Ram Krishan Rastogi Language: Hindi 1270 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next Ram Krishan Rastogi 27 Oct 2022 · 1 min read जमाना उड़ान को देखता है जमीन पर बैठ कर,क्यो आसमान को देखता है। पंख अपने ही फैला,जमाना उड़ान को देखता है।। कमाई दूसरे की देखकर,क्यो तू जलता है। कमाई अपनी ही कर,उसी से काम चलता... Hindi · कविता 2 3 229 Share Ram Krishan Rastogi 26 Oct 2022 · 1 min read कलयुगी दोहे कलयुगी दोहे ********** झूठ बराबर तप नही,सांच बराबर पाप। जाके हृदय झूठ है,ताके हृदय है आप।। रिश्वत लेना धर्म है,सच बोलना है पाप। दोनो को अपनाइए,मिट जाएंगे संताप।। माखन ऐसा... Hindi 2 4 574 Share Ram Krishan Rastogi 24 Oct 2022 · 1 min read दिवाली पर एक गरीब की इच्छा बनाकर दीये मिट्टी के,जरा सी आस पाली है। मेरी मेहनत को खरीदो,मेरे घर भी दिवाली है।। करता हूं मेहनत मै ,मुझे उसी का फल मिल जाए। कुछ ऐसा भी करो,मेरे... Hindi · कविता 2 4 361 Share Ram Krishan Rastogi 22 Oct 2022 · 1 min read पूनम की रात में चांद व चांदनी कल गगन में पूनम की रात होगी, साथ में तारो की बारात भी होगी, मिलन होगा चांद और चांदनी का, ऐसे में दोनो की मुलाकात होगी।। चांद की चांदनी से... Hindi 5 7 382 Share Ram Krishan Rastogi 20 Oct 2022 · 1 min read एक पत्नि की पाती पति के नाम बालम तेरे बाग में,आ गया आम पर बौर। जल्दी आ जाओ,नही आम खायेगा और।। सावन का महीना है साजन,घटा घिरी घनघोर। पत्नि तुम्हारी राह जोह रही,जाना कही न और।। सावन... Hindi 5 7 521 Share Ram Krishan Rastogi 19 Oct 2022 · 1 min read जो बात तुझ में है, तेरी तस्वीर में कहां जो बात तुझ में है,तेरी तस्वीर में कहां **************************** जो बात तुझ में है, तेरी तस्वीर मे कहां। तुझसे मिलन होगा,मेरी तकदीर में कहां।। तू है महलों की रानी,मै झोपड़ी... Hindi 4 6 373 Share Ram Krishan Rastogi 18 Oct 2022 · 1 min read अब न पछताओगी तुम हमसे मिलके 🌹गजल 🌹 अब न पछताओगी तुम हमसे मिल के, हमने भी होठ सी लिए है तुमसे मिल के।। अब न मिलेगे तुमसे अब कभी दुबारा, करीब न आयेगे अब तुम्हारे... Hindi · ग़ज़ल 5 9 272 Share Ram Krishan Rastogi 17 Oct 2022 · 1 min read ये दिल है जो तुम्हारा ये हंसी है जो तुम्हारी, वह जिंदगी है हमारी। ये दिल है जो तुम्हारा, वही तो है मेरा सहारा। ये आंखे है जो तुम्हारी, वही तो राह दिखा रही। ये... Hindi 3 5 544 Share Ram Krishan Rastogi 13 Oct 2022 · 1 min read प्रीत की आग लगाई क्यो तुमने प्रीत की आग लगाई क्यों तुमने। आग लगाकर बुझाई क्यों तुमने।। पास बुलाकर अपने दूर मुझे क्यों तुमने। पहले सताई ही हूं फिर सताई क्यों तुमने।। छोड़ दिए थे सारे... Hindi 2 3 214 Share Ram Krishan Rastogi 12 Oct 2022 · 1 min read हम रात भर यूहीं तरसते रहे बादल रात भर गरजते रहे। हम रात भर अकेले डरते रहे।। बादल आस्मां से बरसते रहे। हम रात भर यूंही तरसते रहे।। बिजली बादलों में चमकती रही। बिंदिया मेरी माथे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 275 Share Ram Krishan Rastogi 10 Oct 2022 · 1 min read मेरा दिल क्यो मचल रहा है मेरा दिल क्यो मचल रहा है, ये मौसम क्यो बदल रहा है। इस मौसम ने किया है जादू, अपने आप ये बहल रहा है।। कुंवार में सावन बरस रहा है,... Hindi · मुक्तक 2 2 349 Share Ram Krishan Rastogi 8 Oct 2022 · 1 min read अगर एक बार तुम आ जाते अगर एक बार तुम आ जाते, ये आंसू आंखो से रुक जाते। लगा लेती तुमको सीने से मै, सारे गमों के मैल धूल जाते।। विरह वेदना में मैं जलती हूं,... Hindi 2 3 355 Share Ram Krishan Rastogi 7 Oct 2022 · 1 min read तुम बिन आवे ना मोय निंदिया तुम बिन आवे ना मोय निंदिया, सूनी लागे है ये काजल बिंदिया। आन मिलो सजना अब तुम मेरे, चैन से आयेगी तभी ये निंदिया।। तुम बिन लागे है ये रात... Hindi · मुक्तक 6 6 409 Share Ram Krishan Rastogi 5 Oct 2022 · 1 min read रावण के मन की व्यथा अबकी बार दशहरे पर, रावण अदालत पहुंच गया, जज साहब से वह बोला, माई लॉर्ड,मेरे साथ भी तो, कुछ तो अब न्याय करो, वर्षो से अन्याय सह रहा हूं, अब... Hindi · हास्य व्यंग रचना 4 5 377 Share Ram Krishan Rastogi 4 Oct 2022 · 1 min read गुजर जाती है उम्र रिश्ते बनाने में गुजर जाती है उम्र,रिश्ते बनाने में। पर पल नही लगता इसे ठुकराने में।। वक्त लगता है,अपना घर बनाने में। पर पल नही लगता,इसे गिराने में।। उम्र खत्म हो जाती है,धन... Hindi · कविता 4 5 195 Share Ram Krishan Rastogi 2 Oct 2022 · 1 min read गुदडी के लाल, लालबहादुर शास्त्री छोटा कद पर सोच बड़ी थी, तेज सूर्य सा चमके था भाल। भारत मां के गौरव वे थे, कहलाए वे गुदड़ी के लाल।। देश के प्रति थी पूरी निष्ठा, कोई... Hindi · कविता 3 3 250 Share Ram Krishan Rastogi 28 Sep 2022 · 1 min read जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा। एक से नही,दासियों से इश्क लड़ाया होगा।। चेहरे पर गेसू फैलाकर,सबको बहकाया होगा। अपने खूबसूरत चेहरे को,ज़रूर छिपाया होगा।। जब तुमने सोलवा... Hindi 2 2 519 Share Ram Krishan Rastogi 26 Sep 2022 · 1 min read बिटिया दिवस क्यो समझते है, बेटी है पराया धन और बेटा है अपना धन। जबकि दोनो ही लेते है एक कोख से जन्म।। दोनो को एक घर,दोनो का एक आंगन, दोनो की... Hindi 4 3 419 Share Ram Krishan Rastogi 24 Sep 2022 · 1 min read प्रेम की पींग बढ़ाओ जरा धीरे धीरे प्रेम की पींग बढ़ाओ जरा धीरे धीरे। इसका रंग चढ़ाओ जरा धीरे धीरे।। रूठ जाऊं अगर तुमसे जिंदगी में। आकर मुझे मनाओ जरा धीरे धीरे।। पढ़ाती रहती हो दिन रात... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 314 Share Ram Krishan Rastogi 23 Sep 2022 · 1 min read तुम मुझे भुला ना पाओगे तुम मुझे भुला ना पाओगे, मेरे बिन तुम रह ना पाओगे। याद आती रहूंगी मैं तुमको, दिल से निकाल ना पाओगे।। कोशिश कर लो चाहे जितनी, मुझे तुम कभी हटा... Hindi 3 4 316 Share Ram Krishan Rastogi 22 Sep 2022 · 1 min read तुमको भी मिलने की चाहत थी तुमको भी मिलने की चाहत थी, मुझको भी मिलने की चाहत थी। पर मिल न सके हम दोनो कभी, ये अजीब ही दिल में चाहत थी।। कुछ स्वप्न मेरे धुंधलेे... Hindi 3 6 324 Share Ram Krishan Rastogi 21 Sep 2022 · 1 min read अगर तू नही है,ज़िंदगी में खालीपन रह जायेगा अगर तू नही है,जिंदगी में खालीपन रह जायेगा, दूर तक तन्हाइयों का,एक सिलसिला रह जायेगा। सुबह भी होगी,सूरज भी निकलेगा हर रोज, पर ये तेरा फूल,हमेशा अधखिला रह जायेगा। लहरे... Hindi · कविता/गीतिका 4 7 326 Share Ram Krishan Rastogi 20 Sep 2022 · 1 min read एक पाती पितरों के नाम लिखता हूं एक पाती पितरो के नाम, करता हूं कोटि कोटि उनको मै प्रणाम। किया था तुमने हमारा लालन पोषण, कभी न किया था हमारा तुमने शोषण। पढ़ा लिखा कर... Hindi · कविता 2 2 301 Share Ram Krishan Rastogi 19 Sep 2022 · 1 min read मुझे आज भी तुमसे प्यार है तुमसे बिछड़े वर्षो बीत गए, अभी भी मुझे तेरा इंतजार है, तेरी पुरानी यादों की चुभन, आज भी दिल में बरकरार है। मुझे आज भी तुमसे प्यार है।। लौट कर... Hindi · कविता 6 11 427 Share Ram Krishan Rastogi 18 Sep 2022 · 1 min read नायिका की सुंदरता की उपमाएं नाक है तेरी तोते जैसी, टमाटर जैसे तेरे है गाल। गर्दन तेरी सुराही जैसी, हिरणी जैसी तेरी चाल।। बाल है तेरे रेशम जैसे, होठ बने पंखुड़ी गुलाब। प्रभु ने फुर्सत... Hindi · कविता 2 2 728 Share Ram Krishan Rastogi 17 Sep 2022 · 1 min read जीवन की कुछ सच्चाईयां गैरों से क्या उम्मीद करे,जब अपने ही गैर हुए। जो पास कभी थे हमारे,वे भी अब दूर हुए।। अपनी तो किस्मत फूटी है,किसे अब हम दोष धरे। कर्म खराब किए... Hindi 5 6 281 Share Ram Krishan Rastogi 16 Sep 2022 · 1 min read ये कैसी तडपन है, ये कैसी प्यास है ये कैसी तडपन है,ये कैसी प्यास है, जो मेरे पास नही,उसी की आस है। जी रही हूं मै बस,उसी की आस में, कभी तो बुझेगी प्यास,यही आस है।। तुम ही... Hindi 2 2 411 Share Ram Krishan Rastogi 14 Sep 2022 · 1 min read हिन्दी दिवस जब तक हिन्दी पखवाड़ा चलता है, तब तक हिन्दी का प्रचार चलता है। हिन्दी का पखवाड़ा समाप्त होते ही, फिर पहले जैसा ही ढर्रा चलता है।। हर वर्ष हिन्दी दिवस... Hindi 1 1 233 Share Ram Krishan Rastogi 13 Sep 2022 · 1 min read तेरे मन मंदिर में जगह बनाऊं मैं कैसे तेरे मन मन्दिर में जगह बनाऊं मै कैसे, बिन बाती तेल के दीप जलाऊं मै कैसे। तड़फ तड़फ कर मर जाऊंगी मै बिन तेरे, पास नहीं तुम मेरे,अपना दर्द सुनाऊं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 6 573 Share Ram Krishan Rastogi 12 Sep 2022 · 1 min read राष्ट्रभाषा हिन्दी है हमारी शान राष्ट्रभाषा हिन्दी है हमारी शान, हम सब करते हैं इसका मान। सब भाषाओं में है सबसे न्यारी, बोलने में लगती है मधुर प्यारी।। बने गुलाम सब अंग्रेजी के आज, इसको... Hindi · कविता 5 6 284 Share Ram Krishan Rastogi 10 Sep 2022 · 1 min read कभी क्यो दिल जलाते हो तुम मेरा कभी क्यो दिल जलाते हो तुम मेरा, कभी क्यो दिल बुझाते हो तुम मेरा। बार बार करते रहते हो हमेशा तुम ऐसा, जब तक दिल राख न हो जाए ये... Hindi · मुक्तक 2 4 344 Share Ram Krishan Rastogi 9 Sep 2022 · 1 min read उनकी यादें विचलित कर देती है उनकी यादें कभी मुझको। नींद उड़ा कर ले जाती है,सोने नहीं देती मुझको।। पता नहीं लग पाता है,कहां ले जाती है मुझको। करवटें बदलती हूं सलवटे... Hindi · कविता 2 3 267 Share Ram Krishan Rastogi 8 Sep 2022 · 1 min read ऐसे क्यों मुझे तड़पाते हो ऐसे क्यों मुझे तड़पाते हो, ऐसे क्यों मुझे तरसाते हो। आ गए हो जब मेरे निकट, फिर क्यों तुम शरमाते हो।। रात चांदनी जब जब होती, चंदा के संग चांदनी... Hindi 2 4 475 Share Ram Krishan Rastogi 7 Sep 2022 · 1 min read विभिन्न पत्नियों के विभिन्न वार्तालाप अपने प्रिय पतियों के साथ पायलट की पत्नी बोली अपने पति से, ज्यादा हवा में मत उडो, मै तुम्हे तो ही उड़ा दूंगी ज्यादा तीन दो पांच मत करो तुम्हे तो मुंह से सीटी बजाकर... Hindi · हास्य व्यंग रचना 4 5 390 Share Ram Krishan Rastogi 6 Sep 2022 · 1 min read प्रतिभाओं को मत काटो,आरक्षण की तलवारों से प्रतिभाओं को मत काटो , आरक्षण की तलवारों से। वोट बैंक की जो राजनीति करे,बचो उन सरकारों से।। करना है भारत का विकास,आरक्षण को बंद करो। भारत के संविधान में... Hindi 5 7 242 Share Ram Krishan Rastogi 5 Sep 2022 · 1 min read शिक्षक दिवस माँ ही मेरी पहली शिक्षक है, क्यों न उसे मै शीश निवाऊ। पढ़ा लिखा कर बड़ा किया है, क्यों न शिक्षक दिवस मनाऊ।। पहले जैसे गुरु नही अब रहे, पहले... Hindi · कविता 1 1 213 Share Ram Krishan Rastogi 4 Sep 2022 · 1 min read तू नही तो तेरी तस्वीर तो है तू नही तो तेरी तस्वीर तो है, मेरे पास तेरी तहरीर तो है। भले ही मेरे पास कुछ नही है, मेरे पास मेरी तकदीर तो हैं। भले ही पढ़ न... Hindi 2 3 304 Share Ram Krishan Rastogi 3 Sep 2022 · 1 min read जब से देखा है तुमको जब से देखा है तुमको ***************** जब से देखा है तुमको, दिल ये पागल हो गया। जो दिल मेरा था कभी, अब वह तेरा हो गया ।। दीदार कर लेती... Hindi 4 5 398 Share Ram Krishan Rastogi 2 Sep 2022 · 1 min read आज के जीवन की कुछ सच्चाईयां छोड़ने जाते थे जब किसी को स्टेशन पर, नम हो जाती थी हमारी आंखे स्टेशन पर। आज आलम है अब इस मतलबी इंसान का, नम नही होती उसकी आंखे शमशान... Hindi 3 4 274 Share Ram Krishan Rastogi 1 Sep 2022 · 1 min read शायद ये सांसे सिसक रही है शायद ये सांसे सिसक रही है। प्रियतम के लिए भटक रही हैं।। प्रियतम अभी तक आए नही। माथे की बिंदिया चटक रही है।। हो न जाय कोई अब अनहोनी। ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 476 Share Ram Krishan Rastogi 31 Aug 2022 · 1 min read गणेश चतुर्थी विघ्न हरता मंगल करता, सब देवों के देव भी हो। आप ही तो आरंभ करता, आप ही सबके अन्त हो।। कैसे पूजन करूं मैं आपका, मै तो हूं बहुत मूर्ख... Hindi · कविता 4 7 297 Share Ram Krishan Rastogi 30 Aug 2022 · 1 min read करप्शन के टॉवर ढह गए करप्शन के टॉवर ढह गए, भाव आंसुओ में बह गए। और हम सब खड़े खड़े, ये गुब्बार हम देखते रहे।। कुछ भ्रष्टाचारी रिटायर हो गए, कुछ भ्रष्टाचारी ऊपर चले गए।... Hindi · मुक्तक 2 3 289 Share Ram Krishan Rastogi 29 Aug 2022 · 1 min read मन को कैसे मनाए मन ही मन को जानता,मन को मन से प्रीत, मन ही मनमानी करे,मन ही मन का ये मीत। मन झूमे,मन बांवरा,मन की है ये अद्भुत रीत मन के हारे हार... Hindi 2 2 240 Share Ram Krishan Rastogi 28 Aug 2022 · 1 min read मै भी हूं तन्हा, तुम भी हो तन्हा मैं भी हूं तन्हा,तुम भी हो तन्हा। चले उस जगह,जहा दोनों हो तन्हा।। सूरज भी है तन्हा,चंदा भी है तन्हा। करते है सफर आसमां में वे तन्हा।। चलो तन्हाई को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 5 366 Share Ram Krishan Rastogi 27 Aug 2022 · 1 min read अगर तुम्हे कुछ बनना है अगर तुम्हे कुछ बनना है, परिश्रम तुम्हे करना होगा। सूरज की तरह ही तुमको, निरन्तर तुम्हे चलना होगा।। कहा है कृष्ण ने गीता में, कर्म तुम्हारा जीवन होगा। अच्छे कर्म... Hindi · कविता 2 3 2k Share Ram Krishan Rastogi 26 Aug 2022 · 1 min read प्रेमी और प्रेमिका की मोबाइल पर वार्तालाप जब तुमको मै फोन पर बात करती हूं। बस एक ही आवाज मै सुनती रहती हूं।। मोबाईल मै बैलेंस कुछ भी नही है। इसे रखने में तुम्हे जरा शर्म नही... Hindi · कविता 2 3 265 Share Ram Krishan Rastogi 24 Aug 2022 · 1 min read क्षमा याचना दिवस दुखाया था दिल जो मैंने किसी का, फल पा रहा हूं मै आज उसी का। दुखाया न होता अगर दिल मैंने किसी का, क्षमा याचना का मौका मिला है उसी... Hindi · कविता 3 4 525 Share Ram Krishan Rastogi 23 Aug 2022 · 1 min read मेरे ख्वाबों में आकर,मुझे क्यों सताते हो मेरे ख्वाबों में आकर मुझे क्यों सताते हो, पास होकर भी,मुझसे दूर क्यो हो जाते हो। बिगड़ा क्या है मैने जो इस तरह सताते हो, सता कर भी मुझे फिर... Hindi 4 4 328 Share Ram Krishan Rastogi 22 Aug 2022 · 1 min read कभी क्यो दिल जलाते हो मेरा कभी क्यो दिल जलाते हो तुम मेरा, कभी क्यो दिल बुझाते हो तुम मेरा। बार बार करते रहते हो हमेशा तुम ऐसा, जब तक दिल राख न हो जाए ये... Hindi 5 6 388 Share Ram Krishan Rastogi 21 Aug 2022 · 1 min read विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस करे सम्मान वरिष्ठ नागरिकों का, करे उनका हम सब ध्यान। मिलेगा उनका आशीष तुमको, और मिलेगा उनका तुमको ज्ञान।। धरोहर हैं वे हम सबकी, और तुम्हारी वे पहचान। एक दिन... Hindi · कविता 3 3 420 Share Previous Page 5 Next