहुत प्यार करते थे। उन्होंने अपनी बेगम की याद में संगमरमर की इमारत तामीर कराई थी, जिसको हम ताजमहल के... Hindi · लेख 2 871 Share अरशद रसूल बदायूंनी 11 Jul 2019 · 1 min read रब ने चाहा तो... नसीब को ज़रा आजमाकर देखिए उससे इक बार लौ लगाकर देखिए रब ने चाहा तो हो जाएगी पार नाव कागज की भी चलाकर देखिए Hindi · मुक्तक 2 367 Share अरशद रसूल बदायूंनी 11 Jul 2019 · 1 min read अंदरखाने तहसील हो, कचहरी हो या थाने होता क्या है इनके अंदरखाने काला हो सफेद, सफेद हो काला बैठे हैं लूले, लंगड़े, अंधे, काने © अरशद रसूल Hindi · मुक्तक 2 286 Share अरशद रसूल बदायूंनी 11 Jul 2019 · 1 min read किरदार निखर गया होता ! अपनी सारी हदों से में भी गुजर गया होता, सियासत में होता तो ज़मीर मर गया होता। फिर्कों की नहीं करता इंसानियत की बात, तेरा किरदार और भी निखर गया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 252 Share अरशद रसूल बदायूंनी 10 Jul 2019 · 2 min read अखबार की हाई प्रोफाइल सोच बात 17 जून 2011 की है। मुझे फादर्स डे पर स्टोरी करने का असाइनमेंट मिला था। शहर के एक मशहूर दिवंगत कवि की बेटी का फोन आया तो मैंने उनसे... Hindi · लघु कथा 2 309 Share अरशद रसूल बदायूंनी 10 Jul 2019 · 1 min read अंदर की बारिश एक अरसा हो चुका था सूखा-सूखा तन-मन आंखें भी सूख चुकी थीं किसी के इंतिजार में कुछ मज़ा नहीं गीत मल्हार में अधखुली खिड़की से एक हवा का झोंका आया... Hindi · कविता 2 510 Share अरशद रसूल बदायूंनी 9 Jul 2019 · 1 min read देश को समझें अपना कुंडलिया अपना यह संदेश तुम, फैला दो हर ओर। दीप जलाओ ज्ञान का, थाम़ प्रेम की डोर।। थाम़ प्रेम की डोर, प्रीत पथ कदम बढ़ाना । आये खाली हाथ, सभी... Hindi · कुण्डलिया 3 294 Share अरशद रसूल बदायूंनी 9 Jul 2019 · 1 min read दौलत का यह संसार दौलत के संसार में, नहीं रहा अब प्यार। भूले बानी प्रेम की, होती नित तकरार।। होती नित तकरार, गौण होते सब नाते। कर्तव्य सारे भूल, अधिकार खूब जताते।। कह 'अरशद'... Hindi · कुण्डलिया 3 496 Share अरशद रसूल बदायूंनी 9 Jul 2019 · 4 min read गाय को चाहिए सभी का आश्रय गाय की रक्षा के मुद्दे पर आए दिन अराजकता फैल रही है। समाज के कुछ कथित गौ सेवकों को गाय की रक्षा का काम मिल गया है। यह बात दीगर... Hindi · लेख 3 2 258 Share अरशद रसूल बदायूंनी 8 Jul 2019 · 1 min read बदरा कारे अब तो आ रे पंछी व्याकुल मत तड़पा रे धरती प्यासी मत तरसा रेे हर कोई आकाश निहारे बदरा कारे अब तो आ रे व्याकुल है रे मेरी गइया सूख रहे अब ताल तलैया... Hindi · गीत 2 283 Share अरशद रसूल बदायूंनी 8 Jul 2019 · 1 min read दादा से बात आमतौर पर बच्चे खेल में मस्त हो जाते हैं। इस दौरान वो किसी की बात पर ध्यान भी कम ही देते हैं। इसी तरह चार साल का इमाद भी खेल... Hindi · लघु कथा 2 1 576 Share अरशद रसूल बदायूंनी 8 Jul 2019 · 2 min read उजला किरदार डॉक्टर अमीन का नाम बस्ती में बेहद अदबो एहतराम के साथ लिया जाता है। दो साल पहले ही तो डॉक्टर साहब ने गाँव से कस्बे में आकर क्लीनिक खोला था।... Hindi · लघु कथा 2 323 Share अरशद रसूल बदायूंनी 8 Jul 2019 · 4 min read सिर्फ जय किसान बोलने से कुछ नहीं होगा गली से आवाज आई, चावल ले लो...दाल ले लो...! रुकिए भइया! कैसे दे रहे रहे हो? तीसरी मजिल से किसी बड़े घर की महिला की आवाज आई। वह आदमी अपनी... Hindi · कहानी 2 439 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read चोर-लुटेरे यह सुनो श्रीमान! चोर-लुटेरे यह हो सावधान अच्छा है मौका देखकर लगा दो अबकी चौका राह में रोड़े बिछाने को खोलता अपने घोड़े फैला तनाव हो जाओ सावधान शुरू चुनाव खोलो... Hindi · हाइकु 4 1 445 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read उजड़ रही यह धरा अपनी धरा उजड़ रही, इसका कर सिंगार। पेड़ लगाओ खूब अब, होगा ये उपकार।। सबकी चिंता छोड़कर, रक्खो अपना ध्यान। जाना सबको एक दिन, करना नहीं गुमान।। ------------ @ अरशद... Hindi · दोहा 3 267 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 2 min read शकेब जलाली, दुश्वारियों से जन्मा शायर 1934 में जन्मे शायर शकेब जलाली को यहां कम लोग ही जानते हैं। वह हिन्दुस्तान में पैदा हुए उर्दू शायर थे। उनका असली नाम सैयद हसन रिजवी था। उनके पूर्वज... Hindi · लेख 1 777 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 3 min read किसान खेती बंद कर दे तो...? इतना सोचने भर से रूह कांप उठती है कि किसान ने खेती बंद कर दी तो…? कहने का तात्पर्य यह है कि देश भर की राजनीति किसाना के आसपास घूमती... Hindi · लेख 1 490 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 2 min read वह ग़ज़ल जो शकील बदायूंनी को इल्म से फ़िल्म तक ले गई ज़िंदगी के कुछ लम्हे बहुत यादगार होते हैं, जो कामयाबी के रास्ते खोल देते हैं। यहां तक कि इंसान को अर्श से फ़र्श तक पहुंचते देर नहीं लगती। महान नग़्मा... Hindi · लेख 1 646 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read सांप-नेवला एक साथ घात पे घात सांप और नेवले हैं एक साथ घात पे घात सांप और नेवला हैं एक साथ चुनावी रेल होती धक्कम धक्का रेलम पेल देखो जो खोटा विकल्प है... Hindi · हाइकु 2 1 432 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read ख़ून नहीं बहने देंगे सेना की सूझबूझ पर गर्व है, जिसे युद्ध, क़ुरबानी, शांति और निर्माण अनुभव का। धिक्कार है उन पर जिन्हें अनुभव है... सिर्फ़ दंगा, हत्या, विध्वंस, और बदअम्नी का...। राजनीति चाहे...... Hindi · कविता 1 212 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read सौ-सौ बार करो एक नहीं तुम सौ-सौ बार करो, प्रतिदिन ऐसे ही पलटवार करो। सारा पाकिस्तान भस्म हो जाए, रणनीति ऐसी कोई तैयार करो। @ अरशद रसूल Hindi · मुक्तक 413 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read मेरे हमदम साथ निभाना मेरे हमदम साथ निभाना अपना वादा भूल न जाना आकाश की न सैर कराना धरती पर ही चलते जाना बातों में अब कड़वाहट है क्या दूरियों की आहट है भूलो... Hindi · कविता 2 592 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read दिल का ज़ख़्म कई पन्ने मुड़े मिले बरसों पुरानी डायरी के कई पन्नों के बीच-बीच गुलाबों की सूखी पत्तियां थीं या यूं भी कहा जा सकता है उन पन्नों के बीच में यादों... Hindi · कविता 2 602 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read आज़ाद अल्फ़ाज़ आज़ादी का मतलब यह नहीं... किसी की इज्जत को उछाला जाए, या उसकी नाक में तीर डाला जाए सार्वजनिक गंदगी, आत्मिक मैलापन, दूषित होता देश का वातावरण, खतरे में है... Hindi · कविता 1 282 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read पेड़ लगाओ, धरा बचाओ चित पर बेहद भार है, फिर भी हंसती जाय। करते रहना तुम भला, धरा रही बतलाय।। पेड़ लगाएं हम सभी, करो यही एलान। सांसे ताज़ा चाहिए, रखना इनका ध्यान।। पानी... Hindi · दोहा 1 245 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read इतिहास ज्वलंत हो जाए देश का इतिहास ज्वलंत हो जाए आतंकवाद का जब अंत हो जाए मनाएं हम सब मिल कर खुशियां फिर तो हर ऋतु बसंत हो जाए Hindi · मुक्तक 188 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read गम के मारों को नींद आज यूं गम के मारों को नींद आ गई, जैसे जलते शरारों को नींद आ गई। थे ख़ज़ां में यही होशियार-ए-चमन, फूल चमके तो खारों को नींद आ गई। तुमने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 205 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read बेजमीरों के अज़्म पुख़्ता हैं रूबरू जब कोई हुआ ही नहीं ताक़े दिल पर दिया जला ही नहीं ज़ुल्मतें यूं न मिट सकीं अब तक कोई बस्ती में घर जला ही नहीं बेजमीरों के अज़्म... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 300 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read तहरीरों में जादू मुकद्दर जब मिरी आंखों में आंसू भेज देता है, मिरा मौला मिरी कश्ती लबे जू भेज देता है। सजा देता है फिक्रो फन की राहों को मिरा मौला, क़लमकारों की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 255 Share Previous Page 8