Ajit Kumar "Karn" 600 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next Ajit Kumar "Karn" 10 Apr 2022 · 1 min read "नेह" 🌹"नेह"🌹 🌷🌷🌷🌷 नेह की धुरी पे ही सारा संसार टिका है , जीवन जीने का हर इक सार टिका है , क्यूॅं ना नेह के फूल हम यूॅं बरसाते चलें... Hindi · मुक्तक 5 238 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Apr 2022 · 1 min read "दुआ" 🙌 "दुआ" 🙌 🙏🙏🙏🙏🙏 उन गरीबों के लिए "दुआ" मांगो, रहने के लिए जिन्हें कोई घर नहीं। उस दुखित परिवार का भला सोचो, जिस परिवार का कोई फ्यूचर नहीं। (... Hindi · कोटेशन 5 247 Share Ajit Kumar "Karn" 9 Apr 2022 · 1 min read "मैंने दिल तुझको दिया" 🌹"मैंने दिल तुझको दिया"🌹 🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲 तीरे नयन से तूने जो इतना घायल किया, ऑंखोंं से कुछ कहके नित पागल किया , इस ठहरे हुए दिल में कुछ हलचल किया, तभी... Hindi · कविता 5 551 Share Ajit Kumar "Karn" 9 Apr 2022 · 1 min read "विहग" 🐦 "विहग" 🐦 🐦🐦🐦🐦🐦 विहग की तरह पर मुझे भी होते। तो आसमान में हम उड़ रहे होते। स्वच्छंद, उन्मुक्त उड़ान के जरिए , हमारे ख़्वाबों में पंख लग रहे... Hindi · मुक्तक 6 2 563 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Apr 2022 · 1 min read "सूखा गुलाब का फूल" 🌹सूखा गुलाब का फूल🌹 🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲 मेरी पुरानी किताब के पन्नों के बीच , रखा मिला मुझे "सूखा गुलाब का फूल"। रहा था जो अपनी ओर मुझे खींच , प्यारा, मुर्झाया... Hindi · कविता 7 837 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Apr 2022 · 1 min read "एक नई सुबह आयेगी" "एक नई सुबह आयेगी" ******************* एक नई सुबह आयेगी , अपने को अपनों से मिलाएगी, ना कोई वैर भाव होगा , ना कोई ईर्ष्या द्वेष होगा , ना कोई तिमिर... Hindi · कविता 5 732 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Apr 2022 · 1 min read "जुनून" "जुनून" !!!!!!!!!!! दिल में हो जोश, जुनून व जज़्बा। तो सफलता है निश्चित हर मर्तबा। लक्ष्य चाहे कितना भी कठिन हो , मिलकर रहेगा ज़िंदगी का फलसफा। © अजित कुमार... Hindi · मुक्तक 5 245 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Apr 2022 · 1 min read "साहित्यकार भी गुमनाम होता है" "साहित्यकार भी गुमनाम होता है" !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! ज्यों मैंने आवाज़ उठाई , 'पर' ही मेरा कतर दिया । अपनी लाज बचाना चाहा, झट से लज्जित कर दिया। अरे , न्याय ही... Hindi · कविता 4 812 Share Ajit Kumar "Karn" 5 Apr 2022 · 1 min read "दुआ" 🙌 "दुआ" 🙌 ************* हे ईश्वर ! सबको दे दो तुम ऐसी दुआ । किसी को लगे ना किसी की बददुआ । प्रेम, विश्वास, संवेदना हो सबके लिए , सबके... Hindi · मुक्तक 4 255 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Apr 2022 · 1 min read *मजबूर* *मजबूर* °°°°°°°°° सबका ही आदर सत्कार करें। ना कभी किसी का दुत्कार करें। ना करें किसी को इतना मजबूर, कि वो आपका ही अपकार करे। © अजित कुमार "कर्ण" ✍️... Hindi · मुक्तक 6 2 283 Share Ajit Kumar "Karn" 1 Apr 2022 · 1 min read "घुटन" "घुटन" ===== आज स्वच्छ वायु इतना दुर्लभ हो गया , कि इंसान का सांस लेना भी दूभर हो गया। शहरों में प्रदूषण का प्रकोप खूब बढ़ गया , बात-बात में... Hindi · कोटेशन 5 2 243 Share Ajit Kumar "Karn" 31 Mar 2022 · 1 min read "जब लगा वक्त थम सा गया" "जब लगा वक्त थम सा गया" !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! घर था मेरा जब एक छात्रावास , उस वक्त पढ़ता था, नौवीं क्लास , स्कूल नहीं जा सका,था जो उदास, यकायक शिक्षक आ... Hindi · कविता 5 255 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Mar 2022 · 1 min read "अमिट" "अमिट" """""""""" कर्तव्यपरायणता हर नागरिक का धर्म व ईमान है। पर अनेकों इस नेक कार्य से बिल्कुल ही अंजान है। उचित व सात्विक भाव से जिसने थामा इस डोर को,... Hindi · मुक्तक 4 194 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Mar 2022 · 1 min read "आत्मा" "आत्मा" ====== हर मानव का शरीर नश्वर है । परंतु आत्मा अजर, अमर है । तन पंचतत्व में विलीन होता , पर आत्मा तो रहता प्रखर है । ©अजित कुमार... Hindi · मुक्तक 4 256 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Mar 2022 · 1 min read "बोलती ऑंखें" 👁️👁️ 👁️👁️ "बोलती ऑंखें" 👁️👁️ 🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲 ज़माने से जब इतना ऊब जाते हैं, अधिकार तक छीन लिए जाते हैं , हर बात पर ही ताने दिए जाते हैं , दिल में... Hindi · कविता 4 229 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Mar 2022 · 1 min read "प्रफुल्लित" "प्रफुल्लित" ???? ऐसा इक जहाॅं, हो मन सबका प्रफुल्लित , भूल कर गिले-शिकवे , रहें सब आनंदित । सत्कर्म, सदाचरण व विश्वास की डगर हो , शांति व समृद्धि में... Hindi · मुक्तक 4 538 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Mar 2022 · 1 min read "परिमल" "परिमल" ??? अपने ज्ञान का परिमल जग में इतना डालो। एक अलग खूबसूरत सी दुनिया बना डालो। सुरभित हो हर चमन , उपवन इस जहाॅं में , हर चमन का... Hindi · मुक्तक 4 430 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Mar 2022 · 1 min read "बिनाई" "बिनाई" ??? हो नज़र-ए-इनायत ही हरेक दृष्टि , करुणा रूपी बिनाई की अतिवृष्टि , ख़ुलूस-ए-दिल हो जनमानस का , तो बाग बाग खिल उठे ये प्रकृति। ~अजित कुमार "कर्ण" ✍️... Hindi · मुक्तक 4 283 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Mar 2022 · 1 min read "दयार" "दयार" ??? दयार समृद्ध होगा , हर कोई खुशहाल होगा। अन्यथा गम के आंसू संग जनता बेहाल होगा। रहें जहाॅं भी , पूरा तन मन समर्पण हो जाए , बेशक,भारतवर्ष... Hindi · कोटेशन 5 414 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Mar 2022 · 1 min read "ज़ीनत" "ज़ीनत" ??? ज्ञान , विवेक व सद्कर्म ही होगा जब इंसान का ज़ीनत, मानवता की राह ना कर पाएगा अवरूद्ध कभी नफ़रत। परोपकार, दया, धर्म के साथ फैलेगा चहुॅंओर उजियारा,... Hindi · कोटेशन 6 422 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Mar 2022 · 1 min read "परछाई" "परछाई" ??? बरगद विटप की ही तरह हो अगर परछाई । प्रतिच्छाया से जो करता सबकी ही भलाई । अविरल सा अवशोषित करता उष्णता को , ठंडक से प्यास बुझा,... Hindi · कोटेशन 4 371 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Feb 2022 · 1 min read "महजबीं" "महजबीं" __________ कल रात ख़्वाबों में आई थी एक हमनशीं । खूबसूरत सी, प्यारी सी जैसे कोई महजबीं । चाॅंद भी सामने पड़ जाए उनके थोड़ी फीकी , ऐसी ही... Hindi · कोटेशन 7 4 418 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Feb 2022 · 1 min read "ऋतुराज वसंत" "ऋतुराज वसंत" ????? माघ मास आए जब ऋतुराज वसंत। हो जाए सर्दी व शरद ऋतु का अंत । हरियाली युक्त धरा सजी दुल्हन सी , तरु नव किसलय सरसों टेसू... Hindi · मुक्तक 7 4 778 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Feb 2022 · 1 min read "नुमाइश" "नुमाइश" ??? नुमाइश इतनी ना हो कि हकीकत ही बदल जाए । आते-जाते, अपने पराए सबके दिल से उतर जाए। नक़ाब चेहरे का जिस दिन उतारने को मजबूर होंगे, उस... Hindi · मुक्तक 7 4 369 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Feb 2022 · 1 min read "वरदान" "वरदान" ##### ??"वरदान"?? ??????? माॅं "सरस्वती" हमें "वरदान" ऐसा दीजिए। हर अज्ञानी को "प्रसाद"' ज्ञान का दीजिए। सच्चाई की राह पे जगत का कल्याण हो, ऐसी ही युक्ति जन-जन में... Hindi · मुक्तक 5 383 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Feb 2022 · 1 min read "फुर्क़त" "फुर्क़त" ??? कुछ पल की फुर्क़त है झेलना मुश्किल । जब एक ही धड़कन में धड़कते दो दिल। तलाशती रहती है निगाहें अपलक तुम्हें ; जब तक फिर से ना... Hindi · मुक्तक 6 2 558 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Feb 2022 · 1 min read "मुद्दत" "मुद्दत" ??? मुद्दत बाद भी सूरत नहीं बदला जा सका देश का ! सरकार भले ही भाजपा की रही हो या कांग्रेस का ! आजादी संग आशाएं जगी थी सबकी... Hindi · कोटेशन 4 721 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Feb 2022 · 2 min read अगर तू ना होती ! ?अगर तू ना होती !? ??????? मेरी माॅं, अगर तू ना होती ; मेरा अस्तित्व भी ना होता ; तुझसे ही तो है वजूद मेरा ; तेरे बिन हम कुछ... Hindi · कविता 7 2 543 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Feb 2022 · 1 min read "वरदान" ?? "वरदान" ?? ??????? आज का विषय जब 'वरदान' है । लेते इसका शब्दार्थ हम जान हैं । देवता,ऋषियों आदि से प्राप्त वर; जो आते बहुत ही हमारे काम हैं।।... Hindi · कविता 5 412 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Jan 2022 · 2 min read "नौ मुक्तक" : ( पतंग ) "नौ मुक्तक" : ( पतंग ) ############# ??"पतंग"?? (१) सुन ''पतंग'' का नाम, उमड़ते दिल में अरमान। हर जन का मन विचरे कि वो छू ले आसमान। परस्पर सहयोग और... Hindi · मुक्तक 7 4 629 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Jan 2022 · 2 min read "मजबूर" "मजबूर" ??? हिय ख्वाहिशें अनंत ही पलती हैं ! ख़्वाब भी तो हज़ारों में सजते है ! दिन-रात जो उड़ान हेतु विचरती है ! पर हक़ीक़त कुछ और ही होती... Hindi · कविता 4 378 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Jan 2022 · 1 min read "मुक्तक" : ( यूॅं किसी की भावनाएं.... ) "मुक्तक" : ( यूॅं किसी की भावनाएं.... ) ?️??️??️??️??️??️ आजकल कोई भी किसी को न पूछ रहे ! बस, सदैव अपनी ही हित उन्हें सूझ रहे ! यूॅं किसी की... Hindi · मुक्तक 6 386 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Jan 2022 · 1 min read "मुक्तक" : ( कड़ाके की ठंड ) "मुक्तक" : ( कड़ाके की ठंड ) ?️?️?️?️?️?️?️?️ पर रही है इस सर्दी में कड़ाके की ठंड । हल्की रजाई से ना हो रही इसकी अंत । दिन में नभ... Hindi · मुक्तक 5 2 405 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jan 2022 · 2 min read क्या हम भी उनसे कुछ अपेक्षा करते हैं? क्या हम भी उनसे कुछ अपेक्षा करते हैं? ??????????? हम पर भरोसा तो सभी करते हैं.... हमारी राह सदा वे आसान करते हैं , हमारे लिए खुद ही कितने कष्ट... Hindi · कविता 7 2 390 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Jan 2022 · 1 min read "अच्छी सीरत नहीं" "अच्छी सीरत नहीं" ?????? लोगों के बात की उतनी कीमत नहीं । सदैव होती उनकी कम फजीहत नहीं । ना दिखती सुधार की कोई भी प्रवृत्ति , सूरत से सुंदर... Hindi · मुक्तक 4 414 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Jan 2022 · 2 min read "स्वतंत्र" ( संस्मरण ) ?"स्वतंत्र" ( संस्मरण )? ???????? मैं आरंभ से ही पारिवारिक माहौल में जीने में विश्वास रखता हूॅं । बचपन में माता पिता का प्यार मेरे लिए ख़ास मायने रखता था... Hindi · लघु कथा 5 2 553 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Jan 2022 · 1 min read चापलूसों का ही तो ज़माना है ! चापलूसों का ही तो ज़माना है ! ???????? चापलूसों का ही तो ज़माना है। चापलूसों ने हार कब माना है।। जहाॅं जाओ चापलूस मिल जाते ! किये कराए पर पानी... Hindi · कविता 6 6 687 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Jan 2022 · 1 min read अनुभव बड़े काम की चीज़ है ! अनुभव बड़े काम की चीज़ है! ???????? अनुभव बड़े काम की चीज़ है ! आप जितना भी ज्ञानी हो जाएं.... पर जो आपके पास अनुभव नहीं ! तो वे सारे... Hindi · कविता 6 4 473 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Jan 2022 · 1 min read ग़म से कभी ना घबराएं ! ग़म से कभी ना घबराएं ! ??????? ग़म से कभी भी ना घबराएं , ये हमें आगे तक ले जाते हैं ! मन भटकाव से सदा दूर रख , कार्यों... Hindi · कविता 4 434 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Jan 2022 · 1 min read हुआ साहित्य का ह्रास ! हुआ साहित्य का ह्रास ! ?✍️?✍️?✍️? किसी प्रतियोगिता में लिया था भाग मैं आज ! सृजन करी थी मैंने दिए विषय पे कुछ ख़ास ! टकटकी लगा रखा था मैंने... Hindi · कविता 4 512 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Jan 2022 · 1 min read कल रहूॅं ना रहूॅं ! कल रहूॅं ना रहूॅं ! ========== बचपन से ही कितने , ख़्वाब संजोए थे हमने ! अपनों के संग मिलकर , अनेक सपने बुने थे हमने !! बड़ी ही शिद्दत... Hindi · कविता 4 4 498 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Jan 2022 · 2 min read "पहचान" "पहचान" ====== शुरू होती जब कभी कोई नई कहानी , सभी पात्रों को पड़ती है पहचान बतानी । किरदार तो निभाते सभी उस रंगमंच में... पर अहम वो हैं जिसने... Hindi · कविता 7 4 582 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Jan 2022 · 1 min read आज कुछ ऐसा हुआ ! आज कुछ ऐसा हुआ ! ?????? आज कुछ ऐसा हुआ ! वो मुझपे गुस्सा हुआ ! निरंतर यह सोच रहा.... ऐसा क्यों किस्सा हुआ ?? स्वरचित एवं मौलिक । अजित... Hindi · मुक्तक 4 430 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Jan 2022 · 1 min read हर सपने इस वर्ष पूरे हों ! हर सपने इस वर्ष पूरे हों ! ??????? इक नया साल फ़िर आ चुका है , इक नई-सी शुरुआत ला चुका है ! बीते वर्ष से ख़ास सबक लेकर.... सबके... Hindi · कविता 5 2 529 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक": ( मेरी समझ में.... ) "मुक्तक": ( मेरी समझ में.... ) ???????? मेरी समझ में ये नहीं आ रहा ! वो मुझे इतना क्यों समझा रहा ! उसे तो ये पता ही नहीं होगा.... कि... Hindi · मुक्तक 8 5 523 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Dec 2021 · 1 min read भले कोई भी विजेता हो जाए... भले कोई भी विजेता हो जाए.... ????????? हर कोई मैदान में कूद पड़े हैं ! इरादे पे अपने वे ख़ूब अड़े हैं ! भले कोई भी विजेता हो जाए... पर... Hindi · मुक्तक 6 319 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Dec 2021 · 2 min read किस्मत में उतार-चढ़ाव ही तो जीवन है ! किस्मत में उतार-चढ़ाव ही तो जीवन है ! ??????????? माना कि ज़िंदगी से हैं आप परेशान ! नहीं हो रहा समस्याओं का समाधान ! खड़े कर रहा कोई न कोई... Hindi · कविता 5 903 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक" : ( सबकी आशाएं.... ) "मुक्तक" : ( सबकी आशाएं.... ) ????????? सबसे ही जुड़ी सबकी आशाएं हैं ! पूरी गर ना हों तो होती निराशाएं हैं ! सभी एक दूसरे का ख़्याल जो रखें...... Hindi · मुक्तक 7 530 Share Ajit Kumar "Karn" 26 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक": ( कोई मेहनत से हासिल....) "मुक्तक": ( कोई मेहनत से हासिल....) ??????????? मुझे तो बहुत ही खुशी हो रही है ! उन्हें भी खूब खुशी जो मिल रही है ! कोई मेहनत से हासिल कुछ... Hindi · मुक्तक 6 6 312 Share Ajit Kumar "Karn" 21 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक" : ( कुछ ऐसा करते हैं ) "मुक्तक" : ( कुछ ऐसा करते हैं ) ????????? चलो आज हम कुछ ऐसा करते हैं । सबकी अपेक्षाओं पे खड़े उतरते हैं । ख़्वाब जो दिल में उमर -... Hindi · मुक्तक 4 411 Share Previous Page 7 Next