ओनिका सेतिया 'अनु ' 2004 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Jul 2022 · 1 min read अपना घर चाहिए बस एक घर , जो अपना हो । ना हो कोई बेकद्र इंसान उसमें , बेशक जीवन हमारा तन्हा हो । Hindi · मुक्तक 137 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Jul 2022 · 1 min read एतबार गरज परस्त जहां में ए दिल , तू वफा की तलाश मत कर । यह जहां तेरा है ही नहीं , तू बस अपने खुदा पर एतबार कर । Hindi · शेर 176 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Jul 2022 · 1 min read दौलत और लियाकत लियाकत और हुनर छुप जाया करते है , आजकल दौलत के ताब में । सादगी और शराफत की कद्र ही कहां रही , आज के ज़माने में । Hindi · शेर 199 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Jul 2022 · 1 min read मेरे सुनहरे अतीत मेरे अतीत ! मेरे प्यारे सुनहरे अतीत ! बोलो ! मैं तुम्हें कैसे भूल जाऊं ? कैसे ? जब जब वर्तमान मेरे कंठ से हलाहल उतारे , जब जब मेरी... Hindi · कविता 1 2 355 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read जिंदगी दुखों से बोझिल है , कशमकश से भरी है, चाहे लाख खलल हो इसके रास्ते में , चाहे जैसी भी हो जिंदगी , मगर अभिशप्त नहीं है । मौसम है... Hindi · मुक्तक 214 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read जुदाई से तकरार बेहतर तकरार हो आपस में चाहे जितनी , मगर जुदाई की घड़ी कभी न आए। मनमुटाव हो तो दूर कर लो फौरन , देखो यह राई का पहाड़ न बन पाए। Hindi · मुक्तक 243 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read बस चंद बूंद की ख्वाइश क्यों खामख्वाह बाढ़ में , एक शहर को डूबो रहे हो । चंद बूंदे इस सूखी धरती पर भी डाल दो , जिसे एक बूंद के लिए तरसा रहे हो... Hindi · मुक्तक 1 2 136 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read खुदा को पहचानो । अपने कौम के प्रति वफादार बनते हो , पहले इंसान होने के नाते इंसान के तो , वफादार बन जाओ। हर जिस्म में समाया है नूर उसका, उस खुदा को... Hindi · मुक्तक 1 174 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read वतन परस्ती सबसे बड़ा मजहब वतन से गद्दारी करने की इजाजत , कोई मजहब नहीं देता । सबसे बड़ा मजहब वतनपरस्ती है , इससे बड़ा कोई मजहब नहीं होता । Hindi · शेर 1 188 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read मर्यादा में रहो .. तुम अपनी मर्यादा न लांघो, हम भी अपनी मर्यादा में रहेंगे । तुम हमारे धर्म पर टिप्पणी ना करो , हम भी तुम्हारे मजहब पर खामोश रहेंगे । तुम हमारे... Hindi · कविता 459 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read मझधार जब शासक हो कमजोर और निकम्मा , तो देश में अराजकता आ ही जाती है । एक माझी हो नासमझी तो , कश्ती मझधार में समा ही जाती हैं। Hindi · मुक्तक 142 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read जमीर की फटकार अपनी ही आवाम की नजरों से गिर कर , अब सुकून कहां से पायोगे? जमीर नहीं फटकारेगा तुम्हें , जब कभी आइना तुम देखोगे । Hindi · शेर 314 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read जमाने की हवा मर एक तारा आज फिर , और आकाश गंगाएं उसके इर्द गिर्द नृत्य कर रही , भला कोई पूछे इनसे , इन्हें भी जमाने की हवा कैसे लग गई? Hindi · मुक्तक 297 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read यह कैसा राष्ट्रपति ? पहले तो अपने ही घर आग लगाई , और फिर दामन छुड़ा कर चले गए। वाह रे श्रीलंका के राष्ट्रपति तुम ! देश को मुसीबत में डालकर भाग गए। Hindi · मुक्तक 110 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read हास्य के पात्र यह पप्पू की सेना । अधकचरे ज्ञान से क्यों , बनते हो तुम हास्य के पात्र। शासन करने की इच्छा तो रखते हो , पहले बनो तो इसके सुपात्र । देश के इतिहास ,सभ्यता ,संस्कृति... Hindi · कविता · हास्य 210 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read बरखा रानी तू कयामत है ... हम तेरा करते हैं बहुत , तुझे प्यार भी करते है बहुत । तेरे दीदार के लिए ए जालिम!, इंतजार करते है पूरे साल बहुत । तेरी फुहारों में भीगेंगे... Hindi · कविता 2 4 519 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Jul 2022 · 1 min read गुरु के अनेक रूप संतान जब जन्म ले , तब माता होती उसकी प्रथम गुरु । माता संस्कार सिखाती अपने संतान को । संतान जब कुछ बड़ी हो जाए , तो पिता होते द्वितीय... Hindi · कविता 3 2 971 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Jul 2022 · 1 min read सदगुरु की महानता सतगुरु ! तेरी महिमा कही न जाये , वेद ,पुराण ,ग्रन्थ सब लिख-लिख हारे , तुम ही हो महान इस सारे जगत में , हम दीनन के तुम ही हो... Hindi · मुक्तक 1 2 235 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Jul 2022 · 1 min read मेरे हमराज मेरे सतगुरु मुझे तो सरोकार है बस अपने सतगुरु से , इस जगत से मुझे भला क्या है लेना-देना , वह है हमराज़ ,हमदर्द ,परम मित्र मेरे , झूठे ,स्वार्थी रिश्तों का... Hindi · मुक्तक 1 2 102 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Jul 2022 · 1 min read गुरुभक्ति १, बांह गहि के हे मेरे सतगुरु कीजै भवसागर से पार, करूँ मैं कोटि-कोटि वंदना दीजो मम स्नेह -दुलार। २,हो जिसमें स्वारथ ,सच्ची कैसे जग की प्रीति ?, भोले -भाले... Hindi · दोहा 1 2 257 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Jul 2022 · 1 min read मुझे तो सदगुरु मिल गए .. मुझे तो सद्गुरु मिल गए ...... (भजन) बरसों से थी दिल में एक तमन्ना , आज पूरा हुआ वो मेरा सुन्दर सपना , मेरे तो भाग जग गए ....... मुझे... Hindi · गीत 4 5 526 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Jul 2022 · 1 min read गुरु है महान ( गुरु पूर्णिमा पर विशेष) गुरु है ब्रह्मा, गुरु है विष्णु , गुरु ही है महेश्वर । क्योंकि गुरु में ही है , इनका स्वरूप समाया, गुरु को शत शत नमस्कार । गुरु जी है... Hindi · कविता 1 4 283 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jul 2022 · 1 min read मतलबी दुनिया अच्छे दिन के हैं सभी साथी , दुख में न दे साथ कोई । श्रीलंका की बदहाली से मिला सबक , पूरे विश्व में न आया कोई आगे हाथ थामने... Hindi · मुक्तक 2 135 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jul 2022 · 1 min read श्रीलंका से सबक लो.. सरकार की कुव्यवस्था का नतीजा है , श्रीलंका में आई अराजकता । मेरे देश की सरकार ! हो जाओ सावधान , नियंत्रण में करो अपने हालातों को , अन्यथा यहां... Hindi · मुक्तक 4 185 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jul 2022 · 1 min read बेकार है मौत पर सोग मनाना.. जीतेजी तो कभी फुर्सत से बैठे भी नहीं हमारे करीब, और अब हमारी मौत का सोग मना रहे हो । कभी किसी गम में रोए तो रूमाल भी न दिया,... Hindi · मुक्तक 2 233 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jul 2022 · 1 min read नई रवायत चलो दोस्तों ! एक नई रवायत शुरू करते है , तुम हमारी गीता पढ़ो ,हम तुम्हारी कुरान पढ़ते है । तुम हमारी दिवाली मनाओ,हम तुम्हारी ईद मनाते हैं। तुम हमारा... Hindi · कविता 1 2 174 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jul 2022 · 1 min read तनिक विवेक से काम लीजिए .. यह समाज के धर्म के ठेकेदार , पंडित ,साधु ,मौलवी और पादरी , मनुष्यों को धर्म का उल्टा पाठ पढ़ा कर डराएं। अपने धर्म को सर्वश्रेष्ठ बताकर , और अन्य... Hindi · कविता 1 3 269 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jul 2022 · 1 min read आस्था और अंधविश्वास आस्था और अंधविश्वास है , भक्ति के विविध रूप । आस्था का प्रभाव तो , मनुष्यों को परस्पर जोड़े, परंतु अंधविश्वास का प्रभाव , मनुष्यों में अलगाव उत्पन्न करे ,... Hindi · कविता 2 118 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jul 2022 · 1 min read अरे ओ मेघा ! कब बरसेगा तू अरे ओ मेघा ! कब बरसेगा रे तू। क्या मुझे रुला कर ही बरसेगा तू। अब आ भी जा ,मेरे जी को न तरसा , लुंगी तेरी बलैयां अगर बरसेगा... Hindi · मुक्तक 2 87 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jul 2022 · 1 min read अब कौन सा जतन करूं कौन सा जतन करूँ ,करूँ कौन उपाए। तेरे बिन बरखा रानी ,कुछ न सुझाये। तेरे दर्शन को ऐसे तड़पूँ ,जैसे की मीन , क्यों तू मुझे एक बून्द के लिए... Hindi · मुक्तक 2 153 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jul 2022 · 1 min read दास्तान इंसान की ज़िंदगी की बस इतनी सी है दास्तान , दो घड़ी का मेला है और फिर सब सुनसान। छोटी सी ज़िंदगी है और बेशुमार हसरतें ,तौबा ! फानी है... Hindi · मुक्तक 1 4 144 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jul 2022 · 1 min read सब्र करो देशवासियों ज़रा रखो होंसला , दिन ज़िंदगी के ज़रूर बदलेंगे। लूटने वालों ने है अब तक लूटा , अब बसाने वाले भी आयेगे। बस थोड़ा सा और सब्र करलो ,... Hindi · मुक्तक 1 5 239 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jul 2022 · 1 min read गद्दारी हेतु मात्र मृत्यु दण्ड द्रोही तो द्रोही होते है , चाहे देश के हो या किसी धर्म के , जो अपनों के खिलाफ जाकर, किसी दुश्मन से जा मिलते हैं। द्रोहियों का इतिहास पुराना... Hindi · कविता 160 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jul 2022 · 1 min read बादल का रौद्र रूप मैने तो देखा सदा धरती के प्रति बादल का प्यार, कभी नहीं देखा था ऐसा रौद्र रूप ऐसा व्यवहार । लेकर आता था अंक में भरकर बारिश की बूंदें ,... Hindi · कविता 1 2 488 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jul 2022 · 1 min read अमन के दुश्मन यूं ही नहीं लगा करती आग , साम्प्रदायिकता की देश में। इसमें स्वार्थ का घी डालते नेता, और सुखी लकड़ियां डालते , धर्म के ठेकेदार डालते शैतान के वेश में... Hindi · मुक्तक 161 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jul 2022 · 1 min read वर्षा के बूंदों की बंदर बांट सुना था प्रकृति सब से समान व्यवहार करती है , अपने प्यार के रूप में सभी ऋतुएं समान बांटती है , मगर यह कलयुग है भाई ,इसके तेवर भी बदले... Hindi · कविता 1 6 208 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jul 2022 · 1 min read निर्लज्ज बारिश बारिश की आस लिए मन में मैने पकोड़े बनाए । मगर बारिश को हाय! इस पर भी रहम न आए । मजाल क्या है एक बूंद भी टपका दे आसमान... Hindi · मुक्तक 1 2 166 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jul 2022 · 1 min read बेजुबानों की कुर्बानी पाप है ना तुम अल्लाह की सुनते हो , ना ही ईश्वर की कही मानते हो , जो जी में आता है भला या बुरा , अपनी पूरी मनमानी करते हो ।... Hindi · कविता 1 103 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jul 2022 · 1 min read बकरे की कुर्बानी बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी , कभी न कभी उसकी संतान मारी जायेगी । वोह क्या जाने इंसानों की तबियत को , वो तो मात्र भोजन है उनका... Hindi · कविता 1 158 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jul 2022 · 1 min read कलयुगी बच्चे पहले जो रहते थे परिवार में छोटे बनकर , अब घर का मालिक बन कर रहने लगे हैं। बड़े तो बेचारे रहते डरे सहमे से दुबककर, और छोटे बात बात... Hindi · कविता 274 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jul 2022 · 1 min read जिंदगी का आखिरी सफर इंसान क्या जाने उसकी जिंदगी के , अगले मोड़ पर क्या होने वाला है ? ख्वाइशों और अरमानों का कारवां, लेकर वोह बस पहुंचने ही वाला है । उसे नहीं... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 679 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jul 2022 · 1 min read खिलौना जब चाहा प्यार जता लिया जब चाहा दुत्कार दिया , ऐसे लोग इंसान को समझते हैं खिलौने से जायदा कुछ भी नहीं. Hindi · शेर 1 1 185 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Jul 2022 · 1 min read हे प्रभु! तुमने यह क्या कर डाला ? जेहादियों से तो बच गए, परंतु प्राकृतिक आपदा ने मार डाला । तुम्हारे ही न्योते पर गए थे तुम्हारे दर्शन करने को , प्रभु ! तुमने यह क्या कर डाला?... Hindi · कविता 1 200 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Jul 2022 · 1 min read अमरनाथ के श्रद्धालुओं की अंतिम यात्रा। मौत लिखी थी भाग्य में , मरना तो यूं भी था । आतंकवादियों से बचाना चाहते थे, आगे महाकाल खड़ा था । बादल के रूप में आई थी , ना... Hindi · कविता 1 98 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Jul 2022 · 1 min read हमारा सूरत ए हाल तकदीर का पूछो ना हाल , इस जिंदगी के सफर ने कर दिया बेहाल , ना रुकते बने न चलते ही बने , अजीब कशमकश है खुदा की समझ न... Hindi · शेर 1 4 164 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Jul 2022 · 1 min read कुछ चिंतन मनन करो ना तुम कुरान की मानते हो , ना ही भागवत गीता की सुनते हो । अपनी सुविधा अनुसार जो ठीक लगे , वही कार्य तुम करते हो । अरे !... Hindi · कविता 1 2 259 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 Jul 2022 · 1 min read तुम गैर कबसे हो गए ?... तुम इतने गैर कब से हो गए , की हम तुम्हें दुश्मन से लगने लगे तुम में धार्मिक कट्टरता कब से आई , की खुद के धर्म को ही श्रेष्ठ... Hindi · कविता 5 9 498 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jul 2022 · 1 min read आपस में मत लड़ो मैं तेरी कुरान पढ़ूं , तुम मेरी गीता पढ़ो। मिलेगा सभी में एक हो संदेश , मिल कर रहो, आपस में मत लड़ो। Hindi · मुक्तक 1 2 321 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jul 2022 · 1 min read रिश्तों में सेंध हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई , आपस में है भाई भाई । फिर हमारे रिश्तों में , सेंध किसने और क्यों लगाई ? Hindi · कोटेशन 235 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jul 2022 · 1 min read विनाश काले बुद्धि विनाश काले बुद्धि , किसी ने ठीक ही कहा है । आज मनुष्य अपनी कब्र , खुद ही खोद रहा है । ईश्वर का अपमान करके, पर्यावरण को नष्ट करके,... Hindi · कविता 1 2 252 Share Previous Page 6 Next