Ajit Kumar "Karn" Language: Hindi 334 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next Ajit Kumar "Karn" 17 Jul 2021 · 1 min read हम ग़लत को बर्दाश्त नहीं करते हैं ! हम ग़लत को बर्दाश्त नहीं करते हैं ! ✓✓✓✓✓✓✓✓✓✓✓✓✓✓ हम सब कुछ ही देख रहे हैं, ग़लत पर नज़र भी रख रहे हैं, पर कुछ भी नहीं कह रहे हैं,... Hindi · कविता 7 660 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- कितनी भोली प्यारी है.... "मुक्तक"-- कितनी भोली प्यारी है.... ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कितनी भोली प्यारी है वो नन्ही-सी परी। परंतु बातें करतीं वो कितनी बड़ी-बड़ी । सभी चकित हैं उसकी प्यारी बातें सुनके, मेरी भी उससे... Hindi · मुक्तक 5 721 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Jun 2021 · 1 min read वो तो सच में ही है एक फूल वो तो सच में ही है एक फूल ???????? वो तो सच में ही है एक फूल । गई थी वो तो मुझको भी भूल। पर उसूल की इतनी पक्की... Hindi · मुक्तक 5 659 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Jun 2021 · 1 min read पाठकों की कब क्या हो पसंद.... पाठकों की कब क्या हो पसंद.... ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ पाठकों की कब क्या हो पसंद , मुझे कुछ पता ही नहीं चल पाता ! कर लेते हैं ऑंखें वो अपनी बंद ,... Hindi · कविता 5 4 1k Share Ajit Kumar "Karn" 28 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- ( छात्र-जीवन ) "मुक्तक"-- ( छात्र-जीवन ) ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ संघर्षरत छात्र को भविष्य के लिए एक ही सुझाव है। छात्र-जीवन उनके कैरियर का महत्वपूर्ण पड़ाव है। जो इस मोड़ पे लगन व मेहनत से... Hindi · मुक्तक 5 597 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Jun 2021 · 1 min read कौन सही, कौन ग़लत ! कौन सही, कौन ग़लत ! =============== कौन सही है, और कौन ग़लत , इसका फैसला ना लें इतनी जल्द ! जब कभी हो जाए अच्छे से फुरसत , तो कर... Hindi · कविता 6 736 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Jun 2021 · 1 min read कहाॅं गई बाज़ार की वो चमक धमक ! कहाॅं गई बाज़ार की वो चमक धमक ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कहाॅं गई बाज़ार की वो चमक धमक। जब से कोरोना ने दी है इक दस्तक । व्यवसायी की हालत तो अभी... Hindi · मुक्तक 4 467 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Jun 2021 · 2 min read अपनों के करीब आ जाओ न ! अपनों के करीब आ जाओ न ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ इतना क्यों घबराते हो.... शांत भी हो जाओ न ! सभी तो अपने ही हैं यहाॅं , अपनों के करीब आ जाओ... Hindi · कविता 8 4 691 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Jun 2021 · 1 min read कितना गुरूर है तेरे अबोध भक्तों को ! कितना गुरूर है तेरे अबोध भक्तों को ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ हे ईश्वर ! हे ईश्वर !! कितना गुरूर है तेरे अबोध भक्तों को तू ही अब उसे कुछ समझाओ ना !!... Hindi · कविता 6 2 747 Share Ajit Kumar "Karn" 26 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- एक ऐसा वक्त तो आएगा ! "मुक्तक"-- एक ऐसा वक्त तो आएगा ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ एक ऐसा वक्त तो आएगा । वक्त का उत्तर वक्त दे जाएगा । मुझे उसी दिन का इंतज़ार है , वक्त का... Hindi · मुक्तक 9 495 Share Ajit Kumar "Karn" 26 Jun 2021 · 1 min read फ़र्क कथनी और करनी में फ़र्क कथनी और करनी में बहुत बड़ा फ़र्क होता सबकी कथनी और करनी में ठीक उसी तरह जितना अंबर और अवनि में गर हमें आस्था है इतनी अपनी सभ्यता, संस्कृति... Hindi · कविता 10 730 Share Ajit Kumar "Karn" 26 Jun 2021 · 1 min read जंगल का दृश्य ही अलग था ! जंगल का दृश्य ही अलग था ! *********************** कल एक ख़ास पल आया ! मुझे ऐसा कुछ याद आया ! जो मुझे जंगल में ले गया ! डर से पूरा... Hindi · कविता 8 441 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Jun 2021 · 2 min read विषय कुछ ख़ास हो ! विषय कुछ ख़ास हो ! ***************** गर कोई नई कविता लिखें भाव पर ध्यान संकेंद्रित रखें उसी भाव के इर्द-गिर्द ही रहें सिर्फ़ शब्दों का जमावड़ा न करें। शब्दों की... Hindi · कविता 10 8 862 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Jun 2021 · 1 min read कैसे बताऊं पिता की मजबूरियाॅं कैसे बताऊं पिता की मजबूरियाॅं..... ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कैसे बताऊं पिता की मजबूरियाॅं कितने लाचार होते हैं वो झेलके कितनी उलझन और दुष्वारियाॅं सपने साकार करते हैं वो । कैसे बताऊं पिता... Hindi · कविता 10 4 987 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Jun 2021 · 1 min read काश, जीवन का वो रहस्य.... काश, जीवन का वो रहस्य.... *********************** क्या है मेरी मजबूरियाॅं... तुम नहीं जान सकते ! मुझसे अपनी दूरियाॅं... तुम नहीं माप सकते !! हम किसी से कितने दूर हैं, या... Hindi · कविता 7 2 854 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- चाॅंद पे जाऊॅंगा.... "मुक्तक"-- चाॅंद पे जाऊॅंगा.... ?⭐?⭐?⭐?⭐ आज हमने सोचा था कि चाॅंद पे जाऊॅंगा। जाऊॅंगा और लौट के ना कभी आऊॅंगा । सचमुच,कितनी सारी खुशियाॅं होंगी वहाॅं पे, वहाॅं सितारों संग... Hindi · मुक्तक 6 605 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- जीवन का संगीत.... "मुक्तक"-- जीवन का संगीत.... ?⭐?⭐?⭐?⭐? जीत के हार जाना भी एक जीत है। इसी अदा से दुनिया में बची मीत है। कुछ पाने को कुछ खोना भी पड़ता है, इसी... Hindi · मुक्तक 8 2 926 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- ऐसी तेरी ज़िद है.... "मुक्तक"-- ऐसी तेरी ज़िद है.... ?⭐?⭐?⭐?⭐? ऐसी तेरी ज़िद है , पूरे गर कर दूॅं ! ख़्वाबों में तेरे चाॅंद सितारे भर दूॅं ! पर ऐसी ज़िद सदैव अच्छी नहीं... Hindi · मुक्तक 7 494 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Jun 2021 · 1 min read किसी से छुपी नहीं.... किसी से छुपी नहीं.... ?⭐?⭐?⭐ किसी से छुपी नहीं है तेरी बातें ! बीते दिनों की वो अहम मुलाकातें ! बीते सारे लम्हे कितने हसीन थे , अब तो रह... Hindi · मुक्तक 8 721 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Jun 2021 · 1 min read हमसे ना होगा ! हमसे ना होगा ! ************* इस तरह सहन करना हमसे ना होगा । अनैतिकता का वहन करना हमसे ना होगा ।। दर-दर भटकना हमसे ना होगा । पर जमके ज़हर... Hindi · कविता 9 2 585 Share Ajit Kumar "Karn" 21 Jun 2021 · 1 min read दादा और नाना का दीवाना ! दादा और नाना का दीवाना ! *********************** क्या ख़ास है उस तथाकथित नाना में ! जो लोग टूट पड़े हैं अनजान ख़ज़ाना में ! दादाजी पर तो लोग इतना ध्यान... Hindi · कविता 6 766 Share Ajit Kumar "Karn" 21 Jun 2021 · 1 min read पहले इजाज़त तो मिले ! पहले इजाज़त तो मिले ! ******************* लौटूंगा एक दिन.... याद मुझे करना ! जो रूठ गया तो.... प्यार मुझे करना !! इतने चन्द दिनों का अनुभव अच्छा रहा ! भले... Hindi · कविता 8 3 721 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jun 2021 · 1 min read मन का "महल" मन का "महल" *********** मन में अपनी महल एक ऐसी तैयार करें.... जो इतनी ऊंची हों , ऊंची-ऊंची उड़ानें भरकर ही उस ऊंचाइयों तक पहुॅंचा जा सके !! फिर खूबसूरत... Hindi · कविता 10 2 925 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"- नमन इस अवनि को ! "मुक्तक"- नमन इस अवनि को ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ आज ये धरती क्यों इतनी रो रही । प्राकृतिक धरोहरें भी हैं खो रही । अब से सचेत हो ही जाऍं हम सब... Hindi · मुक्तक 9 527 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"- योग, प्राणायाम.... "मुक्तक"- योग, प्राणायाम.... ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ योग , प्राणायाम स्वास्थ्य के लिए बेहतर है। व्यर्थ चिंतन, दवाब तो मानसिक रूप से जहर है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता, स्वास्थ्य... Hindi · मुक्तक 9 598 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jun 2021 · 2 min read पिता की यादें.... पिता की यादें.... ⭐⭐⭐⭐⭐ जब जब आती मुझे पिता की याद ! बस घूट के रह जाता हूॅं मैं चुपचाप ! चाह के भी तो कुछ कर नहीं सकता !... Hindi · कविता 9 6 941 Share Ajit Kumar "Karn" 19 Jun 2021 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल """""""" थोड़ा सा पीछे हूॅं , पर लौट के आना है । एक बार छाया तो वापस नहीं जाना है।। बस पाठक की अपेक्षा पर खड़े उतर जाएं। फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 2 480 Share Ajit Kumar "Karn" 19 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"- मैंने जो पूछा.... "मुक्तक"- मैंने जो पूछा.... ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ मैंने जो पूछा उसका हाल । उसने चल दी इक ऐसी चाल । मुझे तो कुछ समझ नहीं आया , उसने निकाले बाल की खाल... Hindi · मुक्तक 7 2 483 Share Ajit Kumar "Karn" 18 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"- बचपन की याद.... "मुक्तक"- बचपन की याद.... ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ बचपन की याद मुझे जब आती है। बचपन में ही मुझको ले जाती है । यूॅं ही बचपन को नहीं भूल सकता , इस उम्र... Hindi · मुक्तक 7 723 Share Ajit Kumar "Karn" 18 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"- अरमां संग ले गई ! "मुक्तक"- अरमां संग ले गई ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ तुम क्यों मुझसे यूॅं ही खफ़ा हो गई। बीच राह में इस तरह ज़ुदा हो गई । तू साथ होती, बात कुछ और... Hindi · मुक्तक 7 333 Share Ajit Kumar "Karn" 18 Jun 2021 · 1 min read जो गलतियाॅं हुईं सो हुई ! जो गलतियाॅं हुईं सो हुई ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कल जो गलतियाॅं हुईं सो हुई ! उस पर आज पछताना क्या ! ना करें कोई भी गलती अभी से , जान -... Hindi · कविता 8 2 1k Share Ajit Kumar "Karn" 17 Jun 2021 · 2 min read हाई स्कूल था मेरा गंगा किनारे ! हाई स्कूल था मेरा गंगा किनारे ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ हाई स्कूल था मेरा गंगा किनारे ! जाता था दोस्तों संग उसमें नहाने ! सप्ताह में एक दिन रुख करता था ,... Hindi · कविता 12 7 932 Share Ajit Kumar "Karn" 17 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( अल्हड़ बचपन ) "मुक्तक"- ( अल्हड़ बचपन ) ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ अल्हड़ बचपन था मेरा, क्या बताऊॅं हाल। ना कोई ढंग था और ना ही कोई चाल । यूॅं ही दोस्तों संग मस्ती करता फिरता... Hindi · मुक्तक 5 2 744 Share Ajit Kumar "Karn" 17 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( इस जीवन का हाल ) "मुक्तक"- ( इस जीवन का हाल ) ????????? इस जीवन का हाल मैं क्या कहूॅं ! बात - बात में जहर पीकर रहूॅं ! जो आज है वो कल तो... Hindi · मुक्तक 5 2 331 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Jun 2021 · 1 min read हसीं ख़्वाबों में ! हसीं ख़्वाबों में ! """""""""""""""""" आज मुझे मन नहीं लग रहा ! याद मुझे है कोई कर रहा ! मन मेरा बहुत कुछ कह रहा ! न जाने ये कहाॅं-कहाॅं... Hindi · कविता 6 2 462 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- पल वो कितना अजीब था ! "मुक्तक"-- पल वो कितना अजीब था ! """"""""""""""""""""""""""""""""""""""""" पल वो कितना अजीब था। जब मैं उसके करीब था । दिन-रात देखता सपने , वो तो मेरा नसीब था ।। _... Hindi · मुक्तक 4 463 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Jun 2021 · 1 min read बच्चों का भविष्य अधर में ! बच्चों का भविष्य अधर में ! """"""""""""""""""""""""""""""" इस कोरोना महामारी ने , कितना उत्पात मचाया है ! बच्चों का सुनहरा भविष्य ही , बहुत ही अधर में डाला है !!... Hindi · कविता 9 4 963 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Jun 2021 · 2 min read प्रतियोगिता का प्रथम स्थान ! प्रतियोगिता का प्रथम स्थान ! """"""""""""""""""""""""""""""""" जिसने दिखाई हो करतब , लगा दी हो अपनी जान ! जो भी हों शब्दों से विद्वान ! शब्दों को अलंकृत करके , जिसने... Hindi · कविता 8 4 1k Share Ajit Kumar "Karn" 15 Jun 2021 · 1 min read बहुत संघर्ष किया हम सब ने ! बहुत संघर्ष किया हम सब ने ! """""""""""""""""""""""""""""""""" बहुत संघर्ष किया हम सब ने। हर नियम का पालन किया हमने। भले सफलता मिले या ना मिले.... पर धैर्य और साहस... Hindi · कविता 8 2 850 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Jun 2021 · 1 min read ख़्वाबों की दुनियाॅं का सच ! ख़्वाबों की दुनियाॅं का सच ! """"""""""""""""""""""""""""""" बैठा था इक दिन शांत में.... खोया हुआ था अरमान में.... इसमें इतना डूब चुका था.... जो ले गया मुझे आसमान में !!... Hindi · कविता 12 5 671 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Jun 2021 · 2 min read शर्तों पे आधारित प्यार.... शर्तों पे आधारित प्यार.... """""""""""""""""""""""""""" प्यार के देखे हमने रंग हज़ार ! ना कभी देखा शर्तों पे आधारित प्यार ! ईश्वर ना बनाएं कभी ऐसे ऐसे यार ! जो थोपे... Hindi · कविता 10 7 817 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- ज़िंदगी का ये सफ़र.... "मुक्तक"-- ज़िंदगी का ये सफ़र.... """""""""""""""""""""""""""""""""""""" ज़िंदगी का ये सफ़र तो है बड़ा ही सुहाना । हर पल जिसमें बनता आया हो इक फ़साना। देखें , आगे ये ले जाती... Hindi · मुक्तक 6 496 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Jun 2021 · 2 min read आश्चर्य तो तब होता है जब.... आश्चर्य तो तब होता है जब.... """"""""""""""""""""""""""""""""" आश्चर्य तो तब होता है जब.... लोग किसी अदने को पलकों पे बिठा लेते ! पर किसी ख़ास को ही नज़रों से गिरा... Hindi · कविता 10 4 705 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- मेरे सपनों में.... "मुक्तक"-- मेरे सपनों में.... """"""""""""""""""""""""""""" मेरे सपनों में कोई आया । खूबसूरत से खिलौने लाया । और उठा कर ले गया उस जगह , जहाॅं खुद को अकेला ही पाया... Hindi · मुक्तक 7 434 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Jun 2021 · 1 min read जीवन समर ! जीवन समर ! """"""""""""""" बहुत डर लगता है मुझे ! इतना पता था किसे ? कि महामारी आ जाएगी ! दुनिया ये उजड़ जाएगी !! स्थिति बहुत ही विकराल है... Hindi · कविता 8 2 759 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Jun 2021 · 1 min read ज़िंदगी सबकी अग्नि-परीक्षा ले रही ! ज़िंदगी सबकी अग्नि-परीक्षा ले रही ! """"""""""""""""""""""""""""""""""""""""" ज़िंदगी सबकी अग्नि-परीक्षा ले रही ! हर किसी को लगता है कि वो ही सही! सामने वाले की कोई सुनता ही नहीं !... Hindi · कविता 9 632 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Jun 2021 · 2 min read ग़रीबी एक अभिशाप है ! ग़रीबी एक अभिशाप है ! """""""""""""""""""""""""""" ग़रीबी एक अभिशाप है ! ग़रीबी एक संताप है ! ग़रीबों का जीवन बड़ा ही दु:खमय ! इसका हमें आभास है !! ग़रीबी की... Hindi · कविता 9 2 685 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- ( खेतों में हरियाली ) "मुक्तक"-- ( खेतों में हरियाली ) """"""""""""""""""""""""""""""""""" खेतों में बड़ी हरियाली है , सचमुच यहाॅं पे दीवाली है। दीपों में नहीं है तेल व घी , यह तो फसल की... Hindi · मुक्तक 6 561 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- पढ़-लिखकर भी.... "मुक्तक"-- पढ़-लिखकर भी.... """""""""""""""""""""""""""""""""" पढ़ - लिखकर भी कितने बेरोजगार यहाॅं , आज की शिक्षा-व्यवस्था में चमत्कार कहाॅं। आज बेरोजगार दर - दर भटक रहे हैं , पर सरकारों को... Hindi · मुक्तक 8 695 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Jun 2021 · 1 min read आहिस्ता-आहिस्ता.... आहिस्ता-आहिस्ता.... """"""""""""""""""""""""" आहिस्ता,आहिस्ता ही सही , गतिशील रहें नव चेतन से ! बनालें जीवन की राह अपनी , प्रगतिशील रहें अन्वेषण से !! जीवन में सदा आगे बढ़ते रहने में... Hindi · कविता 10 874 Share Previous Page 6 Next