Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Nov 2021 · 1 min read

वरना हार स्वीकारना होगा !

वरना हार स्वीकारना होगा !
????????

देश को खोखला कर रहे तत्वों को पहचानना होगा ।
ऊंच नीच का भेद करनेवालों को ललकारना होगा ।
वरना इस महान देश की मूल पहचान धूमिल होगी ,
फिर हमें सपनों को त्यागकर हार स्वीकारना होगा ।।

स्वरचित एवं मौलिक ।
सर्वाधिकार सुरक्षित ।
अजित कुमार “कर्ण” ✍️✍️
किशनगंज ( बिहार )
दिनांक : 28 नवंबर, 2021.
“”””””””””””””””””””””””””””””””
?????????

Language: Hindi
6 Likes · 6 Comments · 546 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
धनवान -: माँ और मिट्टी
धनवान -: माँ और मिट्टी
Surya Barman
लड़की
लड़की
Dr. Pradeep Kumar Sharma
इन चरागों का कोई मक़सद भी है
इन चरागों का कोई मक़सद भी है
Shweta Soni
ऊपर चढ़ता देख तुम्हें, मुमकिन मेरा खुश होना।
ऊपर चढ़ता देख तुम्हें, मुमकिन मेरा खुश होना।
सत्य कुमार प्रेमी
गरीब और बुलडोजर
गरीब और बुलडोजर
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मैं हूँ के मैं अब खुद अपने ही दस्तरस में नहीं हूँ
मैं हूँ के मैं अब खुद अपने ही दस्तरस में नहीं हूँ
'अशांत' शेखर
अरे मुंतशिर ! तेरा वजूद तो है ,
अरे मुंतशिर ! तेरा वजूद तो है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
नमः शिवाय ।
नमः शिवाय ।
Anil Mishra Prahari
शुभह उठता रात में सोता था, कम कमाता चेन से रहता था
शुभह उठता रात में सोता था, कम कमाता चेन से रहता था
Anil chobisa
आरती करुँ विनायक की
आरती करुँ विनायक की
gurudeenverma198
कागजी फूलों से
कागजी फूलों से
Satish Srijan
परमूल्यांकन की न हो
परमूल्यांकन की न हो
Dr fauzia Naseem shad
श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर
श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर
Sanjay ' शून्य'
शब्द भावों को सहेजें शारदे माँ ज्ञान दो।
शब्द भावों को सहेजें शारदे माँ ज्ञान दो।
Neelam Sharma
■ खरी-खरी...
■ खरी-खरी...
*Author प्रणय प्रभात*
3218.*पूर्णिका*
3218.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*कहाँ साँस लेने की फुर्सत, दिनभर दौड़ लगाती माँ 【 गीत 】*
*कहाँ साँस लेने की फुर्सत, दिनभर दौड़ लगाती माँ 【 गीत 】*
Ravi Prakash
रास्ते है बड़े उलझे-उलझे
रास्ते है बड़े उलझे-उलझे
Buddha Prakash
मुहब्बत ने मुहब्बत से सदाक़त सीख ली प्रीतम
मुहब्बत ने मुहब्बत से सदाक़त सीख ली प्रीतम
आर.एस. 'प्रीतम'
मैं भी आज किसी से प्यार में हूँ
मैं भी आज किसी से प्यार में हूँ
VINOD CHAUHAN
सौंदर्य छटा🙏
सौंदर्य छटा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
!! घड़ी समर की !!
!! घड़ी समर की !!
Chunnu Lal Gupta
"तब तुम क्या करती"
Lohit Tamta
" यादों की शमा"
Pushpraj Anant
उलझ नहीं पाते
उलझ नहीं पाते
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
कुछ मज़ा ही नही,अब जिंदगी जीने मैं,
कुछ मज़ा ही नही,अब जिंदगी जीने मैं,
गुप्तरत्न
वार्तालाप
वार्तालाप
Shyam Sundar Subramanian
मोहब्बत शायरी
मोहब्बत शायरी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...