Ajit Kumar "Karn" 600 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next Ajit Kumar "Karn" 18 Dec 2021 · 1 min read वक्त तो सबका ही आएगा.... वक्त तो सबका ही आएगा.... ???????? ऐ मेरे प्यारे दोस्तों ! यूॅं परेशान ना हों ! वक्त तो सबका ही आएगा.... यूॅं ही फिजूल में रोना धोना तो छोड़ो !... Hindi · कविता 8 2 438 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Dec 2021 · 1 min read "इज़्ज़त" "इज़्ज़त" ##### इज़्ज़त शब्द का महत्व है ख़ासा , यह सभ्यजनों का वजन है बढ़ाता , सबको इक नई पहचान है दिलाता ! संग में कितने सम्मान भी दिलाता !!... Hindi · कविता 6 4 592 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक": ( जीवन में मिलना बिछुड़ना.... ) "मुक्तक": ( जीवन में मिलना बिछुड़ना.... ) ####################### जीवन में मिलना बिछुड़ना तो लगा ही रहता ! इससे किसी को कोई ख़ास फ़र्क नहीं पड़ता ! सच है कि कुछ... Hindi · मुक्तक 5 287 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक": ( नव वर्ष का आगमन है ) "मुक्तक": ( नव वर्ष का आगमन है ) ################### देखो , नव वर्ष का आगमन है । खिलने को आतुर हर चमन है । गिले - शिकवे सारे ही भूलकर...... Hindi · मुक्तक 4 369 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक" : ( जो नियति है वो.... ) "मुक्तक" : ( जो नियति है वो.... ) ????????? जो नियति है वो होकर ही रहेगा ! भले किसी को ये अजूबा लगेगा ! भले ही लाख प्रयत्न कर लें... Hindi · मुक्तक 5 514 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Dec 2021 · 1 min read हे प्रभु ! मेरी भी सुनो ! हे प्रभु ! मेरी भी सुनो ! ?????? हे प्रभु ! मेरी भी सुनो ! अब तुम ही कुछ करो ! दुनिया में कितने दुखी हैं , तुम सबके कष्ट... Hindi · कविता 5 706 Share Ajit Kumar "Karn" 9 Dec 2021 · 2 min read ये अनजाना सा डर कैसा ?? ये अनजाना सा डर कैसा ?? ???????? दिन रात करते हैं हम कर्म अपना ! औरों की सेवा है जब धर्म अपना ! ना कभी किसी का कुछ बिगाड़ते ,... Hindi · कविता 6 2 490 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Dec 2021 · 1 min read ग़ज़ल : ( एक अगली ग़ज़ल में.... ) ग़ज़ल : ( एक अगली ग़ज़ल में.... ) ?????????? एक अगली ग़ज़ल में सारी बातें कह जाता । कहने को उससे आगे कुछ भी न रह जाता ।। उनकी ओर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 605 Share Ajit Kumar "Karn" 30 Nov 2021 · 1 min read "ग़ज़ल" : ( खूब बदलते देखा है ) "ग़ज़ल" : ( खूब बदलते देखा है ) ????????? हमने मौसम का मिज़ाज "खूब बदलते देखा है"। ओहदा किसी का बढ़ जाए, तेवर चढ़ते देखा है।। हर दिन जो औरों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 5 592 Share Ajit Kumar "Karn" 30 Nov 2021 · 1 min read "ग़ज़ल" "ग़ज़ल" ??? मैंने पढ़ ली तेरे दिल की बात,अब तड़पाओ न । क्या तूने पूछा मेरे दिल का हाल, बतलाओ न ।। तेरे ही इशारे पर तो अफसाने बनने शुरू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 4 532 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Nov 2021 · 1 min read किसी ने ब्रह्मास्त्र ही चला दिया ! किसी ने ब्रह्मास्त्र ही चला दिया ! ????????? किसी ने ब्रह्मास्त्र ही चला दिया । मुझे बहुत नुक़सान दिला दिया । चाहकर भी करूॅं तो क्या करूॅं ? इक प्रतियोगिता... Hindi · मुक्तक 5 4 542 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Nov 2021 · 1 min read वरना हार स्वीकारना होगा ! वरना हार स्वीकारना होगा ! ???????? देश को खोखला कर रहे तत्वों को पहचानना होगा । ऊंच नीच का भेद करनेवालों को ललकारना होगा । वरना इस महान देश की... Hindi · मुक्तक 6 6 575 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Nov 2021 · 1 min read अंज़ाम की चिंता ना करें ! अंज़ाम की चिंता ना करें ! ??????? कई नफा-नुकसान का ध्यान रख , हम ज़ुल्म हर तरह के सहते जाते ! और समाज में पनप रहे सारे दरिंदे , ओछी... Hindi · कविता 6 2 597 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Nov 2021 · 1 min read कभी ना सोचें कि ऐसा होता ! कभी ना सोचें कि ऐसा होता ! ???????? कभी ना सोचें कि ऐसा होता ! कभी ना सोचें कि वैसा होता ! हम जैसे भी हैं उसी में खुश रहें... Hindi · कविता 7 6 464 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Nov 2021 · 1 min read दिल से दिल का तार मिला लें ! दिल से दिल का तार मिला लें ! ????????? क्या रिश्ते नाते होते सारे इसी लिए हैं.... कि आपस में ही हम सब झगड़ पड़ते हैं ! ऐसी बातें तो... Hindi · कविता 7 4 558 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Nov 2021 · 1 min read खुशी रो पड़ी ! खुशी रो पड़ी ! ???? माहौल कुछ ग़मगीन हुई, खुशी रो पड़ी ! बहना जो उसकी ससुराल को चल पड़ी ! भावनाओं को नियंत्रित किया था उसने , पर ,... Hindi · मुक्तक 7 2 545 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Nov 2021 · 1 min read मैं लिख जाऊं बारंबार.... मैं लिख जाऊं बारंबार.... ??????? कोई तो है जो करता है मेरा इंतज़ार ! उसकी एक ही जिज्ञासा पे मैं लिख जाऊं बारंबार.... ना करूं कभी उसकी भावनाओं का तिरस्कार... Hindi · कविता 7 6 466 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Nov 2021 · 1 min read भला कौन है खुश ? भला कौन है खुश ? ????? उसे भी है दु:ख , मुझे भी है दु:ख , उभय पक्ष है दुखी , भला कौन है खुश ?? दो पक्षों के बीच... Hindi · कविता 10 6 828 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Nov 2021 · 4 min read "अठन्नी की कीमत" ( संस्मरण ) "अठन्नी की कीमत" ( संस्मरण ) ________________________ प्रिय दोस्तों.... आज मैं आप सबको खुद पर ही बीती , एक पुरानी कहानी सुनाने जा रहा हूॅं ! उम्मीद है कि यह... Hindi · कहानी 8 6 893 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Nov 2021 · 1 min read उदय हो रहा क्षितिज पार.... उदय हो रहा क्षितिज पार.... ???????? प्रकृति कर रही इंतज़ार ! उदय हो रहा क्षितिज पार ! छठ पर्व की ये खुशियाॅं हैं.... कर जल्द ही सूर्य नमस्कार !! स्वरचित... Hindi · मुक्तक 6 6 416 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Nov 2021 · 1 min read मनुष्य का जीवन ! मनुष्य का जीवन ! ????? बचपन से बुढ़ापा तक का सफ़र.... जीवन किसी कष्ट में ही गुजरता ! सुख के पल हैं कुछ क्षण के लिए.... फिर तो जीवन दु:ख... Hindi · कविता 5 4 573 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Nov 2021 · 2 min read सबकी अपनी-अपनी सोच है.... सबकी अपनी-अपनी सोच है.... ????????? जब किसी भी समारोह में जाता हूॅं , सबसे मिलकर बातें जब करता हूॅं , किसी मुद्दे पर राय उनकी लेता हूॅं , तब बड़े... Hindi · कविता 5 2 1k Share Ajit Kumar "Karn" 10 Nov 2021 · 1 min read "मुक्तक": ( कुछ दोस्त यूॅं ही.... ) "मुक्तक": ( कुछ दोस्त यूॅं ही.... ) ????????? कुछ दोस्त यूॅं ही बकवास करते हैं । पर कुछ ऐसे हैं जो ख़ास करते हैं । ख़ास लोगों से ख़ास बातें... Hindi · मुक्तक 5 448 Share Ajit Kumar "Karn" 9 Nov 2021 · 2 min read कल पे ना छोड़ें.... कल पे ना छोड़ें.... ?????? कल पे कुछ भी ना छोड़ें.... हर काम आज ही कर डालें ! आपको तो ये पता ही होगा.... कि वैसा कल नहीं कभी आता... Hindi · कविता 9 6 612 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Nov 2021 · 1 min read प्रेम के ऑंगन में ही जीना सीखा ! प्रेम के ऑंगन में ही जीना सीखा ! ?????????? जो प्रेम के ऑंगन में ही जीना सीखा , उसने ही प्रेम पे कुछ सवाल उठाया ! ओह ! ये कैसी... Hindi · कविता 6 4 490 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Nov 2021 · 1 min read ज़रूरी है क्या....?? ज़रूरी है क्या....?? ?????? बर्थ डे की कोई पार्टी ज़रूरी है क्या ? पश्चिम की ये परिपाटी ज़रूरी है क्या ? ये तो पैसे और वक्त की बर्बादी है..... औरों... Hindi · मुक्तक 6 4 372 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Nov 2021 · 1 min read "मुक्तक" : ( कुछ लोग लगते अच्छे हैं ) "मुक्तक" : ( कुछ लोग लगते अच्छे हैं ) ??????????? कुछ लोग लगते अच्छे हैं । कुछ दिल से बड़े सच्चे हैं । जिन्हें कुछ समझ ना आता, वे अक्ल... Hindi · मुक्तक 5 302 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Nov 2021 · 1 min read "ये रिश्ते" "ये रिश्ते" ??? ये रिश्ता नाता कुछ स्वार्थ वश है , ये सब तो वास्ते इक मकसद है , हर रिश्ते एक दूसरे पर निर्भर हैं , इसमें छुपे सबके... Hindi · कविता 7 8 813 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Nov 2021 · 1 min read "दीपक को बनाकर हथियार"? ?"दीपक को बनाकर हथियार"? ?????????? दीपक को बनाकर हथियार । करता जा रहा सब पर वार । खामखा इल्ज़ाम लगा करके , खुद जीतता जा रहा संसार ।। स्वरचित एवं... Hindi · मुक्तक 6 249 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Nov 2021 · 2 min read "धरती माता" "धरती माता" ???? ये धरती माता है, क्या - क्या नहीं सहती ! एक माॅं की ही तरह हर दु:ख वो हैं सहती ! हर अच्छे-बुरे कर्मों का गवाह वो... Hindi · कविता 6 2 755 Share Ajit Kumar "Karn" 5 Nov 2021 · 1 min read त्योहार के बहाने ही सही.... त्योहार के बहाने ही सही.... ???????? त्योहार के बहाने ही सही.... दूर कर लें अपने वे विकार ! मन में छुपे हैं जो कुविचार.... छोड़कर जिसे लाएं सुविचार !! सालों... Hindi · कविता 4 2 492 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Nov 2021 · 1 min read देखो ! आया त्योहार आया.... देखो ! आया त्योहार आया.... ???????? घर - घर मन रही , खुशियों की दीवाली । पग - पग सज रही , दीपमाला कितनी सारी ।। देखो ! आया त्योहार... Hindi · कविता 6 2 512 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Nov 2021 · 1 min read "बड़ी नादान है वो !" "बड़ी नादान है वो !" ?????? क्या करूं समझ नहीं आता , बड़ी हैरान है वो । गलतियाॅं तो की है उसने पर बड़ी नादान है वो।। दिल कोई सस्ती... Hindi · कविता 5 2 474 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Nov 2021 · 1 min read ? दीपावली कुछ ख़ास है ! ? ? दीपावली कुछ ख़ास है ! ? ????????? लोगों में आज खुशियाॅं अपार है , काफ़ी दिनों पर आई जो बहार है ! बच्चों में ग़ज़ब का ही उत्साह है... Hindi · कविता 6 4 379 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Nov 2021 · 1 min read "कुण्डलिया" "कुण्डलिया" ???? दीवाली की धूम है , रौशन सब घर - बार । आज नाचे गाएं हम , खुशियों की भरमार ।। खुशियों की भरमार , कैसा ये पर्व सुहावन... Hindi · कुण्डलिया 5 630 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Nov 2021 · 2 min read अन्याय का प्रतिकार.... अन्याय का प्रतिकार.... ??????? मैं अभी शांत हूॅं... क्यों मैं शांत हूॅं...? चारों तरफ़ हो रहे अन्याय को ही देखकर मैं अभी भी शांत हूॅं !! ये कोई चुप्पी नहीं...... Hindi · कविता 5 893 Share Ajit Kumar "Karn" 31 Oct 2021 · 2 min read बड़े दिनों के बाद आई ऐसी दिवाली ! बड़े दिनों के बाद आई ऐसी दिवाली ! ?????????? बड़े दिनों के बाद आई ऐसी दिवाली ! चारों ओर ही लाई कितनी खुशहाली !! कोरोना का तांडव जैसे थम सा... Hindi · कविता 7 2 497 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Oct 2021 · 1 min read "घमंडी" ?"घमंडी"? ????? "घमंडी" लोग हर जगह ही होते , अपने आप पे वे खूब गर्व करते , उन्हें आम लोगों की परवाह नहीं , बस, खुद को ही सर्वेसर्वा समझते... Hindi · कविता 6 2 1k Share Ajit Kumar "Karn" 28 Oct 2021 · 1 min read खट्टी-मीठी खुशियाॅं.... खट्टी-मीठी खुशियाॅं.... ?????? खट्टी-मीठी खुशियाॅं वो हैं , जिनमें खुशियाॅं तो होती , पर ग़म के साये में होती ! खुश तो होते हैं पर हॅंसी , खुल के प्रकट... Hindi · कविता 7 2 596 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Oct 2021 · 1 min read चोरी तेरी कल पकड़ी गई है... चोरी तेरी कल पकड़ी गई है... ???????? खुद को कितना छुपाओगे.... हक़ीक़त हर कोई जानता है ! आईने में कितना निहारोगे.... तू तो खुद को पहचानता है !! चोरी तेरी... Hindi · कविता 5 494 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Oct 2021 · 2 min read जगमग-जगमग जब सारे दीप जलेंगे.... जगमग-जगमग जब सारे दीप जलेंगे.... ??????????? कार्तिक अमावस्या की काली सी रात , प्रभु श्रीराम लौटे थे माॅं सीता के साथ , खुशी में अयोध्यावासी खूब झूम उठे थे... जलाकर... Hindi · कविता 7 2 594 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Oct 2021 · 1 min read रचना की गुणवत्ता पर ही ध्यान दें ! रचना की गुणवत्ता पर ही ध्यान दें ! ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️ जिस रचना का कोई सार नहीं , ना हो पाठकों का लगाव कोई , फ़ालतू का समय लगा कर के.... ना... Hindi · कविता 5 2 787 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Oct 2021 · 2 min read अब तुम अकेली नहीं हो.... जब भी कोई वारदातें होती , या कोई परेशान तुझे करता , तुम बेझिझक जवाब दो उसे , क्योंकि तुम अकेली नहीं हो ! हाॅं, अब तुम अकेली नहीं हो!!... Hindi · कविता 7 2 573 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Oct 2021 · 1 min read सतयुग की झलक दिख जाए ! सतयुग की झलक दिख जाए ! ################# जब कोई ख़ुश कभी होता है तो मुझे भी ख़ुशी मिलती है ! और कोई दुखी जब होता है तो मैं भी दुखित... Hindi · कविता 7 4 587 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Oct 2021 · 1 min read कोई भी वैसा नहीं मिलता.... कोई भी वैसा नहीं मिलता.... ################ कोई वैसा नहीं मिलता.... जैसा हम-सब खोजते हैं !! बिस्तर से सुबह उठते ही , ऑंखें कुछ तलाशती है ! कोई वैसा नहीं मिलता....... Hindi · कविता 5 2 563 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Oct 2021 · 2 min read रिश्तों को बदला नहीं जा सकता ! रिश्तों को बदला नहीं जा सकता ! ################### हरेक इंसान में अनेकानेक गुण होते हैं.... और कुछ-न-कुछ खामियाॅं भी होती हैं ! इसी में से कुछ हमारे रिश्तेदार होते हैं... Hindi · कविता 6 2 535 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Oct 2021 · 2 min read वो कौन सी चिरैया ले आऊं.... वो कौन सी चिरैया ले आऊं.... ################# वो कौन सी चिरैया ले आऊं.... जिसके पंख पकड़ उड़ जाऊं !! दिन रात ही मेहनत करता हूॅं ! ईमानदारी में विश्वास रखता... Hindi · कविता 6 4 756 Share Ajit Kumar "Karn" 19 Oct 2021 · 1 min read दिल जीत जाना है ! दिल जीत जाना है ! ########### लिखना हो तो देश के लिए लिखो ! औरों को क्षतिग्रस्त कितना करोगे ? मरना हो तो सदा देश पे मर मिटो ! दुश्मन... Hindi · कविता 6 4 620 Share Ajit Kumar "Karn" 18 Oct 2021 · 1 min read गलतियाॅं कभी-कभी हो जाती हैं ! गलतियाॅं कभी-कभी हो जाती हैं ! ################### चाहे लाख कोशिशें आप कर लें.... हर दफा कितना भी सतर्क रह लें.... चित्त अपनी बिल्कुल एकाग्र कर लें... स्वेच्छानुसार पूर्वाभ्यास भी कर... Hindi · कविता 7 6 580 Share Ajit Kumar "Karn" 17 Oct 2021 · 1 min read "हाइकु" "हाइकु" ##### ये दशहरा बहुत अच्छा रहा खुशी की बात । ************* शांतिपूर्ण था यह शुभ त्यौहार खुशहाली थी । ************* पर्व - त्यौहार का सिलसिला शुरू थोड़े दिनों पे... Hindi · हाइकु 8 2 645 Share Previous Page 8 Next