Comments (5)
30 Aug 2022 09:17 PM
बेजोड़ बहुमूल्य गीत
शानदार भाव ,शानदार प्रस्तुतीकरण
सादर बधाई आ.रस्तोगी साहब
Ram Krishan Rastogi
Author
31 Aug 2022 09:12 AM
प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद श्री त्रिपाठी जी
Ram Krishan Rastogi
Author
28 Aug 2022 11:10 AM
क्या आपकी जिंदगी तन्हाई में बीत रही है तो आप इस गज़ल गीतिका को अवश्य पढ़े।
खूबसूरत
अभिलाज
गीत गजल मंच से
धन्यवाद जी