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Comments (11)

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19 Sep 2022 06:58 PM

बहुत सुंदर गीत आदरणीय रस्तोगी जी । भावपूर्ण सुंदर अभिव्यक्ति ।

19 Sep 2022 09:23 PM

धन्यवाद श्री त्रिपाठी जी

19 Sep 2022 06:46 PM

विनय पाल रस्तोगी जी धन्यवाद

19 Sep 2022 03:15 PM

वाह लाजवाब 👍👌👌🤝🌹🌹

19 Sep 2022 03:30 PM

धन्यवाद श्री गुरुदेव शर्मा जी

19 Sep 2022 02:02 PM

श्री जितेंद्र कुमार शर्मा जी धन्यवाद

19 Sep 2022 12:05 PM

कभी कभी बिछड़ने पर भी दो प्रेमियों में प्यार रहता है और वे मिलने के लिए उत्सक रहते है। इस बारे में आपकी क्या राय है।

क्या कहें…? प्रेम अमर है , मिलन नहीं। हम तो इसके मारे हैं रस्तोगी जी,मेरी रचना “अंतर्द्वंद” एक बार जरूर पढ़ें।धन्यवाद

19 Sep 2022 02:02 PM

ठीक है पढ़ता हूं।

अति सुन्दर…..

19 Sep 2022 11:47 AM

धन्यवाद जी

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